Monthly Archives: March 2018

pm narendra modi ne end tb summit ka udghatan kiya

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने End TB Summit का उद्घाटन किया, भारत 2025 तक TB मुक्त होगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के विज्ञान भवन में टीबी मुक्त शिखर सम्मेलन (End TB Summit) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने भारत से 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा। इस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि भारत की हेल्थ और फैमिली वेलफेयर मंत्रालय, डब्ल्यू एच ओ साउथ इस्ट एशिया क्षेत्र और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप ने मिलकर एशिया, अफ्रीका और दुनिया के अनेक देशों के प्रतिनिधियों को आज एक मंच पर लाया है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ‘Delhi End TB Summit’ टीबी को धरती से हमेशा के लिए खत्म करने की दिशा में एक लैंडमार्क इवेंट के तौर पर जाना जाएगा।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में तो वैसे भी किसी भी संक्रमित रोग से टीबी का प्रभाव सबसे ज्यादा है और इसका सबसे ज्यादा शिकार ही गरीब होते हैं। इसलिए टीबी खत्म करने के लिए उठाया गया हर कदम, सीधे-सीधे गरीबों के जीवन से जुड़ा हुआ है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया भर में टीबी को खत्म करने के लिए वर्ष 2030 तक का समय तय किया गया है। लेकिन आज मैं ये घोषणा कर रहा हूं कि भारत ने वर्ष 2030 से 5 साल और पहले, यानि 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य अपने लिए तय किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टीबी के मरीजों की सही पहचान हो, एक्टिव केसों के बारे में समय पर पता चले, जो दवाइयां दी जा रही हैं, वो प्रभावी हैं भी या नहीं, ड्रग रेजिस्टेंस तो नहीं है, इन विषयों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि टीबी को भारत से मिटाने के लिए राज्य सरकारों की भी बड़ी भूमिका है। कोऑपरेटिव फेडरलिज्म की भावना को मजबूत करते हुए, इस मिशन में राज्य सरकारों को अपने साथ लेकर चलने के लिए मैंने खुद देश के सभी मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर इस अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा कि इस आयोजन में राज्यों की तरफ से आए मंत्रिगण और संबंधित पदाधिकारियों का इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित होना, इस बात का संकेत है कि कैसे हम टीम इंडिया की तरह अपने देश को TB से मुक्ति दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि टीबी का मरीज अपनी इच्छाशक्ति से जिस तरह इस बीमारी पर विजय प्राप्त करता है, वो दूसरों के लिए भी प्रेरणा का काम करता है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि मरीजों की इच्छाशक्ति और अपने पैशनेट टीबी वर्कर्स के सहयोग से भारत के साथ ही दुनिया का हर देश अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगा।

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काशी पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और मैक्रों, 775 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी पहुंचे और करीब 775 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन से वाराणसी-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन के चलने से पटना से वाराणसी आने-जाने वालों को काफी सुविधा होगी। पीएम मोदी ने स्वच्छता को लेकर आयोजित कचरा महोत्सव प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य मौजूद रहे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी वाराणसी का दौरा किया। प्रधानमंत्री मोदी के साथ फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों अस्सी घाट पहुंचे, जहां दोनों नेता नाव में बैठकर गंगा में घूमे। इस दौरान काशी में दोनों नेताओं का जबरदस्त स्वागत हुआ। इसके बाद वाराणसी के कारखाना ग्राउंड (DLW Ground) में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके स्वागत के लिए काशीवासियों का धन्यवाद किया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज बनारस के लोगों ने कमाल कर दिया। फ्रांस के घर-घर में यह चर्चा हो रही है कि बनारस कहां है? वहां के लोग अपने राष्ट्रपति मैक्रों के स्वागत से गदगद हैं। उन्होंने कहा कि काशी के लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति का जबरदस्त स्वागत किया। आज काशी का जितना धन्यवाद करूं, उनता कम है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि DLW काशी की औद्योगिक पहचान है। भारत सरकार इसके निरंतर विकास और अपग्रेडेशन के लिए प्रतिबद्ध है।

बनारस की धरती पूर्वजों की देन, इसे स्वच्छ रखने की जरूरत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बनारस में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह धरती हमारे पूर्वजों की देन है और हमें इसे स्वच्छ रखना है, ताकि दुनिया भर के लिए लोग काशी में आने को मजबूर हो जाएं। आज हम Waste से Wealth की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और कचरा महोत्सव का आयोजन इसी का प्रतीक है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने आलोचकों पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग कचरा महोत्सव को लेकर भी मोदी की आलोचना करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले काशी में तार के झुंड दिखते थे, जिनको हटाने का मैंने अभियान चलाया है।

काशी की धरती पर भरोसे के सूर्योदय से विकास का प्रकाश

काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा अभियान चलाने में फ्रांस का बड़ा योगदान है। काशी की धरती पर भरोसे के सूर्योदय से विकास का प्रकाश फैलता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”उत्तरप्रदेश में आने वाले दिनों में 8 लाख परिवारों को मकान देने का हमारा सपना है और मुझे विश्वास है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तय समय सीमा में संभव होगा।” इस दौरान उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की। साथ ही टीम योगी को भी बधाई दी।

गरीबों के 5 लाख तक के इलाज का खर्च उठाएगी सरकार


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमारे बच्चे कुपोषण मुक्त हों, इसके लिए हमने प्रधानमंत्री पोषण मिशन योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को सहयोग उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत गरीब परिवारों को पांच लाख तक का अस्पताल का खर्च उपलब्ध कराया जाएगा और आरोग्य की दिशा में यह अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।”

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 10 करोड़ ​परिवार, 50 करोड़ नागरिकों के उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत एक वर्ष में 5 लाख रुपये तक का अस्पताल का खर्च भारत सरकार और इंश्योरेंस कंपनी मिलकर देगी।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैक्रों ने किया मिर्जापुर में सोलर प्लांट का उद्घाटन

भारत दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर मिर्जापुर में सौर ऊर्जा संयत्र का उद्घाटन किया। इस दौरान दोनों नेताओं के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाइक व अन्य लोग मौजूद रहे। मिर्जापुर के बाद दोनों नेता पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगे।


प्रदेश की सबसे बड़ी परियोजना


दादर कलां मे स्थापित सौर ऊर्जा परियोजना प्रदेश की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना है। 75 मेगावाट के इस सोलर प्लांट पर करीब 560 करोड़ रुपया खर्च हुआ है। इस संयत्र से रोजाना पांच लाख यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है। जिससे करीब डेढ़ लाख परिवारों को बिजली मिल सकेगी।

इस परियोजना की स्थापना उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विकास अभिकरण नेडा और फ्रेंच कंपनी सोलर डायरेक्ट की ओर से की गई है। इसे नेशनल ग्रिड से जोड़ा जाएगा।

ये संयंत्र करीब 388 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यूपी के ऊर्जा मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि यह सोलर प्लांट उत्तर प्रदेश के लिए मिसाल होगा। उन्होंने कहा कि यूपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुरूप वैकल्पिक ऊर्जा उत्पादित करने में पूरी तरह से लगा हुआ है और मुझे पूरी उम्मीद है कि जो लक्ष्य हमें मिला है उसको हम जल्दी ही प्राप्त कर लेंगे।

आईएसए का उद्घाटन


इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का उद्घाटन किया था। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में 23 देशों के प्रमुखों और 10 मंत्रीस्तरीय प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इमैनुएल मैक्रों ने आईएसए सम्मेलन का उद्घाटन किया था।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों वाराणसी दौरे पर पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों वाराणसी दौरे पर पहुंच चुके हैं। जहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्यपाल राम नाईक ने किया। वाराणसी में पीएम नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति का आज दौरा है। वाराणसी एयरपोर्ट पर पहली बार दो फाल्कन-8 विमान लैण्ड हुए। जिसमें एक फाल्कन-8 विमान से फ्रांस के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ब्रिगिटी आई तो दूसरे विमान उनके सहयोग में मौजूद रहा।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपने चार दिवसीय भारत दौरे के अंतिम दिन आज निर्धारित कार्यक्रम के मुताबकि पूवार्ह्न लगभग पौने 11 बजे प्रचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी वाराणसी पहुंचे, जहां हवाई अड्डे पर उनका गर्मशोजी से स्वागत किया गया। मैक्रों और उनकी धर्मपत्नी ब्रिजिट मैक्रों के बाबतपुर के लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगवानी की। पीएम नरेंद्र मोदी अपने खास अंदाज मैक्रों से गले मिले और कुछ देर तक एक दूसरे का हाथ थामे रहें। मिर्जापुर के दादर कला गांव में बने 75 मेगावाट के सोलर एनर्जी प्लांट का लोकार्पण सोमवार को संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने किया।


फ्रांस के राष्ट्रपति के आने का मोदी ने किया इंतजार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति के विमान के आने का इंतजार किया। उनका विमान आ जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनका स्वागत करने पहुंचे। जहां से वह मिर्जापुर स्थित 650 करोड़ के एक पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति के स्वागत के वाराणसी के अस्सी घाट को फूलों से सजा दिया गया है। इस दौरान घाट सहित वाराणसी में जगह-जगह मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति का कटआउट लगाया गया है। बनारस उनके भव्य स्वागत की तैयारी में जुट गया है। वहीं उनके सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

45 मिनट मिर्जापुर में दोनों नेता


इस बार घाटों पर बनारस की संस्कृति को दिखाया जाएगा। इसके लिए दशाश्वमेध से लेकर अस्सी घाट तक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनमें वेदों का उच्चारण करते बटुक और तबला, सितार, सारंगी बजाते कलाकार होंगे। साथ ही साधु-संत प्रार्थना करते दिखाई देंगे। मोदी और मैक्रों बनारस जाने से पहले मिर्जापुर जाएंगे। वहां दादरकला गांव में 650 करोड़ की लागत से बने 75 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट का इनॉग्रेशन किया। फ्रांस की कंपनी एनवॉयर सोलर प्राइवेट लिमिटेड और नेडा की मदद से यह सोलर प्लांट तैयार किया गया है। इनॉग्रेशन के दौरान करीब 45 मिनट दोनों नेता मिर्जापुर में थें। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी इससे पहले 12 दिसंबर 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी बनारस लेकर आए थे। दोनों नेता गंगा आरती में शामिल हुए थे।

6 घंटे बनारस में पीएम मोदी के साथ रहेंगे फ्रांस के राष्ट्रपति

पीएमओ से जिला प्रशासन को मिली प्रारंभिक सूचना के मुताबिक 12 मार्च को दोनों नेता करीब 6 घंटे बनारस में रहेंगे। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के साथ स्वागत की तैयारी ने जोर पकड़ा है। खास बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी इमैनुएल मैक्रों को बनारसी हस्तकला की कारीगरी दिखाने के साथ ही उसकी बारीकी के बारे में भी बताएंगे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के बाद अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बनारस दौरा कई मायनों में खास होगा।

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अंतरराष्‍ट्रीय सौर गठबंधन के पहले सम्‍मेलन की शुरुआत, पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 सूत्रीय कार्य योजना पेश की

राष्‍ट्रपति भवन में रविवार को अंतरराष्‍ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के पहले सम्‍मेलन की शुरुआत फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्‍यूएल मैक्रों ने की।अंतरराष्ट्रीय सौर गठजोड़ के संस्थापन सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौर ऊर्जा क्षेत्र के लिए रियायती और कम जोखिम वाला कर्ज उपलब्ध कराने का आह्वान करते हुए देश में साल 2022 तक अक्षय ऊर्जा स्रोतों से बिजली उत्पादन को 175 गीगावॉट तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 सूत्रीय कार्य योजना पेश की। इस कार्रवाई योजना में सभी राष्ट्रों को सस्ती सौर प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराना, ऊर्जा मिश्रण में फोटोवोल्टिक सेल से उत्पादित बिजली का हिस्सा बढ़ाना, नियमन और मानदंड बनाना, बैंक ऋण योग्य सौर परियोजनाओं के लिए सलाह देना और विशिष्टता केंद्रों का नेटवर्क बनाना शामिल है।


आईएसए के साल 2030 तक 1,000 गीगावॉट के सौर बिजली उत्पादन तथा 1,000 अरब डॉलर का निवेश जुटाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र को रियायती कर्ज उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की परियोजनाओं को कम जोखिम वाला वित्त उपलब्ध कराया जाना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 175 गीगावॉट बिजली का उत्पादन करेगा जिसमें से 100 गीगावॉट सौर बिजली के रूप में होगा। उन्होंने कहा कि आईएसए सचिवालय को मजबूत तथा पेशेवर बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों की ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा एक स्थायी, सस्ता और भरोसेमंद स्रोत है।

आईएसए के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदस्य देशों के लिए 500 प्रशिक्षण स्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही क्षेत्र में शोध एवं विकास को आगे बढ़ाने के लिए सौर प्रौद्योगिकी मिशन शुरू किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने पिछले तीन साल के दौरान 28 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किए हैं। इससे दो अरब डॉलर की बचत हुई है। साथ ही इससे हम 4 गीगावॉट बिजली भी बचा सके हैं। आईएसए का मुख्यालय गुड़गांव में है। यह संधि आधारित अंतर सरकारी संगठन है। इसकी स्थापना पेरिस घोषणा के बाद एक ऐसे गठजोड़ के रूप में की गई है जो सदस्य देशों में सौर ऊर्जा के प्रचार प्रसार के लिए काम करेगा।

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भारत-फ्रांस के बीच रक्षा और उर्जा समेत 14 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और फ्रांस, दोनों ही मजबूत देश हैं। ये वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार हैं और दोनों ही मिलकर उनका मुकाबला करेंगे। पीएम narendra modi ने इसी के साथ आसमान से लेकर जमीन तक साथ काम करने की बात पर भी बल दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली स्थित हैदराबाद हाऊस में कहीं। उनके साथ इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों भी मौजूद थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दोनों देशों के बीच 14 साझा समझौते हुए, जिसमें से रक्षा और उर्जा क्षेत्र के समझौते भी हैं। भारत और फ्रांस हिंद महासागर में एक दूसरे का आपसी सहयोग करेंगे।


आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इस वक्त भारत में हैं। वह अपने चार दिवसीय दौरे के लिए यहां पधारे हैं। दोपहर में हुई कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं मैक्रों के स्वागत से खुश हूं। उन्होंने दिल खोलकर मेरा स्वागत किया है। भारत और फ्रांस दो समृद्ध और मजबूत देश हैं। दोनों देशों की साझेदारी सदियों पुरानी है। विश्व शांति के लिए भारत-फ्रांस के मैत्रीपूर्ण संबंध जरूरी हैं। हम मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करेंगे।”


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत फ्रांस ने बनाया ज्वाइंट स्ट्रैटेजिक विजन। भारत की डिग्री फ्रांस में मान्य होगी। शिक्षा योग्यता को दोनो देश मानेंगे। यानी भारत की डिग्री फ्रांस में मान्य होगी। जमीन से आसमान तक मिलकर काम करेंगे।”

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के बाद मैक्रोन छात्रों के साथ एक खुली चर्चा में शामिल होंगे। इसमें करीब 300 छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है। इसी दिन वह ‘ज्ञान सम्मेलन ’ में भी भाग लेंगे। इसमें दोनों पक्षों के 200 से अधिक शिक्षाविद शामिल होंगे।

इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मैक्रोन अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। आईएसए भारत और फ्रांस की संयुक्त पहल का नतीजा है। आईएसए शिखर सम्मेलन में कई देशों और सरकार के प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है इसमें ठोस परियोजनाओं पर जोर दिए जाने की संभावना है। उसी दिन वह ताज महल देखने जाएंगे। राष्ट्रपति मैक्रोन 12 मार्च को वाराणसी भी जाएंगे। वाराणसी प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा क्षेत्र है। प्रधानमंत्री के साथ वह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में सौर प्लांट का उद्घाटन करेंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, विकास के लिए संसाधन नहीं मोटिवेशन की कमी, मिशन मोड की जरूरत

विकास के मुद्दों को लेकर सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वी फॉर डेवलपमेंट की थीम पर आधारित सम्मेलन का शनिवार को उद्घाटन किया। सम्मेलन के समापन सत्र में उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और वित्तमंत्री अरुण जेटली शिरकत करेंगे।


संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा संविधान दुनिया में विशेष है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के 115 पिछड़े जिलों के विकास की बात करते हुए कहा इस वक्त विकास के लिए संसाधन की नहीं मोटिवेशन की जरूरत है। प्रत्येक राज्य में ऐसे कुछ जिले होते हैं जो विकास में काफी आगे होते हैं। उनसे सीख लेते हुए हमें पिछड़े जिलों पर काम करना होगा।यदि इनका सुधार हो गया तो देश का विकास अपने आप हो जाइएगा।


राज्य या भारत सरकार जब लक्ष्य तय करते हैं तो आसानी से नतीजे देने वालों पर जोर दिया जाता है। इसके चलते जो अच्छा करते हैं, वे तेजी से आगे बढ़ते हैं। लेकिन, जो पिछड़ जाते हैं वो और पीछे चले जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश में सबसे बड़ी समस्या बैकवर्ड का साइको है। हम सोचते हैं कि यह जिला तो पिछड़ा है, हम पिछड़े जिले से हैं। ऐसा सोचना गलत है, हमें बैकवर्ड नहीं बल्कि फॉरवर्ड की होड़ करनी चाहिए। मोदी ने कहा कि रेलवे में फस्र्ट, सेकंड और थर्ड क्लास थी, लेकिन बाद में रेलवे ने थर्ड क्लास के नाम को हटा दिया। इसकी वजह थर्ड क्लास के साइको से बाहर निकलना था। ऐसा ही पिछड़े जिलों के मामले में भी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे पास मैनपावर है, हमारे पास स्किल्स हैं, संसाधन हैं। हमें मिशन मोड में काम करने की जरूरत है और सकारात्मक परिवर्तन लाने की जरूरत है। हमारा उद्देश्य है सामाजिक न्याय। उन्होंने समग्र विकास और सामाजिक न्याय की बात करते हुए कहा कि कोई मुझे बताए कि एक घर में बिजली है और बगल वाले घर में नहीं है, क्या सामाजिक न्याय की हमारी यह जिम्मेदारी नहीं है कि उसे घर में भी बिजली पहुंचायी जाए।

संसदीय समूह की ओर से आयोजित इस सम्मेलन का मकसद देशभर के सांसदों, विधान पार्षदों और विधायकों को अपने अनुभव साझा करने, एक दूसरे से सीखने और टिकाऊ विकास के लक्ष्यों (एसडीजी) के आलोक में विकास के मुद्दों पर नजरिया विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। सम्मेलन उन प्रतिनिधियों को खास अवसर प्रदान करता है जिनके क्षेत्रों में विकास की बड़ी संभावनाएं व आकांक्षाएं हैं। इस मौके पर विकास प्रक्रिया और संसाधनों के अधिकतम उपयोग में विधायिका के सदस्यों की भूमिका पर चर्चा होगी।

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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत पहुंचे, पीएम नरेंद्र मोदी ने गले लगाकर किया स्वागत

भारत दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज से शनिवार को मुलाकात की। इससे पहले राष्‍ट्रपति मैक्रों को राष्‍ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति ने यहां औपचारिक स्‍वागत के बाद कहा, भारत आना खुशी और गर्व की बात है। फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमारी केमिस्‍ट्री काफी अच्‍छी है हमारे दो लोकतंत्रों का ऐतिहासिक संबंध है I’ पत्‍नी ब्रिगिट के साथ मैक्रों ने राजघाट पर महात्‍मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया स्‍वागत


फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पत्‍नी ब्रिगिट मैक्रों के साथ चार दिवसीय भारत यात्रा पर शुक्रवार शाम को भारत पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्‍वयं एयरपोर्ट पर उनका स्‍वागत किया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के विमान से उतरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गले लगाकर उनका स्वागत किया।

वाराणसी जाएंगे इमैनुएल

इमैनुएल मेक्रो 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगे। वहां वे तुलसी घाट पर भगवान राम के राज्याभिषेक को देखेंगे। राष्ट्रपति मैक्रों मीरजापुर में 75 मेगावाट के सोलर एनर्जी प्लांट का शुभारंभ कर वाराणसी आने के बाद सबसे पहले ट्रेड फैसिलिटी सेंटर देखने जाएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अस्सी घाट भी जाएंगे।

आज दोनों देश समुद्री सुरक्षा तथा आतंकवाद से निपटने के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बनाने पर भी विचार करेंगे। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान फ्रांस के सहयोग से बन रहे जैतापुर (महाराष्ट्र) परमाणु बिजली संयंत्र को लेकर भी समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमैनुएल मैक्रों के बीच शनिवार को प्रतिनिधि स्तर की बातचीत में हिंद महासागर में सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर बात हो सकती है।

बच्चों के साथ चर्चा

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद इमैनुएल मैक्रों विद्यार्थियों के साथ एक खुली चर्चा में शामिल होंगे। इसमें विभिन्न स्तर के करीब 300 छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ज्ञान सम्मेलन में भी भाग लेंगे। इसमें दोनों पक्षों के 200 से अधिक शिक्षाविद शामिल होंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा इतिहास याद रखेगा त्रिपुरा के चुनाव को

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को त्रिपुरा में बीजेपी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। उनकी मौजूदगी में बिप्लब कुमार देब ने त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। समारोह के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इतिहास त्रिपुरा का यह चुनाव याद रखेगा और हमारी नई सरकार के नए चेहरे त्रिपुरा को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज़ादी के बाद जितने प्रधानमंत्री नॉर्थ ईस्ट आए हैं, मैं अकेला उनसे ज्यादा बार आया हूं। मैं 25 बार से पूर्वोत्तर में आया हूं।

स्थानीय भाषा में शुरू किया भाषण


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय भाषा में की। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज त्रिपुरा में फिर से एक बार दीवाली आई है। पीएम नरेंद्र मोदी बोले कि देश में कुछ चुनाव ऐसे होते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाते हैं, त्रिपुरा का चुनाव उन्हीं में से एक है जिसकी चर्चा भविष्य में भी होती रहेगी। त्रिपुरा के नागरिकों ने ये इतिहास रचा है।

हर नागरिक की होगी सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि त्रिपुरा में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ है। त्रिपुरा के लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जिन्होंने हमें वोट दिए हैं और जिन्होंने वोट नहीं दिए हैं ये सरकार सभी के लिए है। त्रिपुरा का हर नागरिक हमारा है, उसका विकास करना हमारा दायित्व है।

केंद्र सरकार करेगी पूरी मदद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र से आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी दल की हो, लेकिन जनता किसी दल की नहीं होती है जनता देश की होती है। त्रिपुरा में सरकार जितने तेजी से चलेगी, उतनी ही तेजी से भारत सरकार मदद करेगी।

बता दें कि शुक्रवार को बिप्लब कुमार देब ने अपने मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार भी मौजूद रहे। बिप्लब देब, जिष्णु देव वर्मा के अलावा कई विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। रतनलाल नाथ, नरेंद्र चंद्र देब बर्मा, सुदीप रॉय बर्मन, प्रांजित सिंह रॉय, मनोज कांति देब, मेवाड़ कुमार जमातिया, सांत्वना चकमा ने मंत्री पद की शपथ ली।

pm narendra modi ki moujudgi me biplab kumar ne li mukhyamantri pad ki shapath

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में विप्लव कुमार ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, BJP के बड़े नेता हुए शामिल

त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद शुक्रवार को विप्लव कुमार देव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। समारोह में नौ मंत्रियों ने शपथ ली। राज्यपाल तथागत रॉय ने उपमुख्यमंत्री के रूप में जिष्णु देव शर्मा और अन्य मंत्री पदों पर भी विजयी विधायकों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बने। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समारोह में शामिल होने के लिए गुरुवार को ही अगरतला आ गए थे।


शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और बीजेपी के संसदीय बोर्ड के सदस्य भी शामिल हुए। त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने विप्लव कुमार देव को मुख्यमंत्री पद और अन्य नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। खास बात यह रही कि शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार भी शामिल रहे। गुरुवार को विप्लव कुमार और पार्टी नेता राम माधव खुद पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार को भी समारोह का निमंत्रण देने पहुंचे थे।

विप्लव कैबिनेट में एनसी देव भी शामिल हुए हैं। वह हालिया त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीते हैं। आदिवासी संगठन आईपीएफटी के मुखिया एनसी देव ऑल इंडिया रेडियो में भी काम कर चुके हैं। बता दें, यह जीत बीजेपी के लिए इसलिए भी बड़ी है कि त्रिपुरा में जहां पिछले चुनाव में बीजेपी को एक सीट भी नहीं मिली थी, इसबार बहुमत से बीजेपी को जीत मिली है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर दो प्रतिशत भी नहीं था।

बीजेपी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 35 सीटें हासिल कीं हैं। वहीं उसकी सहयोगी जनजातीय पार्टी आईपीएफटी ने आठ सीटों पर कब्जा जमाया है। इस तरह वाम गढ़ में दो तिहाई बहुमत से बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। सीपीएम ने 16 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही। इसके अलावा एक सीट पर चुनाव नहीं हो पाया था।