Monthly Archives: April 2017

करोड़ो रुपए हारने के बाद सट्टेबाज ने लगाई पीएम मोदी से मदद की गुहार

आईपीएल का खुमार अपने चरम पर है, एक तरफ जहां लोग टीवी स्क्रीन पर इसका मजा ले रहे हैं तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सट्टेबाजी में आईपीएल का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन आपने ऐसा शायद ही कभी सुना हो कि कोई व्यक्ति आईपीएल में सट्टेबाजी में पैसा हार जाए और पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाए।

गुजरात में एक व्यक्ति ने बकायदा एक वीडियो जारी करके पीएम मोदी से मदद की दरकार की है कि उसे बुकी से बचाया जाए। राजकोट के दीपक धीमानी ने वीडियो मैसेज के जरिए पीएम मोदी और राजकोट पुलिस से मदद की दरकार लगाते हुए कहा है कि एक बुकी उसे सट्टे मैं पैसे हारने के बाद दबाव बना रहा है। धीमानी कहते हैं कि मैं सट्टे में पैसा हार गया तो बुकी मुझे पैसे देने के लिए दबाव बना रहा है और मुझे धमकी दे रहा है।

खुद की गलती को किया स्वीकार

धीमानी का वीडियो वायरल होने के बाद से ही वह लापता हो गया है, धीमानी अपने वीडियो संदेश में कहता है कि नमस्ते नरेंद्र मोदी साहेब, नमस्ते राजकोट पुलिस कमिश्नर साहेब, मेरा नाम दीपक जमनादास धीमानी है है। बुकी और अपराधी मुझे राजकोट और अन्य शहरों से जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, मैं बहुत बड़ी मुश्किल में हूं। वह वीडियो में इस बात को स्वीकार करता है कि उसने सट्टेबाजी की।

सट्टेबाजी को स्वीकार करते हुए धीमानी कहता है कि मैंने गलती से बड़ी गलती कर दी है, मैंने इन लोगों को सट्टेबाजी से जो कुछ भी कमाया था दे दिया, मैंने अपना घर भी बेच दिया, अब मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है। इसके बाद भी यह लोग मेरे घर आते हैं और मुझे, मेरे पापा, मेरी मां को जान से मारने की धमकी देते हैं।

5-7 करोड़ रुपए दे चुका है बुकी को

धीमानी बताता है कि यह सभी लोग अपराधी हैं, जिसमें से एक अहमदाबाद से हैं, मैंने बहुत अधिक पैसा सट्टेबाजी में गंवा दिया है, मैंने तकरीबन 5-7 करोड़ रुपए इन लोगों को दे दिए हैं, लेकिन अभी भी मुझे 1.70 करोड़ रुपए इन लोगों को देने हैं, लेकिन अब मेरे पास कुछ भी पैसा नहीं बचा है। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि हमने उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया करा दी है। मालवीयनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आरआर सोलंकी ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सट्टेबाजी के आरोप में हो चुका है गिरफ्तार

सोलंकी ने बताया कि धीमानी एक बुकी है, जिसे पहले भी क्रिकेट मैच के दौरान सट्टेबाजी के चलते गिरफ्तार किया जा चुका है, हम उन व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं जिनके नाम वह वीडियो में ले रहा है, लेकिन ऐसा सिर्फ एफआईआर दर्ज कराई जाने के बाद किया जा सकता है। लेकिन हम अभी तक धीमानी या उसके पिता को तलाश नहीं पाए हैं, वहीं धीमानी की मां का कहना है कि वह इस बारे में कुछ नहीं जानती है। हमने उनके घर के बाहर पुलिस को तैनात कर दिया है।

महबूबा को कश्मीर में दो-तीन माह में हालात सुधरने का भरोसा, पीएम मोदी से की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भरोसा जताया कि अगले दो-तीन महीनों में हालात सुधरेंगे. उन्होंने कहा कि गोलीबारी और पत्थरबाजी नहीं चल सकती. हर हाल में बातचीत का रास्ता निकालना होगा. वाजपेयी की कश्मीर नीति को बढ़ाना होगा.

महबूबा मुफ्ती ने मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री निवास के बाहर कहा कि “कश्मीर की समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा.” वैसे घाटी के बिगड़ते हालात और राज्य सरकार के अंदरूनी टकराव के बीच प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात से महबूबा मुफ्ती को कुछ तसल्ली और राहत जरूर मिली.

