प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे पर बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार में बिचौलियों की कोई जगह नहीं हैं, जो भी पैसा जारी होता है, वह गरीब लोगों तक पहुंचता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके जरिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान पर तंज कसा, जिसमें राजीव गांधी ने कहा था कि केंद्र से एक रुपया जारी होता है तो सिर्फ 15 पैसा ही लोगों तक पहुंचता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी की इस चर्चित टिप्पणी पर तंज कसते हुए कहा, ‘अगर दिल्ली से एक रुपया चलता है तो पूरा का पूरा 100 पैसा गरीब के घर तक पहुंचता है। मेरी सरकार में किसी भी प्रकार के मिडलमैन की जगह नहीं बची है।’
वलसाड के जुजवा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि साल 2022 में जब भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा हो तब देश के प्रत्येक परिवार के पास अपना मकान हो। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से बातचीत के बाद लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योजना के तहत बनने वाले मकानों की गुणवत्ता बहुत अच्छी है और किसी को एक रुपया रिश्वत देने की जरूरत नहीं है।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम को गुजरात की फरसेंकि साइंस यूनिवर्सिटी के चौथे दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इस मौके पर बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुलिस, फरेंसिक साइंस और ज्यूडिशरी तीनों ही क्रिमिनल जस्टिस डिलिवरी सिस्टम के अभिन्न अंग होते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में ये तीनों अंग जितने ज्यादा मजबूत होंगे, उतना ही वहां के नागरिक सुरक्षित रहेंगे और आपराधिक गतिविधियां नियंत्रण में रहेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरेंसिक एक्सपर्ट्स को डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, ‘मैं फरेंसिक एक्सपर्ट्स से अपील करता हूं कि वे आगे आएं और डीएनए प्रोफाइलिंग का इस्तेमाल करके न्याय व्यवस्था की मदद करें, जिससे दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जा सके और पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सके।’
उन्होंने कहा, ‘आज अपराधी अपने अपराध को छिपाने और बचने के लिए जिस तरह के प्रयास कर रहे हैं, ऐसे में जरूरी है कि हर व्यक्ति को एहसास हो कि वह अगर कुछ गलत करेगा तो पकड़ा जरूर जाएगा। यहीं पर फरेंसिक साइंस की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।’
डीएनए टेक्नॉलजी के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘फरेंसिक जांच में डीएनए टेक्नॉलजी के महत्व को देखते हुए हमारी सरकार ने डीएनए टेक्नॉलजी (इस्तेमाल और ऐप्लिकेशन) रेग्युलेशन बिल 2018 को स्वीकृति दी है। इस बिल के माध्यम हम सुनिश्चित करेंगे कि डीएनए टेस्ट सुरक्षित और भरोसेमंद हों।’