Monthly Archives: July 2018

South africa pahuche pm modi 10th brics summit me honge shaamil

दक्षिण अफ्रीका पहुंचे पीएम मोदी, 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में होंगे शामिल

तीन अफ्रीकी देशों के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र अपनी यात्रा के अंतिम चरण में दक्षिण अफ्रीका पहुंचे हैं। यहा वे गुरुवार को 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेगें। इसके लिए वे बुधावर रात को ही दक्षिण अफ्रीका पहुंचे। यहां वो दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेंगे। इसेक साथ ही वो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात करेंगे।

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दक्षिण अफ्रीका पहुंचने के बाद राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने उनका स्वागत किया। इसके पहले पीएम मोदी युगांडा जा चुके हैं। 1997 के बाद से किसी भारतीय राष्ट्रपति का यह पहला द्विपक्षीय दौरा है।


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘कल से शुरू हो रहे 10 वें ब्रिक्स सम्मेलन के मौके पर मेजबान दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। वह दो दिवसीय ब्रिक्स शिखर वार्ता में हिस्सा लेंगे जिसका थीम इस साल ‘अफ्रीका में ब्रिक्स’ है।’

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित किया गया है।

Jaane pradhanmantri narendra modi ka educational qualification

जानें क्या है वो पॉलिटकल साइंस जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है मास्टरी

नरेंद्र मोदी रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाला आम इंसान देश का प्रधानमंत्री बन गया। उनका जीवन स्टूडेंट्स के अलावा हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन क्या आप जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कितनी पढ़ाई की है?

जानिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टूडेंट जीवन और करियर के बारे में अनोखी बातें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के वड़नगर स्थित महाराज श्री भगवताचार्य नारायणाचार्य हाईस्कूल से पढ़ाई शुरू की। इसी स्कूल ने मोदी को जीवन का ककहरा सिखाया।

शुरुआत में वह पढ़ाई लिखाई में काफी औसत ही रहे, लेकिन स्कूल के नाटकों में वह बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में वह हमेशा अव्वल आते थे। इसी दौरान उन्होंने स्कूल में एनसीसी भी ज्वॉइन किया।

पारिवारिक स्थिति खराब होने की वजह से वह अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। स्कूल का कोई पीरियड खाली होने पर मोदी स्टेशन पहुंचकर चाय बेचने में पिता की मदद करते और पीरियड खत्म होते ही वापस आकर पढ़ाई करते। चाय के माध्यम से ही मोदी की आरएसएस के लोगों से जान-पहचान बढ़ी।

एक दिन आरएसएस के लक्ष्मण राव इनामदार मोदी की दुकान में चाय पी रहे थे। मोदी की बातचीत की शैली से वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मोदी को आरएसएस से जुड़ने की सलाह दे डाली। उसके बाद मोदी आरएसएस से जुड़े लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी। मोदी ने अपनी पढ़ाई आगे जारी रखी।

जहां तक नरेंद्र मोदी की पढ़ाई की बात है। चुनाव में दाखिल हलफनामे के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए किया है। उन्होंने वर्ष 1978 में बीए किया है।

इसके बाद मोदी ने गुजरात यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्हें एमए प्रथम श्रेणी में पास किया है। दो साल के इस कोर्स में मोदी के पास यूरोपियन पॉलिटिक्स, इंडियन पॉलिटिकल एनालिसिस और साइकॉलजी ऑफ पॉलिटिक्स जैसे विषय थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एमए में 62.3 फीसदी नंबर मिले थे। गुजरात विश्वविद्यालय के अनुसार मोदी को एमए के पहले साल में 400 में से 237 अंक मिले थे जबकि दूसरे साल 400 में से 262 अंक मिले थे और एमए में कुल 800 में से 499 अंक मिले थे।

