प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मुंबई वासियों को एक नई सौगात देने वाले हैं। पीएम नरेंद्र मोदी नवी मुंबई में 16,700 करोड़ रुपए के दूसरे हवाई अड्डे की आधारशिला रखेंगे। इस महानगर का 21 साल पुराना सपना साकार होने के करीब बढ़ेगा। मुंबई की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्ष 1997 में 3000 करोड़ रुपए से एक अन्य हवाई अड्डे को बनाने की योजना बनी थी, लेकिन राजनीतिक अनिर्णय की स्थिति, पर्यावरण अनापत्तियों और फंडिंग के मुद्दों समेत कई कारणों से इस परियोजना में बड़ा विलंब हो गया।
1,160 हेक्टेयर का प्रयोग एरोनॉटिकल के लिए
सरकारी सिडको और जीवीके ग्रुप यह हवाई अड्डा बनाएंगे। इस हवाई अड्डे को बनाने के लिए जरुरी पूरी जमीन 2,268 हेक्टेयर अब तक पूरी अधिग्रहीत नहीं हुई है। इस हवाई अड्डे के बन जाने से मुम्बई के छत्रपति अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दबाव काफी कम हो जाएगा। हालांकि, हवाई अड्डे के लिए जरुरी जमीन- 2,268 हेक्टेयर से अधिक है, जिसमें से 1,160 हेक्टेयर का इस्तेमाल एरोनॉटिकल प्रयोजनों के लिए किया जाएगा।
डबल रनवे वाला हवाई अड्डा
बता दें कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विपरीत, एकल रनवे है, लेकिन नवी मुंबई के नए हवाई अड्डे में दो समानांतर रनवे होंगे। दोनों रनवे पर करीब एक घंटे में लगभग 80 उड़ानें संभाली जाएंगी। फिलहाल एकल रनवे में मुंबई हवाई अड्डे को दुनिया के सबसे व्यस्त एकल रनवे सुविधा के रूप में भी जाना जाता है। जीवीके समूह के साथ नए हवाई अड्डे को विकसित करने वाले सिटी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सीडको) को उम्मीद है कि साल 2019 में पहली उड़ान उतरने की योजना है।
जीवीके ग्रुप इस परियोजना में अपनी 74 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी, शेष सिडको द्वारा आयोजित किया जा रहा है और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण समानांतर रनवे 4,000 मीटर की दूरी तय करेंगे। इस नए हवाई अड्डे के दो प्रवेश द्वार और निकास होंगे। रनवे का दक्षिणी सिरे पहले बनाया जाएगा।