Monthly Archives: June 2017

भारत और अमेरिका का सख्‍त संदेश : पाकिस्‍तान अपनी धरती से होने वाले आतंकी हमले रोके

पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आज भारत और अमेरिका ने उससे यह सुनिश्चित करने को कहा कि उसकी धरती का इस्तेमाल सीमा पार आतंकी हमलों के लिए नहीं हो. इसके साथ ही दोनों देशों ने पाकिस्तान से कहा कि वह मुंबई हमलों और पठानकोट में हुए आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को जल्द न्याय के कठघरे में लाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद से लड़ने और आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को मजबूत करने का भी संकल्प लिया.

मोदी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ अपने संयुक्त संबोधन में संवाददाताओं से कहा, ”आतंकवाद का खात्मा हमारी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.” दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने ”पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए न होने दे.”

पाकिस्तान से यह भी कहा गया कि वह ”पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों की साजिश वाले 26/11 मुंबई हमलों, पठानकोट हमले और सीमापार से अन्य आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को शीघ्रता से न्याय के कठघरे में लेकर आए.” प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के बारे में बात की और हम इसके खिलाफ सहयोग करने के लिए सहमत हुए. आतंकवाद से लड़ना, आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करना हमारे सहयोग का अहम हिस्सा होगा.” ट्रंप ने कहा कि दोनों देश आतंकी संगठनों को और उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए ‘संकल्पबद्ध’ हैं.

उन्होंने कहा, ”अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा साझेदारी बेहद अहम है. दोनों देश आतंकवाद का शिकार हैं और हम दोनों ही देश आतंकी संगठनों को एवं उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम चरमपंथी इस्लामी आतंकवाद को नष्ट कर देंगे.” विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक बुराई है, जिससे विश्व के हर हिस्से में लड़ा जाना चाहिए और अमेरिका तथा भारत एक साथ मिलकर यह काम करेंगे.

पीएम मोदी ने राष्‍ट्रपति ट्रंप को सपरिवार भारत आने का न्‍योता दिया, बेटी इवांका ने आमंत्रण स्‍वीकारा

पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की पहली मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को सपरिवार भारत आमंत्रित किया. उन्होंने डोनाल्‍ड ट्रंप की बेटी इवांका द्वारा न्‍योता स्वीकार करने पर उनका आभार व्यक्त किया. इवांका ने भी बाद में ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्‍यक्‍त करते हुए कहा,

”भारत में होने वाले वैश्विक उद्यमशीलता सम्‍मेलन में अमेरिकी डेलीगेशन की अगुआई के लिए आमंत्रण देने पर प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया.”

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में जोरदार स्वागत किया. साझा बयान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका सच्चे दोस्त हैं. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि व्हाइट हाउस में भारत का एक सच्चा दोस्त है. ट्रंप ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेता से मिलना सम्मान की बात है. उन्होंने भारत की आजादी के 70 साल पूरे होने पर बधाई दी. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका से भारत 100 विमान खरीदेगा.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘वह इतने महान प्रधानमंत्री हैं. मैं उनके साथ बात करता रहा हूं और उनके बारे में पढ़ता रहा हूं. वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.’ ट्रंप ने कहा, ‘आथर्कि रूप से और कई अन्य मायनों में भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. मैं इसके लिए उन्हें बधाई देना चाहूंगा.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘महान प्रधानमंत्री’ की संज्ञा देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. यह वार्ता ऐसे समय में हुई, जब अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करके पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दे दिया है.

पीएम मोदी ने अपने वक्‍तव्‍य में कहा कि आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से अपने समाजों की सुरक्षा अमेरिका और भारत की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है. क्योंकि विश्व के दो विशाल लोकतंत्रों का साझा सशक्तिकरण हमारा साझा उद्देश्य है. हमारी ऐसी मजबूत सामरिक भागेदारी है कि मानव प्रयासों से लगभग सभी क्षेत्रों स्पर्श किया है.