pm narendra modi ne Uganda me chutkula sunakar bhartiya machino ki taarif ki

युगांडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुटकुला सुनाकर भारतीय मशीनों की तारीफ की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अफ्रीकी देश युगांडा के दौरे पर भारत-युगांडा बिज़नेस फोरम की बैठक को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जहां एक तरफ, युगांडा के विकास में मदद के लिए प्रतिबद्धता दिखाई तो दूसरी तरफ उन्होंने एक चुटकुले के जरिए भारत के प्रतिद्वंद्वी देशों के सस्ते सामान खरीदने के नुकसान भी बता डाले।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत अफ्रीका के संघर्ष काल से की। उन्होंने कहा, ‘इतिहास गवाह है जब अफ्रीका संघर्ष काल से गुजर रहा था, किसी देश को युगांडा की फिक्र नहीं थी। युगांडा से जुड़ना मतलब देना ही देना…किसी को फिक्र नहीं थी अफ्रीका के संकट को देखने की। अफ्रीका के दुखों को देखने की। एक अकेला भारत था जो युगांडा के साथ खड़ा था। तब युगांडा से लेना-देना नहीं था लेकिन हमने मानवीय मूल्यों के लिए ऐसा किया।’

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत की मशीनें महंगी होने की वजह बताते हुए एक कहानी भी सुनाई। उन्होंने कहा, ‘मैं जब छोटा था तो एक चुटकुला सुना करता था कि एक बस स्टॉप पर गरीब लड़का पंखा बेच रहा था, जो एक रुपये में पंखा दे रहा था। दूसरे वाले के आठ आने बताया, तीसरा 4 आने में पंखा दे रहा था। एक शख्स ने 4 आने वाला पंखा लिया लेकिन 3-4 बार पंखा हिलाने में ही टूट गया। तो उसने तुरंत पंखा वाले को पकड़ा और बताया। लेकिन पंखा वाले ने जवाब दिया कि मैंने पंखा हिलाने को थोड़ी कहा था, पंखा नहीं मुंडी हिलानी थी।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इसी तरह हो सकता है शुरू में चीजें महंगी हो लेकिन वे लंबे समय तक चलेंगी। सस्ती चीजें खरीदेंगे वो खराब रहेंगी महीनों क्योंकि उन्हें ठीक करने वाला भी उसी देश से लाना पड़ेगा। मैं विश्वास दिलाता हूं कि जीरो डिफेक्ट के साथ हम आपको मशीन देने, टेक्नॉलजी देने को तैयार हैं। हां, वो महंगा होगा शुरू में। कोई चिल्लाएगा भी कि ये महंगा है, ये कैसी सरकार है। पहले वाला सस्ता था। लेकिन तय आपको करना है कि पंखा हिलाना है या मुंडी हिलानी है?’

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हम चाहते हैं युगांडा के लोगों में क्षमता विकसित हो, कौशल विकास हो, मानव संसाधन विकास हो। यह सारी वह शक्तियां हैं जो आपसे दुनिया की कोई ताकत छीन नहीं सकती। यह हमारी प्राथमिकता है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘प्राकृतिक संसाधनों को बढ़ाने की कोशिश किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। युगांडा के पास हजारों एकड़ ऐसी भूमि है जहां कोई कैमिकल की बूंद तक नहीं गिरी है। वहां पर पैदा होने वाली चीज के लिए दुनिया पागल हो सकती है। हम चाहते हैं अपना पसीना बहाने के लिए..हम चाहते हैं पैसा खर्च करने के लिए ताकि युगांडा को लाभ मिले और दुनिया भी स्वस्थ रहे।’

पीएम नरेंद्र मोदी ने युगांडा की अर्थव्यवस्था को 5F का फॉर्म्युला भी दिया। ये 5 एफ फार्म, फाइबर, फैब्रिक, फैशन, फॉरन हैं। उन्होंने कहा कि युगांडा में कॉटन की खेती हो, कॉटन से धागा बने, धागा से कपड़ा बने, कपड़े से अलग-अलग पोशाक बने और फिर वह कई देशों में जाए। तब उस कॉटन का विकास होगा।

Uganda ki sansad me bole modi aatankwad ki khilaf ladai me africa ke saath bharat

युगांडा की संसद में बोले मोदी, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अफ्रीका का पूरा साथ देगा भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अाज युगांडा की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशों का अतीत काफी कुछ मिलता जुलता है। उन्‍होंने कहा कि दोनों देश काफी लंबे समय तक उपनिवेशवादी ताकतों के अधीन रहे हैं। दोनों देशों का एक लंबा स्‍वाधीनता संघर्ष का इतिहास रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय स्‍वाधीनता के इतिहास का लिंक अफ्रीका से है। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी ने 21 वर्ष अ‍फ्रीका में व्‍यतीत किए। अ‍सहयोग आंदाेलन की शुरुआत यहीं से हुई।


