Monthly Archives: March 2017

जब संसद में लगे कुछ ऐसे नारे… ‘देखो कौन आया है, भारत का शेर आया है’

देश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीजेपी दो राज्यों में प्रचंड बहुमत दिलाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया.

राज्यसभा में यह बात गौर करने वाली थी कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में पहुंचे और अपने स्थान की ओर जाने लगे. जब पीएम मोदी अपने स्थान की ओर बैठने के लिए जा रहे थे उस दौरान कुछ बीजेपी के सांसद नारे लगाने में व्यस्त थे.

वह कह रहे थे, ‘देखो देखो कौन आया है, भारत का शेर आया है’. वहीं जब बीजेपी के सांसद यह नारा लगा रहे थे उस दौरान विपक्षी दल के सांसद चुप-चाप अपनी कुर्सी पर बैठे रहे. दरवाजे से अपनी कुर्सी तक जब तक पीएम नरेंद्र मोदी पहुंच नहीं गए तब तक बीजेपी के ये सांसद यह नारा लगाते रहे.

बीजेपी के इन सांसदों की हरकत की वजह से संसद में जारी प्रश्नकाल में कुछ देर के लिए व्यवधान पैदा हुआ.

बता दें कि बुधवार को पहली बार लोकसभा में आने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पार्टी सदस्यों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया. भाजपा सदस्यों ने सदन में ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए थे.

यूपी में BJP की शानदार जीत से डर गया चीन! मोदी को बताया ‘मैन ऑफ एक्शन’

यूपी में बीजेपी की शानदार जीत से ड्रैगन यानी चीन भी डर गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और ताकत को लेकर चीनी मीडिया में रोजाना आलेख लिखे जा रहे हैं. चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि यूपी में बीजेपी की जीत के बाद चीन और भारत के संबंधों में और सख्ती आएगी. उसने यह भी लिखा है कि भारत के विकास और तेज गति से होगी.

‘पीएम मोदी की हार्डलाइनर छवि और मजबूत होगी’

अखबार ने लिखा है कि अब भारत के पीएम मोदी की हार्डलाइनर छवि और मजबूत होगी. अखबार ने यह चेतावनी भी दी है कि भारत अब चीन जैसे देशों के साथ समझौता नहीं करने की नीति को और आगे बढ़ाएगा. लेख में यह भी कहा गया है कि मोदी सरकार आने के बाद भारत की घरेलू और कूटनीति में तेजी से बदलाव आए हैं. पहले जहां भारत वैश्विक स्तर पर रक्षात्मक रवैया अपनाता रहा है, वहीं मोदी सरकार के आने के बाद आक्रामक रुख दिखाई देने लगा है.

चुनाव में बीजेपी को जोरदार समर्थन

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एक ओपन एडिटोरियल में लिखा है कि नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की है. यह देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है. इसके साथ ही देश के कुछ और राज्यों में भी उन्हें लोगों का जोरदार समर्थन मिला है. इससे न सिर्फ मोदी की 2019 के चुनावों में जीतने की उम्मीद बढ़ी है, बल्कि कुछ लोगों का अनुमान है वो दूसरे टर्म के लिए भी सेट हो चुके हैं.

अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत की संभावना जताई

चीनी मीडिया ने अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत की संभावना जताई है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि जिस तरीके से बीजेपी चुनावों में लगातार जीत दर्ज कर रही है,  उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत पक्की है. अखबार ने लिखा है कि जमीनी स्तर पर मोदी भले ही ज्यादा लचीले नजर ना आएं लेकिन उनके जैसे हार्डलाइनर्स में ये ताकत होती है कि वे अगर एक बार मन बना लें तो फैसलों को अमल में लाने की बेहतरीन काबिलियत के बूते वे किसी भी बात के लिए राजी हो सकते हैं.

मोदी सरकार करेगी EPF स्कीम में संशोधन, कर सकें 90% राशि की निकासी

सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) योजना में संशोधन का निर्णय किया है ताकि सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ के सदस्य अपने लिए घर खरीदने या मकान के निर्माण अथवा स्थल के अधिग्रहण के लिए अपने कोष से 90% राशि की निकासी कर सकें.

श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ईपीएफ योजना 1952 में संशोधन के बाद सरकार अथवा आवासीय एजेंसी या प्राथमिक ऋण देने वाली एजेंसी या फिर संबंधित बैंकों को बकाया भुगतानों या फिर ब्याज की वापसी के लिए मासिक किस्तों का भुगतान भी सदस्य के जमा खाते की धनराशि से किया जा सकेगा.

