Monthly Archives: September 2018

Pm modi ne kaha padosi desho ke netao ka padosiyo jaisa sambandh hona chahiye

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पडोसी देशो के नेताओ का पड़ोसियों जैसा सम्बन्ध होना चाहिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पड़ोसी देशों के नेताओं का पड़ोसियों जैसा संबंध होना चाहिए जो किसी प्रोटोकॉल से बंधे नहीं होते हैं। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बांग्लादेश में तीन परियोजनाओं का संयुक्त रूप से शुभारंभ करते हुए यह टिप्पणी की।


इन तीनों परियोजनाओं का पीएम मोदी, उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने संयुक्त रूप से उदघाटन किया। इस मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके बांग्लादेशी समकक्ष भी उपस्थित थे।

ये परियोजनाएं मौजूदा भरमार (बांग्लादेश)-बहरामपुर (भारत) अंतरसंपर्क के जरिए भारत से बांग्लादेश को 500 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली आपूर्ति, अखौरा-अगरतला रेल लिंक और बांग्लादेश रेलवे के कुलौरा-शाहबाजपुर खंड के पुनरूद्धार की हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने काठमांडू में बिमस्टेक, शांति निकेतन और लंदन में राष्ट्रमंडल सम्मेलन सहित हाल के सालों में हसीना से कई बार मुलाकात की है। उन्होंने आगे कहा कि पड़ोसी देशों के नेताओं का पड़ोसियों जैसा संबंध, बातचीत करना और अक्सर यात्रा करने का, प्रोटोकॉल में पड़े बिना होना चाहिए।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के बीच अक्सर होने वाली बातचीत में निकटता जाहिर है। मोदी ने 1965 से पहले के समय की तरह दोनों देशों के बीच संपर्क बहाल करने के हसीना की दूरदृष्टि को याद किया। उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर खुश हैं कि पिछले कुछ बरसों में इस लक्ष्य के प्रति कार्य की प्रगति हुई है।

पीएम मोदी ने कहा, “आज हमने अपने ऊर्जा संपर्क को बढ़ाया और अपने रेल संपर्क को बढ़ाने के लिए दो परियोजनाएं शुरू की।” उन्होंने यह भी कहा कि परियोजनाओं का वीडियो लिंक के जरिए शुभारंभ किया जाता है और फिर ये वीआईपी यात्राओं की टाइमिंग में नहीं फंसती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद किया कि साल 2015 में उनकी बांग्लादेश यात्रा के दौरान यह फैसला किया गया था कि भारत बांग्लादेश को 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति करेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच ट्रांसमिशन संपर्क का इस्तेमाल करते हुए इसे किया जा रहा है। उन्होंने इस काम को पूरा करने में मदद करने के लिए ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया।

अपनी बातों को विस्तार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस परियोजना के पूरी हो जाने पर अब भारत से बांग्लादेश को 1।16 गीगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है। मेगावाट से गीगावाट के बीच यह उछाल दोनों देशों के बीच संबंधों में एक स्वर्णिम युग का संकेत है। पीएम मोदी ने कहा कि अखौरा- अगरतला रेल लिंक दोनों देशों के बीच सीमा के आर-पार एक और संपर्क प्रणाली मुहैया करेगा।

Modi Sarkar ki nayi skim aap bhi bijlee vikreta ban kama sate hai

मोदी सरकार की नई स्कीम, आप भी बिजली विक्रेता बन कमा सकते है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार नई स्कीम लांच करने जा रही है। इस स्कीम के तहत लाइसेंस लेकर आप बिजली विक्रेता बन सकते हैं। बिजली मंत्रालय ने इस संबंध में 7 सितंबर, 2018 को ड्राफ्ट जारी किया है। ड्राफ्ट पर सरकारी मुहर लगते ही बिजली (distribution) वितरण कंपनी और बिजली आपूर्ति (supply) करने वाली कंपनियां अलग-अलग हो जाएंगी। बिजली सप्लाई करने के लिए सिर्फ लाइसेंस की जरूरत होगी।

