प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दयानंद एंग्लो वैदिक (डीएवी) कॉलेज प्रबंधन समिति द्वारा आयोजित “नई दिशा, नया संकल्प” कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद आज भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्य समाज की स्थापना आजादी के लिए हुए 1857 के विद्रोह की पृष्ठभूमि में हुई थी। इसने अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ी और सामाजिक सुधारों के लिए एक बल के रूप में कार्य किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नये संकल्प से भारत की छवि को वैश्विक रूप से ऊंचा उठाया जाना चाहिए। यही स्वामी दयानंद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि डीएवी के छात्रों और पूर्व छात्रों की विशाल शक्ति अगर कुछ मुद्दों पर काम करने का संकल्प ले तो छोटी सी अवधि में ही वे मिलकर महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा 21 वीं सदी के आधुनिक और वैज्ञानिक भारत के सृजन के प्रयास होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि डीएवी कालेज प्रबंधन समिति ने स्वच्छ गंगा पहल में अपना सहयोग देने की पेशकश की है। इस पेशकश का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ऐसी पहल है जो जनता की भागीदारी के माध्यम से ही सफल हो सकती है। प्रधानमंत्री ने युवाओं के लाभ के लिए मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप इंडिया और कौशल विकास जैसी विभिन्न सरकारी पहलों के बारे में भी बताया।