भारत को बढ़ते आर्थिक महाशक्ति के रूप में वर्णित करते हुए फलस्तीन के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का अगले महीने में पश्चिमी तट का ऐतिहासिक दौरा न केवल दोनों पक्षों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और बढ़ाने के लिए जारी रहेगा बल्कि फलस्तीनियों को भी मोदी के ऐतिहासिक रामल्ला दौरे का भी बेसब्री से इंतजार है।
फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के कूटनीतिक सलाहकार मजदी खाल्दी ने कहा कि इस्राइल और फलीस्तीन के संबंध में डी-हाइफनिंग संबंधों की रणनीति का पालन करते हुए नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को फलस्तीन आ रहे हैं। वह वेस्ट बैंक में फलस्तीन के रामल्ला का दौरा करेंगे। हालांकि अपनी तीन देशों की यात्रा के दौरान इस बार मोदी इस्राइल नहीं जा रहे हैं। वह फलस्तीन के अलावा संयुक्त अरब अमीरात और ओमान की भी यात्रा करेंगे।
खाल्दी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक यात्रा है। उनकी यह महत्वपूर्ण यात्रा है, जिससे हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया जाएगा। इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2016 में इस्राइल का दौरा किया था। यह उनका द्विपक्षीय दौरा था।
इस बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री पहली बार फलस्तीन आ रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सन 2015 में जॉर्डन, फलस्तीन और इस्राइल के अपने दौरे के दौरान रामल्ला का दौरा किया था। वहीं, इस महीने की शुरुआत में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत के दौरे पर आए थे।