एक इलाके में होंगे कई बिजली सप्लायर

मोदी सरकार की स्कीम के मुताबिक एक इलाके में कई बिजली सप्लायर होंगे। उन सप्लायर का काम सिर्फ बिजली सप्लाई करने का होगा। बिजली वितरण कंपनियां अलग होंगी जिनका काम आम उपभोक्ताओं के घरों तक बिजली को पहुंचाने के लिए नेटवर्क स्थापित करना होगा। बिजली के सप्लायर नेटवर्क का इस्तेमाल करने के बदले वितरण कंपनियों को चार्ज देंगे। कोई भी सप्लायर किसी भी जगह से बिजली की खरीदारी कर घरों तक बिजली की सप्लाई कर पाएगा। मान लीजिए अगर किसी बिजली सप्लायर को किसी कंपनी से 2 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है तो वह सप्लायर वहां से बिजली लेकर अपने इलाके में बेच सकता है। बिजली के नेटवर्क के इस्तेमाल के लिए वह वितरण कंपनियों को चार्ज देगा। सप्लायर बनने के लिए लाइसेंस देने का काम उस राज्य के बिजली नियामक आयोग करेंगे। कोई भी उपभोक्ता किसी भी बिजली सप्लायर से बिजली लेने के लिए फ्री होगा।

मनमर्जी दाम पर नहीं बेच पाएंगे बिजली

ड्राफ्ट के मुताबिक बिजली सप्लायर मनमर्जी दाम पर बिजली नहीं बेच पाएंगे। उपभोक्ताओं को बिजली बेचने की कीमत की एक सीलिंग होगी। मतलब उस दाम से अधिक कीमत नहीं ली जा सकेगी। राज्य के नियामक आयोग बिजली के अधिकतम मूल्य को तय करेंगे।

बिजली पर सब्सिडी डीबीटी स्कीम से

बिजली के संशोधित कानून के लागू होने पर कोई भी राज्य सरकार बिजली सप्लायर के माध्यम से अपने उपभोक्ताओं को बिजली पर सब्सिडी नहीं दे पाएगी। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत यानी कि अगर कोई राज्य सरकार किसी खास वर्ग के उपभोक्ता को कम दाम पर बिजली दिलवाना चाहती है तो वह उतनी रकम उस उपभोक्ता के खाते में डाल देगी।

 

Pm modi ne diya ajay bharat atal bjp ka naara

प्रधानमंत्री मोदी ने दिया ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा कहा, महागठबंधन से कोई खतरा नहीं

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का रुख तय करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा दिया और कहा कि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी को कोई चुनौती नजर नहीं आती, क्योंकि पार्टी सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखती बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझती है। केंद्रीय मंत्री रविशंकार प्रसाद ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी के समापन संबोधन के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात में बीजेपी दो दशकों से अधित समय से सत्ता में हैं, क्योंकि पार्टी सत्ता को सेवा करने का साधन मानती है।


