प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार की देश के हर परिवार को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित रसोई गैस ईंधन (एलपीजी) प्रदान करवाने की महत्वाकांक्षी योजना के कारण भारत ने विश्व स्तर पर एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। ख़बरों के अनुसार भारत इस एलपीजी क्रांति की वजह से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा एलपीजी उपभोक्ता बन कर सामने आया है। इस बारे में हाल ही में पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव श्री एम एम कुट्टी ने कहा है कि देश में एलपीजी की मांग 2025 तक 34 फीसदी बढ़ने का अनुमान है और भारत से आगे इस मामले में सिर्फ चीन है।
ये सबकुछ भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित किये गए एशिया LPG सम्मेलन के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए सचिव श्री एम एम कुट्टी ने कहा। इस दौरान श्री कुट्टी ने बताया की ‘एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या में सालाना तौर पर 15 फीसदी वृद्धि हुई है। वर्ष 2014-15 में एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या 14.8 करोड़ थी, जो 2017-18 में बढ़कर 22.4 करोड़ हो गई।’ आप देख सकते हैं की कैसे पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में ही एक बड़ी आबादी को एलपीजी कनेक्शंस दे दिए गए हैं जिससे देश की महिलाओं को बहुत आसानी हो गई है।
बहरहाल पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुमान के अनुसार वर्ष 2025 तक एलपीजी का उपभोग हमारे देश में बढ़कर 3.03 करोड़ टन पर पहुंच जाने की संभावना जताई गई है और वर्ष 2040 तक यह आंकड़ा 4.06 करोड़ टन तक करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद चीन जैसे देश को भी भारत इस मामले में पीछे छोड़ देगा।
सरकार की तरफ से LPG के उपभोग को प्रोत्साहन देने के लिए पिछले सालों में कई अहम कदम भी उठाए गए हैं और वर्तमान में भी उठाये जा रहे हैं। मुख्य रूप से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार के द्वारा देश के ग्रामीण परिवारों में एलपीजी उपभोग को लेकर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ग्रामीण परिवार परंपरागत ईंधन पर निर्भर रहते हैं जो उनके लिए बहुत हानिकारक होता हैं और उनकी सेहत को भी इससे नुकसान पहुँचता है। इसके अलावा परंपरागत ईंधन का इस्तेमाल करने से प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ता है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत 6.31 करोड़ कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं जो एक बड़ी आबादी को ऊपर बताई गयी समस्याओं से बचाने में मदद करेगी।
बता दें की इस योजना की शुरुआत एक मई, 2016 को शुरू की गई थी। इसके महज तीन साल के भीतर भीतर पांच करोड़ गरीब महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया पर इसके तहत अब तक लक्ष्य से भी अधिक, करीब छह करोड़ गरीब महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिया जा चुका है और अब 2020 तक आठ करोड़ कनेक्शन देने का नया लक्ष्य रखा गया है। जिस तन्मयता से पीएम श्री मोदी जी की सरकार देश के विकास के लिए कार्यरत है यह लक्ष्य भी बहुत आसानी से पा लिया जाएगा।