पीएम नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं. यहां उन्होंने संसद में हंगामे का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति भी संसद में हो रहे हंगामे से दुखी हैं. इतने कि उन्हें सार्वजनिक रूप से सांसदों को टोकना पड़ा. राष्ट्रपति के टोकने के बाद भी संसद में हंगामा हुआ!
पीएम ने कहा कि संसद में सरकार कह रही है कि पीएम बोलने के लिए तैयार हैं. लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं चाहता. क्योंकि झूठ टिकता नहीं है इसलिए विपक्ष चर्चा से भाग रहा है. मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा इसलिए मैं जनसभा में बोल रहा हूं!
नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस बात की चर्चा चल रही है कि नोटों को क्या होगा. आप बताएं कि 8 तारीख के पहले 100 के नोट की कोई कीमत थी. 50, 20 के नोट को कोई पूछता भी नहीं था. या यूं कहें ‘छोटों’ को कोई पूछता नहीं था. सब 1000 और 500 की बात करते थे. 8 नवंबर के बाद गरीबों की पूछ बढ़ी. मैंने गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए ये काम किया. देश बड़े नोटों के नीचे दबने लगा था. इससे छोटे नोटों की ताकत नहीं, गरीब लोगों की ताकत बढ़ी है.