प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी ने बीजेपी के विचार, संस्कार और नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी। उन्होंने कहा कि आज पार्टी का सूरज तो चला गया लेकिन उनके जैसे कार्यकर्ताओं के रूप में जो सितारें हैं, उन्हें अपनी चमक बढ़ाकर विचारधारा के प्रकाश को आगे फैलाना है। पीएम ने राष्ट्रीय कार्यकारणी में अपने भाषण में ‘अजेय भारत, अटल बीजेपी’ का नारा दिया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते हैं।’’ विपक्ष के महागठबंधन की अवधारणा को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक साथ चल नहीं सकते, आज वो गले लगने को मजबूर हैं, क्योंकि पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है और काम की स्वीकार्यता बढ़ी है।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कहा, ‘‘हमें चुनौती कहीं नजर नहीं आती।’’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष होना चाहिए, लेकिन उन्हें दुख है कि जो लोग सत्ता में विफल रहे, वे लोग विपक्ष में भी विफल रहे। पीएम मोदी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष को सवाल पूछना चाहिए, जवाबदेही के बारे में चर्चा करनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दिक्कत यह है कि वे न तो मुद्दों पर लड़ते हैं, न काम के विषय पर लड़ते हैं, वे झूठ पर लड़ते हैं ।‘‘झूठ बोलना, झूठ गढ़ना और झूठ दोहराना ही उनका काम रह गया है।’’ उन्होंने कहा, ”हमारी समस्या यह है कि हमें झूठ के साथ लड़ना नहीं आता। लेकिन अब एक रणनीति के साथ हम उनके झूठ से भी लड़ेंगे।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजकल महागठबंधन की चर्चा है। जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक दूसरे के साथ चल नहीं सकते, आज एक दूसरे को गले लगाने को मजबूर हैं। उनकी यही मजबूरी हमारी सफलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के बारे में कहा कि आज छोटे-छोटे दल भी कांग्रेस के नेतृत्व को नहीं स्वीकार कर रहे हैं। कई दल तो कांग्रेस के नेतृत्व को बोझ समझते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि महागठबंधन का मतलब है, नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट और नियत भ्रष्ट।

World Health Organization ne ayushman bharat ko saraha

WHO ने ‘आयुष्‍मान भारत’ को सराहा, पीएम नरेंद्र मोदी की पहल को बताया ‘बड़ी प्रतिबद्धता’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र की एनडीए सरकार की महत्‍वाकांक्षी स्‍वास्‍थ्‍य योजना ‘आयुष्‍मान भारत’ की विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने सराहना की है। करीब 50 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये तक का स्‍वास्‍थ्‍य बीमा कवर प्रदान करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी की इस पहल को डब्‍ल्‍यूएचओ ने ‘बड़ी प्रतिबद्धता’ करार दिया है। इसके तहत देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को लाभ प्रदान करने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है और इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य योजना माना जा रहा है। डब्‍ल्‍यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस ग्रेवियेसस ने केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री जेपी नड्डा से पिछले सप्‍ताह हुई मुलाकात के बाद इस संबंध में ट्वीट किया।

उन्‍होंने ट्वीट कर कहा, ‘भारत की पहल ‘आयुष्मान भारत’ या ‘यूनिवर्सल हेल्‍थ कवरेज’ से काफी प्रभावित हूं! धन्‍यवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। बड़ी प्रतिबद्धता!’ ग्रेवियेसस ने अपने ट्वीट में नड्डा से मुलाकात का भी जिक्र किया और उन्‍हें इसके लिए धन्‍यवाद दिया। ग्रेवियेसस और नड्डा की मुलाकात बीते सप्‍ताह शुक्रवार को हुई।


इसके बाद केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री नड्डा ने भी ग्रेवियेसस को धन्‍यवाद देते हुए ट्वीट किया और कहा कि सभी को ‘किफायती’ सुविधा मुहैया कराना और इसे सभी के पहुंच के दायरे में लाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच रही है।


उन्‍होंने यह भी कहा कि इस योजना के तहत जिन 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का सालना बीमा कवर देने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है, वह संख्‍या तीन देशों अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको की आबादी के बराबर है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में इस योजना को 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय की जयंती पर लागू करने की घोषणा की थी।

Modi ne kaha hindutva ki vichaardhaara se logo ko jodne ke liye tecnology ka istemaal kare

मोदी ने कहा, हिंदुत्व की विचारधारा से और लोगों को जोड़ने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू दर्शन के विभिन्न पहलु विश्व के समक्ष पेश कई समस्याओं का हल दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने हिंदुत्व के विचारों से और लोगों को जोड़ने के लिए टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां दूसरे विश्व हिंदू कांग्रेस को भेजे अपने संदेश में कहा कि विभिन्न प्राचीन महाकाव्यों एवं शास्त्रों को डिजिटल स्वरूप में लाने से युवा पीढ़ी उनके साथ बेहतर तरीके से जुड़ सकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह आने वाली पीढ़ी के लिए महान सेवा होगी।’’

