बुधवार को राष्ट्रपति भवन में पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ‘ज्यूडीशियल रिफॉर्म्स-रीसेंट ग्लोबल ट्रेंड्स’ किताब की पहली कॉपी दी। इस मौके पर भारत के मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर भी मौजूद थे। खेहर ने कहा जहां एक ओर न्याय करना प्रेरणादायक है, वहीं न्यायिक सुधार की इच्छा है। उन्होंने कहा कि उनका पहला उद्देश्य सबसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति करना है। उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए भी सुझाव देंगे।
उन्होंने बताया कि अब तक वह 8 हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति के सुझाव दे चुके हैं, जो अपने आखिरी चरण में हैं। इस दिशा में वह रोजाना घंटों काम भी कर रहे हैं और अगले दो हफ्तों में इसके पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम केसों को जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश करूंगा।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा मैंने वादा किया था मैं रोजना एक कानून खत्म करूंगा, अब तक 1200 खत्म कर चुका हूं। अच्छा गवर्नेंस न्याय पालिका के भार को कम कर सकता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन हमारे पास एक ऐसा सिस्टम होना चाहिए जिसकी मदद से प्रतिभाओं का अच्छे से इस्तेमाल किया जा सके। वह बोले कि आधुनिक सुविधाओं को यूटिलाइज करने के लिए हमारे पास पर्याप्त कोर्ट रूम और इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में जज भी हैं, हमें सिर्फ समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।