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने वाजपेयी की कश्मीर नीति को आगे बढ़ाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि “वाजपेयी वाली नीति से कश्मीर की समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा. पहले हालात सुधारेंगे फिर बातचीत करेंगे.”

जब यह मुलाकात चल रही थी तब नॉर्थ ब्लॉक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बता रहे थे कि बीते छह महीने में घाटी में हिंसा बढ़ी है. मंत्रालय के मुताबिक अक्टूबर 2016 से मार्च 2017 के बीच पथराव की 411 घटनाएं हुई हैं और 155 आतंकी वारदातें हुईं.

प्रधानमंत्री से मिलने के बाद महबूबा राजनाथ से भी मिलने पहुंचीं. इस बैठक में बीजेपी की ओर से कश्मीर मामलों के प्रभारी राम माधव भी शामिल हुए. सबने कहा, हालात सुधरेंगे. महबूबा ने कहा कि “हमें आपके सहयोग की भी जरूरत है. अगले दो से तीन महीने में हालात सुधरेंगे.” राम माधव ने कहा कि “कोई भेदभाव नहीं है मुख्यमंत्री कोशिश कर रही हैं.”

इस बीच घाटी में सोशल मीडिया और इंटरनेट के दुरुपयोग का मसला भी उठा. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस पर बैन को माहौल खराब करने वाला करार दिया. जबकि कांग्रेस ने पीडीपी-बीजेपी गठजोड़ को कश्मीर की अशांति का जिम्मेदार बताया. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने नेता फारुक अब्दुल्ला का कहना है कि “सब कुछ बंद करने से क्या होगा, हालात ज्यादा खराब होंगे.” कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि “जब तक पीडीपी-भाजपा की सरकार है, घाटी में हालात सुधरेंगे नहीं.”

वित्तीय वर्ष जनवरी-दिसंबर करने की पीएम नरेंद्र मोदी की सलाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राज्यों से कहा कि वित्त वर्ष जनवरी-दिसंबर करने पर विचार करें और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे देश में जहां कृषि आय अत्यंत महत्वपूर्ण है, वहां बजट वर्ष प्राप्तियों के तत्काल बाद ही तैयार किया जाना चाहिए.

नीति आयोग के शासी परिषद की नई दिल्ली में तीसरी बैठक में अपने समापन भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि वित्त वर्ष को मौजूदा अप्रैल-मार्च के बदले जनवरी-दिसंबर करने के सुझाव आए हैं. उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे इस संबंध में पहल करें.

प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार मिटाने और सरकारी खरीदी में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जीईएम गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा कि भीम और आधार जैसी प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से राज्यों को काफी बचत होगी.

पीएम मोदी ने संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की बात भी दोहराई. उन्होंने कहा कि देश लंबे समय से आर्थिक और राजनीतिक कुप्रबंधन का शिकार रहा है और इस विषय पर एक रचनात्मक चर्चा पहले ही शुरू हो चुकी है.

उन्होंने कहा कि समय के खराब प्रबंधन के कारण कई अच्छी पहलें और योजनाएं अपेक्षित परिणाम नहीं दे पाई हैं.

सुकमा हमला : पीएम नरेंद्र मोदी ने दोहराया ‘उरी’ वाला बयान, क्या अब नक्सलियों पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक?

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. सुकमा में जवानों की शहादत पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में पीएम मोदी ने लगभग वैसी ही बातें कही जैसा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उरी में 17 जवानों के शहीद होने पर कही थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर नक्सलियों के हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए इसकी निंदा की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.’ पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘हमें अपने जवानों पर गर्व है. उनकी शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे. इस हमले में घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

उरी हमले के बाद पीएम मोदी ने ये कहा था

पिछले साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने भारतीय सेना के शिविर पर हमला किया था. इस हमले में 17 जवान शहीद हुए थे. इस हमले के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘मैं देश को आश्वासन देना चाहता हूं कि हमले के पीछे दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. हमले में शहीद हुए जवानों को हम सैल्यूट करते हैं. राष्ट्र के लिए की गई उनकी सेवा हमेशा याद की जाएगी.

पीएम मोदी के बयान के ठीक 10 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. भारतीय फौजियों ने इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों के कई कैंप तहस-नहस कर दिए थे. साथ ही करीब तीन दर्जन आतंकियों को मार गिराया था.

