प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने केंद्र में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. आपको याद हो तो केंद्र में सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि किसी भी सरकार को शुरुआत के तीन-चार साल बस जनता के लिए काम करने चाहिए. सरकार को आखिरी साल के कार्यकाल में राजनीति और चुनाव के बारे में सोचना चाहिए. पीए मोदी की कही इस बात का असर शुक्रवार को देखने को मिला. 26 मई को सरकार के तीन साल पूरा होने के मौके पर पीएम मोदी ने जहां असम में के तिनसुकिया जिले के सादिया में 2,056 करोड़ रुपये की लागत से बने 28.50 किलोमीटर लंबे पुल का उद्घाटन किया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर की सभा में कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अभी से मिशन 2019 के लिए जुट जाएं. गौर करने वाली बात यह रही की बीजेपी के तीनों बड़े नेताओं के भाषण के केंद्र में महिला यानी आधी आबादी दिखीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार तड़के अपने ट्विटर अकांउट से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्हीं योजनाओं का जिक्र किया गया है, जो महिलाओं के लिए शुरू की गई हैं. यह वीडियो ट्विटर को काफी शेयर किया जा रहा है.
सशक्त नारी, सशक्त भारत! pic.twitter.com/JIsjmLJv12
— Narendra Modi (@narendramodi) 27 May 2017
45 सेकेंड के इस वीडियो की शुरुआत में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का जिक्र है. इसके बाद मुद्रा योजना से महिलाओं को हुए लाभ गिनाए गए हैं. महिलाओं की मैटरनिटी लीव छह महीने किए जाने और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का जिक्र किया गया है. वीडियो के आखिरी हिस्से में बताया गया है कि सरकार ने तीन साल में उज्जवला योजना से 2 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए. मुद्रा योजना के तहत 7.50 करोड़ लोन में 70 फीसदी महिलाओं को दिए.गर्भावस्था में महिलाओं को पोषण के लिए 6000 रुपए की मदद दिए जाने की बात कही गई है. आखिर में बीजेपी के नए नारे, ‘साथ है विश्वास है, हो रहा विकास है’ को बताया गया है. वीडियो को देखने के संकेत मिलते हैं बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं पर फोकस करेगी.
मालूम हो कि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने इन्हीं योजनाओं का जोरशोर से जिक्र किया था, जिसके चलते उन्हें महिलाओं का अच्छा-खास समर्थन मिला था. इसके अलावा बीजेपी ने तीन तलाक को खत्म करने का मुद्दा छेड़कर मुस्लिम महिलाओं को अपने पाले में करने की काफी हद तक सफल हो चुकी है. कभी बिहार में बीजेपी की सहयोगी रहे नीतीश कुमार भी स्कूली लड़कियों के लिए पोशाक और साइकिल योजना शुरू कर महिलाओं का समर्थन हासिल कर चुके हैं.