उन्‍होंने जोर देकर कहा कि भारतीय स्‍वाधीनता आंदोलन के नैतिक मूल्‍य भारत को किसी सीमा रेखा में नहीं बांधते हैं। उन्‍होंने कहा कि आजादी के दौरान भारत ने जिस समानता, एकता और स्‍वत्रंतता के सिद्धांतों का प्रतिपादन किया वह दुनिया में मानवता के लिए बेहद उपयोगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफ्रीका हमारी प्राथमिकताओं के शीर्ष पर है। हम अफ्रीका के साथ अपनी भागीदारी को तेज और गहन बनाना जारी रखेंगे, जैसा कि हमने दिखाया है। उन्‍होंने कहा कि यह निरंतर और नियमित रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अफ्रीका के साथ भारत की भागीदारी को 10 सिद्धांतों द्वारा निर्देशित किया जाएगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा क‍ि विकास और साझेदारी आपकी प्राथमिकताओं द्वारा निर्देशित होगी। यह उन शर्तों पर होगा जो आपके लिए सहज और आरामदायक होंगे, जो आपकी क्षमता को मुक्त करेंगे और आपके भविष्य को बाधित नहीं करेंगे। मोदी ने कहा भारत को अफ्रीका के साथी होने पर गर्व है। उन्‍होंने कहा कि मैंने कल युगांडा के लिए दो क्रेडिट लाइन की घोषणा की है। पहली बार बिजली लाइनों के लिए 141 मिलियन अमेरिकी डॉलर और दूसरा, कृषि और डेयरी उत्पादन के लिए 64 मिलियन अमरीकी डालर की घोषणा की गई है।


उन्‍होंने कहा कि अफ्रीका के लिए हम अपने बाजारों को खुले रखेंगे। अफ्रीका के साथ व्यापार करने के लिए इसे और आसान व अधिक आकर्षक बनाया जाएगा। इसके साथ उन्‍होंने कहा कि अफ्रीका में निवेश करने के लिए हम अपने उद्योगों का भी समर्थन करेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की डिजिटल क्रांति का अनुभव अफ्रीका के सार्वजनिक सेवाओं के वितरण में सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य का विस्तार करने, डिजिटल साक्षरता फैलाने और वित्तीय समावेश बढ़ाने और मुख्यधारा से जोड़ने में उपयोगी साबित होगा।


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीका के तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में मोदी मंगलवार को युगांडा पहुंच चुके हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी की सह-अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद मंगलवार को भारत और युगांडा अर्थव्यवस्था और रक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमत हुए। बता दें कि वर्ष 1997 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह इस देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। पीएम नरेंद्र मोदी जब वहां पहुंचे तो हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया गया।

गौरतलब है कि मोदी अपनी पांच दिवसीय तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को युगांडा पहुंचे। इसके बाद वे दक्षिण अफ्रीका जाएंगे। यह भारत के किसी प्रधानमंत्री की 20 वर्षो बाद पहली युगांडा यात्रा है। युगांडा के राष्ट्रपति को भारत का पुराना मित्र बताते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2007 में युगांडा की पहली यात्रा उनके जेहन में अब भी बनी हुई है। राष्ट्रपति मुसावेनी ने मोदी की सराहना करते हुए कहा कि सार्वजनिक मामलों में उनके व्यापार प्रबंधन रुख से भारत में काफी बदलाव आया।

युगांडा में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग, आधिकारिक तथा राजनयिक पासपोर्टधारकों के लिये वीजा से छूट, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम तथा सामग्री प्रशिक्षण प्रयोगशाला के क्षेत्रों में सहमति पत्रों पर दस्तखत किए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के पारस्परिक संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि ये समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत युगांडा के साथ रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को तैयार है। मोदी ने कहा कि भारत और युगांडा को सैन्य प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना चाहिए। उन्होंने युगांडा के सैन्य बल एवं नागरिकों के उपयोग के लिये वाहन एवं एम्बुलेंस देने की घोषणा की।

