भारत दो टूक लहजे में साफ़ कर चुका है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते, इसलिए विदेश मंत्रालय बार-बार मना कर रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की यहां अस्ताना में कोई मुलाक़ात होगी. हालांकि शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य देशों की मंशा है कि दोनों पड़ोसी देश आपसी रिश्ते में ज़मीं बर्फ़ को पिघलाएं और बातचीत की टेबल पर आएं. दरअसल, भारत को कजाकिस्तान में 8-9 जून को होने वाले शंघाई सहयोग...
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