Monthly Archives: May 2018

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भारत और नीदरलैंड्स के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर, मोदी और रट ने संयुक्त बयान जारी किया

अपनी दो दिन की यात्रा पर भारत आए नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों प्रधानमंत्रियों ने एक साझा बयान भी जारी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान नीदरलैंड्स के पीएम मार्क रट और उनके साथ आए डेलीगेशन का स्वागत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि उन्होंने नीदरलैंड्स को इंटरनेशनल सोलर अलायंस में शामिल होने के लिए आग्रह किया था और उन्हें खुशी है कि नीदरलैंड्स अब इंटरनेशनल सोलर अलायंस का सदस्य बन गया है। रट गुरुवार को ही दो दिन के दौरे पर दिल्ली पहुंचे हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि कृषि और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र भारत लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं और नीदरलैंड्स को इन दोनों क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताते हुए कहा कि बारामती में पहला इंडो-डच सब्जी उत्कृष्टता केंद्र खुल गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि साल 2015 के बाद उनकी नीदरलैंड्स के पीएम मार्क रट के साथ ये तीसरी मुलाकात है। उन्होंने कहा कि हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मसलों के साथ-साथ दोनों देशों के बीच रिश्तों पर बात की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों कई अहम मुद्दों पर साझा प्रयासों से काम कर रहे हैं, जिन्हें वक्त के साथ और मजबूती दी जाएगी। नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रट ने कहा है कि कई भारतीय कंपनियां उनके देश में काम कर रही हैं और विकास में सहायक हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में वो भारत के साथ और बेहतर संबंधों की उम्मीद करते हैं।

नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रट ने भी मोदी को धन्यवाद दिया और अपने स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। मार्क रट ने कहा कि कई भारतीय कंपनियां नीदरलैंड के समाज को अधिक सफल और लचीला समाज बनाने में मदद कर रही हैं।


इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर मार्क का स्‍वागत किया। दोनों नेता पहली बार पिछले वर्ष जून में मिले थे और उस मुलाकात के एक वर्ष पूरा होने के पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मार्क एक बार फिर से मिल रहे हैं। मार्क ने पिछले वर्ष नरेंद्र मोदी को एक साइकिल गिफ्ट की थी। डच पीएम मार्क रट के साथ अब तक का सबसे बड़ा डेलीगेशन भारत आया है। मार्क ने हिंदी में ट्वीट कर कहा कि भारत और नीदरलैंड्स के रिश्‍ते पिछले सात वर्षों में काफी मजबूत हुए हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी भाषा में ही उन्‍हें जवाब दिया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद हाउस में नीदरलैंड्स के पीएम मार्क रट से मिले

नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रट दो दिवसीय भारत यात्रा पर आज दिल्‍ली पहुंच गए हैं। मार्क ने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर मार्क का स्‍वागत किया। दोनों नेता पहली बार पिछले वर्ष जून में मिले थे और उस मुलाकात के एक वर्ष पूरा होने के पहले ही मोदी और मार्क एक बार फिर से मिल रहे हैं। मार्क ने पिछले वर्ष मोदी को एक साइकिल गिफ्ट की थी। डच पीएम के साथ अब तक का सबसे बड़ा डेलीगेशन भारत आया है।


मार्क ने हिंदी में ट्वीट कर कहा कि भारत और नीदरलैंड्स के रिश्‍ते पिछले सात वर्षों में काफी मजबूत हुए हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी भाषा में ही उन्‍हें जवाब दिया। पीएम नरेंद्र मोदी और रट की मुलाकात के बाद दोनों नेता एक साझा बयान जारी करेंगे। रट के साथ चार कैबिनेट मंत्री, 15 सीईओ और 220 प्रतिनिधि भी भारत आ रहे हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा ट्रेड डेलीगेशन है जो नीदरलैंड से भारत आ रहे पीएम के साथ रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोपहर करीब 12:30 बजे हैदराबाद हाउस में डच पीएम का स्‍वागत किया।रट हैदराबाद हाउस में सीईओ राउंडटेबल कांफ्रेंस में भी शामिल होंगे। इसके बाद दोपहर 2:30 बजे वह मीडिया से मुखातिब होंगे।


