देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दूसरी बार केदारनाथ में पहुंच रहे हैं। केदारनाथ घाटी से प्रधानमंत्री मोदी का गहरा नाता है।
बुधवार से केदारनाथ धाम यात्रा शुरू हो रही है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी धाम पहुंच रहे हैं। इससे पूर्व वे 80 के दशक में इस क्षेत्र में आए थे और करीब डेढ़ माह तक यहां रहे थे। इस दौरान गरुड़चट्टी की एक गुफा में उन्होंने ध्यान किया था।
भगवान आशुतोष के 12 ज्योर्तिलिंगों में ग्यारहवें केदारनाथ धाम के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहले से ही लगाव रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले 80 के दशक में आपातकाल के दौरान मोदी ने डेढ़ माह तक मध्य हिमालय के इस उच्च क्षेत्र में रहकर साधना की थी।
केदारनाथ मंदिर से ढाई किमी पहले मंदाकिनी नदी के किनारे गरुड़चट्टी में एक गुफा में रहकर उन्होंने एकाग्रता व आत्मविश्वास के लिए साधना की थी। इस दौरान वे रोजाना मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना किया करते थे।
विकीपीडिया में भी जिक्र है कि मोदी ने उस दौर में दो साल तक हिमालय क्षेत्र कर भ्रमण किया था। इसके अलावा मोदी ने जून 2013 में आपदा से प्रभावित हुए केदारनाथ को गोद लेकर संवारने की इच्छा भी जाहिर की थी, तब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, लेकिन राजनीतिक कारणों के चलते यह नहीं हो सका। बावजूद मोदी ने गुजरात से क्षेत्र के लिए राहत सामग्री के कई ट्रक भेजे, जो मदद की मिसाल बने।