अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने एक बार फिर दोहराया कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष में 7.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी और वह दुबारा दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का रैंकिंग हासिल कर लेगी।
आईएमएफ की तरफ से डावोस में जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य अपडेट में भारत सरकार की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था की कहीं अधिक गुलाबी तस्वीर पेश की गई है।
आईएमएफ के अनुमान में कहा गया है कि भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आंकड़ा वित्त वर्ष 2017-18 में 6.7 फीसदी रहेगा, जबकि सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा इसके 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। आईएमएफ ने चीन की वृद्धि दर इस साल 6.6 फीसदी और अगले साल 6.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जबकि पिछले साल चीन दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था थी और उसकी वृद्धि दर 6.8 फीसदी रही थी।
आईएमएफ का भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान विश्व बैंक की तरफ से इस महीने की शुरुआत में लगाए गए अनुमान 7.3 फीसदी से भी अधिक है। आईएमएफ के अनुमान में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी सुधार का अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया,
“वैश्विक आर्थिक गतिविधियां लगातार मजबूत हो रही है और 2017 में इसकी वृद्धि दर 3.7 फीसदी रहेगी, जोकि पहले के अनुमानों से 0.1 फीसदी अधिक है और 2016 के प्रदर्शन से 0.5 फीसदी अधिक है.”
वैश्विक विकास दर के 2018 और 2019 के अनुमान में आईएमएफ ने क्रमश: 0.2 फीसदी की वृद्धि की है और यह 3.9 फीसदी रहेगी।