व्हाइट हाउस में पीएम नरेंद्र मोदी बोले, आतंकवाद से लड़ाई सबसे बड़ी प्राथमिकता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में मुलाकात के बाद साझा बयान दिया. इसमें भारत पीएम नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में स्वागत किए जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति का दिल से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और मेरे बीच बातचीत अत्यंत महत्वपूर्ण रही है. क्योंकि यह बातचीत परस्पर विश्वास पर आधारित थी. बातचीत के केंद्र में हमारे मूल्य, प्राथमिकताएं और चिंतन शामिल थे. क्योंकि दोनों देशों और समाजों का चौमुखी आर्थिक विकास तथा इनकी सांझी प्रगति राष्ट्रपति ट्रंप और मेरा मुख्य लक्ष्य था.’

पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से अपने समाजों की सुरक्षा अमेरिका और भारत की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है. क्योंकि विश्व के दो विशाल लोकतंत्रों का साझा सशक्तीकरण हमारा साझा उद्देश्य है. हमारी ऐसी मजबूत सामरिक भागेदारी है कि मानव प्रयासों से लगभग सभी क्षेत्रों स्पर्श किया है.

उन्होंने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के इतिहास में महत्वपूर्ण पृष्ठ साबित होगी. उन्होंने कहा कि दोनों देश आगे आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सहभागी हैं. दोनों देशों के बीच आतंकियों से लड़ना, आतंकवाद की सुरक्षित पनाहगाहों से निपटना, आतंकवाद से जुड़ी सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच अफगानिस्तान के आतंकवाद पर भी चर्चा हुई. दोनों ही देश वहां के आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं. अफगानिस्तान में सुरक्षा-शांति बढ़ाना और वहां के विकास के लिए दोनों देश परस्पर सहयोग बनाए रखेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश ग्लोबल इंजन ऑफ ग्रोथ हैं और मेरा न्यू इंडिया का विजन तथा राष्ट्रपति ट्रंप का ग्रेट अमेरिका का विजन, दोनों एक जैसे ही हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को सपरिवार भारत आमंत्रित किया. उन्होंने ट्रंप की बेटी द्वारा न्यौता स्वीकार करने पर उनका आभार व्यक्त किया.

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ साझा बयान में बोले डोनाल्ड ट्रंप, व्हाइट हाउस में भारत का एक सच्चा दोस्त है

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में जोरदार स्वागत किया. साझा बयान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका सच्चे दोस्त हैं. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि व्हाइट हाउस में भारत का एक सच्चा दोस्त है. ट्रंप ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेता से मिलना सम्मान की बात है. उन्होंने भारत की आजादी के 70 साल पूरे होने पर बधाई दी. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका से भारत 100 विमान खरीदेगा.

इससे पहले ट्रंप ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था है. उन्होंने कहा कि ”अपने चुनाव प्रचार के दौरान मैंने कहा था कि अगर मैं चुनाव जीता तो भारत हमारा सच्‍चा मित्र होगा, और आज वही हो रहा है.” उन्होंने कहा कि ”दोनों ही देशों का संविधान तीन खूबसूरत शब्‍दों से शुरू होता है ‘वी द पीपल’. मैं कह सकता हूं कि भारत और अमेरिका के संबंध इतने बेहतर पहले कभी न थे.”

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद से लड़ रहे हैं. दोनों देश मिलकर आतंकवाद को खत्म करेंगे. हम इस्लामिक आतंकवाद को खत्म करेंगे. उन्होंने कहा, पीएम मोदी भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं. वह रोजगार पैदा करने के लिए काम कर रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि सोशल मीडिया मैं और मोदी वर्ल्ड लीडर हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘वह इतने महान प्रधानमंत्री हैं. मैं उनके साथ बात करता रहा हूं और उनके बारे में पढ़ता रहा हूं. वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.’ ट्रंप ने कहा, ‘आथर्कि रूप से और कई अन्य मायनों में भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. मैं इसके लिए उन्हें बधाई देना चाहूंगा.’

