अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का रुख तय करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा दिया और कहा कि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी को कोई चुनौती नजर नहीं आती, क्योंकि पार्टी सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखती बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझती है। केंद्रीय मंत्री रविशंकार प्रसाद ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी के समापन संबोधन के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात में बीजेपी दो दशकों से अधित समय से सत्ता में हैं, क्योंकि पार्टी सत्ता को सेवा करने का साधन मानती है।
Glimpses of concluding session of BJP National Executive Meeting held in New Delhi. #BJPNEC2018 pic.twitter.com/4yAL2RWP6a
— BJP (@BJP4India) September 9, 2018
प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी ने बीजेपी के विचार, संस्कार और नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी। उन्होंने कहा कि आज पार्टी का सूरज तो चला गया लेकिन उनके जैसे कार्यकर्ताओं के रूप में जो सितारें हैं, उन्हें अपनी चमक बढ़ाकर विचारधारा के प्रकाश को आगे फैलाना है। पीएम ने राष्ट्रीय कार्यकारणी में अपने भाषण में ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा दिया।
BJP National Executive meet saw extensive discussions on many subjects. Party colleagues expressed their insightful views.
Our Party is humbled by the strong support across India. In the spirit of ‘Ajay Bharat, Atal Bhajpa’ we will continue working tirelessly for India’s growth. pic.twitter.com/aWsNxkQwaM— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते हैं।’’ विपक्ष के महागठबंधन की अवधारणा को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक साथ चल नहीं सकते, आज वो गले लगने को मजबूर हैं, क्योंकि पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है और काम की स्वीकार्यता बढ़ी है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कहा, ‘‘हमें चुनौती कहीं नजर नहीं आती।’’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष होना चाहिए, लेकिन उन्हें दुख है कि जो लोग सत्ता में विफल रहे, वे लोग विपक्ष में भी विफल रहे। पीएम मोदी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष को सवाल पूछना चाहिए, जवाबदेही के बारे में चर्चा करनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दिक्कत यह है कि वे न तो मुद्दों पर लड़ते हैं, न काम के विषय पर लड़ते हैं, वे झूठ पर लड़ते हैं ।‘‘झूठ बोलना, झूठ गढ़ना और झूठ दोहराना ही उनका काम रह गया है।’’ उन्होंने कहा, ”हमारी समस्या यह है कि हमें झूठ के साथ लड़ना नहीं आता। लेकिन अब एक रणनीति के साथ हम उनके झूठ से भी लड़ेंगे।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजकल महागठबंधन की चर्चा है। जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक दूसरे के साथ चल नहीं सकते, आज एक दूसरे को गले लगाने को मजबूर हैं। उनकी यही मजबूरी हमारी सफलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के बारे में कहा कि आज छोटे-छोटे दल भी कांग्रेस के नेतृत्व को नहीं स्वीकार कर रहे हैं। कई दल तो कांग्रेस के नेतृत्व को बोझ समझते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि महागठबंधन का मतलब है, नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट और नियत भ्रष्ट।