प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के एक दिवसीय दौरे के दौरान कांग्रेस पर लगातार हमला बोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल के दौरान गरीबों के पैसे का दुरुपयोग हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक रैली में कहा, हमारे देश में पैसे का अकाल कभी नहीं था। लेकिन, जब बाल्टी में छेद होगा तो पानी टपकेगा ही। यह हालात हमारे देश में पहले रहे हैं। बता दें कि त्रिपुरा में 18 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।
राज्य में हिंदी भाषी लोगों के बहुसंख्या में होने की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में जहां एक राज्य ऐसा है जहां हिंदी बड़े पैमाने पर बोली जाती है तो वह है ‘मेरा अरुणाचल।’ बता दें कि बीजेपी ने जनवरी 2017 में हुए राजनीतिक ड्रामे के बीच राज्य में अपनी सरकार बनाई थी। उस समय मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपने 33 विधायकों के साथ पाला बदल लिया था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, अगर आप एक दिन के लिए अरुणाचल प्रदेश की यात्रा करते हैं तो आपको पूरे देश में कहीं की भी एक सप्ताह की यात्रा की तुलना में यहां जय हिंद के नारे ज्यादा सुनाई देंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने इटानगर में एक सम्मेलन केंद्र का भी उद्घाटन किया और कहा कि जीवंत केंद्र अरुणाचल प्रदेश की आकांक्षाओं को आगे बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली में ही क्यों इस तरह की बैठकें होनी चाहिए, सरकारी अधिकारियों और निजी कंपनियों को यहां सम्मेलन और सांस्कृतिक गतिविधियां करानी चाहिए. मैं लोगों से निजी तौर पर कहूंगा कि अरुणाचल प्रदेश जाइए और वहां के केंद्रों में महत्वपूर्ण बैठकें करिए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, हमें सभी राज्यों में जाना चाहिए और इसलिए मैं पूर्वोत्तर परिषद की बैठक के लिए शिलांग आया और सिक्किम में कृषि से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न केवल पूर्वोत्तर में बल्कि देश में भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने मानव संसाधन, बुनियादी ढांचे और क्षेत्र में आधुनिक प्रौद्योगिकी को विकसित करने पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। स्वास्थ्य देखभाल अच्छी गुणवत्ता के साथ साथ किफायती भी होना चाहिए। हम देश के सभी हिस्सों में चिकित्सा संस्थान बनाने पर काम कर रहे हैं। जब कोई किसी विशेष क्षेत्र में अध्ययन करता है, तो वह स्थानीय स्वास्थ्य सम्बन्धी चुनौतियों से बेहतर परिचित हो जाता है।