वह भले ही अब एमेच्योर मुक्केबाजी का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन भारत में इस खेल की खराब प्रशासनिक अव्यवस्था से चिंतित जरूर हैं। इसलिए पेशेवर स्टार विजेंदर सिंह ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान यह मसला उठाया।
पिछले साल पेशेवर बनने के बाद अपने सभी चारों मुकाबले जीतने वाले विजेंदर 30 अप्रैल को लंदन में होने वाले अपने अगले मुकाबले से पहले होली के दस दिन के अवकाश पर भारत आए हैं।
विजेंदर ने प्रधानमंत्री से मिलने के बाद कहा, ‘यह बहुत अच्छी मुलाकात रही। हमने भारतीय मुक्केबाजी की स्थिति पर चर्चा की। अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण उन्हें अभी भारत में मुक्केबाजी प्रशासन में जो कुछ अव्यवस्थाएं चल रही हैं उनके बारे में जानकारी नहीं हैं लेकिन उन्होंने मुझे लिखित में पूरी जानकारी देने के लिए कहा है और मैं जरूर ऐसा करूंगा।’
भारतीय मुक्केबाजी प्रशासन 2012 से ही अव्यवस्थित है, जब पहली बार चुनाव में जोड़तोड़ के कारण महासंघ को निलंबित किया गया था। विजेंदर ने कहा कि उन्होंने मोदी के साथ पेशेवर सर्किट में अपनी अब तक यात्रा के बारे में भी बात की।
इस 30 वर्षीय मुक्केबाज ने कहा, ‘मैंने उन्हें अब तक के मेरे मुकाबलों और भारत में कैसे पेशेवर मुक्केबाजी को आगे बढ़ाया जा सकता है, के बारे में बताया। इसके साथ ही मैंने उन्हें जून में भारत में होने वाले मेरे मुकाबले के लिए आमंत्रित भी किया। वह व्यस्त इंसान हैं लेकिन उन्होंने कहा कि वह निश्चित तौर पर मेरे मुकाबले के लिए आने की कोशिश करेंगे।’