#HowdyModi: विश्व मंच पर फिर दिखा पीएम मोदी का दबदबा, अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने किया सलाम

दुनिया के इतिहास में 22 सितम्बर 2019 का दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व समुदाय को ये संदेश देने के लिए जाना जाएगा कि अब भारत को विश्व का कोई भी देश नकार नहीं सकता है। हाउडी मोदी कार्यक्रम में पीएम मोदी जी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ जुगलबंदी देखते ही बन रही थी। इस जुगलबंदी की धमक ना सिर्फ पाकिस्तान ने बल्कि चीन ने भी महसूस की होगी। चीन जहाँ भारत का परंपरागत प्रतिद्वंद्वी रहा है वहीं वह वर्तमान समय में अमेरिका के साथ भी ट्रेड वार छेड़े हुए है। यह भी बड़ा कारण है कि इस बड़े मंच से भारत और अमेरिका के नेताओं ने सकारात्मक संदेश दिया है।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह मेगा शो विश्व के लिए कितना महत्वपूर्ण था यह विश्व के अलग अलग देशों के प्रमुख मीडिया संस्थानों में इस बाबत छपी खबरों से पता चलता है। हाउडी मोदी कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने हाथों-हाथ लिया है और ख़ास कर के अमेरिका तथा यूरोप के मीडिया संस्थानों ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया है। चीन, मध्य एशिया और पाकिस्तान की मीडिया में भी इस कार्यक्रम से जुड़ी खबरें तबज्जो पाती रही हालांकि इन देशों में इस कार्यक्रम को नकारात्मक तरीके से पेश किया गया।

वॉशिंगटन पोस्ट ने हाउडी मोदी कार्यक्रम के बारे में लिखते हुए बताया कि इस बार मोदी से मिलने में डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने अहम् को पीछे छोड़ दिया और खुशनुमा माहौल में मोदी जी के साथ मंच साझा किया। इस दौरान मोदी और ट्रम्प द्वारा एक दूसरे की तारीफ किये जाने को भी वॉशिंगटन पोस्ट ने खूब तबज्जो दी और लिखा की मोदी ने जहाँ ट्रम्प के लिए चुनावी बिगुल फूंक दिया वहीं ट्रम्प ने ‘इस्लामिक आतंकवाद’ का जिक्र करते हुए इसके विरुद्ध भारत के साथ मिल कर मुकाबला करने की बात की।

वॉशिंगटन पोस्ट के अलावा बीबीसी ने भी इस कार्यक्रम को कवर किया और इसे ऐतिहासिक करार दिया। बीबीसी ने लिखा कि “अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ह्यूस्टन रैली ऐतिहासिक है। हाउडी मोदी अमेरिका के इतिहास में किसी विदेशी नेता का सबसे बड़ा कार्यक्रम था। मोदी ने जब ट्रंप को गले लगाया तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज गया।”

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इस कार्यक्रम को कवर करते हुए इसे त्यौहार बताया और लिखा कि “यह भारत-अमेरिका का त्योहार था। आगे वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया की अमेरिका में करीब 44 लाख भारतीय रहते हैं। ये लोग अमेरिकी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। इसलिए मोदी का यह कार्यक्रम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के अगले चुनाव के लिए संजीवनी का काम कर सकती है।”

द गार्जियन ने हाउडी मोदी कार्यक्रम को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र की दोस्ती बताते हुए कवर किया। अपनी खबर में द गार्जियन ने लिखा “इस कार्यक्रम से पूरी दुनिया को यह संदेश चला गया कि यह दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र की दोस्ती है। इनके बीच, कोई ट्रेड वॉर नहीं दिख रहा है।”

अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की इन सुर्ख़ियों को पढ़कर आप खुद समझ गए होंगे की इस कार्यक्रम ने पूरे विश्व में क्या ग़जब का संदेश दिया है। यहाँ से भारत और अमेरिका की दोस्ती और प्रगाढ़ होगी। पाकिस्तान पर तो हमने पहले से ही काबू पा लिया है पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती ताकत को काबू में रखने के लिए भारत और अमेरिका की जुगलबंदी ज्यादा ज़रुरी है।

Rohit Gangwal
By Rohit Gangwal , September 23, 2019

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