कनाडा और भारत की दोस्ती और गहरी हो गई है। आज दोनों देशों के बीच 6 अहम करार हुए हैं। दोनों देशों में पहला करार इलेक्टॉनिक्स, दूसरा पेट्रोलियम, तीसरा स्पोर्ट्स, चौथा कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसी, पांचवा उच्च शिक्षा और छठा साइंस, टेक्नॉलजी और इन्नोवेशन पर किया गया है।
इन समझौतों के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने हैदराबाद हाउस में ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के प्रति गहरी चिंता जताई लेकिन कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आतंकवाद और खालिस्तान पर एक शब्द नहीं बोला।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के दौरे से खुशी हुई। ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है। कनाडा से भारतीय समुदाय की उपलब्धियों पर हम सभी भारतीयों को गर्व है। मुझे दोनों देशो के बीच और अधिक साझेदारी की उम्मीद है।
हमारी आर्थिक साझेदारी के लिए एक संस्थागत ढांचे की व्यवस्था करना आवश्यक है। इस परिप्रेक्ष्य में द्विपक्षीय निवेश, प्रमोशन एग्रीमेंट और कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रिमेंट को अंतिम रूप देने के लिए हमने अपने वार्ताकारों को प्रयास दोगुना करने का निर्देश दिया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दोनों ने सुरक्षा संबंधी मसलों पर चर्चा की। दोनों देशो को आतंकवाद से एक साथ मिलकर लड़ना होगा। हम लोगों ने आतंकवाद, रक्षा प्रणाली समेत कई मुद्दे पर बातचीत की. उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों के लिए कनाडा पसंदीदा जगह रही है। कनाडा में एक लाख 20 हजार भारतीय छात्र हैं। हम उच्च शिक्षा में और बेहतरी के लिए और करार कर रहे हैं।
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गले लगाकर ट्रूडो का स्वागत किया। जस्टिन ट्रूडो के साथ उनका पूरा परिवार भी मौजूद रहा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं की इस मुलाकात को भारत-कनाडा के बीच संबंधों को और मजूबत करने के दिशा में उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है। भारत और कनाडा के बीच कई एमओयू पर साइन हुए हैं। इनमें खेल को लेकर भी समझौता हुआ है।