Monthly Archives: June 2017

देशभर में मनाई जा रही है ईद, पीएम मोदी, राष्ट्रपति और राजनाथ सिंह ने दी बधाई

पूरे देश में ईद का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने ईद के मौके पर ट्वीट कर देशवासियों को ईद की बधाई दी, उन्होंने लिखा कि पवित्र माह रमजान के बाद मनाया जाने वाला ईद समाज में भाईचारे एवं सौहार्द का प्रतीक है. तो वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ईद के शुभ मौके पर आशा व्यक्त की कि यह ईद सभी के जीवन में समृद्धि लाएगा और एकता और भाईचारे में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करेगा, जो भारत की समग्र सांस्कृतिक विरासत रहा है.

उधर, श्रीनगर में लगातार हो रही हिंसा और तनाव के हालात के बीच सोमवार सुबह ईद की नमाज अदा की गई. यहां भी लोगों ने एक-दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी. देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ईद के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कश्मीर के लोगों को अमन और चैन की बहाली का संदेश दिया है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर के हमारे भाइयों बहनों, बुजुर्गों, नौजवानों और बच्चों को तहे दिल से ईद की मुबारकबाद देता हूं. मुझे पूरा विश्वास है अच्छाइयों और इंसानियत का ये त्योहार कश्मीर में अमन चैन और मेलजोल और खुशहाली का माहौल बढ़ाने में मददगार साबित होगा और वादी में नया सवेरा रोशन करेगा.

बिहार की राजधानी पटना में भी ईद का त्योहार धूमधाम ने मनाया जा रहा है. यहां अलग-अलग मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अदा की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लोगों को ईद की मुबारकबाद दी और नमाज में शिरकत की. सीएम नीतीश ने कहा कि देशभर के लोगों को ईद की बधाइयां. ईद का त्योहार प्यार, मिलन और एकता को दर्शाता है.

ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में डिनर करने वाले पहले नेता होंगे मोदी, 5 घंटे रहेंगे साथ

व्हाइट हाउस में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच होने वाली मुलाकात दोनों नेताओं के लिए खास है. इस दौरान कम से कम पांच घंटे दोनों नेता साथ में बिताएंगे और एक दूसरे को जानने और समझने में वक्त बिताएंगे. दोनों नेता आपसी संबंधों को मजबूत करने के साथ भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे.

दोनों नेताओं के बीच सोमवार को 3.30 बजे शाम को मुलाकात होगी. इसके बाद मीडिया के लिए एक संक्षिप्त फोटो अप कार्यक्रम होगा और फिर दोनों नेता प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के लिए आगे बढ़ेंगे. इसके बाद एक कॉकटेल रिसेप्शन भी होगा.

दिन का अंत व्हाइट हाउस डिनर के साथ होगा. यह पहली बार होगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक विदेशी नेता के दौरे पर डिनर की मेजबानी करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर मीडिया को जानकारी देने वाले अधिकारी ने इस डिनर कार्यक्रम को बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में व्हाइट हाउस रेड कारपेट बिछाने को उत्सुक है.

अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का रुख एशिया-प्रशांत और वैश्विक मुद्दों पर काफी आलोचनात्मक हैं, लेकिन पीएम मोदी का दौरा भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करेगा.

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी तीन बार फोन पर बातचीत हो चुकी है. और यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात होगी.

दोनों देशों के अधिकारियों ने दोनों नेताओं को बिजनेस केंद्रित व्यक्ति के रूप में रेखांकित किया है. साथ ही यह भी कहा है कि दोनों नेता सार्वजनिक रूप से काफी एक्टिव हैं. सोशल मीडिया पर दुनिया के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेताओं में ट्रंप और मोदी ऊपरी क्रम में हैं. ट्विटर पर ट्रंप के 32.7 मिलियन फॉलोवर हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30.9 मिलियन फॉलोवर हैं.

