जो कहते हैं मोदी ने कुछ नहीं किया वो खबर पढ़कर शर्म से डूब मरेंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने आज इंडिया गेट से एक नयी सुबह के कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने बहुत की बारीकी से देशवासियों को अपने कामकाज से रूबरू कराया। कुछ लोग जो कह रहे हैं कि मोदी से दो वर्षों में कुछ नहीं किया वो लोग इस खबर को पढ़कर शर्म से डूब मरेंगे। खासकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता देश में नकारात्मकता फैलाने के लिए कह रहे हैं कि मोदी ने दो वर्षों में कुछ नहीं किया। आज मोदी ने बहुत ही इत्मीनान से बताया कि उन्होंने दो वर्षों में क्या किया है और उनके कामकाज से देश कैसे बदल रहा है, देश कैसे आगे बढ़ रहा है।

मोदी ने कहा कि जनता जनार्दन के हमपर दिनों दिन आशीर्वाद बढ़ते जा रहे हैं तो हमारे काम का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मै उन लोगों के लिए कुछ नहीं कह सकता जिसका राजनीतिक रूप से विरोध करना अनिवार्य होता है। उन्होंने कहा कि उनका विरोध करना स्वाभाविक भी है और लोकतंत्र में ऐसी बातें चलती रहती हैं।

उन्होंने कहा कि देश ने पिछले 15 दिन में दो बातें स्पष्ट देखी हैं – एक तरफ विकासवाद है तो दूसरी तरफ विरोधवाद है, विकासवाद और विरोधवाद के बीच में जनता जनार्दन दूध का दूध और पानी का पानी करके क्या सत्य है और कितना सत्य है इसको भली भाँती नाप सकती है।

मोदी ने कहा कि विरोध की अनेक बातें हो रही हैं जिन्हें वे दोहराना नहीं चाहते लेकिन चिंता इस बात की जरूर होती है कि मुद्दों के आधार पर, हकीकतों के आधार पर, हर काम का कठोर तरीके से मूल्यांकन होना लोकतंत्र के लिए आवश्यक है लेकिन कहीं हम ऐसी गलती ना कर दें जो देश को बिना कारण निराशा की गर्त में धकेलने का प्रयास करती है।

उन्होंने कहा कि कहीं कहीं पर ये बातें सामने आती हैं जिनमें हकीकतों का कोई आधार नहीं होता है, लेकिन उसपर इस प्रकार की स्थितियां सवार हो जाँय, ये कभी कभी चिंता पैदा करती हैं।

modi-work-in-2-yearउन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज का लेखा जोखा पुरानी सरकारों के कामकाज के सन्दर्भ में होता है, पहले क्या होता था, अब क्या हो रहा है, इसका तुलनात्मक अध्ययन होता है, अगर हम बीती हुई सरकारों की बातों को भुला दें और अचानक ही चीजों की चर्चा शुरू कर दें तो सही मूल्यांकन नहीं हो सकता।

कोयले की समस्या से देश को बाहर निकालना छोटा काम नहीं था: मोदी

उन्होंने कहा कि अगर हम यह कहें कि हमने कोयले की समस्या को हल कर दिया। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर अचानक ही सुप्रीम कोर्ट कोयले की खदानों के लाइसेंस रद्द कर दे और बिजली के कारखानों में कोयले का संकट पैदा हो जाय तो क्या होगा।

उन्होंने कहा कि ऐसी घटना जिसमें पूरी सरकार जो कोयले के भ्रष्टाचार के कारण बदनामी भुगत चुकी हो, दो वर्ष पहले कोई अख़बार, कोई टीवी, कोई चैनल, कोई चर्चा, कोई भाषण और कोई दिन ऐसा नहीं था जिसमें भ्रष्टाचार की बातें ना बोली जाती हों।

उन्होंने कहा कि हमने कोयले की पारदर्शी तरीके से नीलामी की, अब तक इसपर कोई सवालिया निशान नही लगा है, देश के खजाने में लाखों करोड़ रुपये आना तय है, राज्यों के खजाने में भी पैसा जा रहा है, इसके अलावा कोयले की खदानों के आसपास गरीब आदिवासी रहते हैं, उनके कल्याण के लिए फण्ड निकलने वाला है। उन्होंने कहा कि यह सभी बातें अगर मै ऐसे ही कह दूँ तो लगता है कि चलो भाई मोदी ने यह काम कर दिया लेकिन इसकी ताकत तब समझ में आती है जब आप सोचते हैं कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसा क्यों करना पड़ा था, कोयले में इतना बड़ा भ्रष्टाचार क्यों हुआ था, वो कौन से तरीके थे जिसमें जमकर लूट हुई थी और उसमें से देश को बाहर लाना, तब जाकर समझ में आता है कि काम कितना बड़ा हुआ है, काम कितना महत्वपूर्ण हुआ है।

हमने भ्रष्टाचार के दीमक को ख़त्म कर दिया: मोदी

उन्होंने कहा कि जब तक हम बीती हुई सरकार के दिनों को स्मरण करके वर्तमान के निर्णयों को परखेंगे तो हमें ध्यान आएगा कि बदलाव कितना बड़ा आया है। इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि दीमक की तरह भ्रष्टाचार ने इस देश को अन्दर से खोखला कर दिया है, तबाह कर दिया है, हमारे हर सपने को चूर चूर करने की ताकत अगर किसी दीमक में है तो उसका नाम भ्रष्टाचार है।

मोदी ने कहा कि मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत ही सटीक तरीके से एक के बाद एक कदम उठाकर हिन्दुस्तान के जन मन को आंदोलित करने वाला ठोस प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जब आप इनकी गहराई में जाओगे तो चौंक जाओगे।

जो बेटियां पैदा भी नहीं होती थी उसे विधवा बनाकर पेंशन दिया जाता था

मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हो कि देश कैसे चला है, वो बेटी जो कभी पैदा भी नहीं हुई है, देश की सरकारों की फाइलों में वह बेटी विधवा भी हो जाती है और उस विधवा बेटी को पेंशन भी मिलना शुरू हो जाती है और उसे वर्षों तक पेंशन मिलती रहती है। उन्होंने कहा कि कभी ऐसे भ्रष्टाचारों की चर्चा भी नहीं होती।

फर्जी गैस कनेक्शन ख़त्म करके 15 हजार करोड़ रुपये बचाए

उन्होंने कहा कि हमने जब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर (DBT) के अंतर्गत रसोई गैस की सब्सिडी डायरेक्ट पहुँचाना शुरू किया, उसे जनधन और आधार कार्ड से लिंक किया तो बहुत ही गहरा राज सामने आया। उन्होंने कहा कि देशवासियों को जानकार हैरानी होगी कि अकेले रसोई गैस में इतने फर्जी नाम मिले, इतने फर्जी सिलेंडर दिए गए कि सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। उन्होंने कहा कि जब हमने इन फर्जीवाड़े को ख़त्म किया तो करीब करीब 15 हजार करोड़ रूपया, जिसपर आपका हक था उसे हमने बचा लिया।

मोदी ने कहा कि अगर किसी के यहाँ रेड हो जाय और उसके यहाँ से 50 करोड़ रुपये भी मिल जाँय तो सभी अख़बारों में बड़ी हेडलाइन बन जाती है लेकिन हमने बड़ी मेहनत करके और योजना बनाकर देश के 15 हजार करोड़ बचा लिए जिसे देखकर मेरा देश कहेगा कि मोदी आपने सही काम किया।

मोदी ने कहा कि आपको हैरानी होगी कि राशन कार्ड जिससे गरीबों के लिए सस्ते में अनाज मिलता है, कैरोसीन आयल मिलना है, उसकी थाली में जब चावल जाता है तो एक किलो पर 27 रूपया भारत सरकार के खजाने से जाता है और एक रुपये प्रति किलो उससे लिया जाता है लेकिन उस गरीब को यह बात पता नहीं है कि केंद्र सरकार उसके एक किलो चावल पर 27 रुपये खर्च कर रही है।

 मोदी ने कहा कि अभी मेरा काम चल रहा है लेकिन जितना हुआ है अबतक, 1 करोड़ 62 लाख से भी ज्यादा फर्जी राशन कार्ड हमने खोजकर निकाले हैं। उन्होंने कहा कि उन राशन कार्डों पर जो भी राशन जाता था वह किसी के घर तो जाता था, कहीं तो बेईमानी होती थी, उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने एक DBT योजना के तहत एक मुहिम चलाई, मुझे बताया गया कि हरियाणा में फर्जी केरोसिन लेने वालों की संख्या 6 लाख निकली। इन 6 लाख लोगों के नाम पर सब्सिडी वाला केरोसिन जाता था, वो कैरोसिन कहाँ जाता होगा, डीजल में मिक्स करने के लिए जाता होगा, प्रदुषण करने के लिए जाता होगा, किसी केमिकल फैक्ट्री में जाता होगा। सरकार के खजाने से हजारों करोड़ रुपये गरीब के नाम से लूट लिया जाता होगा।

मोदी ने बताया कि 6 लाख केरोसिन कार्ड, 1 करोड़ 62 लाख राशन कार्ड फर्जी मिले हैं, अभी हमने इसी योजना के तहत एक राज्य में 540 करोड़ रुपये बचाए हैं, वहां पर फर्जी टीचर के नाम पर 1 हजार करोड़ रुपये की लूट रुक गयी है। ये भ्रष्टाचार हो रहा था लेकिन अब रुक गया है।