भारत पहुंचने के बाद रट होटल ताज डिप्‍लोमैटिक में एक बिजनेस डेलीगेशन से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह होटल आईटीसी मौर्या में क्‍लीन गंगा से जुड़े एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लेंगे। मार्क रट इसके बाद एक स्‍टार्टअप इवेंट क्‍लीन एयर इंडिया और होटल ताज में ही एक और कार्यक्रम में शामिल होंगे। कृषि से जुड़े एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लेने के बाद वह बेंगलुरु के लिए रवाना हो जाएंगे। मार्क यहां पर कर्नाटक के राज्‍यपाल वुजुभाई रुदाभाई वाला से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा 25 मई को नीदरलैंढ रवाना होने से पहले इसरो का दौरा करेंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम स्वराज अभियान की सफलता गिनाईं, कहा शुक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम स्वराज अभियान को सफल बनाने के लिए सांसदों समेत केंद्र व राज्य के अधिकारियों को धन्यवाद कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘ग्राम स्वराज अभियान मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, विभिन्न स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों, राज्य सरकार के अधिकारियों और केंद्र के शीर्ष नेताओं व समाज के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी के कारण सफल रहा है। मैं उन सभी को धन्यवाद करता हूं।’


बता दें की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने के दो दिन बाद पीएम नरेंद्र मोदी का यह ट्वीट आया है। अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अभियान से संबंधित विभिन्न आंकड़े जारी किए थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य 14 अप्रैल से 5 मई तक 16,850 गांवों के गरीब से गरीब व्यक्ति तक विकास पहुंचाया है, जो बाबा साहेब आंबेडकर को हमारी श्रद्धांजलि होगी।


अभियान से जुड़े कुछ डिटेल को साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘ग्राम स्वराज अभियान के 21 दिनों के दौरान: 7.53 लाख उज्ज्वला कनेक्शन वितरित किए गए। 5,02,434 परिवारों का सौयोग्य योजना के तहत विद्युतीकरण किया गया। 16,682 गांवों में 25.03 लाख एलइडी बल्ब वितरित किए गए। मिशन इंद्रधनुष के तहत 1,64,398 बच्चों और 42,762 महिलाएं का टीकाकरण किया गया। उन्होंने आगे कहा, ’14 अप्रैल से 5 मई 2018 तक: 20,53,599 जन धन लाभार्थियों को जोड़ा गया। 16,14,388 प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना लाभार्थियों को जोड़ा गया। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 26,10,506 लाभार्थियों को जोड़ा गया है।’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे जोर दिया कि यह आंदोलन घर-घर प्रभावी सेवा वितरण का एक उपयुक्त उदाहरण है। उन्होंने आगे लिखा, ‘ग्राम स्वराज अभियान के तहत विभिन्न टीमों ने गांवों में प्रवेश किया और सात अग्रणी केंद्र सरकार योजनाओं का पूरा काम सुनिश्चित किया। यह आंदोलन घर-घर प्रभावी सेवा वितरण का एक शानदार उदाहरण है और जीवन को आसानी को आगे बढ़ा रहा है।’


इस अभियान के जरिए केंद्र सरकार का सामाजिक सद्भाव को बढ़ाने, सरकार को गरीब-से-गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने और उन्हें जागरुक करने का उद्देश्य है। साथ ही केंद्र का लक्ष्य विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर उनकी प्रतिक्रियाओं तक पहुंचना भी है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सेप्ट किया विराट का फिटनेस चैलेंज, जल्द ही शेयर करूँगा वीडियो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विराट कोहली का फिटनेस चैलेंज एक्सेप्ट कर लिया है। कोहली ने बुधवार रात अपनी एक्सरसाइज का एक वीडियो शेयर करते हुए अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और पीएम नरेंद्र मोदी को फिटनेस चैलेंज दिया था।

#HumFitTohIndiaFit टैग के साथ दिए गए इस चैलेंज के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि वह जल्द ही अपना वीडियो शेयर करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने चौथे योग दिवस का प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है। विराट को जवाब देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेतुबंधासन का एक एनिमेटेड वीडियो भी शेयर किया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, ‘तुम्हारी चुनौती स्वीकार है विराट! मैं जल्द ही अपना वीडियो शेयर करूंगा।’