सुकमा और उरी हमले के बाद पीएम मोदी के आए बयान में समानता पर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. ट्विटर पर यूजर्स उम्मीद कर रहे हैं कि सुकमा हमले के बाद आया पीएम मोदी का बयान कहीं नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत तो नहीं हैं. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी ट्वीट कर कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं.

मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 25 सीआरपीएफ जवानों को मंगलवार को रायपुर में श्रद्धांजलि दी जाएगी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस मौके पर मौजूद रहेंगे. ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे.

PM मोदी से मिलीं महबूबा मुफ्ती, कहा- पत्थरबाजी के माहौल में बातचीत संभव नहीं

कश्मीर में बिगड़े हालातों के बीच राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से सोमवार को मुलाकात की. दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद महबूबा मुफ्ती ने बताया कि राज्य में गठबंधन और राज्य के हालात को लेकर बातचीत हुई. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैंने पीएम मोदी से कहा कि किसी न किसी लेवल पर बातचीत जरूरी है.

महबूबा मुफ्ती ने बताया कि सिंधु जल समझौते से कश्मीर को नुकसान है. पीएम मोदी ने इसपर विचार करने की बात कही. पत्थरबाजी के मुद्दे पर भी पीएम मोदी से बातचीत हुई.

बातचीत शुरू करने के पक्ष में महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में बातचीत शुरू करने का समर्थन किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है. पत्थरबाजी और गोली के बीच बातचीत नहीं हो सकती. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी ने अपील की कि जहां तक वाजपेयी जी ने कोशिश की थी उसके आगे बढ़ना चाहिए. इसके लिए आगे माहौल बनाना होगा.

दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग

इस बीच, गृह मंत्रालय में कश्मीर के हालात को लेकर उच्च स्तरीय बैठक भी हुई. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर के हालात को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, डायरेक्टर आईबी, गृह सचिव के साथ राज्य के हालात पर चर्चा की.

पीएम की सभी राज्यों से अपील
जबकि इससे पहले रविवार को हुई नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों से अपील की कि अपने-अपने राज्यों में जम्मू-कश्मीर के छात्रों से संपर्क करें. बैठक में महबूबा मुफ्ती ने यह मुद्दा उठाया. राजस्थान के मेवाड़ में कुछ कश्मीरी छात्रों की पिटाई और उत्तर प्रदेश के मेरठ में कश्मीरी छात्रों से राज्य छोड़ने के लिए कहने के बाद यह अपील काफी मायने रखती है. मोदी ने महबूबा के इस सुझाव का समर्थन किया कि दूसरे राज्यों में पढ़ रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों के हितों का राज्यों को ख्याल रखना चाहिए. राजस्थान के मेवाड़ विश्वविद्यालय में कश्मीर के छह छात्रों की कुछ स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी थी. मेरठ में भी एक होर्डिंग लगाकर कश्मीरी छात्रों से उत्तर प्रदेश छोड़ने के लिए कहा गया था.

‘कश्मीर को लेकर गंभीर नहीं केंद्र सरकार’
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के नेता राज्य में ही बीजेपी के नेताओं के उन बयानों से परेशान हैं, जिसमें वह कश्मीर विरोधी बयान देते रहे हैं. यही वजह है कि पहली बार राजनीति में आए महबूबा मुफ्ती के भाई और अनंतनाग लोकसभा सीट से पीडीपी उम्मीदवार तसादुक मुफ्ती ने कुछ ही दिन पहले एक अखबार के साथ बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर को लेकर गंभीर नहीं है.

बातचीत शुरू करने के पक्ष में महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में बातचीत शुरू करने का समर्थन किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है. पत्थरबाजी और गोली के बीच बातचीत नहीं हो सकती. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी ने अपील की कि जहां तक वाजपेयी जी ने कोशिश की थी उसके आगे बढ़ना चाहिए. इसके लिए आगे माहौल बनाना होगा.

राष्‍ट्रपति चुनावों से पहले BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अहम बैठक, मोदी-शाह करेंगे शिरकत

अगले महीने मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने और आसन्न राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की पृष्ठभूमि में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक 23 अप्रैल को नई दिल्ली में होने जा रही है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह बैठक शाम 6 बजे भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित होगी. बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी नेताओं से बातचीत करेंगे.