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युगांडा में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ‘मेक इन इंडिया’ आज भारत की पहचान बन गया है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत एक ग्लोबल उत्पादन केंद्र और स्टार्टअप हब के तौर पर उभर रहा है। भारत में बनी कार और स्मार्ट फोन के साथ-साथ कई और चीज़ें आज उन देशों को बेचा जा रहा है, जहां से कभी हम ये सामान आयात करते थे। युगांडा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय इस्पात का इस्तेमाल कर आज भारत रेल पटरियों, मेट्रो ट्रेन कोच और सेटेलाइट का निर्माण खुद कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में कहा, “भारत उत्पादन का केंद्र बन रहा है।” कार्यक्रम में युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी भी थे।

उन्होंने जिक्र किया कि विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी सैमसंग ने हाल में उत्तर प्रदेश में अपना उत्पादन संयंत्र खोला है। पीएम मोदी ने कहा, “संभव है कि बहुत जल्द जब आप यहां युगांडा में स्मार्टफोन खरीदने जाएंगे तो आपको मेड इन इंडिया का लेवल नज़र आएगा।”

तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मेक इन इंडिया आज भारत की पहचान बन गया है। भारत में बनी कार और स्मार्ट फोन समेत अनेक उत्पादों को आज उन देशों को बेचा जा रहा है, जहां से कभी हम ये सामान आयात करते थे।”


उन्होंने कहा कि भारत में पिछले चार साल में 11,000 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए हैं, जिससे भारत स्टार्टअप की भूमि बन गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युगांडा एवं अन्य अफ्रीकी देशों के साथ भारत के संबंधों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि संसाधन सम्पन्न महाद्वीप अब उनकी सरकार की विदेश नीति के केंद्र में है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि भारत 18 नये दूतावास खोलेगा जिससे अफ्रीका में भारत के दूतावासों की संख्या बढ़कर 47 हो जायेगी। उन्होंने कहा कि भारत एवं अफ्रीका के बीच कारोबार में 32 फीसदी का इजाफा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एशिया एवं अफ्रीका नए विश्व क्रम में बेहतर स्थिति में हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीका को 10 अरब डॉलर देने के वादे को दोहराया। उन्होंने युगांडा के विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की प्रशंसा की।

Pm narendra modi ne rwanda ka saath dene ka kiya vaada

प्रधानमंत्री मोदी ने किया रवांडा का साथ देने का वादा, कहा हमारा लक्ष्य ‘सबका साथ, सबका विकास’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवांडा की राष्ट्रीय विकास की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रयासों में भारत के सहयोग की प्रतिबद्धता दोहरायी है और इस मध्य-पूर्वी अफ्रीकी देश के साथ द्विपक्षीय व्यावयासिक संबंधों के विस्तार पर बल दिया है। रवांडा की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजी से विकास की राह पर बढ़ रहे इस देश को अफ्रीका के सभी दरवाजों की चाबी बताया है। उन्होंने आज भारत और रवांडा की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) की बैठक को संबोधित करते आज कहा कि हालांकि भारत तेजी से विकास कर रहा है,‘ ‘हमने अपना लक्ष्य ‘सबका साथ, सबका विकास रखा है।’’

उन्होंने कहा भारत में विनिर्माण उद्योग को बढाने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पहल शुरू की गयी है जिसे ‘‘हम रवांडा के साथ साझा कर सकते हैं उससे उसे जोड़ सकते हैं।’’ रवांडा की यात्रा करने वाले मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें विकास करना है और जो भी हमारे साथ मिलकर विकास करना चाहते हैं, हमें उनके विकास में मदद करने को तैयार रहना चाहिए।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘मेरे साथ यहां आये भारतीय उद्योग प्रतिनिधिमंडल से मैं कहना चाहूंगा कि आप केवल रवांडा नहीं आयें हैं। आज रवांडा आने का मतलब है कि आप यहां आकर अफ्रीका के सभी दरवाजे खुला पाएंगे क्योंकि उनकी चाबी यहीं है। ’’उन्होंने कहा कि रवांडा विकास को एक नई गति दे रहा है और राष्ट्रपति पॉल कागामे इसकी अगुवाई कर रहे हैं। अफ्रीका में आज रवांडा के माडल, विकास और राजकाज को लेकर चर्चा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘यहां रवांडा आने का मतलब यह नहीं है कि आप सीमा से बंध गये हैं बल्कि आपको अधिक संभावनाएं, चुनौतियां और अवसर देखने को मिलेंगे।

