मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में दूसरे रायसीना संवाद के उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित किया। भारत के इस महत्वाकांक्षी भू-राजनीतिक सम्मेलन रायसीना संवाद में 65 देशों के 250 से भी अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। आइए जानते हैं इस संवाद की मुख्य बातें।
- पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में कहा कि मई 2014 में लोगों ने हमारी सरकार पर भरोसा किया था। हमारे नागरिकों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। सिर्फ अपने बारे में सोचना हमारी परंपरा नहीं है।
- पीएम मोदी ने कहा कि उनका सपना एक अच्छे और एकीकृत पड़ोस का है।
- अपनी बात में उन्होंने भारत-पाक के बीच चल रहे झगड़े की भी बात की। पीएम मोदी ने कहा- मैं लाहौर भी गया था, लेकिन मैं अकेले शांति बहाल नहीं कर सकता। अगर पाकिस्तान को भारत से शान्ति के मुद्दे पर बात करनी है तो पहले उसे आतंकवाद का रास्ता छोड़ना होगा।
- एक अच्छे पड़ोस के मेरे विजन की वजह से ही मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान समेत सभी सार्क देशों को न्योता भेजा था।
- यह अप्राकृतिक नहीं है कि दो पड़ोसी ताकतों (भारत और चीन) के बीच कुछ मतभेद हों।
- अपने रिश्तों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए और शांति बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि हम अहम मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता और आदर दिखाएं।
- पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को धर्म से अलग करने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं।
- हमारे जो भी पड़ोसी आतंकवाद का समर्थन करते हैं वह या तो अलग थलग हो गया है या फिर अब कोई उसकी बात ही नहीं करता है।
- हाल ही में राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप से भी पीएम मोदी ने बात की और दोनों में रिश्तों को मजबूत बनाने पर सहमति बनी है।
- रूस हमारा एक पक्का दोस्त है। प्रेसिडेंट पुतिन और मैंने कई लंबी-लंबी बातें की हैं।