डोनाल्ड ट्रंप ने नरेंद्र मोदी को बताया ‘महान प्रधानमंत्री’, कहा- ‘आपका स्वागत करना सम्मान की बात’ – खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘महान प्रधानमंत्री’ की संज्ञा देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. यह वार्ता ऐसे समय में हुई, जब अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करके पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दे दिया है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां 

  1. एक विशेष भाव के तौर पर पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया व्हाइट हाउस के साउथ पोर्टिको तक आए. यह पीएम मोदी की ट्रंप से पहली मुलाकात है.
  2. ट्रंप और उनकी पत्नी ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और व्हाइट हाउस में भीतर जाने से पहले वे एक-दूसरे से संक्षिप्त बातचीत करते हुए और हालचाल पूछते हुए दिखे.
  3. जब दोनों नेता बातचीत के लिए बैठे तो ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करना उनके लिए सम्मान की बात है. हाल ही में उन्होंने मोदी को ‘सच्चा मित्र’ कहा था.
  4. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘वह (नरेंद्र मोदी) इतने महान प्रधानमंत्री हैं. मैं उनके साथ बात करता रहा हूं और उनके बारे में पढ़ता रहा हूं. वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.’
  5. ट्रंप ने कहा, ‘आर्थिक रूप से और कई अन्य मायनों में भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. मैं इसके लिए उन्हें बधाई देना चाहूंगा.’
  6. पीएम मोदी ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए ट्रंप और उनकी पत्नी के प्रति आभार जताया.
  7. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मेरा स्वागत भारत के 125 करोड़ नागरिकों का स्वागत है. मैं इसके लिए राष्ट्रपति और प्रथम अमेरिकी महिला के प्रति दिल से आभार जताता हूं.’
  8. उन्होंने कहा कि ट्रंप भारत की प्रगति और आर्थिक तरक्की पर ध्यान देते रहे हैं.
  9. पीएम मोदी ने याद किया कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने से पहले 2014 में भारत की यात्रा की थी और अच्छी टिप्पणियां की थीं.
  10. प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच बैठक से ठीक पहले अमेरिका ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के नेता सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया.

पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात, कहा- ‘भव्य सम्मान के लिए शुक्रिया’

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्‍हाइट हाउस पहुंच चुके हैं. व्‍हाइट हाउस पहुंचने पर खुद अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्‍नी मेलानिया ने उनका स्‍वागत किया. दोनों नेताओं ने गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया. उसके बाद दोनों नेता व्‍हाइट हाउस के अंदर चले गए. इस मौके पर वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से पीएम मोदी ने कहा, ट्रंप दूर की सोचते हैं. उन्‍होंने सम्मान के लिए ट्रंप को शुक्रिया कहा और कहा कि ट्रंप की बातें यादों में हैं.

ट्रंप और उनकी पत्नी ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और व्हाइट हाउस में भीतर जाने से पहले वे एकदूसरे से संक्षिप्त बातचीत करते हुए और हालचाल पूछते हुए दिखे. मोदी से अपनी वार्ता से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत बहुत अच्छा काम कर रहा है और ऐसे महान प्रधानमंत्री का स्वागत करना सम्मान की बात है.

जब दोनों नेता बैठक के लिए बैठे तब मोदी ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए ट्रंप और उनकी पत्नी के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि उनका स्वागत भारत के 125 करोड़ नागरिकों का स्वागत है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि ट्रंप भारत की प्रगति और आथर्कि तरक्की पर ध्यान देते रहे हैं. उन्होंने याद किया कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने से पहले 2014 में भारत की यात्रा की थी और अच्छी टिप्प्णी की थी.

पहली शिखर बैठक के लिए जमीन अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने तय की जिसने कश्मीरी आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को मुलाकात से कुछ ही घंटे पहले वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया जिससे भारत प्रभावित हो रहा है. बैठक से पहले मोदी ने कहा था कि भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंध ‘आकाट्य तर्क’ पर आधारित हैं और आतंकवाद, कट्टरपंथी विचारधारा और गैर पारंपरिक खतरों से दुनिया की रक्षा करने में दोनों देशों का अधिभावी हित है.

दोनों नेताओं के बीच व्हाइट हाउस में पहली शिखर बैठक है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली पहली शिखर बैठक की जमीनी तैयारियों के सिलसिले में भारतीय नेता से मुलाकात की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने इस मुलाकात को लेकर ट्वीट किया, ‘दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के लिए तैयारियां हो रही हैं. विदेश मंत्री श्रीमान रेक्स डब्ल्यू टिलरसन ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की.’ टिलरसन ने होटल विलार्ड इंटरकोंटिनेंटल में मोदी से मुलाकात की जहां प्रधानमंत्री ठहरे हुए हैं. इससे पूर्व दिन में रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी. मोदी की वाशिंगटन यात्रा से पूर्व टिलरसन ने कहा था कि उनकी इस यात्रा से भारत-अमेरिका संबंध मजबूत होंगे और आतंकवाद से मुकाबले तथा आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के साझा हितों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.

दोनों नेता अपनी इस पहली शिखर बैठक में कारोबार और आतंकवाद से निपटने समेत साझा हितों से जुड़े व्यापक ‘कूटनीतिक मुद्दों’ पर चर्चा करेंगे. मोदी और ट्रंप विभिन्न अवसरों पर एक दूसरे के साथ कई घंटे बिताएंगे जिनमें उनकी एक दूसरे से सीधी बात, प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता, स्वागत समारोह और रात्रिभोज भी शामिल है. ट्रंप ने अपने सरकारी ट्वीटर हैंडल (एपीओटीयूएस) पर पोस्ट किया था, ‘सोमवार को व्हाईट हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने का इंतजार है.’ मोदी ने इसके जवाब में ‘गर्मजोशीपूर्ण स्वागत’ के लिए ट्रंप का आभार जताया और कहा कि उन्हें बैठक और चर्चाओं का बहुत इंतजार है. मोदी के लिए ट्रंप जो ‘वर्किंग डिनर’ दे रहे हैं, वह मौजूदा अमेरिकी प्रशासन के तहत अपनी किस्म का पहला रात्रिभोज है.

व्हाईट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा था, ‘बैठक के दौरान, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जारी सहयोग के मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे जिनमें आतंकवाद से मुकाबला, भारत-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग, कारोबार, कानून प्रवर्तन और ऊर्जा शामिल हैं. अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पहली आमने सामने की मुलाकात दोनों को भारत अमेरिका साझेदारी के पूरे परिदृश्य पर नजर डालने और वैश्विक हित से जुड़े मुद्दों पर विचारों के आदान प्रदान का मौका देगी.

वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक संपादकीय में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा है कि भारत और अमेरिका एक ऐसी गहरी और मजबूत साझेदारी बना रहे हैं जो कि बेल्टवे और रायसीना हिल से कहीं आगे तक जाती है. बेल्टवे अंतरराज्यीय 495 नामक राजमार्ग है जो वाशिंगटन डीसी के चारों ओर से गुजरता है जबकि रायसीना हिल नई दिल्ली में भारत सरकार की सत्ता का केंद्र है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अनिश्चित नजर आ रहे वैश्विक परिदृश्य में भारत और अमेरिका विकास और नवोन्मेष के साझा मजबूत इंजनों की तरह खड़े हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली अपनी मुलाकात से पूर्व मोदी ने यह बातें कही हैं. मोदी ने पिछले जून में वाशिंगटन की अपनी यात्रा और अमेरिकी कांग्रेस के साझा सत्र के अपने संबोधन को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध ‘इतिहास की झिझक’ पर काबू पा चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘एक साल बाद, मैं अमेरिका लौटा हूं और हमारे दोनों देशों के बीच मेलजोल बढ़ने का मुझे विश्वास है.’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘यह विश्वास हमारे साझा मूल्यों और हमारी व्यवस्थाओं की स्थिरता से उपजता है. हमारे लोगों और संस्थानों ने तेजी से लोकतांत्रिक बदलावों को नवीकरण और पुनरुत्थान के कारकों के रूप में देखा है.’ उन्होंने कहा कि एक दूसरे के राजनीतिक मूल्यों में भरोसा और एक दूसरे की समृद्धि में मजबूत भरोसा दोनों देशों के बीच वृहद साझेदारी का वाहक बना है. उन्होंने कहा, ‘हमारी कूटनीतिक भागीदारी का तर्क अकाट्य है.’

उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि रक्षा क्षेत्र साझा लाभ सहयोग का क्षेत्र रहा है. मोदी की अमेरिका यात्रा की पूर्व संध्या पर ट्रंप प्रशासन ने इन रिपोर्टों को खारिज किया था कि वह भारत की अनदेखी कर रहा है. प्रशासन ने कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप को यह अहसास है कि यह देश विश्व में ‘भलाई के लिए, एक ताकत’ रहा है और इसके साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं.

अमेरिका में PAK पर गरजे मोदी, बोले- सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया को हमने अपनी ताकत दिखाई

अमेरिका की सरजमीं से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार भारत द्वारा किए गए सर्जिकल हमले यह साबित करते हैं कि भारत अपनी रक्षा के लिए कड़े से कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश ने इन हमलों पर सवाल नहीं उठाए.

वर्जीनिया में एक समारोह के दौरान भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत विश्व को आतंकवाद के उस चेहरे के बारे में समझाने में सफल रहा है, जो देश में शांति और सामान्य जीवन को तबाह कर रहा है.

उन्होंने कहा, ‘जब हम आज से 20 साल पहले के आतंकवाद की बात करते हैं, तो दुनिया में कई लोगों ने कहा था कि यह कानून और व्यवस्था से जुड़ी समस्या है और तब वे इसे समझते नहीं थे. अब आतंकियों ने उन्हें आतंकवाद का अर्थ समझा दिया है. इसलिए हमें अब उन्हें समझाने की जरूरत ही नहीं है.’

मोदी ने कहा कि सर्जिकल हमलों ने दिखा दिया कि आम तौर पर संयम के सिद्धांत का पालन करने वाला भारत जरूरत पड़ने पर अपनी संप्रभुता की रक्षा भी कर सकता है और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित भी कर सकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी है, हमने ऐसा किया है और दुनिया कभी भी हमें रोक नहीं पाएगी.

उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा, ‘भारत ने जब सर्जिकल हमले किए तो विश्व को हमारी ताकत का अहसास हो गया. विश्व ने देखा कि वैसे तो हम संयम बरतते हैं लेकिन आतंकवाद से निपटने और खुद की सुरक्षा करने के दौरान जरूरत पड़ने पर भारत अपनी शक्ति एवं पराक्रम भी दिखा सकता है. भारत ने पिछले साल उरी हमले के 11 दिन बाद 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल हमले किए थे. उरी हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार हमले करने को लेकर विश्व भारत को कटघरे में खड़ा कर सकता था लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि पाकिस्तानी धरती पर आतंकी शिविरों के खिलाफ सर्जिकल हमले करने के भारत के इतने बड़े कदम पर दुनिया के किसी भी देश ने एक सवाल तक नहीं उठाया.

