सियाचिन में हिमस्खलन हादसे के 6 दिनोें बाद जिंदा बचे लांस नायक हनुमनथप्पा से मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सेना के अस्पताल आरआर हॉस्पिटल पहुंचे। दुनिया के सबसे ऊंचे रण क्षेत्र लद्दाख के सियाचिन में हिमस्खलन की चपेट में आए सेना के 10 जवानों में से हनुमनथप्पा चमत्कारिक रूप से जीवित बच गए।
लांस नायक 6 दिनों तक 25 फुट मोटी बर्फ की परत के नीचे दबे रहे। कर्नाटक में धारवाड़ जिले के रहने वाले हनुमनथप्पा से मिलने आज पीएम मोदी के साथ सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग भी सेना के अस्पताल पहुंचें। पीएम बिना किसी लाव लश्कर के साथ 4 गाड़ियों के काफिले से आरआर अस्पताल पहुंचे थे।
Going to see Lance Naik Hanumanthappa, with prayers from the entire nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2016
पीएम ने उनका हालचाल जाना और यकीन जताया कि उन्हें बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। पीएम ने उन्हें जाबांज सिपाही बताया। सेना अस्पताल में डॉक्टरों का एक पूरा दल थप्पा की निगरानी कर रहे हैं। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। गौरतलब है कि हिमस्खलन में एक जूनियर कमिश्नर ऑफिसर और नौ अन्य मद्रास रेजीमेंट के जवान दब गये थे। इस टुकड़ी का पोस्ट 19600 फीट की उंचाई पर था जोकि पाकिस्तान के लाइन ऑफ कंट्रोल से सटा हुआ है यहां का तापमान माइनस 45 डिग्री से भी कम है।