मुझे भरोसा है कि आप इन अवसरों को नहीं छोड़ेंगे। ’’विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘आर्थिक संबंधों से रणनीतिक भागीदारी फल – फूल रही है। भारत – रवांडा व्यापार मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पाल कागामे ने दोनों देशों के उद्योग जगत से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने रवांडा के विकास की आकांक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता आज दोहरायी। ’’इससे पहले, मोदी ने कहा कि जब दुनिया का ध्यान अफ्रीका की तरफ नहीं था, कोई यहां आने का नहीं सोचता, वैसे समय भी भारतीयों ने इस जमीन पर आने को तरजीह दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘भारत में भी कई अवसर हैं। भारत व्यापार समुदाय को हर संभव सहायता देने को तैयार है जो भारत में विकास करना चाहते हैं। मैं उन्हें आमंत्रित करता हूं। ’’उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियां बुनियादी ढांचा, ग्रामीण विकास तथा आर्थिक गतिविधियों में सहयोग कर सकती हैं, लघु उद्यागों का नेटवर्क, कारपोरेट लीडरशिप नेटवर्क बना सकते हैं तथा वैश्विक बाजार में तलाश सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सौर संघ के जरिये हम न केवल जलवायु परिवर्तन के मुद्दे का समाधान कर रहे हैं बल्कि मानव के लिये ऊर्जा कितना उपयोगी है, इसका एक बड़ा अभियान भी चला रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि रवांडा के विकास में विभिन्न क्षेत्रों में भारत की विशेषज्ञता का उपयोग किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रवांडा यात्रा के दौरान दोनों देशों ने रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये और आर्थिक विकास के लिये 20 करोड़ डालर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की। अपनी दो दिवसीय यात्रा के बाद प्रधानमंत्री यूगांडा के लिये रवाना हो गये।

Pm narendra modi ne rawanda me Rweru aadarsh gaon ke nivasiyo ko gaaye bhet ki

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रवांडा में रुवरू आदर्श गांव के निवासियों को गायें भेंट की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रवांडा सरकार के गिरिंका कार्यक्रम के तहत उन ग्रामवासियों को 200 गायें भेंट की जिनके पास अभी तक एक भी गाय नहीं थी। गायें भेंट करने का यह कार्यक्रम रवांडा के राष्‍ट्रपति पॉल कागमे की उपस्थिति में रुवरू आदर्श ग्राम में आयोजित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर गिरिंका कार्यक्रम और इसके लिए राष्‍ट्रपति कगामे द्वारा की गई पहल की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि सुदूर रवांडा के गांव में आर्थिक समृद्धि के लिए गायों के महत्‍व को देखकर भारत के लोगों को भी सुखद आश्‍चर्य होगा। उन्‍होंने इस मौके पर भारत और रवांडा के ग्रामीण जीवन में कई तरह की समानता का भी जिक्र किया।


गिरिंका शब्‍द का अर्थ है कि ‘क्‍या आप गाय रख सकते हैं’। यह रवांडा में सदियों से चली आ रही एक प्रथा है जिसके तहत सम्‍मान और सद्भावना के रूप में एक व्‍यक्ति दूसरे व्‍यक्ति को गाय भेंट करता है।

राष्‍ट्रपति पॉल कागमे ने रवांडा में बच्‍चों में कुपोषण के खतरनाक स्‍तर और गरीबी से निपटने तथा पशुधन एवं कृषि को एक साथ लाने के लिए गिरिंका की पहल की थी। यह कार्यक्रम इस अवधारणा पर आधारित है कि गरीबों को दुधारू गाय उपलब्‍ध कराने से उनकी आजीविका में बदलाव आएगा, गाय के गोबर से तैयार उर्वरकों के इस्‍तेमाल से कृषि उत्‍पादन बढ़ेगा, जिससे मिट्टी की गुणवत्‍ता में वृद्धि होगी तथा इसमें घास और पेड़ लगाए जाने से भूक्षरण में कमी आएगी।