इस चैलेंज की शुरुआत खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने देश में फिटनेस को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए की है। इसके तहत उन्होंने एक्सरसाइज करते हुए अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। उन्होंने विराट कोहली, हृतिक रोशन और साइना नेहवाल को फिटनेस चैलेंज में शामिल होने की चुनौती दी थी।


राठौड़ की चुनौती के जवाब में कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने राज्यवर्धन राठौड़ सर का ‘फिटनेस चैलेंज’ एक्सेप्ट कर लिया है। अब मैं अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और महेंद्र सिंह धोनी भाई को यही चुनौती देना चाहूंगा।’’ कोहली ने साथ में एक्सरसाइज करते हुए वीडियो भी डाला है।


राठौड़ ने अपने ऑफिस में ही एक्सरसाइज करते हुए एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा से प्रेरणा लेने की बात करते हुए कहा,‘‘मैं जब प्रधानमंत्री को देखता हूं तो उनसे प्रेरित होता हूं। उनमें एक जबर्दस्त ऊर्जा है दिन रात काम करने की। वह चाहते हैं कि पूरा भारत फिट हो जाये। मैं उनसे प्रेरित होकर चाहता हूं कि आप अपना व्यायाम करते हुए वीडियो बनाये और दूसरों को प्रेरित करें।’’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब भारतीयों को ही नहीं दुनिया को भी अपने कदमों से चौंकाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 4 सालों में अपने कई विदेशी दौरों से न सिर्फ भारत के लोगों को बल्कि विदेशियों को भी कई बार चौंकाया है और प्रभावित किया है। विदेशी इवेंट्स में भी उन्हें सुनने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे, दुनियाभर के शीर्ष नेताओं ने भी दिल खोलकर उनका स्वागत किया। इसी साल अप्रैल महीने में उन्होंने लंदन के सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर से ‘भारत की बात सबके साथ’ कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने लंदन में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। लंदन में दिए उनके भाषण की कई दिनों तक चर्चा होती रही।

इससे पहले फरवरी 2018 में पीएम ने इजरायल और फिलीस्तीन का दौरा किया। यह यात्रा काफी चर्चा में रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा था, ‘ऐसा 70 साल में पहली बार हुआ कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल गया हो, ऐसा क्या था जो हमें इजरायल जाने से रोक रहा था। मैंने तय किया कि जब मुझे इजरायल जाना है तो सीधा वहीं जाऊंगा और गया। और इसके बाद जब फिलीस्तीन जाना था, तो वहां पर भी गया।’

अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र चीन के भी अनौपचारिक दौरे पर गए। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब चीन-भारत के राष्ट्राध्यक्षों के बीच इस तरह की अनौपचारिक वार्ता हुई। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद दुनिया के नेताओं से इस परंपरा को आगे बढ़ाने का आह्वान भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब कहा था- ‘शायद मैं ऐसा पहला भारतीय प्रधानमंत्री हूं, जिसकी अगवानी के लिए आप (शी जिनपिंग) दो बार राजधानी (बीजिंग) से बाहर आए।’ हालांकि, इस वार्ता में कोई आधिकारिक समझौता नहीं हुआ, लेकिन सीमा विवाद और आतंकवाद जैसे तमाम मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। इससे पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी मोदी की जिनपिंग से मुलाकात हुई थी। डोकलाम पर भारत-चीन के बीच तनातनी की स्थिति भी आसानी से खत्म हो गई। हालांकि, करीब 72 दिन तक बने गतिरोध में भारत ने सख्त रवैया दिखाया था।

इसी हफ्ते रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस गए। उनकी ये यात्रा इतनी खास थी कि पुतिन प्रोटोकॉल से हटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विदा करने हवाई अड्डे पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन के साथ पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें रक्षा सहयोग के साथ ही साझा हित वाले ग्लोबल मुद्दे शामिल रहे।

मोदी के प्रधानमंत्री रहते ही 20 सालों में ऐसा पहली बार हुआ कि भारत के कोई विदेश मंत्री नॉर्थ कोरिया गए। इसी महीने विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह नॉर्थ कोरिया के दौरे पर पहुंचे। सिंह का ये दौरा ऐसे वक्त हुआ जब कुछ ही दिन बाद कोरियाई प्रमुख किम जोंग उन की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात होने वाली है।

