रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं सदी के प्रारंभिक दिनों के सिख सैन्य कमांडर बंदा सिंह बहादुर को एक महान योद्धा बताते हुए कहा कि उनके प्रयासों के कारण किसानों को पहली बार अपना हक मिला और आम आदमी ने सशक्त महसूस किया।
पीएम मोदी ने सिख सैन्य कमांडर के 300वें शहीदी दिवस पर आयोजित एक समारोह में कहा, “बाबा बंदा सिंह बहादुर-जी सिर्फ एक महान योद्धा नहीं थे, बल्कि आम जनता के प्रति वह काफी संवेदनशील भी थे। गुरु गोबिंद सिंह-जी से प्रेरणा पाने के बाद उन्होंने एक योद्धा के मूल्यों को आत्मसात किया और सामाजिक विकास की एक नई यात्रा शुरू की।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “बाबा बंदा सिंह बहादुर-जी के समय में पहली बार किसानों को उनका हक मिला, आम आदमी ने खुद को सशक्त महसूस किया, गरीब और अल्पसंख्यकों ने सुरक्षित महसूस किया। उन्होंने आर्थिक आजादी का पक्ष लिया।”
प्रधानमंत्री ने इस सिख योद्धा पर एक किताब का विमोचन भी किया। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी इस मौके पर मौजूद थे। पिछले महीने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बंदा सिंह बहादुर के 300वें शहीदी दिवस पर चांदी का एक स्मारक सिक्का जारी किया था।