प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए अमेरिका रवाना हो सकते हैं। इस मीटिंग की फिलहाल संभावना जताई जा रही है और अगर दोनों के बीच यह मुलाकात नहीं हो पाई तो दोनों नेता हैमगबर्ग में होने वाले जी-20 सम्मेलन में मुलाकात करेंगे।
फोन
सूत्रों की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों की सरकारें जल्द से जल्द मुलाकात को लेकर उत्साहित हैं और द्विपक्षीय वार्ता की ओर देख रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्रंप को नंवबर में चुनाव जीतने के बाद बधाई दी थी। इसके बाद जनवरी में जब ट्रंप ने शपथ ली तो पीएम मोदी ने ट्रंप को फिर से बधाई दी और कहा कि उनके साथ मिलकर काम करने की दिशा में देख रहे हैं। इसके बाद ट्रंप ने हॉटलाइन पर पीएम मोदी से फोन पर बात की और उन्हें अमेरिका आने का आमंत्रण दिया। पीएम मोदी ने भी ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच रक्षा और सुरक्षा के अलावा आर्थिक संबंधों की अहमियत पर भी जोर दिया। पिछले हफ्ते अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मटीस ने भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर से बात की तो वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलीरसन ने सुषमा स्वराज से बात की।
भारत आ रहे हैं 27 सीनेटर्स
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने अमेरिकी एनएसए माइकल फ्लिन से दिसंबर में अमेरिका जाकर बात की थी। फ्लिन ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया है। मटीस और पार्रिकर के बीच बातचीत से इस बात की ओर इशारा मिला कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ रक्षा-सुरक्षा संबंधों को लेकर काफी सकारात्मक रवैया रखता है जो हाल ही के दिनों में काफी आगे बढ़ें हैं। इसके अलावा इसी माह अमेरिकी कांग्रेस के 27 सदस्य भारत आ रहे हैं। रिपलिब्कन और डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य दो अलग-अलग डेलीगेशन में भारत को दौरा करेंगे। इन डेलीगेशन का भारत आना यह बताता है कि भारत और अमेरिका के संबंध किस कदर आने वाले समय में प्रभावशाली होने वाले हैं। अमेरिकी कांग्रेस के 19 सदस्यों का दल 20 से 25 फरवरी को नई दिल्ली और हैदराबाद में होगा। इस दल से अलग 20 से 23 फरवरी को आठ सांसदों का एक दल बॉब गुडलाटे की अगुवाई में भारत में भारत का दौरा करेगा। बॉब सदन की न्यायिक समिति के चेयरमैन हैं और यह समिति काफी ताकतवर मानी जाती है। यह दल बेंगलुरु और दिल्ली का दौरा करेगा।