जनवरी 2018 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की मीटिंग के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस में थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व आर्थिक मंच से पूरी दुनिया को संदेश दिया कि भारतीय ग्रंथों में हजारों साल पहले लिखे वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को आज पूरी दुनिया को जरूरत है। वैश्विक आर्थिक विकास का फायदा पूरे समाज को पहुंचाने के लिए जरूरी है कि इस सिद्धांत पर दुनिया के सभी देश एक दूसरे को एक परिवार की तरह लेकर आगे चलें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा दावोस पहुंचे थे। तब से लेकर अब तक भारत की जीडीपी 6 गुना हो चुकी है। उस वक्त इस मंच का स्लोगन था बिल्डिंग दि नेटवर्क सोसाइटी। आज हम सिर्फ नेटवर्क सोसाइटी ही नहीं बल्कि बिग डेटा, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के युग में जी रहे हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ये 12 उपलब्धियां हैं ‘अच्छे दिन’ का सबूत!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को चार साल होने वाले हैं। इन चार सालों में मोदी सरकार कई मुद्दों पर विपक्ष के निशाने पर रही है, लेकिन सरकार ने कई ऐसे कार्य भी किए हैं, जो कि आम जनता के हित में है। मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर आज हम आपको बता रहे हैं सरकार की ओर से किए गए वो कार्य जो काबिल-ए-तारीफ है।

आइए जानते हैं मोदी सरकार की उपलब्धियां…

भ्रष्टाचार मुक्त सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की खास बात ये है कि सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार से दूर रहे हैं। जिस तरह पिछली सरकार 2-जी स्कैम, कोयला स्कैम, कॉमनवेल्थ स्कैम, चॉपर स्कैम, आदर्श स्कैम के आरोपों में घिरी रही, उससे उलट मोदी सरकार में भ्रष्टाचार के मामले कम आए। हालांकि राज्य सरकारों पर घोटालों के आरोप लगे।

जन-धन योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में जन-धन योजना की घोषणा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की थी। इस योजना का मकसद देश के हर नागरिक को बैंकिंग सुविधा से जोड़ना है और इन योजना के तहत 31.31 करोड़ लोगों को फायदा भी मिला है। बताया जाता है कि आर्थिक जगत के क्षेत्र में ये दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। इसने एक सप्ताह में सबसे अधिक 1,80,96,130 बैंक खाते खोलने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।

जीएसटी

जीएसटी का मतलब है एक राष्ट्र, एक टैक्स। इस नए टैक्स सिस्टम में सभी वस्तुओं के अलग अलग टैक्स नहीं देना होगा और पूरे देश में एक ही टैक्स व्यवस्था लागू की गई है। यह साल 1991 के बाद से अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद ये वित्तीय क्षेत्र में सुधार को लेकर सबसे बड़ा कदम है, जिसे लागू करने के लिए पिछली सरकार प्रयासरत थी। मोदी सरकार ने 1 जुलाई, 2017 को सामान और सेवा (जीएसटी) संसद के सेंट्रल हॉल में आधी रात को संसद के विशेष सत्र में शुरू किया।

उज्जवला योजना

यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उन परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है, जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं था और उन्हें खाना बनाने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। इस योजना के माध्यम से उन परिवारों तक एलपीजी कनेक्शन पहुंचाया गया और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त भी किया गया। इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बीपीएल राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में सेलेंडर दिया जाता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 3 करोड़ परिवार इसके लाभार्थी हैं।

डिजिटाइजेशन की तरह अहम कदम

मोदी सरकार ने पिछले चार सालों में डिजिटाइजेशन पर काफी जोर दिया है। अब बैंकिंग क्षेत्र से लेकर अन्य सरकारी कार्यों में डिजिटाइजेशन को बढ़ावा मिला है, जिससे लोगों को काफी राहत मिली है। इसमें मोदी सरकार की डिजिटल भुगतान को आसान बनाने बनाने वाली भीम एप भी शामिल है। इस एप के तहत पैसे सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जा सकते हैं।