गिरिंका कार्यक्रम साल 2006 में शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक हजारों लोगों को गायें दी जा चुकी हैं। जून 2016 तक कुल 248,566 गायें गरीब परिवारों को दी गई। इस कार्यक्रम से रवांडा में कृषि उत्‍पादन में बढ़ोतरी हुई है और खासतौर से दूध उत्‍पादन तथा डेरी उत्पाद बढ़ा है, गरीब परिवारों की आय बढ़ी है और कुपोषण के मामले घटे हैं।

गिरिंका कार्यक्रम ने रवांडा के लोगों के बीच एकता, परस्‍पर विश्‍वास और सद्भाव को भी बढ़ाया है क्‍योंकि इसके तहत एक व्‍यक्ति द्वारा दूसरे व्‍यक्ति को सम्‍मान स्‍वरूप गायें भेंट की जाती है। हालांकि गिरिंका का मुख्‍य उद्देश्‍य गाय भेंट करना नहीं है लेकिन समय के साथ यह कार्यक्रम का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा बन चुका है। रवांडा सरकार के एक अधिकारी के अनुसार गिरिंका कार्यक्रम के तहत खासतौर से उन गरीब परिवारों को लक्षित किया गया है जिनके पास गाय नहीं है, लेकिन अपनी जमीन है जिसमें वे गायों के लिए घास उगा सकते हैं। इस कार्यक्रम के लाभार्थियों के लिए यह जरूरी है कि वे व्‍यक्तिगत रूप से या अन्‍य लोगों के साथ‍ मिलकर गायों को रखने के लिए जगह बना सकें।

Pradhanmantri narendra modi ne aam loge se twitter par ki baat

मोदी ने आम लोगों से ट्विटर पर बात कर उन्हें दिया संडे का स्पेशल गिफ्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम लोगों के दिल के करीब पहुंचने का कोई मौका नहीं छोड़ते. आम लोगों के बीच वो बहुत लोकप्रिय हैं और उनकी एक झलक के दीवाने भी करोड़ों हैं। ऐसे में अगर रविवार का दिन हो। आप सुबह सोकर उठे। अपना सोशल मीडिया एकाउंट चेक करें और अचानक आपको प्रधानमंत्री का ट्वीट दिख जाए, जो उन्होंने आपके लिए ही लिखा है, तो कैसा महसूस होगा। आप कहेंगे कि फिर तो संडे यादगार बन जाएगा। ये कोरी कल्पना नहीं है। प्रधानंमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह आम देशवासियों के कई ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए उन पर कमेंट किए हैं।

अनंत सुब्रमण्यम नाम के एक यूजर ने प्रधानमंत्री को ट्वीट करके अपनी बेटी का एक निबंध भेजा। ये निबंध उनकी बेटी ने स्कूल मैग्जीन के लिए लिखा था और इसका विषय था – स्वच्छ भारत। इस पर पीएम मोदी ने रि-ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इसे पढ़कर खुशी हुई। कृपया उसे मेरी तरफ से बधाई दीजिएगा। मुझे आश्चर्य है कि हमारे बच्चों में स्वच्छता को लेकर इतनी अधिक जागरुकता और उत्साह है।’


प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बाद एक अगले ट्विटर हैंडल का जवाब दिया। शोभा नामक यूज़र ने ट्वीट कर उन्हें अविश्वास प्रस्ताव की बहस के दौरान भाषण के लिए शुभकामनाएं दी। यूज़र ने लिखा कि उनका भाषण ज़बरदस्त और आंकड़ों के साथ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रीट्वीट करते हुए उनका शुक्रिया किया।


अनुभव चतुर्वेदी नाम के एक यूजर ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बारे में लिखा कि भाषण के दौरान उन्हें अपने दादा जी की याद आ गई, जिनके साथ बैठकर वो पीएम के भाषण सुना करते थे, जिनका 16 जुलाई को निधन हो गया। अनुभव ने मोदी जी को लिखा, ‘मेरे दादा जी वास्तव में आपको और आपके भाषणों को बहुत पसंद करते थे।’ इस ट्वीट पर पीएम मोदी ने कमेंट किया, ‘आपके दादा जी के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं।’