मोदी ने कहा कि हजारों करोड़ रूपया केवल एक वर्ष नहीं बल्कि हर वर्ष बचने वाला है। अभी तो यह शुरुआत है, एक नयी सुबह है, आगे तो बहुत कुछ होना है।

मोदी ने बताया कि कुछ लोग मुझसे कहते हैं, मुझे बहुत समझाते हैं कि मोदी जी आप इतना मेहनत करते हैं, काम में लगे रहते हैं तो रोज आपका विरोध क्यों होता रहता है, इतना तूफ़ान क्यों चलता रहता है, आप अपना कोई संपर्क नीति बनाओ, मीडिया से बात करो, अब ऐसे लोगों को मै कैसे समझाऊं कि भाई जिन लोगों की जेब में 36 हजार करोड़ रुपये जाता है उसे मोदी ने बंद करवा दिया तो मोदी गाली नहीं खाएगा तो क्या खाएगा।

मोदी ने कहा कि लूट चलाने वालों को कैसी कैसी परेशानियां होती होंगी इसका अंदाजा हम भली भाँती कर सकते हैं। मै कई ऐसे विषय बताता हूँ जिसमें हमने सटीक तरीके से काम किये हैं जिसका हमें आज परिणाम देखने को मिला है।

उन्होंने कहा कि आप देखिये, पहले LED Bulb कितने रुपये में मिलता था, आज कितने रुपये में मिलता है, कहीं पर 200, 300, 350 रुपये LED की कीमत थी लेकिन आज वह 60, 70, 80 रुपये में आ गया है।

उन्होंने कहा कि अगर हम किसी स्थान पर बिजली का कारखाना लगाएं और हम घोषणा करें कि 2 लाख करोड़ के बिजली के कारखाने लगेंगे, इस घोषणा को करने के बाद हमारे देश के सभी अखबार इसे हेडलाइन बनाएंगे कि मोदी ने बहुत भारी सपना देखा है कि दो लाख करोड़ के बिजली के कारखाने लगायेंगे। कोई यह भी लिखेगा कि मोदी बातें करता है लेकिन रुपये कहाँ से आयेंगे। ऐसी बहुत सी बातें हो सकती हैं लेकिन इस बात की चर्चा नहीं होगी कि LED बल्ब के अभियान के कारण जिन पांच सौ शहरों को हमने टारगेट किया है, अगर हम शत प्रतिशत LED पहुँचाने में सफल हो जाएंगे और हम सफल होने भी वाले हैं, जिन दिन भी यह काम पूरा होगा इस देश में करीबी करीब 20000 मेगावाट की बिजली बचने वाली है जिसका मतलब यह हुआ कि एक लाख करोड़ की बिजली बच जाएगी, मतलब देश का 1 लाख करोड़ रूपया जो बिजली का कारखाना लगाने में खर्च होना था वह बच गया।

उन्होने कहा कि 60-70 रुपये का LED बल्ब क्या कोई न्यूज का विषय हो सकता है क्या, उसमे क्या खबर है जी, न्यूज चैनल नहीं दिखाएगा। उन्होंने कहा कि हम लोग जो तेज गति से बदलाव ला रहे हैं, उसे यह देश अनुभव कर रहा है।

मोदी ने कहा कि पिछले चुनावों में एक चर्चा होती रहती थी कि गैस सिलेंडर 12 होने चाहियें कि 9 होने चाहियें, बड़े बड़े नेता घोषणा करते थे और अख़बारों में हेडलाइन बनती थी कि अब 9 की जगह 12 सिलेंडर दिए जाएंगे। ये नेता 9 सिलेंडर से 12 सिलेंडर करने के वोट मांगते थे। उन दिनों को याद कीजिये जब सांसदों को गैस सिलेंडरों के 25 कूपन मिलते थे और वो 25 कूपन से अपने साथियों और कार्यकर्ताओं को खुश करता था।

उन्होंने कहा कि जिस देश में सांसदों को गैस सिलेंडरों के 25 के मिलते थे उस देश के लोगों से हमने रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया और करीब करीब 1 करोड़ 13 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी।

हमने तय किया है कि आने वाले तीन वर्षों में हम पांच करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन दे देंगे, हमने पिछले वर्ष 3 करोड़ लोगों गैस कनेक्शन दे दिया। जहाँ सांसदों को केवल 25 गैस सिलेंडरों के कूपन मिलते थे और उसे बहुत गर्व होता था उसी देश में हम 5 करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन देने का ऐलान किया है।

मोदी ने कहा कि अगर हमारी पिछली सरकार की तुलना में स्पीड देखी जाय, स्केल देखा जाय, काम करने का ढंग देखा जाय, टार्गेटेड ग्रुप देखा जाय तो समझ में आएगा कि हमने कितना काम किया है और देश में कितना बदलाव आ रहा है।

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By admin , May 30, 2016

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