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पीएम मोदी बोले- अखिलेश ने 5 साल निराश किया और यूपी का विनाश किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यूपी के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी सरकार पर जमकर निशाना साधा। गाजियाबाद में आज एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जब अखिलेश मुख्यमंत्री बने तो हमने सोचा कि वह युवा और पढ़े-लिखे हैं और कुछ हासिल करेंगे लेकिन पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश तबाह हो गया।

उन्‍होंने कहा कि जब अखिलेश राज्‍य की सत्‍ता में आया तो लगा कि पढ़ा-लिखा आदमी आया है, काम करेगा। कुछ अच्‍छा करने की कोशिश करेगा लेकिन निराश कर दिया। अखिलेश ने 5 साल निराश किया और यूपी का विनाश किया। पीएम ने कहा कि यूपी में बेईमानी, भ्रष्‍टाचार की बहार है। भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई में यूपी सरकार ने साथ तक नहीं दिया। यूपी सरकार ने सीएजी ऑडिट कराने से भी इनकार कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य में गुंडों को आश्रय दिया जाता है इसलिए यहां की महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं। बच्चियां स्‍कूल जाने से डरती है। आपकी पार्टी (सपा) ने गुंडों को पाल रखा है और यूपी का हाल बदहाल कर रखा है।

पीएम ने कहा कि अखिलेश जी आपने पिताजी का क्‍या किया। चाचाजी का क्‍या किया। बहुओं, भतीजों, भाइयों का क्‍या किया। वो जनता जानती है। 2019 का चुनाव आएगा तो सामने से आकर हिसाब दूंगा। लेकिन सपा सरकार बताए कि उसने यूपी में पांच साल तक क्‍या किया। कौन से विकास के काम किए।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि अखिलेश इतना डरे हुए हैं कि जो मिला गले लगा लिया। भला डूबती नाव में कोई पांव रखता है क्‍या।

उन्‍होंने कहा कि आजकल मैं जो भाषण सुन रहा हूं, उसमें दस मिनट दिल्‍ली सरकार को गाली देते हैं। लेकिन पांच मिनट इसमें से जरा अपना हिसाब भी तो दे दें।

पीएम ने लोगों से अपील की कि सही सरकार चुनें और उत्‍तर प्रदेश को उत्‍तम प्रदेश बनाएं। यदि सही सरकार बने तो यूपी देश का उत्‍तम प्रदेश बन सकता है। यदि भ्रष्‍टाचार हटाना है तो यूपी से इस सरकार को हटानी होगी।

गौर हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों की 73 सीटों के लिए प्रचार का शोर गुरुवार शाम थम जाएगा। इन सीटों के लिए 11 फरवरी को मतदान होना है। मुस्लिम बहुल इस इलाके में लगभग तीन साल पहले दंगों का दंश झेल चुके मुजफ्फरनगर और शामली जैसे क्षेत्र शामिल हैं। वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में इस चरण की 73 में से भाजपा को केवल 11 सीटें मिली थी, मगर दो साल बाद 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इस पार्टी ने इस अंचल की सभी लोकसभा सीटों पर अपना परचम फहराया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपने सहयोगी अपना दल के साथ प्रदेश की 80 में से 73 सीटें जीती थीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझाया, कैशलेस से कैसे हो रहा एक सब्जी वाले का फायदा…

आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे भाषण दिया. इस भाषण में प्रधानमंत्री ने विपक्ष को पूरी तरह घेरा. प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर बात की. सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर नोटबंदी के साथ-साथ बजट, कालाधन और मनरेगा पर भी पीएम ने चर्चा की. प्रधानमंत्री ने समझाया कि इस बार बजट एक महीने पहले क्यों पेश किया गया? इसके साथ-साथ कैशलेस व्यवस्था पर भी प्रधानमंत्री ने अपना सफाई पेश की.

प्रधानमंत्री ने कैशलेस के अपने निर्णय का बचाव करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि आप कैशलेस की बात कर रहे हैं लेकिन लोगों के पास क्या है? कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा “मैं तो हैरान हूं 2007 के बाद मैंने जितनी चुनाव सभाएं सुनी हैं, आप के नेता गांव-गांव जाकर कहते थे राजीव गांधी कंप्यूटर रेवोल्यूशन लाए हैं, राजीव गाँधी मोबाइल फोन लाए हैं. अब जब मैं कह रहा हूं मोबाइल फोन बैंक में भी कन्वर्ट किया जा सकता है तब आप कह रहे हैं मोबाइल फोन कहां है. यह क्या हो रहा है भाई. आप कह रहे थे हमने इतना कर दिया. जब मैं उसमें कुछ जोड़ना चाहता हूं तब आप कहते वह तो हैं कि नहीं… तो फिर क्या समझा रहे थे आप.”

प्रधानमंत्री ने कहा सबके पास मोबाइल फोन नहीं है, लेकिन जितने लोगों के पास मोबाइल फोन है उनका फायदा होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा “आप भी मानते हैं और मैं भी मानता हूं, पूरे देश के पास सब कुछ नहीं है लेकिन मान लो 40 प्रतिशत लोगों के पास मोबाइल फोन है तो इन 40 प्रतिशत लोगों का फायदा होना चाहिए. 60 प्रतिशत लोगों का बाद में देखेंगे. कहीं तो शुरू करें और इसका लाभ हो.” प्रधानमंत्री ने कहा डिजिटल करेंसी को हलके में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा “आज एक एटीएम को संभालने के लिए औसत पांच पुलिस वाले लगते हैं. करेंसी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए… सब्जी और दूध में जितना खर्चा होता है, उससे ज्यादा उसके मोबिलाइजेशन में खर्च होता है.” प्रधानमंत्री ने कहा सबको इस बात को समझना चाहिए. उन्होंने नेताओं से अपील की कि जो कर सकते हैं उन्हें करने के लिए प्रोत्साहित करना नेतृत्व का काम होता है, चाहे वह किसी भी दल का हो.

प्रधानमंत्री ने कहा कैशलेस से कई लोगों का फायदा हो रहा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक सब्जी वाले से पूछा गया कैशलेस से उस का क्या फायदा है तो सब्जी वाले ने जवाब दिया कि “साहब पहले क्या होता था एक तो मेरे ग्राहक परमानेंट थे. सबको मैं जानता था. मान लीजिए किसी ने 52 रुपये की सब्जी ली. फिर ग्राहक कहता था चलिए खुला पैसा नहीं है 50 रुपये का नोट है ले लो. उसमें मेरे दो रुपये चले जाते थे. मैं भी बोल नहीं पाता था. ऐसे में साल भर में मेरा 800 से 1000 रुपये का नुकसान यह एक रुपया, दो रुपया न देने से हो जाता था. अब कैशलेस की वजह से 52 रुपये है तो 52 रुपये मिलता है. जो पूरा पैसा है, वह मिलता है. इसकी वजह से मेरा जो नुकसान होता था अब वह नहीं हो रहा है.”

प्रधानमंत्री ने कहा देखिए कैसे चीज बदल रही है. पीएम ने विपक्ष से कहा “आप मोदी का विरोध कीजिए, कोई बात नहीं.  विरोध करना आपकी ड्यूटी है, लेकिन जो अच्छी चीज है उसे आगे बढ़ाएं.”

लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी की ऐसी टिप्पणियां- सदन ही नहीं, देश ने भी लगाए ठहाके

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. पीएम ने कहा- आखिरी कल भूकंप आ ही गया. धरती मां इतना क्यों रूठ गईं. दरअसल, राहुल गांधी ने एक बार कहा था कि वह बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा. राहुल ने अपने पास पीएम मोदी के खिलाफ सबूत होने की बात कही थी. एक अन्य मौके पर लोकसभा में पीएम मोदी ने अपनी बात समझाने के लिए हाथ में बंधी घड़ी का सहारा लिया. इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- आप ऐसे घड़ी लेकर क्यों समझा रहे हैं. पीएम मोदी का जवाब था, ऐसा करना पड़ रहा है क्योंकि कुछ लोगों को बात समझ नहीं आती.

पीएम के लंबे संबोधन पर सवाल उठा तो उन्होंने कहा- मुझे सिर्फ चालीस मिनट मिले हैं बाबू, आपको तो पूरा ढाई घंटे मिले थे.पीएम मोदी के बयानों पर संसद में लगातार ठहाके लगते रहे ….

काका हाथरसी के शब्दों में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ‘अंतरपट में खोजिए छिपा हुआ है खोट, मिल जाएगी आपको बिल्कुल सत्य रिपोर्ट’.

यही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से कई नेताओं को परेशानी हुई. किस किस तरह के बयान दिए गए. सर्जिकल स्ट्राइक पर लोगों का रुझान देखने के बाद कई नेताओं को अपने बयान बदलने पड़े.

पीएम मोदी के तीखे बोल

  • कल आखिर भूकंप आ ही गया
  • कुछ दल कर्ज लेकर घी पीने की नीति पर चलते हैं
  • चर्चा के बजाय टीवी कैमरों में विपक्ष की दिलचस्पी, बाइट देते रहे
  • टीवी पर लोगों की कतार देख नोटबंदी पर चर्चा टालता रहा विपक्ष
  • काला धन केवल कैश में नहीं, विपक्ष को ये ज्ञान कब हुआ
  • कांग्रेस ने बेनामी संपत्ति के कानून को 26 साल तक नोटिफाई नहीं किया
  • संसाधन लूटने वाले देश की गरीबी के लिए जिम्मेदार
  • हमें चुनाव की नहीं देश की चिंता
  • आज भी अंग्रेजों की विरासत को ढो रहे हैं. हमने बजट का समय बदला
  • पूरा लोकतंत्र एक ही परिवार के नाम
  • आपने अच्छा सुझाव दिया, हम भी कुछ करके दिखाएंगे
  • मेरा कोई भी फैसला हड़बड़ी में नहीं
  • अब आवाज आती है खजाने में कितना पैसा आया
  • पहले हिसाब लगता था कि कितना पैसा गया
  • भगवंत मान पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये होते तो कुछ और पीने को कहते.
  • कुछ दलों के लोगों के दिल चारबाग ही रह गए हैं.
  • कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाया. कांग्रेस के लोग महान हैं
  • कांग्रेस के लोकतंत्र को पूरा देश जानता है
  • लोकतंत्र एक परिवार पर भेंट कर दिया गया.

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा- कैश लेनदेन से होता है भ्रष्टाचार, नोटबंदी का फैसला सही समय पर लिया

लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उनके भाषण ने चर्चा में जान फूंकी. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने यह बात कही. पीएम ने बीती रात भूकंप आने का जिक्र करते हुए कहा कि आखिर भूकंप आ ही गया. धरती मां इतना क्यों रूठ गईं. इशारों में पीएम मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला किया. दरअसल, राहुल गांधी ने कुछ समय पहले कहा था कि मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा. पीएम की भूकंप वाली टिप्पणी के बाद लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया.

सर्जिकल स्ट्राइक पर लोगों का रुझान देख नेताओं ने बदले बयान
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से कई नेताओं को परेशानी हुई. किस किस तरह के बयान दिए गए. सर्जिकल स्ट्राइक पर लोगों का रुझान देखने के बाद कई नेताओं को अपने बयान बदलने पड़े.

कांग्रेस का लोकतंत्र पूरा देश जानता है
पीएम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि -खड़गे ने कहा था कि कांग्रेस की कृपा है अब भी लोकतंत्र बचा है और आप मुझे पीएम बना पाए. कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाया. कांग्रेस के लोग महान हैं, लेकिन उस पार्टी के लोकतंत्र को पूरा देश जानता है. पूरा लोकतंत्र एक परिवार पर भेंट कर दिया गया. 1975 की याद इस देश में ताजा है. हिन्दुस्तान को जेलखाना बना दिया गया. आपातकाल थोप दिया गया था.