दत्तात्रेय ने बताया कि वर्ष 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2016 को ईपीएफ सदस्य खातों की कुल संख्या 17.14 करोड़ है। वर्ष 2015..16 के दौरान औसतन, अंशदान 3.76 करोड़ सदस्यों के संबंध में प्राप्त हुए हैं. उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत भविष्य निधि (पीएफ) खाते से निकासी की सुविधा केवल उन्हीं पीएफ सदस्यो को उपलब्ध होगी जो निर्धारित शर्तो को पूरा करते हों.

‘आम आदमी’ ने कहा- ‘नरेंद्र मोदी मेरे लिए काम करते हैं’, पढ़िएं PM मोदी ने क्या दिया जवाब

देश के प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और इसपर वह ना सिर्फ केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते रहते हैं बल्कि जनता और आम लोगों से संवाद भी करते हैं। हाल ही में एक यूजर अजीत सिंह ने ट्वीट किया जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब भी दिया.

सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर के एक यूजर अजीत सिंह ने एक ट्वीट किया- मेरे एक फॉलोवर ने मुझसे पूछा- क्या आप नरेंद्र मोदी के लिए काम करते हैं? मैं हंसा और मैंने जवाब दिया- नहीं वह (पीएम मोदी) मेरे लिए काम करते हैं.

अजीत सिंह को अपने इस ट्वीट के बाद यह उम्मीद नहीं रही होगी कि इसपर प्रधानमंत्री मोदी का भी जवाब आएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने इसका जवाब अजीत सिंह को ट्वीटर पर एक ट्वीट के जरिए दिया. पीएम मोदी ने कहा- हां बिल्कुल, मुझे हर भारतीय का प्रधान सेवक बनने की खुशी है. बस फिर क्या था. इसके बाद लोगों के ट्वीट, लाइक्स और कमेंट का सिलसिला शुरू हो गया.

गौर हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को लालकिले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद को देश का प्रधान सेवक घोषित किया था. उन्होंने कहा था कि मैं आपके बीच प्रधानमंत्री के रूप में नहीं बल्कि प्रधान सेवक के रूप में उपस्थित हूं. मैं एक प्रधान सेवक के रूप में आपकी सेवा करना चाहता हूं.

मोदी सरकार ने दी नेशनल हेल्थ पॉलिसी को मंजूरी, सभी को फ्री इलाज देने की योजना

केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बुधवार को नेशनल हेल्थ पॉलिसी को अंतिम मंजूरी दे दी है. मौजूदा ड्राफ्ट में पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर कुछ बदलाव किये गये हैं. कैबिनेट ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति को मंजूरी दे दी. नई हेल्थ पॉलिसी के तहत हर किसी को सरकारी इलाज की सुविधा मिलेगी और मरीज को इलाज के लिए मना नहीं किया जा सकेगा.

सभी को फ्री इलाज देने की योजना

इस नीति के जरिए देश में सभी को निश्चित स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने का प्रस्ताव रखा गया है. गौर हो कि यह हेल्थ पॉलिसी पिछले दो साल से लंबित थी. हालांकि सरकार का लक्ष्य देश की बड़ी आबादी को सरकारी अस्पताल के माध्‍यम से फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है.

नेशनल हेल्थ पॉलिसी के तहत हर व्यक्ति को इलाज की सुविधा

इस नेशनल हेल्थ पॉलिसी के तहत देश के हर व्यक्ति को इलाज की सुविधा दी जाएगी. यानी पैसा न होने पर किसी मरीज का इलाज करने से मना नहीं किया जा सकेगा. सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और जांच की सुविधा उपलब्ध होगी जिसका लाभ देश के हर व्यक्ति को मिलेगा.

सस्ती कीमत पर स्वास्थ्य सेवायें

पॉलिसी के तहत इंश्योरेंस बेस्ड मॉडल या प्रीपेड मॉडल के माध्‍यम से देश में सभी को सस्ती कीमत पर स्वास्थ्य सेवायें सरकार मुहैया करवायेगी. एजुकेशन सेस की तरह ही स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ सेस लगाये जाने की आशंका है. प्रीपेड हेल्थकेयर सर्विस की सुविधा भी इस पॉलिसी के तहत रखी गयी है. जिला अस्पताल और इससे ऊपर के अस्पतालों को पूरी तरह सरकारी नियंत्रण से अलग कर दिया जाएगा. इस पॉलिसी में हर बीमारी को हटाने के लिए खास टारगेट बनाया गया है. आज सदन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा औपचारिक रूप से इस नीति को देश के सामने रख सकते हैं.

इन फैक्ट्स से समझिए कैसे मोदीमय हुआ उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने 40 फीसदी के करीब वोट शेयर के साथ प्रचंड जीत हासिल की। राजनीतिक तौर पर प्रभुत्व रखने वाले हिंदी क्षेत्र उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपने विरोधियों को कहीं पीछे छोड़ते हुए 403 सीटों में से 312 सीटों पर कब्जा किया।

हालांकि 11 मार्च को आए नतीजों से बीजेपी के अलावा समाजवादी पार्टी ने भी वोट शेयर के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया। सपा ने 2012 के उस वोट शेयर को बरकरार रखा जिसने उसे राज्य की सत्ता तक पहुंचाया था।

हालांकि पार्टी को बड़ा नुकसान उसके कांग्रेस के गठबंधन की वजह से हुआ। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अपने जाटव- दलिव वोट को बरकरार तो रखा, लेकिन वो अपने कोर वोट से अलग अन्य मतदाताओं को आकर्षित करने में असफल साबित हुई।

2017 में मतप्रतिशत में हुआ मामूली बदलाव

विश्लेषक मान रहे थे कि इस साल मतदाताओं के प्रतिशत में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मतदाताओं की सहभागिता में 2017 के इस चुनाव में मामूली परिवर्तन देखने को मिला।

जहां 2012 में ये प्रतिशत 59.4 फीसद था वहीं 2017 में ये 61.14 फीसदी हो गया है। ये राजनीतिक विश्लेषण त्रिवेदी पॉलिटिकल डेटा के कैलकुलेशन के आधार पर किया गया है।

हालांकि महिलाओं के मत प्रतिशत में पुरुषों के मुकाबले इस साल 3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।

305 राजनीतिक पार्टियां थीं मैदान में, 9 को मिला प्रतिनिधित्व

up-election-2017

305 राजनीतिक पार्टियां इस बार चुनाव मैदान में थीं। इन पार्टियों की संख्या पिछले कुछ सालों में बढ़ी है। 2007 के चुनावों में 222 पार्टियां चुनाव मैदान में थीं। वहीं दूसरी ओर इन पार्टियों का जीत प्रतिशत घटा है। 2002 में जहां 17 पार्टियां राज्य की विधानसभा में जनता का प्रतिनिधित्व कर रही थीं। 2017 में 9 पार्टियों के प्रत्याशी ही राज्य की विधानसभा में लोगों का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे।

इसकी सबसे बड़ी वजह छोटी पार्टियों को छोड़कर मतदाताओं द्वारा बड़ी पार्टियों का चयन है। मतदाता उन उम्मीदवारों या पार्टियों का चयन कर रहे हैं जिनके जीतने की संभावना ज्यादा है।

मतदाताओं और राजनीतिक पार्टियों के रिश्तों की बात करें तो मतदाताओं ने उन पार्टियों की तरफ रुझान दिखाया है जो कि उनके हित और सुविधाओं की बात करती हैं। उत्तर प्रदेश की रानजीति में मतदाताओं का ये रुझान 1980 और 1990 के ट्रेंड के बिल्कुल उल्टा है।

लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत, सदन में लगे ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जबर्दस्त जीत के बाद बुधवार (15 मार्च) को पहली बार लोकसभा में आने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पार्टी सदस्यों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया. भाजपा सदस्यों ने सदन में जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे भी लगाये.

बुधवार सुबह प्रश्नकाल शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद प्रधानमंत्री सदन में आए. प्रधानमंत्री के सदन में आते ही भाजपा सदस्यों ने अपने स्थानों पर खड़े होकर और मेज थपथपा कर उनका स्वागत किया. इस समय के श्रीनिवास नानी संचार मंत्रालय से संबंधित प्रश्न पूछ रहे थे और उन्हें कुछ देर रुकना पड़ा.

बीजद सदस्य जे पांडा को भी अपने स्थान पर मेज थपथपाते देखा गया. कुछ देर बाद टीआरएस के जितेन्द्र रेड्डी ने प्रधानमंत्री के पास जाकर उन्हें बधाई दी. उल्लेखनीय है कि भाजपा को उत्तर प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा में 324 सीटों पर जीत हासिल हुई है. उत्तराखंड में भी पार्टी को जबर्दस्त जीत हासिल हुई है.

