केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही दम तोड़ रही खादी को पुन जीवित कर उसे नए अवतार में पेश करने वाली है। केंद्र सरकार खादी को एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की तरह पेश करने जा रही है। सरकार अब खादी को ‘हरित वस्त्र’ के नाम से पहचान दिलाएगी।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने इस संबंध में एक प्रस्ताव प्रधानमंत्री को भेजा है। इस योजना के मुताबिक सरकार खादी के उत्पादन और उसकी मार्केटिंग के लिए प्राइवेट टेक्सटाइल मिल्स से साझेदारी करेगी। जिसके लिए कुछ कंपनियों से बातचीत की जा रही हैं।
दरअसल सरकारी चाहती है कि खादी को इंटरनेशनल मार्केट में उतारकर उसे अलग पहचान दिलाई जाए। उसका मकसद है खादी के जरिए विदेशों में रह रहे तकरीबन 2.5 करोड़ भारतीयों को लुभाना। एक सर्वे के मुताबिक भारत में ही खादी के उत्पाद 40 हजार करोड़ रुपये का बाजार खड़ा कर सकते हैं। ऐसे में सरकार इसे इंटरनेशनल मार्केट में उतारकर इससे मुनाफा कमाना चाहती है।