Monthly Archives: September 2018

Bharat Bangladesh ke beech bani friendship pipeline

भारत-बांग्लादेश के बीच बनेगी ‘फ्रेंडशिप’ पाइपलाइन, मोदी बोले दोनों देशों के रिश्तों को मिलेगी ऊर्जा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए मैत्री पाइपलाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग दुनिया के लिए एक उदाहरण है।


भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन परियोजना 130 किलोमीटर की है। यह भारत में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को बांग्लादेश के दिनजपुर जिले के पर्वतीपुर से जोड़ेगी। यह 346 करोड़ रुपये की परियोजना 30 महीने में पूरी होगी। इसकी क्षमता 10 लाख टन सालाना की होगी। दोनों देशों ने अप्रैल में विदेश सचिव विजय गोखले की ढाका यात्रा के दौरान इस पाइपलाइन के निर्माण के लिए करार किया था।


एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच सहयोग को दुनिया के लिए एक उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों भौगोलिक और पारिवारिक, भावनात्मक रूप से पड़ोसी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रस्तावित पाइपलाइन से न केवल बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था बल्कि दोनों देशों के संबंधों को भी ऊर्जा मिलेगी।

पाइपलाइन के अलावा दोनों नेताओं ने बांग्लादेश रेलवे की ढाका -टोंगी खंड और टोंगी जयदेवपुर खंड में तीसरी और चौथी ड्यूल गेज रेल लाइनों का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ढाका-टोंगी-जयदेवपुर रेलवे परियोजना से दोनों देशों के बीच संपर्क सुधरेगा और राजस्व बढ़ेगा।

Pm narendra modi ne varanasi ko di kai sougaat

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी को दी कई सौगात, कहा- काशी बनेगा पूर्वी भारत का दरवाजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन हर-हर महादेव के नारे के साथ भोजपुरी में शुरू किया। उन्होंने बीएचयू के एम्फीथियेटर में अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की और कहा-“आप सबके अभिवादन बा… हम आपके बेटा हईं।” उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि एक सांसद होने के नाते अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहा हूं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी को पूर्वी भारत का गेटवे की तौर पर विकसित किया जा रहा है। काशी को निखारा और संवारा जा रहा है।


पीएम मोदी ने कहा, “पहले भी जब मैं यहां आता था, तो शहर भर में बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा सोचता था, कि आखिर कब बनारस को इससे मुक्ति मिलगी? आज शहर के एक बड़े हिस्से से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं। बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेज़ी से जारी है।”


उन्होंने कहा, “चार वर्ष पहले जब काशीवासी, बदलाव के इस संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है। वरना आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था।”


“हम काशी में जो भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं वो उसकी परंपराओं को संजोते हुए, उसकी पौराणिकता को बचाते हुए किया जा रहा है। अनंत काल से जो इस शहर की पहचान रही, उसे संरक्षित करते हुए, इस शहर में आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश किया जा रहा है।”


“आज यहां 550 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का या तो लोकार्पण हुआ है या फिर शिलान्यास हुआ है। विकास के ये कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी जुड़े हैं। मेरे लिए ये सौभाग्य की बात है देश के लिए समर्पित एक और वर्ष की शुरुआत मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के शुभ आशीष से कर रहा हूं। आप सभी का ये स्नेह, ये आशीर्वाद मुझे हर पल प्रेरित करता है।”


प्रधानमंत्री ने कहा, “वाराणसी शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों को भी सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। सांसद के रूप में जिन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने का जिम्मा मेरे पास है उनमें से एक नागेपुर गांव के लिए आज पानी के एक बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण हुआ है।”


उन्होंने कहा, “काशी आज हेल्थ हब के रूप में उभरने लगा है। बीएचयू में आधुनिक ट्रॉमा सेंटर हजारों लोगों के जीवन को बचाने का काम कर रहा है। नए कैंसर और सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल लोगों को इलाज की आधुनिक सुविधाएं देंगे। बीएचयू ने एम्स के साथ एक वर्ल्ड क्लास हेल्थ इंस्टीट्यूट बनाने के लिए समझौता किया है।”


पीएम मोदी ने कहा, “आज यहां एक तरफ वैदिक विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ है तो दूसरी तरफ अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की भी शुरुआत हुई है। हम सभी को जितना अपनी पुरातन संस्कृति और सभ्यता पर गर्व है उतना ही भविष्य की तकनीक के प्रति हमारा आकर्षण है।”


उन्होंने कहा कि वाराणसी के रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर टूरिस्टों की संख्या बढ़ी है। काशी को टूरिस्ट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। पुराने काशी को लटकते तारों से मुक्ति दिलाई जा रही है। काशी के आस-पास के गांवों में भरपूर बिजली मिल रही है। पूरे शहर में सड़कों का जाल विछाया जा रहा है। आज बनारस से ट्रेन की कनेक्टिविटी बढ़ी है।


पीएम मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया पर काशी की तस्वीर देखकर गर्व महसूस होता है। वाराणसी में आज क्रूज सेवा की शुरुआत भी हो चुकी है। काशी ने स्वच्छता की वजह से कायाकल्प को देखा है। घाटों की सफाई और गंगा सफाई का काम चल रहा है। सीवर की व्यवस्था और घरों में पानी कनेक्शन का काम जारी है।

जन्मदिन मानाने के बाद वाराणसी दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशीवासियों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर 557।40 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम मोदी बीएचयू के एम्फीथियेटर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वे मंच पर पहुंच इ हैं। उनके साथ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ पांडेय भी मंच पर मौजूद रहे।

The Modi I know The PM thinks big and is an institution builder par excellence

The Modi I know: The PM thinks big and is an institution builder par excellence

In the week gone by Prime Minister Narendra Modi interacted with lakhs of Asha, Anganwadi and ANM workers. These are grassroots health workers whose efforts impact a wide cross-section of society, especially the poor and those living in rural areas. Apart from his inspiring words to them commending their yeoman service to society, he also announced an increase in their honorarium. Along with improving their quality of life, it will also motivate them to perform their crucial roles even better.

Very often the PM reaches out to sections of society who are unsung heroes through his mobile app, letting them know they are most valued and their work is precious in nation building. Apart from health workers, he recently reached out to teachers thanking them for their contributions to society.

This is one sterling quality I have observed in Modi right from the earliest time I got the opportunity to work with him. Everyone in the organisation or government, performing any kind of role, would be personally encouraged by him and made to feel special. This quality of recognising the importance of service and more importantly respecting those who put in their effort to serve others, is exemplary. This also shows his own spirit of service; every moment he wants to be involved in making India a better place.

It is also the mark of an excellent organisation and institution builder. Organisations and institutions are, at the end of the day, manned by people who put their shared vision above individual interests. Such sacrifices, when recognised by people of stature, only make an organisation stronger by boosting morale.

He was also someone with great attention to detail. For example, in many of our programmes, there would be a lamp lighting ceremony with which the programme would start. The cotton wicks used in lamps, if immersed in ghee beforehand, get lit immediately when a guest tries to light them. How-ever, if the same wick is dry, it takes a little longer. He would take care that even such minutiae were in place. Later, in the first decade of the 2000s he became the chief minister of Gujarat and marked himself out as an excellent administrator, which others in the Gujarat government imbibed from him.

Modi has always been very particular about law and order. He believes in fairness and justice, and encouraged us to simply work as per law without fear or favour. His ability to think big and implement it on the ground is exemplary. He had a vision of a bank account for every household. Action and implementation flowed out of that vision and more than 32 crore bank accounts have been opened under Jan Dhan Yojana. Having seen smoke filled kitchens first-hand, he wanted to ensure smoke free lives for poor women. What followed was more than 5 crore free LPG connections to poor women.

Another of his important attributes is that he does not think in terms of incidents but rather in terms of institutions. Individual contributions in terms of an incident here or an incident there are good, but for a vast nation like India, this is not enough. Take, for example, his battle against corruption. That his probity and integrity are unquestionable is a fact accepted even by many of his adversaries. However, he did not rest. Instead, he set about equipping India with better laws and institutions that are institutionalising honesty and boosting transparency.

Be it notification of the Benami Property Act to act against a major haven for black money or the amendment of Prevention of Money Laundering Act to confiscate property equivalent of money stashed abroad, be it bringing the Fugitive Economic Offenders Act or demonetisation or the ending of interviews for some government jobs, an environment conducive for, and supportive of, honesty is being built around us.

Atalji was also a leader who similarly put the nation on the path of growth through multiple institutional reforms that breathed life into our economy. Roads, telecom, education, jobs, the economy overall took off thanks to his effective leadership. BJP came to be known as the party of good governance and party with a difference.

Similarly, even under Modi’s leadership rural roads are being built at twice the pace, highways are being built at more than double the pace than was the norm before. Electricity is reaching poor households and so is LPG; toilets are being built in crores of homes to boost access to safe sani-tation and a battle against malnutrition has been launched. The huge healthcare game changer – Ayushman Bharat – has also been initiated.

Such development is not happening in just one or two states or regions but in the whole of India. Consider the fact that some states in the north-east have been connected by rail for the first time ever. For the first time, almost every household in India has a bank account. This is a paradigm shift in governance that has also brought great goodwill and trust for BJP. When people speak of BJP being an ‘election machine’, it is actually development and progress that is BJP’s electoral machine.

The PM has helped BJP become a force even in regions where the party used to have a cursory presence, for example in the north-east. If BJP and its allies have been chosen by the people in state after state across regions, it is due to the good governance that Modi has successfully implemented and the ‘can do’ spirit of New India that he resonates.

The lancet modi swasthya covrage ko prathmikta dene wale pehle indian pm

द लांसेट : मोदी स्वास्थ्य कवरेज को प्राथमिकता देने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री

ब्रिटेन की एक मशहूर चिकित्सा पत्रिका ‘द लांसेट’ का कहना है कि नरेंद्र मोदी ‘आयुष्मान भारत’ कार्यक्रम के तहत अपने राजनीतिक मंच के अंतर्गत सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्राथमिकता देने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं और कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी मोदीकेयर के मुकाबले में पीछे हैं।

‘द लांसेट’ (The Lancet) पत्रिका के प्रधान संपादक रिचर्ड होर्टन ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने गैर संक्रामक रोगों से घिरे भारत में स्वास्थ्य के महत्व को न केवल नागरिकों के प्राकृतिक अधिकार के तौर पर बल्कि उभरते मध्यवर्ग की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राजनीतिक औजार के तौर पर लिया है।

उन्होंने पत्रिका में आलेख में लिखा है, ‘‘कांग्रेस को फिर से सशक्त करने और भारत के महान राजनीतिक वंश के पास देने के लिए कुछ है, यह साबित करने में जुटे राहुल गांधी निम्न जातियों, जनजातियों और ग्रामीण गरीबों की मदद करने का वादा करने के बावजूद मोदीकेयर के मुकाबले में पीछे हैं।’’

बुधवार को द लांसेट ग्रुप ऑफ जर्नल्स में गैर संक्रामक बीमारियों पर भारत के विशेष संदर्भ में पांच रोगों के बोझ संबंधी अध्ययन के संदर्भ में होर्टन ने कहा, ‘‘भारत के भविष्य के प्रति विभिन्न दृष्टिकोणों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रतिस्पर्धा छिड़ने के बीच स्वास्थ्य अगले साल के आम चुनाव में एक उपयुक्त निर्णायक मुद्दा बनेगा। ’’

पिछले महीने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में राहुल गांधी द्वारा यह कहे जाने पर कि भारत में पूर्ण संकट है, का हवाला देते हुए लांसेट के प्रधान संपादक ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख नौकरियों के संकट का जिक्र कर रहे थे लेकिन लांसेट की विशेषज्ञता संबंधी तीन पत्रिकाओं में प्रकाशित पांच शोधपत्रों में खुलासा किया गया है कि भारत में स्वास्थ्य संकट भी है।

आलेख में कहा गया है, ‘‘सालों की अनदेखी के बाद भारत सरकार ने स्वास्थ्य के बारे में व्यापक जन असंतोष को पहचाना। इस साल शुरु की गई आयुष्मान भारत नामक पहल के तहत प्रधानमंत्री ने दो नये अहम कार्यक्रम शुरु किए।’’

आलेख में कहा गया है, ‘‘आयुष्मान भारत के दो स्तंभ हैं: सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लिए प्राथमिक देखभाल सुविधाओं का मेरुदंड प्रदान करने के लिए 1,50,000 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों का निर्माण तथा सलाना पांच लाख रुपये प्रति परिवार का कवरेज प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य बीमा जिससे दस करोड़ से अधिक गरीब परिवार लाभान्वित होंगे।’’

Pm modi ne indore ki saifee masjid me kaha bohra samaj ki deshbhakti ek misaal hai

इंदौर सैफी मस्जिद से पीएम मोदी ने कहा, बोहरा समाज की देशभक्ति और ईमानदारी एक मिसाल है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इंदौर में हज़रत इमाम हुसैन की शहादत के स्मरणोत्सव ‘अशरा मुबारका’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। ये कार्यक्रम दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के द्वारा आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री के साथ बोहरा समुदाय के 53वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी मौजूद रहे।

बोहरा समाज के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी प्रवचन कार्यक्रम में कोई प्रधानमंत्री शामिल हो रहा है। शिवराज सरकार ने सैफुद्दीन को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है।


सैफी मस्जिद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी के बीच में आना हमेशा मुझे प्रेरणा देता है, एक नया अनुभव देता है। अशरा मुबारक, के इस पवित्र अवसर पर आपने मुझे बुलाया इसलिए आपका आभारी हूं। उन्होंने कहा कि बोहरा समाज ने हमेशा से शांति का पैगाम रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इमाम हुसैन अमन और इंसाफ के लिए शहीद हो गए।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शांति का संदेश देने की यही शक्ति हमें दुनिया से अलग बनाती है, बोहरा समाज दुनिया को हमारे देश की ताकत बता रहा है। पीएम ने कहा कि हमें अपने अतीत पर गर्व है, वर्तमान पर विश्वास है। बोहरा समाज ने शांति के लिए जो योगदान दिया है, उसकी बात हमेशा मैं दुनिया के सामने करता हूं।


उन्होंने कहा कि बोहरा समाज की भूमिका राष्ट्रभक्ति के प्रति सबसे अहम रही है। धर्मगुरु अपने प्रवचन के माध्यम से अपनी मिट्टी से मोहब्बत की बातें कहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बोहरा समाज के साथ मेरा रिश्ता काफी पुराना है, मैं इस परिवार का सदस्य हूं। मेरे दरवाजे आपके लिए हमेशा खुले हैं। उन्होंने कहा कि जन्मदिन से पहले ही मुझे इस पवित्र मंच से आशीर्वाद मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब बोहरा समाज हमेशा मेरे साथ था। कई बार मैं धर्मगुरु जी से मिलने सूरत के एयरपोर्ट पर मिलने चला गया। PM मोदी बोले कि तब मैंने उनसे गुजरात में पानी की चिंता की, और उन्होंने इसके लिए तभी काम करना शुरू कर दिया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बोहरा समाज कई तरह से स्वास्थ्य के लिए समाज में मदद कर रहा है। सरकार भी लोगों के स्वास्थ्य के लिए चिंता कर रही है और लगातार हम काम कर रहे हैं। हमने दवाईयों के दाम कम कर दिए हैं, आयुष्मान भारत के जरिए 50 करोड़ लोगों को मेडिकल की सुविधा मुफ्त में मिलेगी।


प्रधानमंत्री बोले कि अभी तक बोहरा समाज के लोगों ने करीब 11000 लोगों को अपना घर दिया है, हमारी सरकार भी 2022 तक सभी को घर देना चाहती है। और हमने 1 करोड़ लोगों को घर की चाबी सौंप भी दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हमारा देश खुले में शौच करने से मुक्त हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि समाज के बीच से ही ऐसे लोग निकलते हैं जो धांधली को ही कारोबार मानते हैं, आप बोहरा समाज के लोग ईमानदारी से कारोबार कर देश के लिए संदेश दे रहे हैं। हमारी सरकार की नीतियों के कारण आज देश की विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है, हमारी नज़र अब जीडीपी के नंबरों को दहाई तक पहुंचाने पर है।

बोहरा समुदाय के 53वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज इमाम हुसैन के शहादत की याद में प्रधानमंत्री मोदी का हमारे गम में शरीक होना बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि अल्लाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस वतन को आगे ले जाने की शक्ति दे।

उन्होंने कहा कि वतन से मोहब्बत, वतन से वफादारी, कानून में भागीदारी ही भारत के मुसलमानों का इमान है। बोहरा धर्मगुरु ने कहा कि मुसलमानों को गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के हर हिस्सों में मोहब्बत मिलती है।

इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में ऐतिहासिक होने वाला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि 2022 तक हर किसी के सिर पर छत हो, बोहरा समाज और हमारे प्रधानमंत्री दोनों ही गरीबों के दुख दूर करने में लगे हुए हैं।

शिवराज ने कहा कि अपने मुल्क से मोहब्बत करने वाला, दूसरों की मदद करने वाला और अनुशासित अगर कोई समाज है तो वो बोहरा समाज है।

बता दें कि पीएम मोदी बोहरा समुदाय के इस कार्यक्रम स्थल सैफी मस्जिद पर 30 मिनट रुकेंगे। मध्य प्रदेश में दो महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पीएम का बोहरा मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु से मिलने के कार्यक्रम के राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं।

Pm modi ne bjp karyakartao ko diya mera booth sabse mazboot ka naara

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BJP कार्यकर्ताओं को दिया ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ का नारा

‘नमो ऐप’ के माध्यम से बूथ कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अजेय भारत, अटल भाजपा, यह हम सब की प्रेरणा का बिंदु है। हमारे कार्यकताओं की मेहनत, सामर्थ्य, पुरुषार्थ और संकल्प के कारण ही आज हमें इस मुकाम पर पहुंचे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘जड़ जितनी मजबूत होती है पेड उतना ही फलदाई और ताकतवर होता है’। मेरे लिए ये सौभाग्य का विषय है कि आज भारतीय जनता पार्टी की जड़ को सींचकर उसे एक घने वृक्ष रुपी पार्टी बनाने वाले ऐसे अनेक कार्यकताओं से बात करने का मौका मिला है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा संदेश साफ है कि अब तक की विजय यात्रा ने सिद्ध कर दिया कि हमारी ताकत का मंत्र है ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’। उन्होंने कहा कि भाजपा में नाम से नहीं काम से नेतृत्व तय होता है। बूथ स्तर के कार्यकर्ता को संगठन के शीर्ष के नेतृत्व की जिम्मेदारी को सौंपने का काम सिर्फ भाजपा ही कर सकती है, चाहे वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हो या अलग अलग राज्यों में हमारे मुख्यमंत्री हो।


पीएम मोदी ने कहा कि इन सभी ने बूथ स्तर से कार्य करना शुरू किया है। यहां कोई व्यक्ति स्थायी नहीं है, आज जहां मैं हूं कल कोई और होगा और यही भारतीय जनता पार्टी की लोकतंत्र की उसी के कारण है, पदभार ये व्यवस्था है, कार्यभार ये ज़िम्मेवारी है। पदभार बदल सकता है लेकिन माँ भारती को समर्पित हम कार्यकताओं को कार्यभार से कभी मुक्ति नहीं मिल सकती है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई बार तो मुझे कांग्रेस के अनेक पुराने कार्यकर्ताओं पर, जिन्होंने संघर्ष किया है, ज़मीन पर काम किया है, उनके प्रति संवेदना का भाव आता है। उनका संघर्ष, उनका सामर्थ्य सिर्फ एक परिवार के काम ही आ रहा है। एक से एक समर्थ लोग परिवार के विकास की भेंट चढ़ गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ नारे गढ़ती नहीं उन्हें धरातल की वास्तविकता तक ले जाती है। सबका साथ-सबका विकास- हमारे लिए सिर्फ नारा नहीं बल्कि एक मंत्र की तरह पवित्र लक्ष्य है।


प्रधानमंत्री मोदी ने योजनाओं के बारे में कहा कि सौभाग्य योजना से बिजली रामेश्वर के घर में भी पहुंच रही है तो रहमान, रतिंदर और रॉबर्ट के घर का अंधेरा भी छट रहा है। उज्जवला के तहत जो 5 करोड़ से अधिक गरीब बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है तो उसमें सरिता भी है, सबीना भी और कोई सोफिया भी। मुद्रा योजना के तहत 13 करोड़ से अधिक लोन पाने वाले भाई-बहन हर जाति, पंथ और संप्रदाय से हैं।


देश के नए बन रहे आधुनिक एक्सप्रेसवे, साफ-स्वच्छ रेलवे स्टेशनों और अनेक शहरों में बन रही मेट्रो में कोई जाति या पंथ पूछकर एंट्री नहीं होगी। हमारे कार्यकताओं की मेहनत, सामर्थ्य, पुरुषार्थ और संकल्प के कारण ही आज हमें इस मुकाम पर पहुंचे है।


पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वो दलों को जोड़ रहें है और हम सवा सौ करोड़ दिलों को जोड़ रहे है। इस गठजोड़ में नीति अस्पष्ट है, नेतृत्व में भ्रम है और नीयत भ्रष्ट है। महागठबंधन गांठों का बंधन नहीं है ये अपनी कमज़ोरियों को छिपाने के लिए कूच अवसरवादी लोगों का गठजोड़ है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते चार वर्षों ने कांग्रेस और उसके कुछ सहयोगियों की पोल खोल दी है। पहले जनता ने उन्हें गवर्नेंस में असफलता, फैसले लेने की अक्षमता, भ्रष्टाचार के कारण बाहर का रास्ता दिखाया और जब विपक्ष की भूमिका निभाने का अवसर आया तो वहां भी वो फेल हो गए।

Pm modi ne swachata hi seva aandolan ke shubhaarambh ki ghoshna ki

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ के शुभारंभ की घोषणा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 15 सितंबर से ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ के शुभारंभ की घोषणा की। उन्होंने इस आंदोलन को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश में सभी से ‘स्वच्छता ही सेवा’ आंदोलन का हिस्सा बनने और ‘स्वच्छ भारत’ बनाने की कोशिशों को मजबूत करने का आग्रह किया ।

पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘15 सितम्बर को सुबह 9।30 बजे हम एक साथ आएंगे और ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे’। उन्होंने कहा, ‘मैं उन लोगों के साथ बातचीत करना चाहता हूं जिन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करने के लिए ग्राउन्ड लेवल पर मेहनत से काम किया है’।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार दो अक्टूबर को बापू की जयंती का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह उनकी 150वीं जयंती होगी। इसके साथ ही स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्टूबर को चार साल पूरे हो जाएंगे। मोदी ने कहा कि चार साल पहले ही 2 अक्टूबर को गांधी जी की जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई थी ।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छ भारत के बापू के सपने को पूरा करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक जन आंदोलन के 4 साल पूरे किए हैं। मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने स्वच्छ भारत के लिए काम किया। सवा सौ करोड़ देशवासियों ने मिलकर पूज्य बापू के सपने को पूरा करने के लिए एक जन आंदोलन प्रारंभ किया’। प्रधानमंत्री ने कहा कि बापू का ही आशीर्वाद है कि बीते 4 साल में सभी भारतवासी स्वच्छ क्रांति के दूत बन चुके हैं। देश के हर कोने में समाज के हर वर्ग के लोगों ने स्वच्छ भारत के उनके सपने को पूरे करने के लिए जो भी कर सकते हैं वह सब किया।

उन्होंने सबकी भागीदारी की भी तारीफ की और कहा कि देशभर में 8।5 करोड़ शौचालय बनकर तैयार हो गए हैं। मोदी ने जोर दिया कि आज 90 फीसदी भारतीयों को शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। इससे पहले सिर्फ 40 फीसदी लोगों के पास ये सुविधा थी। आज भारत के सवा चार लाख से भी अधिक गांव, 430 जिले और 2800 नगर, शहर और कस्बे और 19 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में शौच की सुविधा मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि विश्व स्वस्थ्य संगठन ने शौचालय के उपयोग से 3 लाख मासूमों का जीवन बचने की संभावना जताई है। मोदी ने कहा कि 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बहुत ही विशाल स्तर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

अमिताभ बच्चन ने भी एक संदेश के जरिए लोगों से इस आंदोलन के तहत जुड़ने की अपील की है। खबरों के मुताबिक, अक्षय कुमार, अनुष्का शर्मा और सचिन तेंदुलकर भी इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।

Kisano ko modi sarkar ka bada tohpha anaaj kharid niti ko cabinet ki manjuri

किसानों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, नई अनाज खरीद नीति को कैबिनेट की मंजूरी

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले मोदी सरकार ने किसानों को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया है। मोदी कैबिनेट ने किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिये नयी कृषि खरीद प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में नई कृषि खरीद प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान की गई।

कैबिनेट ने किसानों से महत्वपूर्ण अनाज की खरीद के लिए प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और सुगम करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह नीति सरकार की पहल का ऐसा हिस्सा है जिससे बाजार मूल्‍य के सरकार द्वारा तय दाम से नीचे जाने पर भी किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) को सुनिश्चित करेगी और इसका लाभ लाभ अधिकांश किसानों को मिलेगा। इतना ही नहीं, सरकार की यह मंजूरी किसानों के लिए एफसीआई जैसी सरकारी एजेंसियों को अपना खाद्यान्न बेचने में आसान बना देगा।

इससे पहले जुलाई में किसानों को फसल की लागत का कम से कम डेढ़ गुनाम दाम दिलाने के वायदे को पूरा करने की दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया। सरकार ने यह निर्णय ऐसे समय लिया है जबकि कृषि उपजों के दाम गिरने से किसान परेशान हैं और आम चुनाव एक साल के अंदर होने वाले हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 में किसानों से साथ चुनावी वादा किया था कि वह किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिलाएगी। इसे पूरा करने के लिए सरकार ने इस साल पहली फरवरी को पेश किए गए अपने आखरी पूर्ण बजट में इस वायदे को पूरा करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों से संबंधित समिति ने 14 खरीफ फसलों के एमएसपी के प्रस्तावों को स्वीकृत किया था।

Pm modi ne swami Vivekanand ne bharat ke prati duniya ke drastikon ko di chunauti

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, स्वामी विवेकानंद ने भारत के प्रति दुनिया के दृष्टिकोण को दी चुनौती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद जी के शिकागो में दिए गए विश्व प्रसिद्ध भाषण की 125वीं वर्षगांठ पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों से संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत तमिल भाषा से की। उन्होंने कहा कि यह दिन केवल भाषण तक सीमित नहीं होना चाहिए।


उन्होने कहा कि एक भारत और श्रेष्ठ भारत का सपना स्वामी विवेकानंद का संदेश है। स्वामी जी ने प्राचीन भारत और संस्कृति की बात की। उन्होंने कहा था शिकागो धर्म सभा भारत और भारतीय विचारों के लिए सदा याद की जाएगी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर स्वामी जी के काल को देखा जाए तो शिकागो में दिए गए उनके भाषण का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि उस वक्त हमारा देश गुलाम था। हमारा देश गरीब था। हम पिछड़े लोगों में गिने जाते थे। लोग हमें हेय दृष्टि से देखते थे। लेकिन स्वामी विवेकानंद ने दुनिया के विचार को चुनौती दी। उन्होंने हमारे देश के बारे में दुनिया के दृष्टिकोण को बदल दिया। उन्होंने दुनिया को वैदिक दर्शन से परिचित करवाया।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने भारतीयों को फिर आत्मविश्वास और गौरव के भाव से भरकर उन्हें अपनी जड़ों की तरफ वापस लौटाया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने हमें याद दिलाया कि भारत सदियों से अध्यात्म एवं दर्शन की भूमि रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी जी के भाषण ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा थी। भारतीय इसके बाद हम कर सकते हैं कि भावना से भर गए।

स्वामी विवेकानन्द द्वारा बताए गए आत्मविश्वास की बात पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम गरीबों, वंचितों और शोषितों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव भारत के युवाओं और बेटियों में देखा जा सकता है। मोदी ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए एशियन खेलों से साबित हो गया है कि गरीबी प्रतिभा को नहीं रोक सकती है।

Pm modi ne aanganwadi karyakartao se ki baat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ की बात, बढ़ाया मानदेय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को देश की हजारों आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत कर रहे हैं। उन्‍होंने इस दौरान कहा कि केंद्र सरकार देश में पोषण और बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं के मुद्दे पर पूरा ध्‍यान देते हुए काम कर रही है। उन्‍होंने कहा ‘मैं गर्भवती महिलाओं का निशुल्‍क इलाज करने वाले डॉक्‍टरों का आभार व्‍यक्‍त करना चाहता हूं।’ उन्‍होंने कहा कि कमजोर नींव पर मजबूत इमारत का निर्माण नहीं हो सकता। इसी प्रकार यदि देश का बचपन कमजोर रहेगा तो उसके विकास की गति धीमी हो जाएगी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में टीकाकरण अभियान इस समय तेज गति से चल रहा है। इस अभियान में देश बड़ी संख्‍या में महिलाओं और बच्‍चों को शामिल करना बेहद जरूरी है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘मौजूदा समय में एक आशा वर्कर किसी बच्‍चे जन्‍म के बाद उसके पास 42 दिनों में 6 बार जाती हैं। अब हम इस समय को बढ़ाकर 15 महीने कर रहे हैं। इससे आशा वर्कर ऐसे बच्‍चों की देखरेख के लिए उनके पास 15 महीने में 11 बार जा सकेंगी। मुझे विश्वास है कि आपके स्नेह और अपनेपन से एक से एक बेहतरीन नागरिक देश को मिलेंगे।’


किसी भी शिशु के लिए जीवन के पहले एक हजार दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान मिला पौष्टिक आहार, खान-पान की आदतें ये तय करती हैं कि उसका शरीर कैसा बनेगा, पढ़ने-लिखने में वो कैसा होगा, मानसिक रूप से कितना मजबूत होगा। यदि देश का नागरिक सही से पोषित होगा, विकसित होगा तो देश के विकास को कोई नहीं रोक सकता है। लिहाज़ा शुरुआती हजार दिनों में देश के भविष्य की सुरक्षा का एक मजबूत तंत्र विकसित करने का प्रयास हो रहा है।


एक आशा वर्कर की बात पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘जैसा कि दादरा और नगर हवेली की साथी कह रही थीं, निश्चित तौर पर एनीमिया एक बहुत बड़ी समस्या है। देश में काफी संख्या में लोग एनीमिया के शिकार हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में आयोडीन युक्त नमक का उपयोग बढ़ा है। अब आप सभी कार्यकर्ताओं को आयोडीन और आयरन युक्त डबल फोर्टिफाइड नमक के इस्तेमाल के लिए लोगों को और जागरूक करना पड़ेगा ताकि एनीमिया जैसी बीमारियों को दूर किया जा सके।’


पीएम नरेंद्र मोदी ने आशा और आंगनबाड़ी वर्करों से कहा ‘स्वस्थ और सक्षम भारत के निर्माण में आप सभी की शक्ति पर मुझे, पूरे देश को पूरा भरोसा है। हमें मिलकर कुपोषण के खिलाफ, गंदगी के खिलाफ, मातृत्व की समस्याओं के खिलाफ सफलता हासिल होगी। तभी ट्रिपल A की हमारी ये ताकत देश को A ग्रेड में रखेगी, शीर्ष पर रखेगी।’