अमेरिका ने माना 2019 में नरेंद्र मोदी जारी रखेंगे देश का नेतृत्व

उत्तर प्रदेश के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से प्रचंड बहुमत हासिल किया है उसने 2019 के चुनावों में भाजपा के दावे को और ज्यादा मजबूत किया है। भारत में अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि यूपी, उत्तराखंड में भाजपा की जबरदस्त जीत ने पीएम मोदी को 2019 के चुनाव के लिए सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर स्थापित किया है। एक और एक्सपर्ट का कहना है कि पांच राज्यों के चुनावी परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि 2014 में पीएम मोदी को मिला बहुमत लोगों का गलत फैसला नहीं था। वहीं एक अन्य एक्सपर्ट का कहना है कि इन परिणामों के बाद पीएम मोदी 2019 में भी देश का नेतृत्व जारी रखेंगे।

भाजपा ने बड़े अंतर से विपक्ष को हराया
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के असिस्टैंट प्रोफेसर एडम जिगफेल्ड का कहना है कि विधानसभा चुनावों ने कोई बड़ा परिवर्तन नहीं दिखाया है बल्कि इस बात की पुष्टि की है कि 2014 के परिणाम तुक्का नहीं थे और यूपी के परिणामों ने इसे एक बार फिर से स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के लिए बड़ी जीत है, पिछले दो बार के सपा व बसपा विजेताओं पर नजर डालें तो भाजपा के उम्मीदवारों ने कहीं ज्यादा अंतर से चुनाव जीता है।

2019 में जारी रहेगा पीएम का नेतृत्व
अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के रेजिडेंट फेलो सदानंद धुमे का कहना है कि इन चुनाव परिणामों इस बात को एक बार फिर से स्थापित किया है कि प्रधानमंत्री मोदी 2019 के लिए सबसे लोकप्रिय नेता हैं। वहीं जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर इरफान नूरुद्दीन का कहना है कि 2019 में भाजपा को आसानी से बहुमत हासिल हो जाएगा और वह एक बार फिर से बहुमत के गठबंधन का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां भाजपा प्रदेश में संतुलित चुनाव प्रचार का अभियान कर रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष पूरी तरह से विफल रहा है।

अगर पूरा विपक्ष एक साथ आए, तो हो सकता है बदलाव
विदेशी एक्सपर्ट के अलावा नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी माना है कि 2019 को भी भूल जाइए, कोई भी नेता नरेंद्र मोदी का सामना कर सकता है। नूरुद्दीन का कहना है कि जो दल राज्यों में अलग हैं वह भाजपा का सामना नहीं कर पा रहे हैं, भाजपा को हराया जा सकता है अगर विपक्ष के दल एक साथ आए, 2019 में अगर सभी विपक्षी दल एक साथ आएं तो मुमकिन है कि भाजपा को हराया जा सके, क्योंकि उस वक्त लोगों में सरकार के प्रति असंतोष होगा।

नोटबंदी का हुआ फायदा
सदानंद धुमे जो कि यूपी के चुनाव के दौरान यूपी में थे का कहना है कि एक तरफ जहां भाजपा ने जातीय कार्ड खेला तो दूसरी तरफ वह यह दिखाने में सफल रही कि वह जातिगत राजनीति नहीं कर रही है। उनका मानना है कि नोटबंदी काफी लोकप्रिय फैसला साबित हुआ, लोगों को इस फैसले के चलते असुविधा हुई लेकिन लोगों ने अपना समर्थन भाजपा को दिया, जिसका सबसे अधिक नुकसान विपक्षी दलों को हुआ।

होगा बड़ा आर्थिक सुधार
पाकिस्तान और दक्षिण एशिया काउंसिल के वरिष्ठ फेलो एलिसा आयर्स का मानना है कि यूपी में जबरदस्त जीत के बाद मोदी सरकार बड़े आर्थिक सुधार की ओर जा सकती है। मुमकिन है कि भारत बड़े आर्थिक सुधार से गुजरे जोकि सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करेगा। इसके अलावा ऐसे भी फैसले लिए जाएंगे जो भारत की विदेश नीति को प्रभावित करेगा। इन प्रदेशों में जीत के बाद भाजपा राज्यसभा में मजबूत होगी और लंबे समय से विलंबित सुधारों को आगे बढ़ाया जा सकता है।

अमेरिकी विशेषज्ञ भी पीएम नरेंद्र मोदी के कायल, कहा-2019 के बाद भी वे भारत का नेतृत्‍व करते रहेंगे

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्‍व क्षमता का लोहा अब अमेरिकी विशेषज्ञों ने भी माना है. अमेरिकी शीर्ष विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद वर्ष 2019 के आम चुनावों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्पष्ट तौर पर एक पसंदीदा नेतृत्वकर्ता के तौर पर उभरे हैं. एक विशेषज्ञ ने कहा कि पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे दिखाते हैं कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजे कोई असामान्य नहीं थे.  एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी 2019 के बाद भी भारत का नेतृत्व करते रहेंगे.जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों के सहायक प्रोफेसर एडम जीगफेल्ड ने कहा कि विधानसभा चुनाव ज्यादा बदलाव का संकेत नहीं देते. उत्तरप्रदेश चुनाव के नतीजों ने दिखाया है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव कोई ‘असामान्य’ चीज नहीं थे.