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘टेक्नोलॉजी के युग में मैं विशेष रूप से इस सम्मेलन के सम्मानित प्रतिनिधियों का आह्वान करता हूं कि वे उन तरीकों पर विचार करें जिनके इस्तेमाल से हिंदुत्व के विचार से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जा सकता है। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में 60 से अधिक देशों के करीब 2500 प्रतिनिधि और हिंदू नेता शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में उम्मीद जतायी कि इस सम्मेलन में इस बात पर विचार किया जाएगा कि भारत अपने ज्ञान के प्राचीन खजाने के माध्यम से बौद्धिक एवं सांस्कृतिक रूप से विश्व के साथ किस तरीके से बेहतर ढंग से जुड़ सकता है। इसका मकसद यह होना चाहिए हमारी भावी पीढ़ी बेहतर ढंग से जीने और आगे बढने के लिए कैसे समझ विकसित कर सके और साझेदारी कर सके।

यह संदेश प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी भारत बराई ने पढ़ा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा,‘‘ यह सम्मेलन जिस प्रकार से विचारकों, विद्वानों, बुद्धिजीवियों,प्रबुद्ध विचारकों को एक साथ लाया है वह सराहनीय है।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुत्व मानवजाति के इतिहास में सबसे पुराना मत है।

उन्होंने कहा कि हिंदू दर्शन के विभिन्न पहलुओं में हम उन अनेक समस्याओं का हल निकाल सकते हैं जिन्हें विश्व ने आज जकड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि यह सम्मेलन शिकागो में हो रहा है जो प्रत्येक भारतीय को उस गौरवान्वित क्षण की याद दिलाता है जब स्वामी विवेकानंद ने 1893 में ‘विश्व धर्म संसद’’ को संबोधित किया था। वह भी 125 वर्ष पहले सितंबर के महीने में।

Global mobility summit me bloe pm modi bharat duniya ke liye starup hub

Global Mobility Summit में बोले प्रधानमंत्री मोदी, भारत दुनिया के लिए स्टार्टअप हब

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को आवागमन के क्षेत्र में एक नई कार्ययोजना पेश की जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण में निवेश और यात्रा के लिये सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जाम और भीड़भाड़ से पर्यावरण और अर्थव्यवसथा को होने वाले नुकसान को कम करने के लिये जाम मुक्त परिवहन व्यवस्था काफी महत्वपूर्ण है।


उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है जहां 100 स्मार्ट शहरों का निर्माण हो रहा है। सड़कों, हवाईअड्डों, रेलवे लाइन और बंदरगाहों को पहले से तेजी से गति से निर्माण कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री यहां वैश्विक मोबिलिटी शिखर सम्मेलन ‘मूव’ का उद्घाटन करते हुए यहां कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाली साफ-सुथरी परिवहन व्यवस्था सबसे शक्तिशाली हथियार हो सकती है।


पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें स्वच्छ किलोमीटर का विचार आगे बढ़ाना चाहिये। प्रदूषण रहित स्वच्छ परिवहन व्यवस्था से हमारा वातावरण, हवा साफ होगी और हमारे लोगों का रहन सहन स्तर भी बेहतर होगा।’ उन्होंने देश में गतिशीलता को लेकर कहा, ‘भविष्य में आवागमन के साधनों को लेकर मेरी सोच सात ‘सी’ पर आधारित है। ये सात ‘सी’ हैं — कॉमन (साझा), कनेक्टेड (जुड़ा हुआ), कन्विनियेंट (सुविधाजनक), कंजेशन- फ्री (जाम मुक्त), चार्जर्ड (चार्ज किया हुआ), क्लीन (स्वच्छ), कटिंग एज (अत्याधुनिक)।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सोच अब कारों से आगे की होनी चाहिये। कारों से निकलकर दूसरे वाहनों के बारे में हमें सोचना चाहिये जैसे कि आटो और रिक्शा को हमें देखना चाहिये। हमारी आवागमन सुविधा पहल में साझा सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था अहम होनी चाहिये। प्रधानमंत्री मोदी ने निजी वाहनों का बेहतर इस्तेमाल किये जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने निजी वाहनों में लोगों को सामूहिक तौर पर यात्रा करने की संभावनाओं को तलाशने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘वाहनों के जाम और भीड़-भाड़ से पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान को कम करने के लिये जाम मुक्त परिवहन व्यवस्था महत्वपूर्ण है।’


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आवागमन की व्यवस्था सुरक्षित, सस्ती और समाज के सभी वर्गों की पहुंच के भीतर होनी चाहिये।’ मोदी ने कहा कि चार्जिंग आधारित परिवहन व्यवस्था में ही भविष्य का मार्ग है। इसके लिये इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण, बैटरी से लेकर स्मार्ट चार्जिंग सहित समूची मूल्य श्रंखला में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यात्रा के लिये निजी वाहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन को वरीयता दी जाये।’ उन्होंने कहा कि इंटरनेट के जरिये चलने वाली साझा अर्थव्यवस्था आज परिवहन के क्षेत्र में तेजी से उभर रही है। आना-जाना, यात्रा करना, परिवहन अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण है।


उन्होंने कहा कि बेहतर आवागमन की व्यवस्था से यात्रा और परिवहन का बोझ कम हो जाता है और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। यह क्षेत्र पहले ही बड़ा नियोक्ता है और यह नई पीढ़ी के रोजगार भी पैदा कर सकता है। अपनी सरकार की उपलब्धियों बताते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राजमार्गों का निर्माण कार्य दोगुनी गति से हो रहा है, ग्रामीण सड़क निर्माण कार्यक्रम नई स्फूर्ति के साथ आगे बढ़ रहा है। ईंधन के लिहाज से सक्षम और स्वच्छ ईंधन वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके अलावा कम हवाई सुविधा वाले क्षेत्रों में सस्ती विमानन सेवायें बढ़ाई जा रही हैं।

Pm narendra modi ne kaha hum teji se baadhti arthvyavastha

पीएम मोदी ने देश में मोबिलिटी के भविष्य पर दिया 7 ‘C’ का फॉर्मूला, कहा- हम तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के पहले विश्व मोबिलिटी शिखर सम्मेलन ‘मूव’ का उद्घाटन किया। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आोजित ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन ‘MOVE’ के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेहतर मोबिलिटी बेहतर नौकरियों, स्मार्ट बुनियादी ढांचे प्रदान करती है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाती है। बता दें कि सम्मेलन में अन्य बातों के अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन और साझा मोबिलिटी को प्रोत्साहन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। नीति आयोग दो दिन के शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। यह 7 से 8 सितंबर तक चलेगा।


नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित पहली ग्लोबल मोबिलिटी समिट ‘मूव’ (MOVE) को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “निश्चित रूप से भारत ‘MOVE’ पर है (आगे बढ़ रहा है), हमारी अर्थव्यवस्था ‘MOVE’ पर है.. हम दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था हैं… हमारे शहर और कस्बे ‘MOVE’ पर हैं… हम 100 स्मार्ट सिटी बना रहे हैं… हमारा बुनियादी ढांचा ‘MOVE’ पर है… हम तेज़ी से सड़कें, एयरपोर्ट, रेललाइन और बंदरगाह बना रहे हैं…”


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में मोबिलिटी के भविष्य को लेकर मेरा विजन सात ‘C’ पर आधारित है। यानी सबके लिए हो (Common), सबसे जुडा़ हो (Connected), सबके लिए सुविधाजनक हो (Convenient), भीड़-भाड़ से मुक्त (Congestion-free), जोश के साथ (Charged), साफ (Clean) और अग्रणी हो (Cutting-edge).