व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि एक मजबूत भारत अमेरिका के हित में है. राष्ट्रपति ट्रंप इस मोमेंटम को बनाए रखना चाहते हैं.

बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच काफी घनिष्ठता देखी गई. इस दौरान कई मौकों पर ट्रंप ने भारत के साथ संबंधों को लेकर अपनी भावनाओं को खुलकर इजहार किया था.

US दौरे से पहले मोदी का बयान, रिश्ते मजबूती पर होगी ट्रंप से बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश दौरे पर रवाना होने से पहले शुक्रवार को कहा कि अमेरिका की आगामी यात्रा के दौरान उनका लक्ष्य द्विपक्षीय साझेदारी के लिए ‘भविष्योन्मुखी विजन’ विकसित करना और पहले से सुदृढ़ रिश्तों को और मजबूत बनाना होगा. पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पहली मुलाकाल 26 जून को वॉशिंगटन में होनी है. मोदी ने कहा कि वह विचारों की गहराई से आदान-प्रदान के इस अवसर को लेकर बेहद उत्साहित हैं.

पीएम ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि उनके अमेरिकी दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाना है. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों से हमारे राष्ट्रों को और विश्व को लाभ होता है. मोदी ने बताया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के न्योते पर 25 जून से दो दिन के लिए वॉशिंगटन यात्रा पर जा रहे हैं.

उन्होंने लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और मेरी इससे पहले फोन पर बातचीत हो चुकी है. हमारी बातचीत में अपने लोगों के परस्पर फायदे के लिए सर्वागीण सकारात्मक संबंधों को आगे ले जाने की समान मंशा पर चर्चा हुई. मैं भारत और अमेरिका के बीच व्यापक और विस्तृत साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए गहराई से विचारों के आदान-प्रदान के इस अवसर को लेकर उत्साहित हूं.

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी बहुस्तरीय और बहुमुखी है, जिसका न सिर्फ दोनों देशों की सरकारें बल्कि दोनों ही जगहों के पक्षकार भी समर्थन करते हैं. मोदी ने कहा कि वह ट्रंप प्रशासन के साथ साझेदारी के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण विकसित करने को लेकर उत्सुक हैं.

अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि अमेरिका पीएम मोदी के दौरे का इंतजार कर रहा है, यह दौरा अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा. वहीं पीएम मोदी के दौरे से पहले विदेश सचिव जयशंकर अमेरिकी विदेश सचिन रेक्स टिलरसन से मुलाकात करेंगे, यह मुलाकात शुक्रवार को ही होगी.

अमेरिका समेत तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुए पीएम नरेंद्र मोदी, 26 को डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार से तीन देशों के दौरे पर रवाना हो गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने कहा कि इस यात्रा का लक्ष्य द्विपक्षीय साझेदारी के लिए भविष्य की ओर देखने वाले विज़न को विकसित करना है. साथ ही पहले से मज़बूत रिश्तों को और मज़बूत बनाना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के मज़बूत रिश्ते दोनों देशों के साथ दुनिया के लिए भी अच्छे रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से 26 जून को मिलेंगे. अमेरिका जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी पुर्तगाल और नीदरलैंड का भी दौरा करेंगे.

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, मेरी अमेरिका यात्रा का लक्ष्य अपने राष्ट्रों के बीच संबंधों को मजबूत बनाना है. भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों से हमारे राष्ट्रों को और विश्व को लाभ होता है. फेसबुक पर पोस्ट किए एक बयान में पीएम मोदी ने कहा कि वह ट्रंप के न्योते पर 25 जून से दो दिन के लिए वाशिंगटन यात्रा पर जा रहे हैं.

उन्होंने लिखा, राष्ट्रपति ट्रम्प की और मेरी इससे पहले फोन पर बातचीत हुई है. हमारी बातचीत में अपने लोगों के परस्पर लाभ हेतु सर्वागीण सकारात्मक संबंधों को आगे ले जाने के साझा इरादे पर बात हुई. प्रधानमंत्री ने लिखा है, मैं भारत और अमेरिका के बीच प्रगाढ़ और व्यापक साझेदारी को और मजबूत बनाने को लेकर गहराई से विचारों का आदान-प्रदान के इस अवसर को लेकर आशावादी हूं. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी बहुस्तरीय और बहुमुखी है, जिसका ना सिर्फ दोनों देशों की सरकारें बल्कि दोनों ही जगहों के हितधारक भी समर्थन करते हैं.

उन्होंने लिखा है, राष्ट्रपति ट्रंप के तहत अमेरिका के नए प्रशासन के साथ मैं हमारी साझेदारी के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण विकसित करने को लेकर उत्सुक हूं. ट्रम्प और उनके कैबिनेट सहयोगियों के साथ आधिकारिक बैठकों के अलावा प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के कुछ महत्वपूर्ण सीईओ से भी मिलेंगे. पहले की तरह ही वह इस बार भी भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगे. यात्रा के प्रथम चरण में पीएम मोदी आज पुर्तगाल पहुंचेंगे, जहां वह प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा से मिलेंगे. अमेरिका में अपने समर्थकों को लिखे एक ईमेल में पीएम मोदी ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने के तरीकों पर ट्रंप से बात करेंगे.

उन्होंने ईमेल में लिखा है, 24 जून शुरू हो रही यात्रा के दौरान मैं वाशिंगटन डीसी आ रहा हूं. उन्होंने लिखा है, 25 को मैं वाशिंगटन डीसी में एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूंगा, जहां मैं आपसे बात करने की आशा करता हूं. समुदाय के नेताओं के साथ अपनी बातचीत से पहले पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से उनके विचार और जानकारियां मांगी. समुदाय के नेता समूचे अमेरिका से वाशिंगटन डीसी पहुंच रहे हैं.

उन्होंने लिखा है, वाशिंगटन डीसी में हमारे मिलने से पहले, मैं आपसे कुछ सुनना चाहता हूं. आप अपने विचार और जानकारियां मुझे नरेन्द्र मोदी मोबाइल ऐप पर साझा करिए. मैं 25 तारीख को सामुदायिक कार्यक्रम में अपने भाषण में उनका जिक्र करूंगा. अमेरिका यात्रा के बाद पीएम मोदी 27 जून को नीदरलैंड रवाना होंगे. भारत और पुर्तगाल दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. यहां भी प्रधानमंत्री देश के महत्पूर्ण सीईओ से मिलेंगे.

पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा से पहले अमेरिका ने दी 22 मानवरहित ड्रोन के सौदे को मंज़ूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा, और मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी पहली मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने भारत को 22 गार्जियन मानवरहित ड्रोन की बिक्री को मंज़ूरी दे दी है, यह जानकारी गुरुवार को समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने दी.

रिपोर्ट के मुताबिक सौदे को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने मंज़ूरी दे दी है, और इसके बारे में भारत सरकार तथा ड्रोन की कैलिफोर्निया स्थित निर्माता कंपनी जनरल एटॉमिक्स को अवगत करा दिया गया है.

बताया जाता है कि यह सौदा लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर का होगा, तथा भारत की दृष्टि से इस सौदे को मंज़ूरी मिल जाना द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की अहम परीक्षा में कामयाब होना है, क्योंकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में फल-फूल रहे रिश्ते में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद से गर्मजोशी की कमी आई थी, क्योंकि उन्होंने भारत के प्रतिद्वंद्वी चीन को अहमियत देना बेहतर समझा, ताकि उत्तरी कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को काबू में रखने के लिए उन्हें चीन से मदद हासिल हो सके.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दो दिन की यात्रा के लिए अमेरिका रवाना होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी साल अप्रैल महीने में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की थी, और जनवरी में कार्यभार संभालने के बाद से वह जापान, ब्रिटेन तथा वियतनाम के नेताओं से भी मिल चुके हैं, जिससे भारत में इस बात की चिंता की जाने लगी थी कि अब अमेरिका के लिए भारत से संबंध अहम नहीं रहे हैं.

