जब 1 फरवरी 2018 के दिन संसद के पटल पर वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली जी केंद्र सरकार का बजट पेश कर रहे थे तभी पहली बार ‘आयुष्मान भारत योजना’ की चर्चा की गई थी। इस घोषणा के महज एक महीने बाद इस महत्वाकांक्षी योजना को पूरे भारत में लांच भी कर दिया गया था। बता दें कि यह योजना स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के क्षेत्र में विश्व की अबतक की सबसे बड़ी योजना है।
आयुष्मान भारत योजना जिसे ‘मोदी केयर’ के नाम से भी मीडिया में पुकारा जाता है का लक्ष्य साल 2025 तक पूरे भारत को रोग मुक्त करके विकास के पथ पर तीव्रता से आगे बढ़ाना है। इस योजना के अंतर्गत हर साल 50 करोड़ गरीब परिवारों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुंचाने तथा उन्हें 5 लाख रुपये तक का चिकित्सकीय बीमा कवर दिलवाने का प्रावधान है।
बहरहाल यह योजना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक हैं इसीलिए पुरानी सरकारों द्वारा बनाई जाने वाली हेल्थ केयर की योजनाओं की तरह यह योजना महज फाइलों में ना रहकर वास्तव में कार्यान्वित भी हो रही है। केंद्र सरकार ने इस बाबत लोकसभा में बताया भी है कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक महज 6-7 महीनों में तकरीबन छह लाख मरीज़ों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने पिछले कुछ महीनों में आयुष्मान भारत के अंतर्गत हुए कार्यों को एक और मील का पत्थर बताते हुए कहा है कि 90 दिनों से कम समय में आयुष्मान भारत के तहत 6,00,000 से अधिक रोगी लाभान्वित हुए हैं। यह उन गरीब और वंचित परिवारों के लिए एक सहायक स्तंभ बन गया है जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से अबतक दूर थे। श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट भी किया है।
Another milestone: In less than 90 days, More than 6,00,000 patients have been benefitted under #AyushmanBharat – PMJAY. It has become a supporting pillar to the poor & deprived families who were away from quality healthcare.
Thank you Hon @narendramodi PMJAY.Sharing a video… pic.twitter.com/92tRWdgKMU
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 21, 2018
इस ट्वीट के साथ स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा जी ने एक वीडियो भी साझा किया। जिसमें राहुल गांधी के विधानसभा क्षेत्र अमेठी के एक परिवार की कहानी दिखाई गई है। अमेठी के रहने वाले परशुराम आयुष्मान भारत के तहत अब तक तीन बार मुफ्त में इलाज करवा चुके हैं और सरकार की इस योजना की खूब तारीफ कर रहे हैं। इस वीडियो में मौजूद मरीज़ परशुराम की पत्नी भी सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं से खुश नजर आ रही थीं।
बहरहाल अगर इस महत्वाकांक्षी जनहितकारी योजना की शुरुआत इतनी अच्छी है तो ऐसी आस जगती है कि इस योजना का जो साल 2025 तक भारत को रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है उसे भी प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं आएगी। हालांकि इस जनहितकारी योजना को लेकर भी विपक्षी राजनीतिक दल राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं और इसी कारण अभी तक ओडिशा, तेलंगाना और दिल्ली की सरकारों ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए एमओयू पर दस्तखत नहीं किए हैं। परन्तु हमें ऐसा विश्वास रखना चाहिए की आने वाले समय में इस योजना की खूबियों को देखकर ये राज्य भी इस योजना को अपनाएंगे और पूरे देश को रोग मुक्त बनाने में अपना योगदान देंगे।
.@ArvindKejriwal जी #AyushmanBharat -PMJAY योजना का लाभ अब तक 18000 से अधिक लोगो को मिल चुका है।ये वो ग़रीब,वंचित लोग है जो पैसो के अभाव मे इलाज नही करवा पाते थे।
अगर आप दिल्ली मे ये योजना लागू करते तो, लोग फ़्री वाइफ़ाई के माध्यम से जानकारी ले लेते और आप CCTV से निगरानी कर लेते। https://t.co/wq5BNQJQhO— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 28, 2018