नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के कच्छ में हो रहे पर्यटन, कल्चर और खेल मंत्रालयों के सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। यह संबोधन पीएम मोदी ने दिल्ली से किया है। उन्होंने संबोधन में कहा कि यह बहुत जरूरी है कि हम देश को बदलने के संदर्भ में जो भी काम कर रहे हैं उसे अच्छे से समझें। हमें यह सोचना चाहिए कि किस तरह से देश के युवाओं की ताकत से एक बेहतर भारत बनाया जा सकता है, क्योंकि हमारी अधिकतम आबादी 35 साल से कम की है।
पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराना काफी नहीं है, बल्कि खेलों के लिए अनुकूल माहौल मुहैया कराना भी बहुत जरूरी है, जैसा माहौल भारत में क्रिकेट के लिए है। लेकिन भारत में क्रिकेट के अलावा भी बहुत कुछ है। इसके लिए हमें खिलाड़ियों की प्रतिभा को जिला स्तर पर ही पहचानने की जरूरत है। मुझे भरोसा है कि हर सरकार खेलों को लोकप्रिय बनाना चाहती है, इसलिए हमें खेलों के लिए एक इंस्टीट्यूशनल मैनेजमेंट बनाने पर जोर देना होगा।
अगर हमारे अंदर हमारे कल्चर के लिए गर्व की भावना है तो हम इसका पूरे देश पर एक गहरा असर डाल सकते हैं। अलग-अलग संगीत से लेकर खाने तक सब कुछ हमारे कल्चरल हेरिटेज का हिस्सा है, जिसे पूरी दुनिया के सामने लाया जाना चाहिए। जहां तक पर्यटन की बात है तो भारत में पर्यटन के बहुत से मौके हैं, जिससे हम दुनिया को भारत आने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। अगर हम पहले से ही टारगेट निश्चित करते हुए काम करें तो कम खर्च में अधिक काम किया जा सकता है।