उन्होंने कहा कि जनशक्ति की वजह से लोकतंत्र स्थापित हुआ और इसी ताकत से गरीब मां का बेटा प्रधानमंत्री बन सका. चंपारण शताब्दी का वर्ष है. इतिहास केवल किताबों में पड़ा रहे तो समाज को प्रेरणा नहीं मिलती. हर युग में इतिहास को जानने और जीने का प्रयास जरूरी है. हम थे या नहीं थे. 1857 का संग्राम इस देश के लोगों ने जान की बाजी लगाकर लड़ा था, सबने मिलकर लड़ा था, तब कांग्रेस बनी भी नहीं थी.

कई लोग अब राजनीति में हैं जो आजादी के बाद पैदा हुए हैं, लेकिन उन्हें देश के लिए जीने का अवसर मिला है, हम वही कर रहे हैं. देश ने अपार जनशक्ति देखी है. लाल बहादुर शास्त्री की याद आज भी देशभक्ति के लिए प्रेरणादायक है. लेकिन ज्यादातर सरकारों ने जनसामर्थ्य को पहचानना छोड़ दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि हम जनांदोलन के सहारे देश को आगे ले जाने की दिशा में काम कर रहे हैं. पहले से ज्यादा परिणाम मिलेंगे.

कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी ने आजादी को सिर्फ एक परिवार की देन करार दिया है. बाकी लोगों को पार्टी ने कभी सम्मान नहीं दिया. इसमें चाहे चंद्रशेखर आजाद हो, या फिर सावरकर हों…

पीएम ने कहा कि सरकार जनशक्ति के आधार पर हर काम कर रही है. स्वच्छता का अभियान भी इसकी कड़ी है. गांधी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जी भी आजादी से पहले स्वच्छता की बात करते थे. इस देश में संसद ने पहले कभी स्वच्छता पर चर्चा नहीं की थी. इस सरकार के आने के बाद इस पर चर्चा की गई. कोई गंदगी नहीं चाहता है. क्या सभी लोग मिलकर गांधी जी के सपने को पूरा करने के लिए आगे नहीं बढ़ सकते हैं.

ब्रिटेन के टाइम के हिसाब से पेश होता था बजट
भारत एक कृषि प्रधान देश है. लेकिन देश में बजट की प्रक्रिया में देरी की वजह से किसान का नुकसान होता रहा है. इसलिए इस बार बजट को जल्दी पेश किया गया है. पहले ब्रिटेन के टाइम के हिसाब बजट पेश होता रहा. सालों तक यही चलता रहा. बाद में अटल जी की सरकार में समय बदला गया और भारतीय समय के हिसाब से यह किया गया.  कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यह सब कांग्रेस के समय में समितियों की रिपोर्ट के आधार पर किया गया है.

ट्रांसपोर्ट सिस्टम बदलने का प्रयास
सरकार ट्रांसपोर्ट के सिस्टम को बदलने का प्रयास कर रही है. अब रेलवे ही परिवहन का अकेला बड़ा जरिया नहीं है. 1500 ऐसी घोषणाएं पहले रेलवे बजट में हुईं, जिनका कागज पर ही देहांत हो गया. नौकरशाहों को यह सूट करता है, राजनेता खुश हो जाते हैं. लेकिन देश के लिए यह सही नहीं है. अब चीजें बदल रही हैं.

विपक्ष टीवी पर बाइट देने में बिजी था
नोटबंदी पर चर्चा के लिए सरकार तैयार है. लेकिन विपक्ष टीवी पर लोगों की कतार देखकर चर्चा को टालता रहा. टीवी पर बाइट जरूर देते रहे. पीएम मोदी ने कहा कि जो बारिकी से अध्ययन करते हैं, उन्हें देखना चाहिए 2014 मई के पहले का वक्त देखिए, कहां किस भ्रष्टाचार में कितना पैसा गया की बात होती थी. अब आवाज उठती है मोदी जी कितना लाए. यह बदलाव है. सही कदम है. नोटबंदी के बाद जाने की नहीं आने की बात होती है.

कांग्रेस को यह ज्ञान कब मिला
खड़गे जी ने संसद में कहा कि कालाधन, हीरे-सोने, प्रॉपर्टी में है. लेकिन सदन जानना चाहता है कि यह ज्ञान आपको कब प्राप्त हुआ. भ्रष्टाचार  की शुरुआत नकद से होती है. इसके बाद सोना चांदी, हीरा, प्रापर्टी है. जब पंचायत से लेकर हर जगह कांग्रेस का राज था. तब बेनामी संपत्ति का कानून बना. लेकिन क्या कारण है 26 साल तक उस कानून को नोटिफाई नहीं किया गया. अगर उस समय किया गया होता देश जल्दी साफ होता. वे कौन लोग थे जिन्होंने कानून दबाया. वे किस परिवार के लोग थे. जो ज्ञान आज कांग्रेस को हुआ है वह पहले क्यों चुप थी. नोटबंदी के माध्यम से इस सरकार ने कदम उठाया है.

गरीबों का हक लौटाना पड़ेगा
पीएम मोदी ने कहा, आप कितने ही बड़े क्यों न हों, गरीब का हक लौटाना पड़ेगा. गरीबों के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है और लड़ाई जारी रहेगी. इस देश में प्राकृतिक संपदा की कमी नहीं थी, लेकिन ऐसा वर्ग पनपा जिसने लोगों का हक लूटा. इसलिए देश ऊंचाइयों तक नहीं पहुंचा.

कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपकी सरकार के दौरान भी सुझाव आए. इंदिरा गांधी के समय में शंकरराव चव्हाण उनके पास यह सुझाव लेकर गए थे, लेकिन इंदिरा गांधी ने चुनाव का जिक्र कर मामला शांत कर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दलों के लोगों के दिल चारबाग ही रह गए हैं. जब तक जियो मौज करो. चिंता किस बात की. कर्ज करो और घी पियो. आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये होते तो कुछ और पीने को कहते.

दिवाली के समय नोटबंदी का फैसला एकदम सही
कुछ लोगों का कहना है कि जब अर्थव्यवस्था इतनी अच्छी चल रही थी तो ऐसे समय नोटबंदी क्यों लागू की. जरूरी यह था कि देश की अर्थव्यवस्था इतनी फिट थी कि उसी समय यह करना उचित था. हमारे देश में सालभर में जितना व्यापार होता है उसका आधा दिवाली के समय ही हो जाता है. यह सही समय था नोटबंदी के लिए. उन्होंने कहा कि जो सरकार ने सोचा था लगभग उसी हिसाब से सब चीजें चलीं.

