प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राजस्थान के झुंझुनूं पहुंचे और यहां उन्होंने राष्ट्रीय पोषण मिशन और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के विस्तार का शुभारंभ किया। यहां एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, जब झुंझुनूं की ही एक बेटी फाइटर प्लेन उड़ाती है तो पता चलता है कि बेटियों की ताकत क्या होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश झुंझुनूं से जुड़ गया है। इस जिले ने सिद्ध किया है अकाल हो या युद्ध हो.. झुंझुनूं झुकना नहीं जानता है।
करीब 9 हजार करोड़ रुपये के बजट से पोषण मिशन योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष के द्वारा टीकाकरण के काम में तेज़ी आई है और हमारी कोशिश है कि वर्ष के अंत तक 90% टीकाकरण के काम को पूरा कर लें: प्रधानमंत्री श्री @narendramodi pic.twitter.com/ZoBnXsNWk1
— BJP (@BJP4India) March 8, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं सभी से अपील करूंगा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान’ को जन आंदोलन बनाएं, हमें एक सामाजिक आंदोलन खड़ा करना पड़ेगा। बेटी बोझ नहीं, बेटी पूरे परिवार की आन-बान और शान होती हैं। मैं हरियाणा को बधाई देता हूं कि पिछले 2 साल में वहां परिस्थितियां बदली हैं और बेटियों की जन्म दर में जो बढ़ोतरी हुई है जो अपने आप में एक नया विश्वास – नई आशा पैदा करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज से पीएम का मतलब पोषण मिशन होगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पोषण मिशन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, आज से जब भी पीएम की आलोचना करनी हो, उसको गाली देनी हो तो भी जब पीएम बोले तो मन में पीएम का मतलब पोषण मिशन ही याद रखिएगा। हर बच्चे को उपयुक्त पोषण उपलब्ध करना बेहद आवश्यक है।
We began the POSHAN Abhiyaan with an unwavering commitment to ensure proper nutrition facilities for our women and children. India will progress when our youth and Nari Shakti are healthy. Here is my speech at Jhunjhunu, Rajasthan today. https://t.co/CPfFzj9E6H pic.twitter.com/kYoF625uL3
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली 4-5 पीढ़ियों की बुराई एकत्र हो गई हैं। इनसे निपटने में समय लगेगा। समाज में महिला पुरुष की समानता का चक्र चलता रहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं सदी में बेटियों को जन्म के बाद मारने की तुलना वर्तमान में कोख में ही बेटियों को मारने से करते हुए इसे सबसे बड़ा पाप बताया।
झुंझुनूं से देश को प्रेरणा मिलेगी। कभी-कभी मन को पीड़ा होती है, क्या कारण है कि हमें बेटी बचाने के लिए प्रयास करने पड रहे हैं, किसी समाज के लिए इससे बड़ी पीड़ा नहीं हो सकती। अपने संबोधन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वहां मौजूद कई छोटी बच्चियों से बात की और यहां महिलाओं से सीधा संवाद भी किया।
Delighted to interact with ambassadors of #BetiBachaoBetiPadhao. Here are some glimpses. pic.twitter.com/gDLu4iqMDI
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2018