अगले तीन महीनों के भीतर लंदन में करीब 600 मिलियन पाउंड ($748 मिलियन) के चार रुपए मूल्यवर्ग के बॉन्ड्स- जिन्हें बोलचाल की भाषा में मसाला बॉन्ड भी कहा जाता है- लिस्ट किए जा सकते हैं. ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार को यह कहा. बता दें कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे भारत की दो दिवसीय यात्रा पर है.
बता दें कि मसाला बांड विदेश में रुपये में जारी किए जाने वाले बॉन्ड होते हैं. इन चारों बॉन्ड्स के जरिए भारतीय हाइवे और रेल नेटवर्क को बढ़ाने के लिए फाइनेंस प्राप्त होने और ऊर्जा दक्षता व अक्षय ऊर्जा की दिशा में की गई योजनाओं को हासिल करने में मदद मिलेगी. ये बॉन्ड भारतीय सरकार के सपोर्ट वाले कॉरपोरेट इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन, इंडियन रीन्यूबेल एनर्जी डेवेलपमेंट एजेंसी, एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेस लिमिटेड और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए जाएंगे. ये जनवरी 2017 तक जारी कर दिए जाएंगे.
ब्रिटिश पीएम ने कहा- यह भारत के विकास की गाथा में ‘वोट ऑफ कॉन्फिडेंस’ है. और यह दुनिया के प्रमुख वित्तीय केंद्र के तौर पर लंदन के लिए भी ‘वोट ऑफ कॉन्फिडेंस’ है. मे कह चुकी हैं कि वह भारत में अपनी यात्रा को पूरी तरह से भुनाना चाहेंगी जोकि उनकी किसी गैर यूरोपीय देश में (जुलाई में पदभार संभालने के बाद) पहली यात्रा है. वह दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ करना चाहेंगी और ब्रेक्जिट के बाद की कारोबार संधियों के लिए रास्ता मुहाल करना चाहेंगी.
सराकर का कहना है कि जुलाई से लेकर अब तक 900 मिलियन पाउंड से अधिक मसाला बॉन्ड लंदन में जारी किए गए हैं जोकि वैश्विक बाजारों का 70 फीसदी है. मे ने एक स्टेटमेंट में कहा कि हमारी सरकार भारत और हमारी फाइनेंशल सर्विसेस के साथ और निकटता से काम करना चाहेगी ताकि बॉन्ड मार्केट में रुपए की ग्रोथ कायम रहे ताकि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी इन्वेस्टमेंट प्लान्स को वित्तीय मदद मिलती रहे. बता दें कि 2015 में पेश किए गए मसाला बॉन्ड भारतीय कंपनियों के लिए धन बनाने के लिए एक मौका हैं और साथ ही इनके जरिए इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स की जीरो-मुनाफे वाली जगहों पर अच्छा मुनाफा कमाने के मौके देना है.