नोटबंदी के बाद सारी चीजें रिकॉर्ड पर
पहले आयकर विभाग की मनमर्जी से छापा मारते थे. नोटबंदी के बाद सारी चीजें रिकॉर्ड पर हैं. कहां से आया, किसने लाया. अब आयकर विभाग को कहीं जाना नहीं है. एसएमएस के जरिए पूछ रहे हैं. मुख्य धारा में लोगों को आने का अवसर मिल गया है. क्लीन इंडिया अभियान में यहां से काम हो रहा है. बेनामी संपत्ति का कानून पास किया गया है. कानून को समझ लें. जिनके पास भी बेनामी संपत्ति है वह सलाह ले लें. कानून कितना कठोर है समझ लें.

उन्होंने कहा-जिस दिन सरकार बनी उसी दिन कालेधन पर एसआईटी बनाई. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाई गई थी. 24 मार्च 2014 को कोर्ट ने कहा था कि किसी भी सरकार ने विदेशों में पड़े कालाधन कार्रवाई के लिए कुछ नहीं किया. तीन साल से आदेश पारित है लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया.

विदेशों में कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए उठाए कदम
पीएम मोदी ने कहा कि अब कई देशों से ऐसे समझौते किए गए जिसमें कोई भारतीय अगर वहां पैसा रखता है तो इसकी जानकारी भारत सरकार को देनी होगी. पीएम मोदी ने कहा कि देश में भी कई कालेधन पर लगाम के लिए काम किए गए. सोना खरीदारी में पैन, प्रॉपर्टी खरीदी पर कैश पर रोक, महंगी कारों की खरीदी पर टैक्स आदि कई काम किए. 1100 से ज्यादा कानून खत्म किए गए.

आपने मनरेगा में 1035 बार नियम क्यों बदले थे
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार ने नरेगा योजना का नाम बदलकर मनरेगा कर दिया. इस योजना में 1035 बार नियम बदले गए. उन्होंने पूछा कि क्या कारण था मनरेगा जो इतने सालों से चल रहा था, उसके नियमों में इतना बदलाव किया गया. एक्ट काफी पहले ही पास हो गया था. नोटबंदी पर बदलते नियम पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों की समस्या को देखते हुए नियम बदले गए.

काका हाथरसी का उदाहरण दिया
काका हाथरसी के शब्दों में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ‘अंतरपट में खोजिए छिपा हुआ है खोट, मिल जाएगी आपको बिल्कुल सत्य रिपोर्ट’. उन्होंने कहा कि सरकार नियमों से चलती है जो नियम पहले से थे उसी नियम पर यह सरकार भी चल रही है. नीयत में खोट होगी तो नियति निगेटिव हो जाती है.

मैं आपके मैदान में खेलना पसंद करूंगा
वर्तमान सरकार की योजनाओं को यूपीए की योजना बताए जाने पर पीएम ने कहा कि आपके मैदान पर खेलना पसंद करूंगा. नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क 2011-14 में सिर्फ 59 गांवों में यह काम हुआ. उसमें कनेक्टिविटी नहीं थी. हमने कार्यसंस्कृति बदली. सब राज्यों को साथ में लिया. लास्ट माइल कनेक्टिविटी तय की. प्रोक्योरमेंट डिसेंट्रालाइज किया. परिणाम यह था कि अब तक 76000 गांवों में यह नेटवर्क पूरा हो गया. दूसरा, कैशलेस सोसाइटी की बात पर पीएम मोदी ने कहा कि 2007 के बाद कांग्रेस के नेता कहते हैं राजीव गांधी कंप्यूटर लाए. ये मोबाइल लाए. इसे आगे बढ़ाने में बुराई क्या है. अगर सभी के पास मोबाइल नहीं है, केवल 40 प्रतिशत लोगों के पास है तो यहां शुरुआत की जा सकती है. कम से कम शुरुआत तो हो रही है.

कैशलेस सोसाइटी से देश का भला होगा
एक एटीएम के पैसे को संभालने के लिए पांच पुलिसवाले लगते हैं. कैशलेस सोसाइटी से देश का भला होगा. पिछली सरकार में पीएम सड़क योजना  67 किलोमीटर प्रतिदिन बनती थी. स्पेस टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं. अब 111 किलोमीटर प्रतिदिन बन रही है. रेलवे में ड्रोन का प्रयोग हो रहा है. पहले हर साल 10 लाख 83 हजार घर बनते थे. अब 22 लाख 27 हजार घर बनते हैं.

बिजली संकट खत्म किया
सारे राज्य बिजली संकट से परेशान थे. पिछले दो साल बिजली उत्पादन बढ़ाया गया. कन्वेंशनल एनर्जी को जोड़ा गया. ट्रांसमिशन लाइनें बढ़ाई गईं. 2014 से पहले उत्पादन 2700 मेगावाट था. अब 9000 से ज्यादा उत्पादन हो रहा है. एलईडी बल्ब को प्रोत्साहन दिया. 21 करोड़ एलईडी बल्ब लगाए गए हैं. परिवारों का बिजली का बिल कम हुआ है. इससे 11000 करोड़ रुपये उपभोक्ताओं की बचत हुई है.

अनुसूचित जाति के लिए बजट बढ़ाया
खड़गे को फिर निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2012-13 और 2013-14 में यूपीए सरकार अनुसूचित जाति के बजट में कमी रखी थी जिसे इस साल के बजट में काफी बढ़ाया गया.

गरीबों का 50 हजार करोड़ बिचौलिए खा रहे थे
करीब 50000 करोड़ रुपये जो गरीबों के हक का था जिसे बिचौलिये खा रहे थे, उसे रोका गया है. पीएम मोदी ने कहा कि गैस सब्सिडी छोड़ने के बाद 26 हजार करोड़ रुपये देश के बचे, जिससे गरीब परिवार को दिया गया. फर्जी राशन कार्ड रोकने के लिए आधार कार्ड का प्रयोग किया गया. करीब 4 करोड़ फर्जी राशन कार्ड पकड़े गए. इससे 14000 करोड़ रुपये बिचौलियों से बचाए गए. मनरेगा में आधार से भुगतान हो रहा है. 94 प्रतिशत कामयाबी मिली है. 7633 करोड़ रुपये को लीकेज रोका गया है. जो हर साल बचेगा. एनएसएपी के तहत 400 करोड़ रुपये बचा गया है. पैसे जाते रहे लेकिन लेनदार नहीं मिल रहे हैं. बेटियों के नाम पर पैसे बांटे गए जो पैदा भी नहीं हुईं. करीब 50000 करोड़ रुपये जो गरीबों के हक का था जिसे बिचौलिये खा रहे थे उसे रोका गया है.

अब यूरिया के लाठीचार्ज नहीं होता
पीएम मोदी ने कहा कि अब यूरिया के लिए लाठीचार्ज नहीं होता. पहले के अखबार देख लीजिए. अब लाइन भी नहीं लगती है. दो साल किसी सीएम ने चिट्ठी नहीं लिखी. यूरिया की नीम कोटिंग करके उसकी चोरी रोकी. इसकी नीम कोटिंग करके अध्ययन भी कराया. किसानों को फायदा हुआ.

चुनावों में सुरक्षा और कर्मचारियों का काफी प्रयोग
चुनाव के समय सुरक्षा और कर्मचारियों को प्रयोग काफी होता है. हमें इस दिशा में काम करना चाहिए. कोई हल निकालना चाहिए. क्योंकि चुनाव के समय सबसे ज्यादा शिक्षकों का प्रयोग होता है. इससे शिक्षा का सबसे ज्यादा नुकसान होता है. इस दिशा में काम करने की जरूरत है.

यूपी विधानसभा चुनाव 2017 : अलीगढ़ में पीएम नरेंद्र मोदी बोले – विकास का मतलब, बिजली, कानून , सड़क

यूपी में विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर ज़ोर शोर से राजनीतिक पार्टियां दम लगा रही हैं. इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि वह कल भी राज्य में आए थे. चुनाव अहम है. उन्होंने कहा कि 2014 में अलीगढ़ में इसी मैदान में रैली थी. मैदान आधा भी नहीं भरा था. आज काफी लोग आए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की जनता परिवर्तन चाहती है. बीजेपी की आंधी है इसलिए यूपी के सीएम ने गठबंधन किया है.

पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए यह चुनावी लड़ाई है. पीएम ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी. किसी की परवाह किये बिना भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बेईमानों को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अब हिसाब मांग रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को कई जरूरतों के लिए सरकार से मदद के रुपये में पैसा मिलता होगा. उन्होंने कहा कि हमने बैंक अकाउंट के जरिए पैसे देने का नियम लागू किया. आधार कार्ड से जोड़ने को कहा. इसके बाद कई घोटाले सामने आए हैं. हमने कई योजनाओं में लोगों को सीधे पैसे पहुंचाने की व्यवस्था की है.

पीएम मोदी ने कहा कि 40000 करोड़ रुपये जो हर वर्ष चूहे खा जाते थे उसे बचा लिया. अब यह पैसा गरीब के काम आएगा. इसलिए रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. पीएम मोदी ने गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोग चुनाव जीतने के लिए, भ्रष्टाचार के लिए साथ आए हैं. इन लोगों को डर है कि कहीं ऐसे कानून न बना दे कि चोर लुटेरे बच नहीं पाएंगे.

पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इस आदेश पर तूफान सा मच गया. अब सबको घर में रखा पैसा बैंक में जमा कराना पड़ा. पीएम ने कहा कि बैंक में जमा करने से काला सफेद नहीं हुआ है. अभी जांच होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पैसे गरीब के काम आए इस दिशा में काम हो रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.

विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.

केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.

यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.

उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.

गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा.  पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.

यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.

मेरठ की रैली में PM मोदी ने बताया SCAM का मतलब, आप भी जानें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में भारतीय जनता पार्टी की विजय शंखनाद रैली को संबोधित करने के दौरान समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी पर हमला बोला। इस दौरान मोदी ने अपने शब्दों में SCAM का मतलब भी समझाया।

सामान्यतः तो अंग्रेजी के इस शब्द SCAM का हिन्दी में अर्थ, घोटाला या धोखा देना होता है लेकिन मेरठ की रैली में मोदी ने SCAM का नया अर्थ या यूं कहें कि फुलफॉर्म बताई। रैली में आए लोगों को संबोधित करने के दौरान मोदी ने कहा कि भाजपा की लड़ाई SCAM के खिलाफ है।

मोदी ने SCAM का मतलब बताया, S- समाजवादी पार्टी, C- कांग्रेस, A- अखिलेश, M- मायावती। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई इस SCAM के खिलाफ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि SCAM के खेल को आपको समझना होगा। तभी यूपी का विकास संभव हो सकता है। परिवर्तन के लिए वोट करिए।

इससे पहले मोदी ने कहा कि पिछले ढाई साल से हम केंद्र में हैं, मेरे ऊपर कोई कलंक नहीं लगा। मुझे यूपी की जनता का कर्ज अदा करना है। केंद्र से भेजा जाने वाले पैसा लखनऊ में ही रुक जाता है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को घेरते हुए कहा कि आखिर कल तक कांग्रेस जिस समाजवादी पार्टी के खिलाफ ये आरोप लगा रहे थे अचानक उनके साथ गठबंधन कैसे कर लिया। एक दूसरे को बचाने के लिए गठबंधन किया है। भले ही उन्होंने गठबंधन कर लिया हो लेकिन इस गठबंधन को कोई नहीं बचा सकता।

मोदी ने यूपी की अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सफाई के लिए यूपी सरकार को साढ़े नौ सौ करोड़ रुपये दिए थे लेकिन यूपी सरकार 40 करोड़ भी खर्च नहीं कर सकी। केंद्र सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य और इलाज के लिए यूपी सरकार को 4 हजार करोड़ रुपये दिए थे।

उन्होंने कहा कि मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि राज्य सरकार इसमें से ढाई हजार करोड़ रुपये भी खर्च नहीं कर पाई। इतना ही नहीं वो इसका हिसाब भी नहीं दे पाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी की जनता के विकास कार्य की जगह समाजवादी सरकार अपने परिवार की लड़ाई में व्यस्त रही।

बजट सत्र 2017: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां, सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ

संसद के बजट सत्र का आगाज हो गया है। सुबह 11 बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र का विधिवत आगाज हो गया। हर साल की तरह इस बार भी राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार की नीतियों और उपलब्धियों का लेखा जोखा रख रहे हैं।

इससे पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपनी बग्घी पर परंपरागत काफिले के साथ संसद भवन पहुंचे। राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस सत्र में कई नई परंपराओं का आगाज हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई की इस बार जनता के हित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दिनों सभी दलों से बात हुई है और जनहित के मुद्दों पर सहमति बनाकर चर्चा कराने की कोशिश की जाएगी।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के साथ बजट सत्र का आगाज

  • -बैंकिंग सिस्टम से गरीबों को जोड़ा
  • 1.2 करोड़ लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी
  • गरीबों के 26 करोड़ जन-धन अकाउंट खुले
  • मुद्रा योजना के जरिए गरीबों को लोन दिया
  • महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया
  • सबका साथ-सबका विकास चाहती है भारत सरकार
  • अच्छी सेहत के लिए स्वच्छ भारत अभियान
  • उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को गैस कनेक्शन, 1.5 करोड़ गरीबों को फ्री गैस कनेक्शन दिए गए

फसल बीमा योजना से किसानों को राहत मिली: राष्ट्रपति

  • दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से गांवों का अंधेरा दूर किया
  • रिकॉर्ड समय में 11 हजार से ज्यादा गांवों में बिजली पहुंचाई गई
  • इंद्र धनुष योजना से 55 लाख बच्चों को मदद
  • किसानों को बीज और कीटनाशक की व्यवस्था, किसानों के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड लेकर आए
  • फसल बीमा योजना से किसानों को राहत मिली, खरीफ पैदावार में 6 फीसदी की बढ़ोतरी
  • किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए गए
  • 7वें वेतन आयोग से 50 लाख सरकारी कर्मचारियों को फायदा हुआ

‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ को सरकार ने मिशन बनाया: राष्ट्रपति

  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत गरीबों के लिए 3 करोड़ शौचालय का निर्माण
  • इस बार से रेल और आम बजट साथ-साथ
  • मैटरनिटी लीव को 26 हफ्ते किया गया
  • पहली बार वायुसेना को महिला पायलट मिली
  • ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ को सरकार ने मिशन बनाया
  • छोटे शहरों को महानगरों से जोड़ने का प्रयास, 4 शहरों के लिए मेट्रो रेल परियोजना
  • अरुणाचल प्रदेश, मेघालय को रेल नेटवर्क से जोड़ा गया
  • पूर्व सैनिकों की OROP की मांग को सरकार ने पूरा किया

LoC पर सफल सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ

  • LoC पर सफल सर्जिकल स्ट्राइक किया गया, आतंक के खिलाफ सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया
  • कालेधन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी, डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने पर जोर
  • BHIM एप से बाबा साहब अंबेडकर को श्रद्धांजलि
  • 6 लाख दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी
  • 34 लाख नॉन गजेटेड पद पर इंटरव्यू खत्म किया
  • विदेशी निवेश के लिए नियम आसान बनाए गए: राष्ट्रपति
  • दिव्यांगों को बराबरी का हक देना सरकार की कोशिश, पैरालंपिक खेलों में दिव्यागजनों ने प्रतिभा दिखाई
  • विदेशी निवेश के लिए नियम आसान बनाए हैं, देश में विदेश निवेश में रिकॉर्ड इजाफा हुआ
  • एक देश एक टैक्स को लेकर जीएसटी लाया गया
  • 55 लाख लोगों के लिए प्रॉविडिएंट फंड के UAN लाए

बजट के बाद पीएम मोदी ने कहा- दाल से डेटा तक का रखा ख्याल, सबके लिए ठोस कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस बजट में दाल से डेटा तक का ख्याल रखा गया है। कहा कि इस बजट से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी साथ ही विकास की गति तेज होगी। कहा कि इस बजट में हर तबके लिए ठोस कदम उठाए गए हैं।

पीएम मोदी ने वित्त मंत्री अरुण और उनकी टीम को शुक्रिया करते हुए कहा कि इस बजट में सबसे ज्यादा जोर किसान, गांव,गरीबस दलित, पीड़ित और शोषित पर केंद्रित किया गया है। कहा कि बजट में रेलवे बजट को मर्ज किए जाने से ट्रांसपोर्ट सेक्टर का विकास होगा।

पीएम ने कहा कि हर किसी के सपने को साकार करने का कदम इस बजट में साफ-साफ नजर आ रहा है।पीएम ने कहा कि इस बजट में रोजगार पर पूरा ध्यान देने के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया गया है। कहा कि टैक्स घटाना एक साहसपूर्ण फैसला है।

पीएम ने कहा कि इस बजट से मध्यम वर्ग की क्रय शक्ति बढ़ेगी साथ ही यह बजट देश को दिशा देने वाला है। कहा कि रेल सेफ्टी फंड पर ध्यान दिया गया है, जिससे रेल सुरक्षा और भी ज्यादा मजबूत होगी।

यहाँ पढ़े:-  यूनियन बजट 2017: अरुण जेटली के पिटारे से निकली टैक्स छूट की बहार

पीएम ने कहा कि इस बजट से मध्यम वर्ग की क्रय शक्ति बढ़ेगी साथ ही यह बजट देश को दिशा देने वाला है। कहा कि रेल सेफ्टी फंड पर ध्यान दिया गया है, जिससे रेल सुरक्षा और भी ज्यादा मजबूत होगी। पीएम ने कहा कि इस बजट में कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने की प्रतिबद्धता इस बजट में दिखता है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस बजट से हाउसिंग सेक्टर भी लाभ होगा। कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि किसानों की आय दोगुना बढ़े।

 कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उत्तम बजट पेश किया है। इस बजट की मदद से छोटे व्यवसायियों को वैश्विक बाजार में मुकाबला करने का मौका मिलेगा। पीएम के मुताबिक कई मायनों में यह बजट हमारे देश के विकास में सहायक होगा।

आर्थिक सर्वेक्षण से पहले बोले पीएम नरेंद्र मोदी- नई परंपरा की शुरुआत, महीनेभर पहले आ रहा है बजट

संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. पीएम मोदी ने आर्थिक सर्वेक्षण से पहले कहा कि पिछले दिनों सभी राजनीतिक दलों के साथ सामूहिक रूप से और व्यक्तिगत रूप से लगातार चर्चा हुई है. सत्र का सर्वाधिक उपयोग जनहित के लिए हो, सार्थक चर्चा हो, बजट की भी बारीकी से चर्चा हो.

पीएम ने आगे कहा कि पहली बार बजट 1 फरवरी को हो रहा है. आप सबको स्‍मरण होगा हमारे देश में पहले बजट शाम को 5 बजे प्रस्‍तुत किया जाता था. जब अटल जी की सरकार थी, तब से उसे समय परिवर्तित करके सुबह सदन प्रारंभ होते ही बजट शुरू हुआ.

आज एक और नई परंपरा का प्रारंभ हो रहा है. एक तो बजट करीब एक महीने पहले आ रहा है. दूसरा इसके साथ रेल बजट भी जोड़ दिया गया है. सदन में इस पर व्‍यापक चर्चा होगी और उससे आने वाले दिनों में क्‍या लाभ होने वाले हैं, यह भी मुखर हो करके आएगा. मैं सभी राजनीतिक दलों से, मेरा विश्‍वास है कि वह इस बार सदन को उत्‍तम चर्चा के साथ जनहित के काम को आगे बढ़ाने में उपयोग करेंगे.

उल्लेखनीय है कि आर्थिक सर्वेक्षण के तहत देश की आर्थिक हालत का पूरा ब्योरा पेश किया जाता है. सालभर में देश में विकास का ट्रेंड क्या रहा, किस क्षेत्र में कितना निवेश हुआ, किस क्षेत्र में कितना विकास हुआ, किन योजनाओं को किस तरह अमल में लाया गया, जैसे सभी पहलुओं पर इस सर्वे में सूचना दी जाती है. अर्थव्यवस्था, पूर्वानुमान और नीतिगत स्तर पर चुनौतियों संबंधी विस्तृत सूचनाओं का भी इसमें समावेश होता है. इसमें क्षेत्रवार हालातों की रूपरेखा और सुधार के उपायों के बारे में बताया जाता है. मोटामोटी तौर पर, यह सर्वेक्षण भविष्य में बनाई जाने वाली नीतियों के लिए एक दृष्टिकोण का काम करता है.

 

यूनियन बजट 2017: अरुण जेटली के पिटारे से निकली टैक्स छूट की बहार

संसद में आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट पेश कर दिया है। अपनी सरकार का पिटारा खोलते हुए, जेटली ने किसानों को 10 करोड़ का कर्ज देने की बात की, खासकर पूर्वोंत्तर और जम्मू-कश्मीर प्रमुखता दी जाएगी। इसके अलावा सर्कार ने एक ओर अच्छा फैसला लेते हुए बजट में टैक्स दरों में भी कटौती की है। आइये जानते है यूनियन बजट 2017 के मुख्य अंश

जेटली ने शेर भी पढ़ते हुए कहा

वित्त मंत्री जेटली ने नोटबंदी और जीएसटी जैसे दो बड़े फैसलों के बाद इकोनॉमी को आगे बढ़ाने का जिक्र करते हुए कहा, ”घबराकर न थम जाइए आप, जो बात नहीं है, उसे अपनाइए आप; डरते हैं नई राहों पर क्यों चलने से? हम आगे-आगे चलते हैं, आइए आप।”

टैक्स छूट में क्या मिला?

  • 2.5-5 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स 10% से घटाकर 5% किया गया
  • 3 लाख तक की आय पर किसी तरह का टैक्स अब नहीं देना होगा
  • 5 से 10 लाख तक 20 प्रतिशत इनकम टैक्स देना होगा
  • 10 लाख से अधिक आय पर 30 प्रतिशत तक टैक्स देना होगा
  • 50 लाख से 1 करोड़ तक की आय पर 10 प्रतिशत सरचार्ज
  • 1 करोड़ से ज्यादा आय वालों पर 1 प्रतिशत सरचार्ज जारी रहेगा
  • जिन व्यक्तियों का सालाना टर्न ओवर 50 करोड़ का होगा उन्हें 25 प्रतिशत टेक्स देना होगा, जो पहले 30 प्रतिशत देना पड़ता था।

 

किसानों को क्या मिला?

  • किसानों को बड़ी राहत देते हुए जेटली ने कहा, हर किसान को 10 लाख करोड़ के क्रेडिट कार्ड दिए जायेंगे। उनका 60 प्रतिशत ब्याज माफ़ किया जायेगा। इसके साथ ही 40 फीसदी किसानों को कोऑपरेटिव सोसायटीज से क्रेडिट कार्ड मिलेगा।
  • फसल बीमा योजना में कवरेज को बढ़ाते हुए 40 प्रतिशत किया गया है। किसानों को एक ओर फायदा देते हुए अपने खेतों की जमीन की मिटटी का टेस्ट कर सकें। इसके लिए सर्कार ने कृषि विज्ञान केंद्रों में मिनी लैब्स बनाने का प्रावधान किया है। साथ ही कृषि विकास दर 4.1 दर से बड़ाई जाएगी।
  • -3.5 करोड़ यूथ्स को मार्केट बेस्ड ट्रेनिंग दी जाएगी।

 

रूरल सेक्टर को क्या मिला?

  • वित्त मंत्री ने मनरेगा के तहत 2017-18 में पांच लाख तालाब बनाने की घोषणा की। साथ ही मनरेगा के अन्तर्गत 55% महिलाओं की भागीदारी बड़ाई जाएगी। 2017-18 में मनरेगा के लिए 48 हजार करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। जो अब तक का सबसे बड़ा बजट अलॉकेशन है।
  • इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत जहां हर दिन 133 किलोमीटर सड़के बनाई जा रही थी। अब इसकी वृद्धि की जाएगी, ताकि हर गांव और शहर को आसानी से जोड़ा जा सके। साथ ही प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत 2019 तक 1 करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है।

यूथ को क्या मिलेगा?

  • जेटली ने कहा, ”अच्छी इंस्टीट्यूट्स बनाए जाएंगे, साथ ही स्वयं के प्लेटफॉर्म बनाएंगे। जिनमें 350 ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को शुरू किया जायेगा।
  • स्किल अवेयरनेस प्रोग्राम के अन्तर्गत वर्ष 2017-18 में 4000 करोड़ तक खर्च किया जायेगा। 3.5 करोड़ यूथ्स को मार्केट बेस्ड ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
  • नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाई जाएगी जो हायर एजुकेशन के लिए सभी बड़ी एंट्रेंस एग्जाम्स कराएगी। इससे सीबीएसई जैसी संस्थाएं एकेडमिक्स पर फोकस कर पाएंगी।
  • लेदर और फुटवेयर सेक्टर के लिए इम्प्लॉयमेंट स्कीम लॉन्च होंगी। 5 स्पेशल टूरिज्म सेक्टर बनाए जाएंगे। इन्क्रेडिबल इंडिया का सेकंड कैम्पेन लॉन्च होगा।

 

गरीबों और बुजुर्गों को क्या मिला?

  • जेटली ने कहा कि गर्ल चाइल्ड के साथ ही सबका साथ, सबका विकास मिशन की शुरुआत होती है। अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए बड़ा फंड होगा।
  • गरीब की बीमारी से बचने के लिए कई एक्शन प्लान्स बनाये गए है। जिसके तहत कई बड़ी बीमारियों को जड़ से मिटने का प्लान बनाया गया है।
  • साथ ही सीनियर सिटीजन के स्वास्थ का ध्यान रखते हुए, आधार बेस्ड स्मार्ट कार्ड बनेंगे जो उनकी सेहत का रिकॉर्ड रखेंगे।

 

महिला और बच्चों के लिए

  • महिला सुरक्षा और चाइल्ड वेलफेयर के लिए 1.84 लाख करोड़ रुपए का प्रोविजन संसद में रखा गया।

टेलिकॉम सेक्टर को बढ़ावा

  • ग्राम पंचायतों को हाईस्पीड ब्रॉड बैंड सर्विस देने के लिए सरकार खास कदम उठाने वाली है। जिसके तहत 1 लाख 50 हजार ग्राम पंचायतों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी।
  • इसके अलावा भारत नेट प्रोजेक्ट के लिए 10 हजार करोड़ रुपए अलॉट किए गए है।

नेशनल हाई-वे

  • नेशनल हाई-वे के अन्तर्गत 64900 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है।
  • ट्रांसपोर्ट के लिए 2, 41,387 करोड़ रु. तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 3,96,135 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

रेलवे को क्या मिला?

  • रेल सेफ्टी फंड के अन्तर्गत पांच साल के लिए 1 लाख करोड़ मिलेंगे।
  • सरकार एक गाइडलाइन भी बनाएगी ताकि इस फंड का इस्तेमाल ठीक तरह से हो सके। साथ ही 2020 तक ब्रॉडगेज लाइन पर मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग खत्म कर दी जाएगी।
  • 7000 स्टेशनों को सोलर पावर से चलाया जाएगा तथा 25 स्टेशनों का रीडेवलपमेंट होगा। 500 स्टेशन डिफरेंटी एबल्ड फ्रेंडली बनाए जाएंगे।
  • नई मेट्रो रेल पॉलिसी का एलान होगा। नया एक्ट बनेगा। इससे प्राइवेट पार्टिसिपेशन में मदद मिलेगी।
  • अब IRCTC से टिकट बुक करने पर सर्विस चार्ज नहीं देना होगा।
  • रेलवे स्टेशनों को दिव्यांगों के लिए आसान बनाया जाएगा
  • टूरिज्म और धार्मिक यात्राओं के लिए अलग से ट्रेनें चलाई जाएंगी

 

राजनीतिक पार्टियों को क्या मिला?

  • राजनीतिक पार्टियां सिर्फ 2 हजार रुपए कैश में ले पाएंगी। २ हजार से ज्यादा के लिए के लिये डोनर बांड जारी होंगे।
  • राजनीतिक दलों को आयकर दाखिल करना होगा।

बजट 2017 के अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

  1. 3 लाख से अधिक लेनदेन केश नहीं होगा, इसके ऊपर का लेनदेन डिजिटल होगा।
  2. -भूमि अधिग्रहण पर मुआवजा कर मुक्त होगा
  3. दो राज्य झारखंड और गुजरात को दो नए एम्स की सौगात मिली।
  4. फौजियों के लिए केंद्रीकृत यात्रा प्रणाली शुरू होगी।
  5. वैज्ञानिक मंत्रालयों के लिए 37435 करोड़ रुपये आवंटित किये गए।
  6. आधार कार्ड से पेमेंट करने के लिए 20 लाख मशीनें लगाई जाएंगी।
  7. देश छोड़कर भागने वाले आर्थिक अपराधियों की संपत्ति जब्त की जाएगी।

 

बजट से क्या होगा लाभ?

  1. किसानों की आय बढ़कर पांच साल में दोगुना होने की संभावनाएं हैं।
  2. रूरल डेवलपमेंट में इन्फ्रास्ट्रक्चर।
  3. युवा पीढ़ी के लिए नोकरियां के अवसर बढ़ेंगे।
  4. गरीबों के लिए मकान खरीदना होगा आसान।
  5. सोशल सिक्युरिटी बढ़ेगी।
  6. क्वालिटी ऑफ लाइफ के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर।
  7. डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देना।
  8. पब्लिक सर्विस में लोगों की भागीदारी बढ़ेगी।
  9. ऐसा मैनेजमेंट जिससे रिसोर्सेस मोबाइल हो।
  10. ईमानदार का सम्मान हो।