उन्होंने कहा, ‘यह भाजपा के लिए एक बड़ी जीत थी. उसका उम्मीदवार दो पिछले विजेताओं-बसपा और सपा की तुलना में कहीं अधिक अंतर से जीत गया.’अमेरिकन एंटरप्रोइज इंस्टीट्यूट के शोधार्थी सदानंद धूमे ने कहा कि इन चुनावों ने मोदी को वर्ष 2019 के चुनाव के लिए एक ‘स्पष्ट और पसंदीदा विजेता’ के तौर पर स्थापित कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘मोदी वर्ष 2019 की दौड़ में सबसे आगे हैं.’ जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के वॉल्श स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस के प्रोफेसर इरफान नूरुद्दीन ने कहा कि वर्ष 2019 में भाजपा को सीधा बहुमत मिलने की संभावना कम है और मोदी गठबंधन की सरकार बनाने की दिशा में बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा का एक के बाद एक राज्य में चुनाव प्रचार सफल रहा है जबकि विपक्ष ऐसा करने में नाकाम रहा है. नूरुद्दीन ने कहा कि जिस राज्य में पार्टी को सीधे विपक्ष का सामना करना पड़ता है, वहां यह अच्छा प्रदर्शन नहीं करती. यदि विपक्ष एक साथ आ जाए तो भाजपा को परास्त किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पार्टी को जब बिखरे हुए विपक्ष का सामना करना पड़ता है, वहां उसे लाभ मिलता है. वर्ष 2019 में सत्ताविरोधी लहर मौजूद होगी.

चुनाव के दौरान उत्तरप्रदेश में मौजूद रहे धूमे ने कहा कि इन चुनावों में भाजपा ने खुद को जाति से ऊपर बताया लेकिन वहां जाति कार्ड खेला. राज्य में लोगों के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी बेहद लोकप्रिय है. इसने उस भारतीय जनता का दिल और दिमाग जीत लिया, जो इस नीति के चलते परेशान हुई. यहां एक संजीदा व्यक्ति है, जिसने भ्रष्ट और अमीर लोगों पर एक सैद्धांतिक प्रहार किया है.’ हालांकि धूमे ने यह भी कहा कि उत्तरप्रदेश में इस ऐतिहासिक जीत के बाद मोदी संभवत: ऐसे आर्थिक सुधार की दिशा में नहीं बढ़ेंगे, जैसा निजी क्षेत्र चाहता है. काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स में भारत, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया के मामलों की वरिष्ठ शोधार्थी एलीसा आयर्स ने कहा कि भारत अपने उन आर्थिक सुधारों को बढ़ाने जा रहा है, जो देश की जनता को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. भाजपा अब राज्यसभा में बहुत सी सीटें हासिल करेगी, जो उसे भूमि अधिग्रहण अधिनियम और श्रम सुधार जैसे लंबित सुधारों को अंजाम देने में मदद करेंगी. वह वर्ष 2018 में सीटें हासिल करना शुरू कर देंगे. भाजपा वर्ष 2019 और इसके परे देख रही है.

पीएम मोदी ने दी देशवासियों को होली की बधाई

आज देश भर में रंगों त्योहार होली धूमधाम से मनाया जा रहा है. दुनिया के अलग अलग देशों में रह रहे भारतीय भी रंगों के त्योहार का जश्न मना रहे हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि  होली के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.

इसके अलावा राष्ट्रपति समेत सभी बड़े नेताओं ने भी होले के मौके पर देशवासियों को बधाई दी है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस मौके पर लोगों से जरूरतमंदों और वंचितों के जीवन में खुशियां फैलाने का आग्रह किया है. राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि होली के पर्व पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं. इस दिन हमें जरूरतमंदों और वंचितों के साथ खुशियां साझा करनी चाहिए.

मुखर्जी ने कहा कि होली हमारे जीवन में आशा और संतुष्टि का अग्रदूत है. रंगों का यह त्योहार एकता के इंद्रधनुष में भारतीय संस्कृति के विविध रंगों का समुच्चय है. यह लोगों के बीच भाईचारे और सौहार्द को मजबूत करता है. त्योहार के इस मौके पर देशभर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.राजधानी दिल्ली में 25 हजार पुलिसकर्मिय़ों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है.साथ ही करीब 1000 पीसीआर वैन भी सुरक्षा के लिए तैनात हैं.