देशी-विदेशी निवेशकों के लिए लाल कालीन बिछाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया वीक’ की शुरुआत करते हुए मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में ‘मेक इन इंडिया’ केंद्र के उद्घाटन के साथ किया। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ भारत का सबसे बड़ा ब्रांड बन चुका है। यह भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा कार्यक्रम था जिसमें वैश्विक निवेशकों के सामने भारत को निवेश के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रदर्शित किया गया। इस मौके पर मोदी के साथ स्वीडन के प्रधानमंत्री जेल स्टीफन लॉफेन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री जूहा पेट्री सिपिला भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के दौरान कहा कि मैं दोहराता हूं कि भारत में पूर्वप्रभाव से कोई भी कर नहीं वसूला जाएगा। इसके अलावा उन्होंने अपनी सरकार द्वारा भारत में व्यापार करने में आसानी के लिए उठाए गए अन्य महत्वपूर्ण कदमों की जानकारी दी।
उन्होंने नेशनल क्लब ऑफ इंडिया के इनडोर स्टेडियम में खचाखच भरी भीड़ के सामने कहा कि मेक इन इंडिया भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बन चुका है। यह लोगों की कल्पनाओं, व्यापारियों, संस्थाओं, राजनेताओं और मीडिया पर छा गया है। जिस दिन से मेरी सरकार ने कामकाज संभाला है प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रवाह में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि हम हर रोज व्यापार में आने वाली कठिनाइयों को दूर कर रहे हैं। यही कारण है कि कई सारी वैश्विक संस्थाओं ने भारत के विकास की रफ्तार को वर्तमान में 7.5 फीसदी से भी अधिक आने वाले सालों में होने का अनुमान लगाया है।
इससे पहले वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत वैश्विक विनिर्माण हब बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यह वो क्षण है जिस पर देश को गर्व होगा। सितंबर 2014 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की वैश्विक शुरुआत के बाद नवाचार, रचना और स्थिरता के विषय पर आधारित मेक इन इंडिया केंद्र देश के सबसे नवीन और उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन और निर्माण करेगा। मेक इन इंडिया पहल की वैश्विक शुरुआत सितम्बर 2014 में हुई थी।
उद्घाटन के तुरंत बाद मोदी ने अलग-अलग पवेलियनों में जाकर लॉफेन और सिपिला के साथ मिलकर भारत के कौशल और विभिन्न क्षेत्रों ऑटोमोबाइल, रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विशिष्ट नवाचार, रचनाओं के उत्कृष्ट नमूने देखे।
‘मेक इन इंडिया’ केंद्र के उद्घाटन के बाद मोदी एनएससीआई मैदान में मेक इन इंडिया वीक की औपचारिक शुरुआत करेंगे। ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से भारत को ‘प्रिफर्ड मैन्यूफैक्चिरिंग डेस्टिेनेशन’ के रूप में पेश किया जाएगा।
यह सप्ताह (13-18 फरवरी) भारतीय और वैश्विक उद्योग के लोगों को आपस में जुड़ने का अवसर देगा। जिसमें उन्हें व्यापार और अपार अवसरों को भुनाने का मौका मिलेगा। इस मेक इन इंडिया वीक में विभिन्न संघ और राज्य के मंत्री, मुख्यमंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, भारत और विदेशों के शीर्ष उद्योगपति और कई सरकारी तथा व्यापार प्रतिनिधिमंडल के लोग हिस्सा लेंगे।