भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को सियोल शांति पुरस्कार 2018 के लिए चुना गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सियोल पीस प्राइज पाने वाले 14वें व्यक्ति होंगे। यह सम्मान उन्हें अंतरराष्ट्रीय सहयोग, वैश्विक आर्थिक प्रगति और भारत के लोगों के मानवीय विकास को तेज करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाने पर दिया जा रहा है। सियोल पीस प्राइज कल्चरल फाउंडेशन के चेयरमैन ने इसकी घोषणा की है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पुरस्कार समिति ने भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के विकास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान को सराहा है। अमीरों और गरीबों के बीच सामाजिक और आर्थिक असमानता को कम करने के लिए मोदिनॉमिक्स को भी श्रेय दिया है।
The world acknowledges.
PM @narendramodi awarded prestigious Seoul Peace Prize 2018 for contribution to high economic growth in India and world through ‘Modinomics’, contribution to world peace, improving human development & furthering democracy in India. https://t.co/ugXhhG7Dls pic.twitter.com/5e98THX4M8
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) October 24, 2018
समिति ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी और अन्य प्रयासों के जरिए भ्रष्टाचार पर काबू रखने और एक साफ सुथरी सरकार चलाने के लिए सराहना की है। बयान में कहा गया है कि मोदी ने दुनियाभर के देशों के साथ एक सक्रिय विदेशी नीति के माध्यम से क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए काम किया है।
इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए अपना आभार व्यक्त करते हुए और दक्षिण कोरिया के साथ भारत की मजबूत साझेदारी को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने पुरस्कार को स्वीकार कर लिया है। सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार सौंपेगा।
सन 1990 में सियोल में आयोजित 24वें ओलंपिक खेलों की सफलता का जश्न मनाने के लिए सियोल पीस प्राइज की स्थापना की गई थी। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के पूर्व अध्यक्ष जुआन एंटोनियो समरंच को सबसे पहले इस सम्मान से नवाजा गया था। इस सम्मान को प्राप्त करने वालों में संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शामिल हैं।