मुद्रा योजना

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) एक गैर-कार्पोरेट, गैर-कृषि लघु-लघु उद्यमों को 10 लाख तक की ऋण प्रदान करने के लिए शुरू की गई योजना है। ये लोन पीएमएमवाई के तहत वर्गीकृत किए गए हैं, ये ऋण वाणिज्यिक बैंक, आरआरबी, लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक, एमएफआई और एनबीएफसी द्वारा दिए गए हैं। उम्मीदवार इन संस्थानों से लोन ले सकते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 23 मार्च 2018 तक कुल 2,28,144,.72 करोड़ रुपए के कुल 4,53,51,509 कर्ज आवंटित किए गए हैं। योजना के तहत कुल 2,20,596.05 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। आपको बता दें कि इस योजना को 8 अप्रैल 2015 को लॉन्च किया गया था।

उड़ान

यह मोदी सरकार की अहम योजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य आम आदमी को हवाई सेवा उपलब्ध कराना है। इसकी शुरुआत साल 2016 में की गई और करीब 128 रूट पर सस्ती दरों पर फ्लाइट उपलब्ध करवाई जा रही है।

स्वच्छ भारत अभियान- इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के पहले साल से ही की थी और उसे कामयाबी भी मिली। इस योजना के तहत पूरे देश में सफाई के लिए विशेष कार्य किए गए हैं, जिसमें शौचालय निर्माण से लेकर कचरा निस्तारण भी शामिल है।

पहल योजना

डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर्स के रूप में सब्सिडी सीधे बैंक खातों में जमा कराए जाने को लेकर फैसला किया गया है। इससे लीकेज और किसी हेराफेरी की गुंजाइश खत्म हुई है। पहल योजना के तहत एलपीजी सब्सिडी सीधे बैंक खातों में जमा कराई जाती है, जिसका गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज है। इस योजना के तहत 14.62 करोड़ से अधिक लोगों को सीधे नकद सब्सिडी मिल रही है। इस योजना ने करीब 3.34 करोड़ नकली या निष्क्रिय खातों की पहचान करने और उन्हें बंद करने में भी मदद की, जिससे हजारों करोड़ रुपये की बचत हुई।

पारदर्शिता

मोदी सरकार में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भी कई काम किए गए। जिसमें कोयला ब्लॉक आंवटन में पारदर्शी नीलामी, पर्यावरण संबंधी मंजूरियों के लिए ऑनलाइन आवेदन, कई निविदाओं के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की शुरुआत की गई। साथ ही सब्सिडी जैसी सुविधाओं में पारदर्शिता की गई।

कौशल विकास

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर चलाई जाती है। इस स्कीम का उद्देश्य है देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिल सके। इसमें ट्रेनिंग की फीस सरकार खुद भुगतान करती है। सरकार इस स्कीम के जरिए कम पढ़े लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्रॉप आउट युवाओं को कौशल प्रशिक्षिण देती है। सरकार ने साल 2020 तक एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है।

मेक इन इंडिया

मोदी सरकार ने भारत के निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेक इन इंडिया पहल की शुरूआत की। इसके तहत कैपिटल गुड्स के साथ नई तकनीक और आधुनिकता को बढ़ावा दिया जाता है। इस स्कीम के लिए 930 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।

तीन तलाक और हज यात्रा

तीन तलाक पर मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिसका लंबे समय से विरोध किया जा रहा था। सरकार ने लोकसभा में कई संशोधन प्रस्ताव खारिज होने के बाद ‘मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज बिल’ पास करवाने का अहम कार्य किया है। वहीं सरकार ने हज पर दी जाने वाली वाली सब्सिडी इसी साल से खत्म कर दी है, यानी साल 2018 से हज पर जाने वालों को पूरा खर्च खुद ही वहन करना होगा। बता दें कि कई मुस्लिम संगठन सब्सिडी खत्म करवाना चाहते थे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोची में रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन से की मुलाक़ात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह अपने अनौपचारिक दौरे पर रूस के सोचि पहुंचे और वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बनने के लिए बधाई दी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन को उनके पहले भारत दौरे और तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात की भी याद दिलाई।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा, ‘मुझे फोन पर बधाई देने का अवसर मिला था, लेकिन आज मिलकर बधाई देने का सौभाग्य मिला। भारत के सवा सौ करोड़ देशवासियों की ओर से भी आपको बहुत-बहुत बधाई। साल 2000 में पदभार संभालने के बाद से आपका भारत के साथ अटूट रिश्ता रहा है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा कि पहली बार रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद आप भारत गए थे, उस समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। उस दौरान आपने भारत को जीवंत लोकतंत्र बताया था। इसको लेकर भारत के लोग आज भी आपको याद करते हैं। भारत और रूस बहुत पुराने दोस्त हैं। इनका रिश्ता अटूट है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मेरे बेहद करीबी दोस्त भी हैं। सोचि में अनौपचारिक मुलाकात के लिए आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन का शुक्रिया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की स्थायी सदस्यता दिलाने में रूस ने अहम भूमिका दिलाई। हम इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) और ब्रिक्स (BRICS) के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।


दोनों देशो के नेताओं के बीच कई विस्‍तृत एजेंडों पर चर्चा होगी। इन में अंतरराष्‍ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों के साथ ही आतंकववाद, अफगानिस्‍तान-पाकिस्‍तान के हालात और सीरिया के साथ ही आईएसआईएस पर भी चर्चा होने की संभावना है।

रूस में भारत के राजदूत पंकज सरन ने दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में रविवार को विस्‍तृत जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि दोनों नेता एक दूसरे की अर्थव्‍यवस्‍था को बेहतर करने के लिए आपसी सहयोग और अंतरराष्‍ट्रीय क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने पर बातचीत करेंगे। द्विपक्षीय वार्ता के अलावा पुतिन और पीएम मोदी दोनों देशों के संबंधों पर भी विस्‍तार से चर्चा करेंगे। सरन ने आगे जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन जब सोची में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे तो उनके बीच इरान न्‍यूक्लियर डील से अमेरिका के हटने के बाद होने वाले प्रभावों पर भी बात होगी। भारत और रूस दोनों ही आतंकवाद को सामना कर रहे हैं और ऐसे में दोनों पक्ष आईएसआईएस के बढ़ते खतरे के साथ ही अफगानिस्‍तान और सीरिया पर भी चर्चा करने वाले हैं।

सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस अनौपचारिक मुलाकात का एक बड़ा हिस्‍सा वन-टू-वन होगा और प्रतिनिधिमंडल के सिर्फ कुछ ही सदस्‍यों को मंजूरी दी जाएगी। मुलाकात के दौरान शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में भारत-रूस के आपसी सहयोग पर बात की जाएगी। इसके अलावा ब्रिक्‍स यानी ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका की भागीदारी पर भी चर्चा होगी। पुतिन और मोदी इसके साथ ही तीसरे देश में असैन्‍य परमाणु सहयोग पर भी बात करेगे। दोनों की मुलाकात करीब पांच घंटे की होगी। इस अनौपचारिक मुलाकात का कोई खास एजेंडा नहीं है और न ही कोई नियमित प्रोटोकॉल है। राष्‍ट्रपति पुतिन की ओर से पीएम मोदी के सम्‍मान में लंच भी आयोजित किया जाएगा।

रूस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर इस दौरे के बारे में जानकारी दी। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी।

रूस के दौरे पर जाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘रूस के मित्रतापूर्ण लोगों का अभिनंदन, मैं कल (सोमवार) सोचि के दौरे पर जाने और राष्ट्रपति पुतिन से अपनी मुलाकात का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। उनसे मिलना हमेशा सुखद होता है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता से भारत और रूस के बीच विशिष्ट रणनीतिक साझेदारी में मजबूती आएगी।’

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रूस के सोचि पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति पुतिन से होगी मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह रूस के लिए रवाना होने के बाद सोचि पहुंच गए हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर पीएम नरेंद्र मोदी यहां एक अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लेंगे। ऐसा पहली बार होगा जब दोनों देशों के नेता बिना किसी एजेंडे के मुलाकात करेंगे, हालांकि इस बैठक में कई बड़े मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है।


रूस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस दौरे के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी।

रूस के दौरे पर जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “रूस के मित्रतापूर्ण लोगों का अभिनंदन, मैं कल (सोमवार) सोची के दौरे पर जाने और राष्ट्रपति पुतिन से अपनी मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं। उनसे मिलना हमेशा सुखद होता है।”


