प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्र को कोच्चि मेट्रो का पहला चरण समर्पित किया. नई दिल्ली से यहां नौसेना हवाई अड्डा पहुंचने के बाद मोदी पलारीवोम स्टेशन गए और पलारीवोम से पताडिप्पलम के बीच मेट्रो में यात्रा की. केरल के राज्यपाल पी सदशिवम, मुख्यमंत्री पी विजयन और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू एवं ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन उन लोगों में शामिल रहे जो प्रधानमंत्री के साथ ट्रेन में थे. पलारीवोम स्टेशन पर फीता काटने के बाद मोदी ने ट्रेन में सवार होने के पहले मुख्यमंत्री और श्रीधरन से हाथ मिलाया. श्रीधरन से मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं क्योंकि आगामी राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर इनका नाम भी राष्ट्रपति पद की रेस में चल रहा है. ऐसे में श्रीधरन से पीएम की मुलाकात के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं.
यात्रा के दौरान, श्रीधरन और कोच्चि मेट्रो रेल लि. के प्रबंध निदेशक इलियास जॉर्ज के साथ बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने जनता का अभिवादन किया. केंद्रीय शहरी विकास मंत्री राजीव गौबा, केरल के मुख्य सचिव नलिनी नेट्टो और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के राजशेखरन ने भी प्रधानमंत्री के साथ ट्रेन में सफर किया. ट्रेन की यात्रा करने के बाद गणमान्य व्यक्ति आधिकारिक उद्घाटन के लिए नजदीक में कालूर में जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के लिए रवाना हो गए.
कोच्चि मेट्रो को देश में सबसे तेजी से पूरी हुई परियोजना के तौर पर समझा जाता है और यह प्रमुख परिवहन अवसंरचना परियोजना है और यह अपना नियमित संचालन 19 जून से शुरू करेगी. मेट्रो कार्य पूरा करने में अनुमानित तौर पर 5,181.79 करोड़ रुपये का खर्च आया है. कोच्चि मेट्रो की नींव 13 सितंबर 2012 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखी थी.