हिन्द महासागर पर निगरानी रखने की खातिर भारतीय नौसेना को यह मानवरहित सर्वेलेंस ड्रोन मिलने जा रहे हैं, और यह किसी ऐसे देश द्वारा पहला सौदा है, जो किसी नाटो गठबंधन का हिस्सा नहीं है.

राष्ट्रपति चुनाव : रामनाथ कोविंद आज भरेंगे नामांकन, पीएम मोदी, अमित शाह भी होंगे साथ

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद आज नामांकन भरेंगे. इस दौरान उनके साथ पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी होंगे. एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी साथ होंगे. रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है. एनडीए के साथ-साथ जेडीयू, टीआरएस, बीजेडी जैसे दलों ने उन्हें समर्थन का ऐलान किया है. ऐसे में रामनाथ कोविंद को 61 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है, क्योंकि अकेले एनडीए का वोट प्रतिशत ही 48.6 फीसदी है. नामांकन के मौके पर समर्थन देने वाले तमिलनाडु के सीएम पलनीसामी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के मंत्री सूर्य नारायण पात्रो भी मौजूद रहेंगे.

उधर, राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी के दलित कार्ड के जवाब में कांग्रेस ने भी दलित कार्ड खेला है. एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के मुक़ाबले विपक्ष ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को मैदान में उतारा है. गुरुवार को कांग्रेस की अगुवाई में 17 विपक्षी की दलों की बैठक में आम सहमति से मीरा कुमार के नाम पर मुहर लग गई. मीरा कुमार की उम्मीदवारी के बाद अब जेडीयू पर निगाहें टिकी हैं कि क्या बिहारी अस्मिता का ख्याल कर नीतीश पाला तो नहीं बदलेंगे, हालांकि जेडीयू की ओर से साफ संकेत है कि वो रामनाथ कोविंद को ही समर्थन देगी.

ट्रंप और मोदी की पहली मुलाकात को लेकर हैं उत्सुक: अमेरिका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जून को अमेरिका पहुंचेंगे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे. लेकिन मोदी के दौरे से पहले ही अमेरिका मोदी के स्वागत में जुट गया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि अमेरिका पीएम मोदी के दौरे का इंतजार कर रहा है, यह दौरा अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा. वहीं पीएम मोदी के दौरे से पहले विदेश सचिव जयशंकर अमेरिकी विदेश सचिन रेक्स टिलरसन से मुलाकात करेंगे, यह मुलाकात शुक्रवार को ही होगी.

उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत कई मुद्दों पर एक जैसी सोच रखते हैं, इनमें आतंकवाद से लड़ाई, लोगों के बीच जुड़ाव जैसे कई मुद्दें हैं. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आने वाले लोगों के लिए जिन्हें वीजा दिया जाता है उनमें हमेशा ही भारतीयों की संख्या ज्यादा होती है. मुझे नहीं लगता कि वीजा का मुद्दा एजेंडा की बात होगी. अमेरिकी लोग भारतीयों के साथ काफी दोस्ताना संबंध रखते हैं.

आपको बता दें कि मोदी के दौरे से पहले अमेरिका ने भारत को 22 गार्जियन ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है. यह ऐसी पहली डील है जो अमेरिका ने किसी गैर नाटो सदस्य देश के साथ की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से पहले इस सौदे को द्विपक्षीय संबंधों की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मोदी की पहली बैठक होगी.

सूत्रों ने कहा कि इस फैसले के बारे में विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार और मैन्युफैक्चरर को अवगत करा दिया है. यह सौदा दो से तीन अरब डॉलर यानी करीब 130 से 194 अरब रुपये तक का होने की उम्मीद है.

अक्षय कुमार निभाएंगे पीएम मोदी का किरदार !

बॉलीवुड के खिलाड़ी हीरो अक्षय कुमार जल्द ही पीएम मोदी के जीवन पर बनने वाली फिल्म में उनकी भूमिका में नजर आएंगे. आपको बता दें कि इससे पहले खहरें थी कि इस फिल्म में पीएम मोदी का किरदार अनुपम खेर, परेश रावल या विक्टर बैनर्जी में से कोई निभाएगा. लेकिन अब इन सब अटकलों पर विराम लग गया है. ज़ी मीडिया के सहयोगी डीएनए के मुताबिक ‘जिस तरह से लोगों के मन में अक्षय कुमार की छवि और पहुंच है वो पीएम मोदी की कहानी को दर्शाने के लिए एकदम परफेक्ट है’

वहीं दिग्गज अभिनेता व बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा के अनुसार-अक्षय इंडिया के मिस्टर क्लीन हैं. ऐसे में अक्षय पीएम मोदी के रोल के लिए बिल्कुल फिट हैं. वहीं सेसंर बोर्ड प्रमुख पहलाज निहलानी का भी मानना है कि अक्षय से बेहतर ये रोल कोई और नहीं कर सकता है. वहीं एक के बाद एक करके अक्षय के पास ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ और ‘पैडमैन’ जैसी सामाजिक सुधार वाली फ़िल्में हैं. वैसे समय सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले अक्षय समय समय पर जागरूकता फ़ैलाने वाले मैसेज डालते रहते हैं.

आपको बता दें कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अक्षय कुमार ने 9 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें अपनी आगामी फिल्म ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ के बारे में बताकर उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी. मोदी के साथ बातचीत करते हुए अक्षय ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अपनी आगामी फिल्म ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ के बारे बताने का मौका मिला. उनकी मुस्कान ने मेरा दिन बना दिया.”

बताया गया था कि फिल्म मोदी के स्वच्छ भारत अभियान पर आधारित है, लेकिन फिल्म के संवाद लेखक सिद्धार्थ सिंह और गरिमा वाहल ने बताया कि फिल्म का विषय मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले ही तैयार हो चुका था. यह फिल्म देश में स्वच्छता के लिए शौचालय की जरूरत पर जोर देती है और प्रेम कहानी के माध्यम से संदेश देती है.

पीएम मोदी कभी भी आ सकते हैं वाराणसी, प्रशासनिक महकमा अलर्ट पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काशी यात्रा के मद्देनजर पीएमओ के निर्देश पर प्रशासनिक महकमा अलर्ट हो गया है। उनके आने, ठहरने, स्वास्थ्य आदि विभागों में फूलप्रूफ तैयारी चल रही है।

पीएमओ और प्रदेश शासन की ओर से इस आशय का पत्र मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सभी विभागों को सुरक्षा संबंधी पहलुओं का सर्टिफिकेट देने को कहा है। सूत्रों की माने तो पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर के अन्न क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मुगलसराय भी जाएंगे।

वह वहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नामकरण करने की घोषणा करेंगे। इसके अलावा मंडुआडीह आरओबी और सामने घाट में से किसी एक जगह का दौरा करेंगे।

हालांकि पीएम मोदी कब बनारस आएंगे और कहां-कहां जाएंगे, इस बारे में आधिकारिक पत्र पीएमओ की ओर से अब तक नहीं आया है। बावजूद इसके एडीएम सिटी ने बीएचयू, काशी विद्यापीठ, डीरेका, सीएमओ, दूरसंचार विभाग आदि विभागों को पत्र जारी कर सभी तैयारियां पूरी करने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्थाओं का प्रमाणपत्र भी मांगा है।

एडीएम सिटी जितेंद्र मोहन सिंह ने कहा कि पीएमओ और शासन के निर्देश पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है।

इससे संबंधित पत्र में कहा गया है कि पीएम मोदी जब भी बनारस आएं, सुरक्षा आदि पहलुओं पर किसी तरह की कोई चूक न रह जाए। इसके लिए विभागों से प्रोफार्मा भरकर जमा करने को कहा गया है।

मोदी सरकार का रिकॉर्ड, तीन साल में 1200 पुराने कानून हो गए खत्म

इंडियन मोटर व्हीकल एक्ट 1914 के तहत आंध्र प्रदेश में एक इंस्पेक्टर के दांत बिल्कुल दूध की तरह चमकते होने चाहिए लेकिन उसकी छाती सिकुड़ी हुई, घुटने सटे हुए और पंजे हथौड़े की तरह हुए तो उसे अयोग्य घोषित किया जा सकता है.

देश के अजीब और पुरातन कानूनों का यह एक नमूना भर है जो म्यूजियम में अवशेष की तरह सालों से चले आ रहे हैं, लेकिन आज के भारत में इनका कोई महत्व नहीं है.

इनमें कई कानून प्रशासन को सुचारू ढंग से चलाने में बाधा बनते रहे हैं. सत्ता में आने के साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार ने स्पष्ट कर दिया था कि बरसों पुराने इन कानूनों के खत्म होने का टाइम आ गया है.

सदियों पुराने अजीबो-गरीब कानून

भारत के हजारों कानूनों में कुछ ऐसे भी हैं, जो अजीब तरह की मांग करते हैं. जैसे सदियों पुराने एक कानून के मुताबिक गंगा में चलने वाले बोट का टोल टैक्स दो अना से ज्यादा नहीं हो सकता. बता दें कि अना अब चलन से बाहर हो गया है.

एक दूसरे कानून के मुताबिक कुछ राज्यों में पुलिसकर्मियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हवा में गिराए गए पैम्फलेट उनके इलाके में न गिरें. इस कानून का मकसद दूसरे विश्व युद्ध के दौरान प्रोपगेंडा कैंपेन को रोकना था.

एक 200 साल पुराना कानून ब्रिटेन के सम्राट को भारत की सभी अदालतों के फैसलों की समीक्षा का अधिकार देता है, लेकिन यह एक्ट अब इतिहास बन गया है. इन पुराने कानूनों को खत्म कर मोदी सरकार एक रिकॉर्ड कायम करने जा रही है.

तीन साल में 1200 एक्ट का खात्मा

पिछली सरकारों ने 65 सालों में सिर्फ 1,301 पुराने और व्यर्थ कानूनों को खत्म किया था, जबकि मौजूदा सरकार तीन साल में ही 1200 एक्ट खत्म करने जा रही है, जबकि 1,824 अप्रचलित केंद्रीय अधिनियमों को पुर्नविचार के लिए चिन्हित किया गया है.

विपक्ष के बहुमत वाले ऊपरी सदन ने भी अपनी भूमिका निभाई है और 1,159 केंद्रीय कानूनों पर पुर्नविचार से जुड़े बिल को पास कर दिया है. राज्य सभा ने इस तरह के चार बिल पास किए हैं.

पुर्नविचार के लिए 1,824 कानूनों की पहचान

केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार पुराने और व्यर्थ कानूनों को खत्म करने को लेकर दृढ़ है. 1,200 कानूनों को खत्म कर दिया है, जबकि 1,824 कानूनों को पुर्नविचार के लिए चिन्हित किया गया है.

इसके अलावा इंडियन एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 के तहत पतंगें भी एयरक्राफ्ट के दायरे में आती हैं और इनको उड़ाने के लिए भी परमिट लेना होगा. वहीं इंडियन ट्रेजर ट्रोव एक्ट 1878 के तहत अगर आपको दस रुपये से ज्यादा कीमत की कोई चीज मिलती है और आप इसके बारे में राजस्व अधिकारी को नहीं बताते हैं, तो आपको जेल हो सकती है.