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोबिलिटी अर्थव्यवस्था को गति देने में कूंजी की तरह है। बेहतर मोबिलिटी ट्रैवल और ट्रांस्पोर्टेशन के बोझ को कम करता है और आर्थिक गति को तेजी प्रदान करता है। यह पहले से ही एक प्रमुख नियोक्ता है और अगली पीढ़ी के लिए यह नौकरियों का सृजन भी कर सकता है।


इससे पहले इस सम्मेलन को लेकर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कान्त ने कहा कि सम्मेलन का मुख्य मकसद भारत में लोगों के यात्रा करने के तरीके में बड़ा बदलाव लाना है। संवाददाता सम्मेलन में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, बिजली, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव भी मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, जापान, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड, आस्ट्रिया, जर्मनी और ब्राजील के दूतावासों तथा निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

Pm modi ne asian games me padak jitne wale khiladiyo se mulakaat ki

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशियन गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन कर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों से बुधवार को दिल्ली में खास मुलाकात की। इस दौरान खेल मंत्री और पूर्व ओलंपिक मेडलिस्ट राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने मौजूद थे।


इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में संपन्न हुए 18वें एशियाई खेलों में 15 गोल्ड मेडल समेत 69 पदकों के साथ भारतीय दल ने इतिहास रच दिया था। जो एशियन गेम्स इतिहास में अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। स्वदेश लौटने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ पदक विजेताओं को बधाई दी बल्कि देश का नाम ऊंचा करने के लिए धन्यवाद भी किया।


इसके पहले मंगलवार रात भी सरकार की ओर से एक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम रखा गया था। जहां गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने वाले खिलाड़ियों को क्रमश: 40, 20 और 10 लाख रुपए इनाम स्वरूप दिए गए।

इस मौके पर खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा धर्मेंद्र प्रधान, किरण रीजिजू, महेश शर्मा जैसे मंत्री कार्यक्रम में शामिल थे। उस दौरान खेल मंत्री ने एशियाई खेलों में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद देश के खिलाड़ियों को साल 2020 के ओलंपिक खेलों के लिए अपनी तैयारी शुरू करने की बात कही थी।

Pm narendra modi ne National Teachers Award winners se ki baat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘शिक्षक आजीवन ज्ञान की धारा से जुड़े रहते हैं’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के विजेताओं से बातचीत की और छात्रों की अंतर्निहित शक्ति को बाहर लाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया विशेषकर ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले छात्रों में। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि शिक्षक दिवस की पूर्वसंध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के प्रयासों के लिए पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को बधाई दी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने की दिशा में किए गए उल्‍लेखनीय प्रयासों के लिए पुरस्‍कार विजेताओं को बधाई दी। उन्‍होंने शिक्षा के प्रति समर्पण के साथ-साथ इसे जीवन मंत्र बनाने के लिए उनकी सराहना की। उन्‍होंने कहा कि एक शिक्षक आजीवन ज्ञान की धारा से जुड़े रहते हैं।


पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान पुरस्‍कार विजेताओं से समुदाय को एकजुट करने और उन्‍हें स्‍कूलों में सुव्‍यवस्थित विकास का एक अभिन्‍न अंग बनाने का अनुरोध किया। उन्‍होंने शिक्षकों से विशेषकर गरीब और ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले विद्यार्थियों की अंतर्निहित प्रतिभा को निखारने की दिशा में काम करने का आह्वान भी किया।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शिक्षाविशारदों को गुरु एवं शिष्‍य की प्राचीन पावन परंपरा को फिर से स्‍थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए, ताकि विद्यार्थीगण आजीवन अपने शिक्षकों को स्‍मरण करें। उन्‍होंने शिक्षकों को अपने स्‍कूलों एवं उसके आसपास के माहौल में डिजिटल बदलाव लाने के लिए भी प्रोत्‍साहित किया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करते हुए पुरस्‍कार विजेताओं ने अपने स्‍कूलों को शिक्षण एवं उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र में तब्‍दील करने से जुड़ी प्रेरणादायक गाथाएं सुनाईं। उन्‍होंने नई ऑनलाइन मनोनयन प्रक्रिया के साथ-साथ डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्‍यवाद किया, जो देश भर में स्‍कूली शिक्षा में व्‍यापक गुणात्‍मक बदलाव ला रही हैं।


मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस वर्ष राष्‍ट्रीय पुरस्कारों के लिए शिक्षकों के चयन से जुड़े दिशा-निर्देशों में संशोधन किए थे। नई योजना में स्‍व-मनोनयन की परिकल्‍पना की गई है और यह प्रमुख राष्‍ट्रीय पुरस्‍कारों में हालिया नवाचारों से प्रेरित है। यह योजना पारदर्शी एवं निष्‍पक्ष है और इसके तहत उत्‍कृष्‍टता एवं बेहतरीन प्रदर्शन को पुरस्‍कृत किया जाता है। केन्‍द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।


बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘अलवर के श्री मोहम्मद इमरान खान मेवाती से मिला। मैं वीडियो, वेबसाइट और मोबाइल ऐप सहित शिक्षण के लिए ई-सामग्री तैयार करने पर उन्हें बधाई देता हूं। उनके ऐप में प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के तमाम विषय शामिल हैं। इनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की सामग्री भी शामिल है। उन्हें बधाई।


मिजोरम के जी। एस। जैथनलुंगा को अपना मित्र बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के अलावा वह छात्राों को सांस्कृतिक प्रातियोगिताओं में बेहतर करने के लिए मदद कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में समस्तीपुर जिले के शिक्षक गोपाल जी का भी जिक्र किया।

Pm narendra modi aaj bhi hai janta ki pehli pasand

सर्वे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भी है जनता की पहली पसंद

मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के बाद जहां विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। वहीं देश के लोगों की अब भी पहली पसंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं। यह खुलासा एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में हुआ है। जिसमें 712 जिलों के 57 लाख लोगों में से लगभग 48 प्रतिशत ने देश को आगे ले जाने के लिए अपने नेता के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में भरोसा जताया है।

इस सर्वेक्षण को राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से जुड़े एडवोकेसी ग्रुप इंडियन पॉलिटिकल ऐक्शन कमिटी (ए-पैक) ने कराया है। नेशनल एजेंडी फोरम के तहत कराए गए इस सर्वेक्षण में जवाब देने वाले लोगों को 923 नेताओं में से अपना एक चुनने का विकल्प दिया गया था। जिसमें पहले स्थान पर नरेंद्र मोदी, 11 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे।

वहीं 9.3 प्रतिशत वोट के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, 7 प्रतिशत वोट के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेख यादव, 4.2 प्रतिशत वोट के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और 4.1 प्रतिशत वोट के साथ बसपा अध्यक्ष मायावती रहीं। इस सर्वेक्षण में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कई अन्य राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक चेहरों को जगह दी गई थी।

सर्वेक्षण में शामिल होने वाले लोगों ने महिला सशक्तिकरण, किसानों की समस्या, आर्थिक असमानता, छात्रों की समस्याओं, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, साम्प्रदायिक एकता को प्रमुख मुद्दा बताया। अभिनेता अक्षय कुमार, रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पत्रकार रवीश कुमार की पहचान ऐसे मशहूर व्यक्तियों के तौर पर की गई जिन्हें राजनीति में होना चाहिए। इस सर्वेक्षण को सोमवार को जारी किया गया है।

यह सर्वेक्षण किशोर से जुड़ी सिटीजंस फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस की ओर से साल 2013 में कराए गए सर्वेक्षण के समान है, जिसमें मोदी को देश का सबसे पसंदीदा नेता बताया गया था। आईपैक के सदस्यों का कहना है कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य इंटरनेट तक पहुंच वाली आबादी तक पहुंचना था। किशोर एक समय मोदी की टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे और उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी।