छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. सुकमा में जवानों की शहादत पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में पीएम मोदी ने लगभग वैसी ही बातें कही जैसा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उरी में 17 जवानों के शहीद होने पर कही थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर नक्सलियों के हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए इसकी निंदा की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.’ पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘हमें अपने जवानों पर गर्व है. उनकी शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे. इस हमले में घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’
उरी हमले के बाद पीएम मोदी ने ये कहा था
पिछले साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने भारतीय सेना के शिविर पर हमला किया था. इस हमले में 17 जवान शहीद हुए थे. इस हमले के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘मैं देश को आश्वासन देना चाहता हूं कि हमले के पीछे दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. हमले में शहीद हुए जवानों को हम सैल्यूट करते हैं. राष्ट्र के लिए की गई उनकी सेवा हमेशा याद की जाएगी.
पीएम मोदी के बयान के ठीक 10 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. भारतीय फौजियों ने इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों के कई कैंप तहस-नहस कर दिए थे. साथ ही करीब तीन दर्जन आतंकियों को मार गिराया था.
सुकमा और उरी हमले के बाद पीएम मोदी के आए बयान में समानता पर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. ट्विटर पर यूजर्स उम्मीद कर रहे हैं कि सुकमा हमले के बाद आया पीएम मोदी का बयान कहीं नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत तो नहीं हैं. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी ट्वीट कर कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं.
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 25 सीआरपीएफ जवानों को मंगलवार को रायपुर में श्रद्धांजलि दी जाएगी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस मौके पर मौजूद रहेंगे. ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे.