Monthly Archives: June 2017

यूपी के CM योगी आदित्यनाथ को पीएम नरेंद्र मोदी ने इस अंदाज में दी जन्मदिन की बधाई

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के मौके पर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके बधाई दी. बधाई संदेश में पीएम मोदी ने कहा, युवा और डायनमिक मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई. मैं आपके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं.

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक ने सोमवार को कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनके जन्मदिन की बधाई दी. राजभवन से जारी एक बयान के अनुसार- राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि उनके कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा. उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास के नारे का समर्थन करने वाले मुख्यमंत्री के प्रयास से समाज के सभी वर्गों का विकास होगा तथा सौहार्द बढ़ेगा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने जन्मदिन के मौके पर विश्व पर्यावरण दिवस भी मनाया. उन्होंने 6 करोड़ 34 लाख पेड़ लगाने की मुहिम शुरू की. लखनऊ के इंदिरागांधी प्रतिष्ठान उन्होंने पेड़ लगाकर इसकी शुरुआत की.

विश्व पर्यावरण दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- पृथ्वी को बेहतर ग्रह बनाने के लिए प्रतिबद्ध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पृथ्वी को एक बेहतर ग्रह बनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रहे लोगों को सलाम भी किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल की थीम ‘लोगों को प्रकृति से जोड़ना’ कुछ और नहीं बल्कि ‘अपने आप से जुड़ने’ का तरीका थी.

उन्होंने ट्वीट किया, हमारे पर्यावरण की सुरक्षा और एक बेहतर ग्रह बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस एकदम सही समय है.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘हम उन सभी लोगों और संगठनों की इच्छाशक्ति एवं प्रतिबद्धता को सलाम करते हैं, जो पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम कर रहे हैं.’

पिछले सप्ताह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के हटने की घोषणा की थी. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा था कि मौजूदा पीढ़ी को भावी पीढ़ियों से एक स्वच्छ एवं स्वस्थ पृथ्वी पर रहने का अधिकार नहीं छीनना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान का चीन ने किया खुलकर समर्थन लेकिन

चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रूस में दिए गए उस बयान का सोमवर को खुलकर स्वागत किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद होने के बावजूद दोनों देशों की सीमा पर 40 वर्षों में एक गोली भी नहीं चली. हालांक चीन ने अपनी पुरानी फितरत को बरकरार रखते हुए आज एक बार फिर परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत को सदस्यता दिलाने से इनकार कर दिया.

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कहा, “हमने प्रधानमंत्री मोदी की ओर से की गई सकारात्मक टिप्पणी का संज्ञान लिया है. हम इसका स्वागत करते हैं.” पीएम मोदी ने कहा था कि दुनिया एक दूसरे से जुड़ी हुई और एक दूसरे पर निर्भर है और इस बदलाव ने भारत और चीन के लिए यह जरूरी कर दिया कि वे सीमा विवाद होने के बावजूद व्यापार एवं निवेश पर सहयोग को लेकर बातचीत करें.

मोदी ने सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच की बैठक में परिचर्चा के दौरान कहा था, “यह सच है कि हमारा व्यापक सीमा विवाद है. परंतु पिछले 40 वर्षों में सीमा विवाद की वजह से कोई एक गोली नहीं चली है.” प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर हुआ ने कहा, “हम इस बात पर जोर देते आ रहे हैं कि चीन और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में ठोस, सतत और गहन प्रगति का बहुत महत्व है.”  उन्होंने कहा, “दोनों देशों के नेताओं ने सीमा प्रश्न को बड़े पैमाने पर ध्यान दिया है. हर बार जब वे मिलते हैं तो वे इस मुद्दे पर विचारों का आदान-प्रदान करते हैं. दोनों पक्षों ने सहमति जताई है कि सीमा संबंधी प्रश्न को हल करना दोनों पक्षों के हित में है. यह रणनीतिक लक्ष्य है जिसे दोनों पक्ष हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं.”

चीन का रुख भांप पाना आसान नहीं 

चीन का रुख भांप पाना आसान नहीं. आज ही चीन ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश का समर्थन करने से एक बार फिर इनकार कर दिया. चीन ने कहा है कि एनएसजी में सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी ‘नई परिस्थितियों’ में और ‘अधिक जटिल’ हो गई है. चीन का कहना है कि एनपीटी पर हस्ताक्षर न करने वाले सभी देशों के लिए एक समान नियम लागू होना चाहिए. चीन 48 देशों वाले इस समूह में भारत की सदस्यता को रोकता रहा है. यह समूह परमाणु वाणिज्य का नियंत्रक समूह है. अधिकतर सदस्य देशों का समर्थन होने के बावजूद चीन भारत के सदस्य बनने का विरोध करता रहा है.

PM बोले- जितने पैसों में बनती है हॉलीवुड फिल्म, उतने में हम मंगल पर पहुंच गए

सेंट पीटर्सबर्ग में बोलते हुए मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत सेंट पीटर्सबर्ग की तारीफ करते हुए कहा कि ये राष्ट्रपति पुतिन का शहर है। मोदी ने कहा भारत और रूस के संबंध काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हम लोग अपनी दोस्ती के 70 साल का उत्सव मना रहे हैं और इस अवसर पर मैं आपके बीच हूं। पीएम मोदी ने मंच से भारत देश में मौजूद निवेश के मौकों, आर्थिक सुरक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि हम 125 करोड़ लोग आपको निवेश का न्यौता दे रहे हैं।

सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच की बैठक के दौरान मोदी ने कहा कि पिछले 70 सालों से हमारे संबंध आर्थिक उपयोगिता की बजाय एक दूसरे के विश्वास पर टिके रहे हैं । इन संबंधों की ऊंचाई और गहराई भी बढी़ है। पीएम ने कहा मैं यहां देश की सवा अरब आबादी के प्रतिनिधि के तौर पर आपके बीच मौजूद हूं।

पीएम मोदी ने मंच से कहा कि हम 125 करोड़ लोग आपको(रुसियों) को भारत देश में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने रूसी निवेशकों को भारत में इंस्फ्रास्ट्रक्चर, रक्षा प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति, राजनीतिक स्थिरता और साफ उद्देश्यों के दम पर हम बदलाव की बयार ला रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से हम पूरे देश को डिजिटल बना रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि जितने पैसों में हॉलीवुड फिल्म बनती है, हम उससे भी कम खर्च में मंगल पर पहुंच गए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि रूस में लोग बॉलीवुड फिल्में खूब देखते हैं। यहां की नई पीढ़ी भी राज कपूर को जानती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा पूरी करके स्वदेश रवाना हुए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस की अपनी यात्रा पूरी करके शनिवार को स्वदेश रवाना हो गए.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘फ्रांस की सरकार और लोगों को मेरी यात्रा के दौरान उनके सत्कार के लिए मेरा आभार. यह एक महत्वपूर्ण यात्रा थी’. पीएम मोदी अपनी यात्रा के आखिरी हिस्से के तहत यहां पहुंचे थे. उन्होंने फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों के साथ राष्ट्रपति भवन एलिसी पैलेस में व्यापक बातचीत की.

मैक्रों के साथ बातचीत करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत भविष्य की पीढ़ियों के लिए जलवायु संरक्षण के पेरिस समझौते से ‘आगे बढ़कर’ काम करने को प्रतिबद्ध है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाले समझौते को दुनिया की साझा विरासत बताया.

मोदी रूस से फ्रांस पहुंचे थे, जहां उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की. उन्होंने वहां एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच में हिस्सा लिया. रूस से पहले पीएम मोदी ने जर्मनी और स्पेन की भी यात्रा की और वहां शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की.

आतंकवाद से निपटने के लिए भारत, फ्रांस सहयोग प्रगाढ़ करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैन्युएल मैकरॉन से शनिवार को मुलाकात की. साथ ही, भारत और फ्रांस आतंकवाद और चरमपंथ द्वारा पेश की गई चुनौती से निपटने के लिए अपने सहयोग को और प्रगाढ़ करने पर सहमत हुए. कई मुद्दों पर वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने दुनिया भर में आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर चिंता जाहिर की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आतंकवाद वह सबसे बड़ी चुनौती है, जिसका विश्व आज सामना कर रहा है.

’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस आतंकवाद द्वारा पेश किए गए खतरे को समझता है. मोदी ने कहा कि आतंकवाद को देखा जा सकता है और यह फ्रांस एवं भारत सहित समूची दुनिया को प्रभावित कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया को आतंकवाद की बुराई को शिकस्त देने के लिए एकजुट होने की जरूरत है.’’

उन्होंने कहा कि दोनों ही देश आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ने को राजी हुए हैं. मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच गहरे संबंध हैं और दोनों राष्ट्र द्विपक्षीय और बहुपक्षीय स्तर पर काफी लंबे समय से साथ मिल कर काम करते आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा,

‘‘चाहे यह व्यापार या प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष और निवेश, ऊर्जा, शिक्षा और उद्यम ही क्यों ना हो, हम भारत – फ्रांस संबंधों को प्रोत्साहन देना चाहते हैं.’’

उन्होंने भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक संबंध बेहतर करने की भी रुचि जाहिर की. मोदी ने कहा कि कई भारतीय विश्व शांति के लिए दोनों विश्वयुद्ध लड़े थे. मैकरॉन ने विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस की आजादी के लिए बलिदान देने को लेकर भारतीय सैनिकों का शुक्रिया अदा किया. मोदी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति को भारत आने का न्योता दिया. मैकरॉन ने न्योता स्वीकार कर लिया और कहा कि वह साल के आखिर में भारत की यात्रा करेंगे तथा दोनों देश विश्व सौर गठजोड़ की एक बैठक आयोजित करेंगे.

इससे पहले, प्रेसीडेंशियल एलसी पैलेस के प्रांगण में मैकरॉन ने मोदी को गले लगा कर उनका अभिवादन किया, जब वह बैठक और भोज के लिए पहुंचे थे. भारत का नौवां सबसे बड़ा निवेश साझेदार फ्रांस है. यह यूरोपीय देश रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास तथा रेलवे जैसे क्षेत्रों में भारत की विकास कोशिशों में एक अहम साझेदार भी है. प्रधानमंत्री ने मैकरॉन की चुनावी जीत को लेकर उन्हें बधाई दी थी और कहा था कि वह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए आशावादी हैं.

गौरतलब है कि 39 वर्षीय मैकरॉन ने फ्रांस का सबसे युवा राष्ट्रपति बन कर इतिहास रच दिया था. मोदी रूस से फ्रांस पहुंचे हैं. वहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता की थी. वह रूस में इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में भी शरीक हुए थे. रूस से पहले मोदी ने जर्मनी और स्पेन की यात्रा कर वहां के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता की थी.

पीएम नरेंद्र मोदी ने लंदन हमलों को लेकर क्षोभ प्रकट किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में हुए आतंकी हमलों की निंदा करते हुए इसे ‘स्तब्धकारी’ करार दिया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘लंदन में हमले स्तब्धकारी और व्यथित करने वाले हैं. हम इनकी निंदा करते हैं. मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के प्रति हमारी दुआएं हैं.’’

ब्रिटेन की राजधानी लंदन के मध्य इलाके में आज दो आतंकी हमलों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. पुलिस ने तीन संदिग्धों को मार गिराया है. इस साल ब्रिटेन में हुई यह तीसरी आतंकवादी वारदात है.

आगामी 8 जून को होने जा रहे आम चुनाव से कुछ दिनों पहले लंदन ब्रिज और बरो मार्केट में आतंकी हमला हुआ.

कुछ दिन पहले 22 मई को मैनचेस्टर में एक आत्मघाती बम विस्फोट हुआ था जिसमें 22 लोग मारे गए थे और 116 लोग घायल हो गए थे. मैनचेस्टर हमले के हमलावर की पहचान 22 साल के सलमान आबिदी के रूप में हुई थी. बीते 22 मार्च को संसद भवन के निकट हुए हमले में हमलावर सहित छह लोग मारे गए थे और कम से कम 50 लोग घायल हो गए थे. खालिद मसूद नामक हमलावर ने अपनी कार राहगीरों पर चढ़ा दी थी और संसद परिसर के बाहर की बाड़ से वाहन टकरा दिया था. उसे सुरक्षा बलों ने मार गिराया था.

रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में पीएम नरेंद्र मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों के दौरे पर हैं जर्मनी, स्पेन के बाद अब वह रूस पहुंचे हैं. वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से वह मुलाकात करेंगे. इस यात्रा को भारत के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट कुडनकुलम के लिहाज़ से काफ़ी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

पीएम मोदी ने आज सेंट पीटर्सबर्ग में द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद पर हमले के दौरान शहीद हुए करीब पांच लाख सैनिकों की स्मृति में इसे बनाया गया.आज वह व्लादिमिर पुतिन के साथ 18वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे. इसके अगले दिन सेंट पीटर्सबर्ग में ही पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच में शामिल होंगे. जहां भारत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात कर सकता है.

इस दौरान भारत और रूस के बीच ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में कुछ समझौते भी हो सकते हैं. सबकी निगाहें भारत के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्लांट तमिलनाडु के कुडनकुलम की अंतिम दो इकाइयों के लिए रूस की मदद से जुड़े करार पर हैं. पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले कुछ समय में भारत और रूस के संबंधों में गर्मजोशी की कमी देखने को मिली ऐसे में ये मुलाकात अहम मानी जा रही है.

रूस के बाद फ्रांस के लिए होंगे रवाना 2 जून को मोदी यात्रा के आखिरी पड़ाव के लिए फ्रांस रवाना होंगे. यहां पेरिस में फ्रांस के नए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से चर्चा करेंगे. इस दौरान दोनों देशों का स्ट्रैटजिक रिलेशन मजबूत होने की उम्मीद है। दोनों देश आतंकवाद से पीड़ित हैं.इसलिए बातचीत में यह अहम मुद्दा हो सकता है.

मोदी-पुतिन की ‘यारी’ से तिलमिलाएंगे चीन-पाकिस्तान

4 यूरोपीय देशों के दौरे पर निकले नरेंद्र मोदी बुधवार को रूस पहुंचे, मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सेंट पीट्सबर्ग में मुलाकात की. मुलाकात के बाद मोदी बोले, “भारत और रूस के रिश्ते में कभी उतार-चढ़ाव नहीं आए.” द्विपक्षीय बातचीत के पीएम मोदी और ब्लादिमीर पुलिस ने साझा घोषणा पत्र जारी किया.

PM Narendra Modi and Vladimir Putin

व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में इस दौरान गजब की केमेस्ट्री दिखी. दोनों नेता काफी समय तक साथ में घूमे और एक-दूसरे से बातें करते नजर आए. कई मौकों पर पुतिन-मोदी हंसी मजाक करते भी नजर आए.

PM Modi and Russia President Vladimir Putin

पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देशों ने 5 बड़े मुद्दों पर संयुक्त हस्ताक्षर किए.  इस मौके पर पीएम मोदी ने बताया कि रूस के साथ भारत का रिश्ता आदर का है और आगे भी रहेगा. साक्षा घोषणापत्र को जारी करते हुए मोदी ने कहा कि आर्थिक संबंधों में तीव्र प्रगति देना भारत और रूस का साझा उद्देश्य है.

PM Modi and Russia President Vladimir Putin

रूस ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) और परमाणु हथियार अप्रसार की अन्य व्यवस्था में इसकी सदस्यता के अपने पुरजोर समर्थन की बात आज दोहराई.

PM Modi and Russia President Vladimir Putin

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सालाना द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों ने ब्रिक्स, डब्ल्यूटीओ, जी 20 और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और रूस-भारत-चीन सहयोग जैसे बहुपक्षीय मंचों पर अपना सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया.

PM Modi and Russia President Vladimir Putin

मोदी-पुतिन वार्ता के बाद जारी एक दृष्टि पत्र में कहा गया है, “विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी के प्रति अपने पुरजोर समर्थन को रूस दोहराता है.” रूस ने 48 सदस्यीय एनएसजी में भारत के प्रवेश की कोशिश का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस बात से सहमत है कि बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था में भारत की भागीदारी उन्हें बेहतर बनाने में योगदान देगा.

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घोषणापत्र में कहा गया है कि इस परिप्रेक्ष्य में रूस एनएसजी और वासनर व्यवस्था में सदस्यता के लिए भारत की अर्जी का स्वागत करता है तथा इन नियंत्रण व्यवस्थाओं में भारत को यथाशीघ्र शामिल करने के अपने ठोस समर्थन की बात दोहराता है.

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चार बड़ी निर्यात नियंत्रण व्यवस्था- एनएसजी, एमटीसीआर, आस्ट्रेलिया ग्रुप और वासनर अरेंजमेंट,  में भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) का सदस्य है. इसने पिछले साल एनएसजी की सदस्यता के लिए अर्जी दी थी लेकिन उसे चीन के सख्त विरोध का सामना करना पड़ा. भारत ने हाल ही में अपनी निर्यात नियंत्रण सूची को वासनर व्यवस्था जैसी एक व्यवस्था से जोड़ा है.

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शिखर बैठक में दोनों देशों ने चीन की ‘वन बेल्ट वन रोड’ (ओबीओआर) परियोजना का स्पष्ट जिक्र करते हुए कहा कि वे एकपक्षवाद का किसी तरह का सहारा लेने या संप्रभुता का सम्मान नहीं किए जाने तथा देशों की मुख्य चिंताओं और न्यायोचित हितों को नजरअंदाज करने का विरोध करेंगे.

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इस परियोजना का भारत के विरोध करने की मुख्य वजह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) है जो ओबीओआर का हिस्सा है. दरअसल, सीपीईसी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरता है.

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नरेन्द्र मोदी ने आगे कहा, “रूस और भारत दोनों सभी के लिए खुशी और फायदे में यकीन करते हैं. दोनों देशों और यहां के लोगं के बीच दोस्ती और विश्वास का खास रिश्ता है.

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सामान्य तौर पर अंतरराष्ट्रीय संबंध ऊपर नीचे होते रहते हैं. हमने हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव देखा, लेकिन भारत और रूस के रिश्तों में कभी उतार-चढ़ाव नहीं आया.”

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने आज आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों पर तथा उर्जा और व्यापार संबंधों को मजबूत करने पर व्यापक बातचीत की.

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इस मौके पर पुतिन ने कहा, “रूस भारत के सभी हितों का सम्मान करता है. भारत एक सप्ताह में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) का पूर्णरूपेण सदस्य बन जाएगा.”

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अपनी मुलाकात की शुरुआत में मोदी ने पुतिन से कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में पुतिन के गृहनगर आकर खुश हैं. गौरतलब है कि पहली बार रूस में भारत-रूस शिखरवार्ता मॉस्को से बाहर सेंट पीटर्सबर्ग में हो रही है.

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मोदी ने पुतिन के साथ बातचीत में सुबह द्वितीय विश्व युद्ध के शहीदों के स्मारक के अपने दौरे का जिक्र किया. उन्होंने पुतिन से कहा, “आप ऐसे नेता हैं जिसके परिवार ने बलिदान दिया. आपके भाई ने शहादत दी थी.”

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गौरतलब है कि पुतिन के भाई 70 साल पहले द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राड हमले में मारे गए थे.

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पुतिन से बोले मोदी- 16 साल पहले अटली जी के साथ CM बनकर आया था और आज PM

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रेस कांफ्रेंस संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना एक पुराना किस्सा साझा किया. मोदी ने बताया कि देश का प्रधानमंत्री बनना उनके लिए गौरव की बात है. पीएम बोले कि उन्होंने 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के एक महीने के भीतर रूस की यात्रा की थी.

पहले मैं खड़ा था पीछे

मोदी ने कहा, 16 साल पहले मैं यहां प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में आया था जब मैं मुख्यमंत्री के रूप में एक समझौते पर हस्ताक्षर कर रहा था तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति पुतिन यहां खड़े थे. मोदी ने कहा, आज मुझे यहां प्रधानमंत्री के रूप में खड़े होने का गौरव प्राप्त हुआ है.

आपको बता दें कि 4 यूरोपीय देशों के दौरे पर निकले नरेंद्र मोदी बुधवार को रूस पहुंचे, मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सेंट पीट्सबर्ग में मुलाकात की. मुलाकात के बाद मोदी बोले, “भारत और रूस के रिश्ते में कभी उतार-चढ़ाव नहीं आए.” द्विपक्षीय बातचीत के पीएम मोदी और ब्लादिमीर पुलिस ने साझा घोषणा पत्र जारी किया.

पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देशों ने 5 बड़े मुद्दों पर संयुक्त हस्ताक्षर किए. इस मौके पर पीएम मोदी ने बताया कि रूस के साथ भारत का रिश्ता आदर का है और आगे भी रहेगा. साक्षा घोषणापत्र को जारी करते हुए मोदी ने कहा कि आर्थिक संबंधों में तीव्र प्रगति देना भारत और रूस का साझा उद्देश्य है.