शिल्पी अग्रवाल ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बारे में ट्वीट किया, ‘केवल एक बात मोदी जी, आपको और मुस्कुराना चाहिए। बाकी सब मस्त है।’ इस पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘प्वाइंट ले लिया गया है’ यानी वो इस बात का ध्यान रखेंगे और इसके बाद उन्होंने एक स्माइली बनाया।


गणेश शंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शाहजहांपुर रैली के बारे में लिखा ‘मैंने अपने प्रधानमंत्री को संसद में मैराथन डिस्कशन में देखा, जो कल देर रात तक चली। आज वीकएंड होने के कारण मैंने बहुत देर से दोपहर 12 बजे टीवी खोला तो उन्हें उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में किसानों को संबोधित करते हुए देखा। उम्र के 60-70वें दशक में भी वो थकते नहीं हैं। Whav!!’ इस पर प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘सवा सौ करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद मुझे शक्ति देता है। मेरा पूरा समय राष्ट्र के लिए है।’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया पर आम लोगों से तरह बातचीत करते देख उनके समर्थकों ने खुशी जताई है और प्रधानमंत्री की इस सरलता पर ट्वीट कर वो उनकी तारीफ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी आम लोगों के ट्वीट को कई बार रिट्वीट कर चुके हैं और उन पर अपने कमेंट भी करते रहे हैं।

Pm narendra modi aaj se teen Africe desho ke doure par

पीएम मोदी आज से तीन अफ्रीकी देशों के दौरे पर, रवांडा में व्यापार मंच को करेंगे संबोधित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दिन में तीन देशों रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर रवाना होंगे। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान वह ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जिसमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज और कल रवांडा में रुकेंगे, जबकि 24 और 25 जुलाई को उनका युगांडा में रुकने का कार्यक्रम है। यात्रा के अंतिम चरण में वह दक्षिण अफ्रीका पहुंचेंगे जहां वह 27 जुलाई तक रुकेंगे। मोदी रवांडा की यात्रा पर जाने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। जबकि पिछले करीब दो दशक में वह युगांडा जाने वाले भारत के पहले शासनाध्यक्ष होंगे।


प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, मोदी जब रवांडा पहुंचेंगे तो रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे उनका स्वागत करेंगे। इस दौरान वह प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत करेंगे। साथ ही किगाली जीनोसाइड मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और व्यापार मंच को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की एक और महत्वपूर्ण बात रवेरू मॉडल गांव का दौरा कर रवांडा की ‘ गिरिंका ’ योजना के लिये 200 गाय तोहफे में देना है। युगांडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद को संबोधित करेंगे। वह देश की संसद को संबोधित करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। मोदी जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के 10 वें संस्करण में हिस्सा लेंगे जिसमें समूह के नेताओं के अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा, वैश्विक शासन और कारोबार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री के सम्मेलन में शिरकत कर रहे अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की संभावना है। इस दौरान रक्षा, व्यापार, संस्कृति, कृषि और डेयरी सहयोग के क्षेत्र में समझौते होने की भी उम्मीद है।

Pm narendra modi ne tweet kar sarkar ko samarthan dene wali partiyo ko kaha shukriya

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सरकार को समर्थन देने वाली पार्टियों से कहा शुक्रिया

अविश्वास प्रस्ताव जीतने के तुरंत बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ एनडीए को लोकसभा और देश की 125 करोड़ जनता का विश्वास हासिल है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार को समर्थन देने वाले सभी दलों को शुक्रिया कहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘वोट में आज हमारा समर्थन करने वाली सभी पार्टियों को मैं धन्यवाद देता हूं। भारत को बदलने और युवाओं के सपनों को पूरा करने का हमारा प्रयास जारी रहेगा।’’


लोकसभा में शुक्रवार को मोदी सरकार के खिलाफ चार साल में लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के खिलाफ टीडीपी और कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा में पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव 126 के मुकाबले 325 मतों से गिर गया।

अविश्वास प्रस्ताव पर लगभग 12 घंटे की चर्चा के बाद हुए मत-विभाजन में 451 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 126 वोट पड़े जबकि विरोध में 325 मत पड़े।