इनके अतिरिक्त इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, संगठन महामंत्री रामलाल तथा भाजपा शासित 13 राज्यों के सभी मुख्यमंत्री एवं 5 उप मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे. केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक इससे पहले 27 अगस्त, 2016 को हुई थी. इस बार बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब 26 मई को मोदी सरकार तीन वर्ष पूरा करने जा रही है.

इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री रविवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे, जहां उनके संबंधित राज्यों में पार्टी के शासन के एजेंडे को लागू करने पर चर्चा करने की संभावना है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सभी 13 राज्यों के मुख्यमंत्री 23 अप्रैल को दिल्ली में होंगे.

नीति आयोग की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘न्यू इंडिया’ के विजन पर दिया जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नीति आयोग संचालन परिषद की तीसरी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आयोग द्वारा तैयार की गई दीर्घ, मझोली और लघु अवधि की कार्रवाई योजनाओं से सभी राज्यों को लाभ होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया (नए भारत) के विचार को सभी राज्यों के सामूहिक प्रयासों तथा सहयोग से ही हासिल किया जा सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि टीम इंडिया यहां जुटी है और देश को बदलते वैश्विक रुख के अनुरूप तैयार करने के तरीके पर विचार-विमर्श कर रही है. उन्होंने कहा कि यहां जुटे लोगों की यह सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि 2022 (स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ) के भारत की दृष्टि तैयार करे, जिससे देश सुगमता से इन लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बढ़ सके.

उन्होंने कहा कि नीति आयोग 15 साल की दृष्टि, सात वर्ष की मध्यम अवधि की रणनीति तथा तीन साल के कार्रवाई एजेंडा के साथ काम कर रहा है. प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों का आह्वान किया कि वे आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए पूंजीगत व्यय और बुनियादी ढांचा सृजन की रफ्तार तेज करें. मोदी ने कहा कि आयोग एक सामूहिक संघीय निकाय है, जिसकी ताकत बजाय उसके प्रशासनिक या वित्तीय नियंत्रण के, उसके विचारों में है.

उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि मुख्यमंत्रियों को बजट या योजनाओं की मंजूरी के लिए नीति आयोग के पास आने की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह निकाय सरकारी ब्योरे से आगे बढ़ा है और उसने बाहर के विशेषज्ञों और युवा पेशेवरों की सेवाएं ली हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य भी नीति निर्माण में सहयोग दे सकते हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों को 2014-15 से 2016-17 के दौरान कुल कोष आवंटन में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. वहीं केंद्रीय योजनाओं से संबद्ध कोष 40 प्रतिशत से घटकर 25 प्रतिशत रह गया है. उन्होंने कहा कि राज्यों को पूंजीगत व्यय और बुनियादी ढांचा सृजन की रफ्तार बढ़ानी चाहिए. मोदी ने कहा कि देश में खराब बुनियादी ढांचे से आर्थिक वृद्धि प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे मसलन सड़क, बंदरगाह, बिजली और रेल पर अधिक खर्च से वृद्धि की रफ्तार बढ़ेगी.

बजट पेश करने की तारीख में बदलाव पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कदम से वित्त वर्ष की शुरुआत में कोष की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. उन्होंने कहा कि पूर्व में योजनाओं के लिए बजट की राशि मई तक मंजूर नहीं हो पाती थी. बजट की मंजूरी मिलने तक मॉनसून आ जाता था और इस तरह काम करने का सबसे अच्छा समय खराब हो जाता था.

उन्होंने बताया कि योजना एवं गैर योजना व्यय के अंतर को समाप्त करने का फैसला 2011 में रंगराजन समिति की सिफारिशों पर आधारित है. मोदी ने कहा कि जीएसटी पर आम सहमति को देश के इतिहास में सहकारिता संघवाद के एक महान उदाहरण के रूप में उल्लिखित किया जाएगा. जीएसटी एक राष्ट्र, एक आकांक्षा, एक संकल्प को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में बीजेपी के मुख्यमंत्रियों ने दी प्रेजेंटेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने प्रेजेंटेशन दी. सभी मुख्यमंत्रियों ने अपनी अपनी सरकार के कामकाज में अपनी ग़रीब कल्याण योजनाओं के साथ-साथ भविष्य में सरकार के विकास एजेंडा क्या होगा, इस पर प्रेज़ेंटेशन दिया.

इसके साथ ही मुख्यमंत्रियों ने अपने मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के कामकाज की भी जानकारी दी. सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने प्रदेश के राजनीतिक हालात की जानकारी भी दी. पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्‍यमंत्रियों को बताया कि केंद्र सरकार की ग़रीब कल्याण योजना को कैसे ज़मीन पर लागू किया जाए.

हैप्पी बर्थडे इंडिया, फ्रॉम इंडिया – जानें पीएम मोदी ने किसे दी अनूठे अंदाज में बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोड्स की बेटी ‘इंडिया’ को उसके जन्मदिन पर अपनी शुभकामनाएं दीं. दुनिया के बेहतरीन फील्डर में शुमार जोंटी रोड्स की बेटी दो साल की हो गई है.

रोड्स अभी आईपीएल की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स के सहयोगी स्टाफ का हिस्सा हैं. उन्होंने अपनी बेटी के साथ फोटो ट्विटर पर पोस्ट की. रोड्स ने ट्वीट किया, ‘हैप्पी बर्थडे बेबी इंडिया.’ पीएम मोदी ने रोड्स को टैग करते हुए लिखा, ‘हैप्पी बर्थडे टू इंडिया, फ्रॉम इंडिया.’

जोंटी रोड्स ने अप्रैल 2015 में अपनी बेटी का नाम ‘इंडिया’ रखा था. रोड्स की बेटी का जन्म भारत में ही हुआ था, वह भी आईपीएल के 2015 सीजन के दौरान. भारत से जुड़ाव को देखते हुए रोड्स ने अपनी बेटी का नाम इंडिया रख दिया. रोड्स दक्षिण भारत के मंदिरों में अपनी बेटी इंडिया के लिए पूजा भी करवा चुके हैं.

गौरतलब है कि पिछले दिनों रोड्स की बेटी ‘इंडिया’ और भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह की बेटी हिनाया को एक-दूसरे से मिलने का मौका मिला था.

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इसी दौरान दोनों की तस्वीर क्लिक कर ली गई और हरभजन सिंह ने इस तस्वीर को अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट किया था. दोनों बच्चियों की फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गई थी.

 

अफगानिस्तान के सैन्य ठिकाने पर हुए आतंकी हमले की पीएम मोदी ने की निंदा

अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निंदा की है। इस हमले में 50 से ज्यादा अफगान सैनिक मारे गए। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वो इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनके प्रति दुख प्रकट करते हैं।

आपको बता दें कि उत्तरी अफगानिस्तान के शहर मजार ए शरीफ के नजदीक स्थित सैन्य ठिकाने पर तालिबान के हमले में 50 से ज्यादा अफगान सैनिक मारे गए हैं। अफगान सेना के प्रवक्ता नसरतुल्ला जमशीदी ने बताया कि कि यह हमला सैन्य ठिकाने में स्थित मस्जिद के नजदीक हुआ।

जिस वक्‍त यह हमला हुआ उस वक्त सैनिक शुक्रवार की नमाज अदा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दो सैन्य वाहनों में तालिबान के छह हमलावर अफगान सेना की वर्दी में आए थे। अफगानिस्तान सेना ने आठ सैनिकों के मारे जाने और 11 सैनिकों के घायल होने की बात कही है। लेकिन अमेरिकी सेना के प्रवक्‍ता ने इस हमले में 50 से अधिक सैनिकों के मारे जाने की बात कही है।

इन हमलावरों ने गेट पर तैनात प्रहरियों से कहा कि वाहनों में घायल सैनिक हैं और उन्हें तुरंत अंदर पहुंचाया जाना जरूरी है इसलिए वे तुरंत गेट खोल दें। जमशीदी ने बताया कि इसके बाद तालिबान हमलावरों ने रॉकेल प्रोपेल्ड ग्रेनेड्स और बंदूकों से अफगान सैनिकों पर हमला बोल दिया।

जवाबी कार्रवाई में एक हमलावर मारा गया जबकि पांच अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। अफगानी सेना का यह अड्डा राष्ट्रीय सेना की 209वीं कॉर्प का मुख्यालय भी है, जिसके क्षेत्र में कुंदुज प्रांत समेत में पूरा उत्तरी अफगानिस्तान आता है। कुंदुज वहीं प्रांत है जहां जबर्दस्त लड़ाई जारी है। उधर, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने अफगान सैनिकों को भारी नुकसान पहुंचाया है।