भाजपा ने आज दावा किया कि पिछले साढ़े तीन वर्षो के शासनकाल में नरेंद्र मोदी सरकार ने महात्मा गांधी, बाबा साहब अंबेडकर और दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शे पर चलते हुए समाज के गरीब एवं अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों के कल्याण के लिये काम किया है। वहीं, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सरकार ने बहुत सुहानी तस्वीर दिखाई है लेकिन भाजपा नीत राजग सरकार जुमलों एवं नारों की सरकार है जहां अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है, साथ ही कानून व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ी है ।
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने पिछले 70 वर्षो में खुद को गांधीजी के उत्तराधिकारी के रूप में पेश करके सत्ता पर काबिज रहने का काम किया जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने साढ़े तीन वर्षो में स्वच्छता समेत अन्य विषयों पर गांधीजी के सपने को साकार करने का काम किया ।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने 60 साल में क्या किया है, वे (भाजपा) चार साल में भी नहीं समझ पाए हैं। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि जमीन से लेकर आसमान तक, बुनियादी ढांचे से लेकर विज्ञान तक जहां कहीं भी अंगुलि रखेंगे, वहां कांग्रेस की मेहनत नजर आएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नीत राजग सरकार केवल जुमलों और नारों की सरकार है और भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है, सांप्रदायिक ताकतें सिर उठा रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने कहा कि सरकार ने बहुत सुहानी तस्वीर दिखाई है, लेकिन हकीकत में स्थिति कुछ और है। बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी और बिना तैयारी के जीएसटी लागू करने से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है और युवाओं में बेरोजगारी की दर बढ़कर 18 फीसदी से अधिक हो चुकी है। उन्होंने किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार किसानों को बिना ब्याज का कर्ज मुहैया कराए। चर्चा में हिस्सा लेते हुए राजग की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया ।
शिवसेना सदस्य आनंद राव अडसुल ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास की बात करने वाली सरकार को सबको विश्वास में लेकर भी चलना होगा । उन्होंने कहा कि साल 2014 के चुनाव परिणाम के बाद लगता था कि यह राजग की सरकार है लेकिन बाद में लगने लगा कि यह भाजपा की ही सरकार है । उन्होंने सरकार की कुछ योजनाओं को लागू करने के तौर तरीकों पर भी सवाल उठाया ।
वहीं, कांग्रेस नेता खडगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की बात करते हैं और दूसरी तरफ दीनदयाल उपाध्याय की बात करते हैं जबकि दोनों के विचारों में कोई समन्वय नहीं है। इससे पहले, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा के राकेश सिंह ने कहा कि कुछ लोगों को बुरा लग सकता है लेकिन उन्होंने महात्मा गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में 70 साल निकाल दिये, 55 वर्ष सत्ता में रहे लेकिन फिर भी उनकी प्राथमिकता में ‘स्वच्छता’ का विषय कभी नहीं आया । भारत की आधी आबादी खुले में शौच जाने के लिये मजबूर थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के विषय पर जोर दिया, क्योंकि अगर हम विश्व में नेतृत्व की बात करते हैं तब स्वच्छता के मानदंडों पर खड़े हुए बिना ऐसा संभव नहीं है । भाजपा सांसद ने सवाल किया कि महात्मा गांधी जी के असली उत्तराधिकारी कौन हैं ? क्या ऐसे लोग हैं जिन्होंने उनका नाम लेकर 55 वर्षो तक सत्ता का सुख भोगा ? या वो जिन्होंने पिछले साढ़े तीन वर्षो के दौरान स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाया और खुले में शौच से मुक्ति की पहल की ? कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि केवल गरीबी हटाने का नारा लगाने से गरीबी नहीं हटती है । आजादी के बाद इतने वर्षो तक गरीबों और पिछड़ों का वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया। यही कारण है कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी लोग गरीबी से प्रभावित हैं, बड़ी संख्या में लोगों के सिर पर छत तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकारों की जिम्मेदारी होती है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद हमने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ के भाव के साथ समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े लोगों को समानता, सम्मान दिलाने और उनका विकास सुनिश्चित करने पर जोर दिया । वहीं, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि नेहरूजी ने कृषि और अन्य क्षेत्रों के लिए देश में पंचवर्षीय योजनाएं शुरू की थीं। कांग्रेस ने भिलाई और बोकारो में इस्पात संयंत्र लगाये। हीराकुंड, भाखड़ा नांगल बांध भी कांग्रेस की देन हैं।
खड़गे ने कहा कि बीएचईएल और एचएएल जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कांग्रेस सरकार ने देश को दिये। 1965 में कांग्रेस के शासनकाल में ही हरितक्रांति की शुरू हुई थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए भाजपा के प्रलाद जोशी ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में सामाजिक न्याय की बात कही है। इसी मार्गदर्शक सिद्धांत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार आम आदमी को ध्यान में रखकर आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र की दिशा में काम कर रही है।
बीजद के बी. महताब ने नीति आयोग पर मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि यह सब किसके इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में जिन जिलों को पिछड़ा घोषित किया गया वहां नीति आयोग की तरफ से प्रभारी भेजा गया। प्रश्न यह है कि नीति आयोग के लिए प्रभारी शब्द किसने गढ़ा? प्रभारी तो संगठन और दूसरे राजनीतिक विषय से जुड़ा होता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2014 में योजना आयोग की जगह पर नीति आयोग बनाया और कहा कि यह थिंकटैंक के तौर पर काम करेगा, लेकिन अब ना जाने किस तरह काम कर रहा है।