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता से भारत और रूस के बीच विशिष्ट रणनीतिक साझेदारी में मजबूती आएगी।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव विजय गोखले इसी महीने रूस गए थे। उन्होंने वहां रूसी कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध से बाहर निकलने के रास्ते पर विचार-विमर्श किया था।

कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

हथियारों का व्यापार करने वाली रूस की सरकारी कंपनी रोसेबोरोनेक्सपोर्ट समेत रूसी कुलीन तबके के कुछ लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध से मास्को से सैन्य साजो-सामान की खरीद पर संभावित प्रभाव को लेकर भारत की चिंता बढ़ गई है।

विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मोदी का रूस दौरा एक अहम मौका होगा क्योंकि वह पुतिन से अंतरराष्ट्रीय मसलों पर अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। साथ ही, विशेषाधिकृत रणनीतिक साझेदारी को मजबूती प्रदान करने के दीर्घकालीन परिप्रेक्ष्य में बातचीत करेंगे।

मंत्रालय ने कहा कि भारत और रूस के बीच उच्चस्तर पर नियमित मंत्रणा की परंपरा के अनुरूप यह शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। गौरतलब है कि पुतिन भी इस साल वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं।

आपको बता दें कि रूस और जापान दो ही ऐसे देश हैं जिनके साथ भारत वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित करता है। पुतिन के इस साल मार्च में चौथी बार पद संभालने के बाद मोदी रूस की यात्रा पर जा रहे हैं, पुतिन करीब दो दशक से सत्ता में हैं।

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प्रधानमंत्री मोदी ने किया सबसे लंबी जोजिला सुरंग का किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को श्रीनगर-करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराने वाली जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी। करीब 6,800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली एशिया की सबसे लंबी दो तरफा यातायात सुविधा वाली सुरंग होगी। रणनीतिक दृष्टि से यह सुरंग काफी अहम मानी जा रही है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू एवं कश्मीर राज्य के एक दिवसीय दौरे के तहत शनिवार को लद्दाख क्षेत्र के लेह पहुंचे। इस दौरान राज्यपाल एन. एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ ही वरिष्ठ असैन्य और सैन्य अधिकारियों ने लेह हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया।


पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा साझा करने वाले इस क्षेत्र में मोदी की यह दूसरी यात्रा है। श्रीनगर से 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित लेह में मोदी इससे पहले 12 अगस्त 2014 को आए थे और तब उन्होंने एक जल विद्युत परियोजना का शुभारंभ किया था। हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री सड़क पर रुके और उन्होंने स्वागत के लिए आए लोगों से मुलाकात की।


उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए लेह के शानदार लोगों का आभार जताता हूं। मैं यहां आकर खुश हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाखी आध्यात्मिक नेता 19 वें कुशक बाकुला रिनपोचे की 100 वीं जयंती के समापन समारोह में भी भाग लिया।


इस सुरंग के बनने से श्रीनगर-कारगिल-लेह के बीच सालभर सड़क संपर्क बनाए रखने में मदद मिलेगी। अभी दोनों जगहों के बीच का रास्ता करीब छह महीने बंर्फ से ढके रहने के कारण बंद रहता है।

बता दें कि श्रीनगर रिंगरोड 42.1 किलोमीटर लंबी होगी। यह पश्चिम श्रीनगर में गलंदर को सुम्बल से जोड़ेगी। साथ ही श्रीनगर से कारगिल और लेह के लिए एक नया मार्ग भी उपलब्ध कराएगी जो यात्रा के समय को कम करेगा। इसकी लागत 1,860 करोड़ रुपये होगी।

जम्मू की रिंगरोड 58.25 किलोमीटर लंबी होगी। यह पश्चिमी जम्मू में जगती को रायामोड़ से जोड़ेगी। इसकी लागत 2,023 करोड़ रुपये होगी। इसके रास्ते में आठ बड़े पुल, छह फ्लाईओवर, दो सुरंग और चार डक्ट होंगे।

