कश्मीर में बिगड़े हालातों के बीच राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से सोमवार को मुलाकात की. दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद महबूबा मुफ्ती ने बताया कि राज्य में गठबंधन और राज्य के हालात को लेकर बातचीत हुई. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैंने पीएम मोदी से कहा कि किसी न किसी लेवल पर बातचीत जरूरी है.
महबूबा मुफ्ती ने बताया कि सिंधु जल समझौते से कश्मीर को नुकसान है. पीएम मोदी ने इसपर विचार करने की बात कही. पत्थरबाजी के मुद्दे पर भी पीएम मोदी से बातचीत हुई.
बातचीत शुरू करने के पक्ष में महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में बातचीत शुरू करने का समर्थन किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है. पत्थरबाजी और गोली के बीच बातचीत नहीं हो सकती. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी ने अपील की कि जहां तक वाजपेयी जी ने कोशिश की थी उसके आगे बढ़ना चाहिए. इसके लिए आगे माहौल बनाना होगा.
दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग
इस बीच, गृह मंत्रालय में कश्मीर के हालात को लेकर उच्च स्तरीय बैठक भी हुई. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर के हालात को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, डायरेक्टर आईबी, गृह सचिव के साथ राज्य के हालात पर चर्चा की.
पीएम की सभी राज्यों से अपील
जबकि इससे पहले रविवार को हुई नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों से अपील की कि अपने-अपने राज्यों में जम्मू-कश्मीर के छात्रों से संपर्क करें. बैठक में महबूबा मुफ्ती ने यह मुद्दा उठाया. राजस्थान के मेवाड़ में कुछ कश्मीरी छात्रों की पिटाई और उत्तर प्रदेश के मेरठ में कश्मीरी छात्रों से राज्य छोड़ने के लिए कहने के बाद यह अपील काफी मायने रखती है. मोदी ने महबूबा के इस सुझाव का समर्थन किया कि दूसरे राज्यों में पढ़ रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों के हितों का राज्यों को ख्याल रखना चाहिए. राजस्थान के मेवाड़ विश्वविद्यालय में कश्मीर के छह छात्रों की कुछ स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी थी. मेरठ में भी एक होर्डिंग लगाकर कश्मीरी छात्रों से उत्तर प्रदेश छोड़ने के लिए कहा गया था.
‘कश्मीर को लेकर गंभीर नहीं केंद्र सरकार’
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के नेता राज्य में ही बीजेपी के नेताओं के उन बयानों से परेशान हैं, जिसमें वह कश्मीर विरोधी बयान देते रहे हैं. यही वजह है कि पहली बार राजनीति में आए महबूबा मुफ्ती के भाई और अनंतनाग लोकसभा सीट से पीडीपी उम्मीदवार तसादुक मुफ्ती ने कुछ ही दिन पहले एक अखबार के साथ बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर को लेकर गंभीर नहीं है.
बातचीत शुरू करने के पक्ष में महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में बातचीत शुरू करने का समर्थन किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पत्थरबाजों को उकसाया जा रहा है. पत्थरबाजी और गोली के बीच बातचीत नहीं हो सकती. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी ने अपील की कि जहां तक वाजपेयी जी ने कोशिश की थी उसके आगे बढ़ना चाहिए. इसके लिए आगे माहौल बनाना होगा.