बता दें कि जम्‍मू-कश्‍मीर में रमजान के दौरान केंद्र सरकार की ओर से सीजफायर को मंजूरी मिलने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर हैं। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की अपील पर घोषणा की थी कि रमजान के महीने में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा। इस फैसले की कई हलकों से आलोचना भी की जा रही है क्योंकि सीजफायर के बावजूद भी आतंकी गतिविधियों में कमी नहीं आई है।

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जम्मू-कश्मीर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश की सबसे बड़ी सुरंग का करेंगे शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत लेह से की। पीएम लेह में 19वें लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला की 100वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 19वें लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला को श्रद्धांजलि भी दी। पीएम मोदी यहां श्रीनगर-कारगिल-लेह हाइवे पर स्थित जोजिला सुरंग की भी नींव रखेंगे। लेह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर को विकास परियोजनाओं के लिए 25,000 करोड़ रुपये मिले हैं। इन परियोजनाओं का दूसरे राज्य के लोगों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘पूरे जम्मू-कश्मीर राज्य में कृषि विकास के लिए अपार संभावनाएं हैं। बात जब संपूर्ण स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद करने की हो तो यह राज्य एक अहम भूमिका अदा कर सकता है।’


श्रीनगर से 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित लेह में मोदी इससे पहले 12 अगस्त 2014 को आए थे और तब उन्होंने एक जल विद्युत परियोजना का शुभारंभ किया था। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के तीनों क्षेत्रों जम्मू, कश्मीर व लद्दाख का दौरा करेंगे। लेह से दौरे की शुरुआत होगी और श्रीनगर होते हुए जम्मू में यह दौरा संपन्न होगा। सबसे अहम विकास प्रोजेक्ट जोजिला टनल होगा, जिसका शिलान्यास किया जाएगा। आतंकियों के खिलाफ एकतरफा संघर्ष विराम और सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी के बीच प्रधानमंत्री का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी के दौरे के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।


जम्मू कश्मीर की यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का कटरा से अर्धकुमारी की ओर जाने वाली तारकोटे मार्ग और वैष्णो देवी मंदिर में सियार दाबरी से भवन तक रोप-वे का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है। वे 1000 मेगावॉट की पाकल दुल एचइ परियोजना और जम्मू विश्वविद्यालय में जनरल जोरावर सिंह ऑडोटोरियम से जम्मू रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जम्मू के छठे दीक्षांत समारोह को भी संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्रीनगर को लेह-लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाली एशिया की सबसे लंबी टू-लेन जोजिला सुरंग परियोजना का शिलान्यास करेंगे। रणनीतिक तौर पर सेना के लिए यह सुरंग काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 14.2 किमी लंबी इस सुरंग के निर्माण पर करीब नौ हजार करोड़ की लागत आएगी। परियोजना को पूरा करने के लिए सात वर्ष का लक्ष्य तय किया गया है। इस सुरंग के बनने से श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच सभी मौसम में संपर्क बना रहेगा और जोजिला से गुजरने में लगने वाला वक्त 3.5 घंटे से घटकर सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा। बता दें कि आमतौर पर सर्दियों के मौसम में बर्फबारी व हिमस्खलन के चलते श्रीनगर व लेह-लद्दाख के बीच की कनेक्टिविटी ज्यादातर समय के लिए बाधित रहती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीनगर में शहर के अंदर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए 42.1 किमी. लंबी व चार लेन की रिंग रोड का शिलान्यास भी करेंगे। यह पश्चिमी श्रीनगर के गालांदर से संभल को जोड़ेगी। परियोजना की लागत 1860 करोड़ रुपये है। इसके बन जाने से श्रीनगर से करगिल व लेह के मध्य नया वैकल्पिक मार्ग मिल बन जाएगा और यात्रा में लगने वाला वक्त भी कम होगा।


जम्मू में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां जम्मू रिंग रोड की भी आधारशिला रखेंगे। इसके तहत 58.25 किमी लंबी रिंग रोड बनाई जाएगी। फोर लेन की इस रिंग रोड की लागत 2,023 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह पश्चिमी जम्मू के जागती को राया मोड़ से जोड़ेगी। जानकारी के मुताबिक इस रिंग रोड में आठ बड़े ब्रिज, 6 फ्लाइओवर, 2 टनल व 4 डक्ट का निर्माण किया जाएगा।