मोदी ने पाकिस्तान पर एक और तंज कसते हुए कहा, ‘हां, उन लोगों की बात और है, जो सर्जिकल हमलों का शिकार बने. उनकी यह बात सुनकर वहां बैठे श्रोता ठहाके लगाने लगे. दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामकता पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए वैश्विक व्यवस्था को भंग करने में यकीन नहीं रखता.’

उन्होंने कहा, ‘यह भारत की परंपरा और संस्कृति है. हम अंतरराष्ट्रीय नियमों से बंधे हैं क्योंकि यह हमारा चरित्र और प्रकृति है. हमारे लिए वसुधैव कुटुंबकम महज शब्द नहीं हैं. यह हमारा चरित्र एवं प्रकृति है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों का पालन करते हुए भी भारत अपनी संप्रभुता, सुरक्षा, शांति के लिए, अपने लोगों और प्रगति के लिए कड़े से कड़े कदम उठाने में सक्षम है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को नसीहत दी

मोदी ने इस बयान से अमेरिका को भी जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक जिम्मेदारी का एहसास कराया. मोदी ने दुनिया के सामने यह भी साफ कर दिया कि भारत किसी के सामने झुकने वाला नहीं है. अब पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के दौरान अफगानिस्तान में हो रहे आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान की साजिश का मुद्दा उठ सकता है.

इसके अलावा बलूचिस्तान में पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे अत्याचार के मसले को भी उठाया जा सकता है. इससे पाकिस्तान की कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण करने की साजिश भी नाकाम की जा सकेगी और वह खुद घिर जाएगा. पाकिस्तान न सिर्फ भारत बल्कि अफगानिस्तान में भी आतंकी हमले करवा रहा है. अमेरिका भी इस बात को मानता है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी नागरिकों और सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है.

इसके चलते अमेरिकी संसद में पाकिस्तान को मिले मेजर नॉन-नाटो सहयोगी (MNNA यानी मेजर नान नाटो एलाय) के दर्जे को रद्द करने को लेकर बिल भी पेश किया गया है. वरिष्ठ अमेरिकी सीनेटर टेड पो ने कहा कि पाकिस्तान के हाथ अमेरिकियों की हत्या से रंगे हुए हैं. ऐसे में अमेरिका अपने हित को साधने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ भारत के साथ आ जाएगा. पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से मिलने वाली आर्थिक और सैन्य मदद भी बंद हो सकती है. पीएम मोदी की तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख आतंकवाद को लेकर बेहद कड़ा है.

वॉशिंगटन में पीएम मोदी ने कहा, अमेरिकी बिजनेस स्कूलों में अध्ययन का विषय हो सकता है जीएसटी

तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत रविवार को अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में एक जुलाई से लागू होने के लिए तैयार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अमेरिका के बिजनेस कॉलेजों में अध्ययन का विषय हो सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले द्वारा किए गए ट्वीट के अनुसार, मोदी ने यहां अमेरिकी उद्योग घरानों के शीर्ष अधिकारियों की बैठक के दौरान यह बात कही.

बागले के अनुसार, पीएम मोदी ने कहा, “लागू होने के लिए तैयार ऐतिहासिक पहल जीएसटी अमेरिका के बिजनेस कॉलेजों में अध्ययन का विषय हो सकता है.” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है. कारोबार में सहूलियत के लिए भारत सरकार द्वारा अकेले सात हजार सुधार किए गए हैं. विदेशी निवेशक भी पूरे भारत में इस एकसमान कर प्रणाली जीएसटी के लागू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसके लागू होने के साथ ही देश में मौजूद केंद्र और राज्यों द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं पर लगाया जाने वाला अलग-अलग कर समाप्त हो जाएगा.”

बागले ने एक अन्य ट्वीट में मोदी के हवाले से लिखा है, “भारत की प्रगति दर्शाती है कि यह भारत और अमेरिका दोनों के लिए लाभकारी है. अमेरिकी कंपनियों के पास योगदान देने का यह बेहतरीन अवसर है.” प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की दो दिन की यात्रा पर हैं और इस दौरान उन्होंने अमेरिका की अग्रणी कंपनियों के 21 शीर्ष स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचई, अमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस, एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक और मास्टरकार्ड के अध्यक्ष अजय बंगा सहित अनेक शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

अपने देश के लिए आपने जो सपने देखे हैं, उसे पूरा होते जरूर देखेंगे – वाशिंगटन में भारतीयों से बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाशिंगटन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तीन साल के कार्यकाल में उनकी सरकार पर एक भी दाग नहीं लगा है. उन्होंने कहा कि कई सालों के मुकाबले आज भारत ज्यादा तेज गति से आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भारत पर आतंकवाद के खतरनाक प्रभावों के बारे में दुनिया को बताने में सफल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ‘सजर्किल स्ट्राइक’ ने दिखाया कि आमतौर पर संयम बरतने वाला भारत अपनी संप्रभुता बचा सकता है और सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अमेरिका में बसे हुए सभी मेरे परिवारजन हैं, परिवार के स्‍वजनों से मिलने का जो आनंद होता है वह आनंद में जब जब आपसे मिलता हूं अनुभव करता हूं, एक नई ऊर्जा लेकर जाता हूं, नया उमंग और उत्‍साह आप मेरे अंदर भर देते हैं. उन्होंने कहा, जब मुख्‍यमंत्री या प्रधानमंत्री नहीं था तब मैंने अमेरिका के करीब 30 प्रांतों का भ्रमण किया था और किसी न किसी प्रकार आप सभी से मिलने का मौका मिलता था.

पीएम मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री बनने के बाद आप लोगों ने इतने बड़े बड़े समारोह आयोजित किए हैं कि जिसकी गूंज आज भ्‍ीा पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है.न सिर्फ अमेरिकन लीडर्स, बल्कि विश्‍व के नेता जब मिलते हें तो उनके दिमाग में मेरी पहचान अमेरिका के इवेंट से होती है. ये सब आप लोगों का ही पुरुषार्थ है और मैं जानता हूं कि अमेरिका में रहते हुए ये सब करने में कितनी मेहनत लगती है. फिर भी आपने इसे कामयाब बनाया है.

उन्होंने कहा, यहां मैं जो स्वरूप देख रहा हूं उसमें लघु भारत भी है और लघु अमेरिका भी देख रहा हूं. भारत के करीब करीब सभी राज्‍यों के लोग यहां पर हैं और अमेरिका के भी लगभग सभी राज्‍यों के लोग यहां हैं. आप चाहे जिस वजह से भी यहां आए हों लेकिन अगर हिंदुस्‍तान में कुछ अच्‍छा होता है तो आप भी खुश होते हैं और अगर कुछ बुरा होता है तो सबसे पहले आपकी नींद खराब होती है. ऐसा इसलिए होता है कि आप सोचते हैं कि मेरा देश ऐसा कब बनेगा.

पीएम मोदी ने कहा, मैं आपको विश्‍वास दिलाता हूं कि जो सपने आपने देखे हैं वो आपके रहते पूरे होंगे. और उसका सीधा साधा कारण है. आप भी हिंदुस्‍तान में थे, आप ही अमेरिका में हैं. लेकिन सही वातावरण मिलने के बाद आप इतने फले फूले कि अमेरिका की भलाई में भी सहायक बने. आपके जैसा सामर्थ्‍य और प्रतिभा रखने वाले सवा सौ करोड़‍ हिंदुस्‍तानी हिंदुस्‍तान में बैठे हैं. वो भी आप जैसे ही हैं. आपको जैसे यहां अनुकूल माहौल मिला तो आप कहां से कहां पहुंच गए. वहां उनको भी अब अनुकूल माहौल मिल रहा है तो आप भी जानते हैं कि सवा सौ करोड़ लोग हिंदुस्‍तान को कहां से कहां ले जा सकते हैं. और जब सवा सौ करोड़ देशवासियों का जज्‍बा और कुछ कर गुजरने का इरादा पूरे देश में अनुभव होता हो, तो देशवासियों मैं आपको विश्‍वाास दिलाता हूं कि पिछले कई दशकों से जो गति नहीं थी उससे कहीं तेजी से देश आगे बढ़ रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, मैं आज सर झुकाकर बड़ी नम्रता से कहना चाहूंगा कि इस सरकार ने तीन साल का जो कार्यकाल बिताया है, अब तक इस सरकार पर एक भी दाग नहीं लगा है. सरकार चलाने के तरीके में भी इनबिल्‍ड व्‍यवस्‍थाओं को ऐसा विकसित करने का प्रयास हो रहा है ताकि ईमानदारी की सहज प्रक्रिया भी हो. टेक्‍नोलॉजी उसमें बहुत बड़ा रोल अदा कर रही है. इससे पारदर्शिता आती है.

प्रधानमंत्री ने कहा, गैस सब्सिडी की बात करें तो यह गरीब से गरीब और अमीर से अमीर को भी मिलती है. मैंने अपील की अमीर लोग सब्सिडी लेना छोड़ दें. तो देश की तरक्‍की के लिए करीब सवा करोड़ लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी. हमने उस सब्सिडी का इस्‍तेमाल उन गरीब परिवारों के लिए गैस की व्‍यवस्‍था करने के लिए किया जो लकड़ी का चूल्‍हा जलाने को मजबूर थे.

पारदर्शिता लाने में टेक्‍नोलॉजी बहुत बड़ा रोल अदा कर रही है और युवा अच्‍छे से इसका महत्‍व जानता है. आज हिंदुस्‍तान उस टेक्‍नोलॉजी पर बल देते हुए व्‍यवस्‍था बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

आज विश्‍व में किसी को आतंकवाद समझाना नहीं पड़ता है. हम समझाते थे तो समझ नहीं आता है लेकिन आतंकवादियों ने समझा दिया. लेकिन जब भारत सर्जिकल स्‍ट्राइ‍क करता है तब दुनिया को ताकत का एहसास होता है और पता चलता है कि हां हम संयम रखते हैं.

हम दुनिया के नियमों का पालन करते हुए हमारी अखंडता और सुरक्षा के लिए और हमारे जनसामान्‍य के हित के कठोर से कठोर कदम उठाने का सामर्थ्‍य रखते हैं.

सर्जिकल स्‍ट्राइक एक ऐसी घटना थी, अगर दुनिया चाहती तो भारत के बाल नोंच लेती, हमें कटघरे में खड़ी कर सकती थी, हमसे जवाब मांगा जाता. लेकिन आपलोगों ने पहली बार अनुभव किया होगा कि भारत के इतने बड़े कदम पर विश्‍व में किसी ने भी एक सवाल तक नहीं उठाया. जिनको भुगतना पड़ा उनकी बात अलग है. ये इसलिए कि हम दुनिया को समझाने में सफल हुए है कि आतंकवाद का वह रूप है जो हमें परेशान कर रहा है.

अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत की विकास दर अमेरिका के लिए भी फायदेमंद’ – खास बातें

  1. अमेरिका की 20 शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ गोलमेज बैठक के दौरान पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि पिछले तीन साल में राजग सरकार की नीतियों के चलते भारत ने सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को आकर्षित किया है.
  2. इस बैठक में एपल के टिम कुक, गूगल के सुंदर पिचाई, सिस्को के जॉन चैंबर्स और अमेजन के जेफ बेजोस मौजूद थे. मोदी ने उनकी सरकार के पिछले तीन साल में उठाए गए और निकट भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी.
  3. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से कहा, ‘सारी दुनिया भारत की ओर देख रही है. भारत सरकार ने 7000 सुधार अकेले कारोबार सुगमता और ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ के लिए किए हैं.’
  4. पीएम मोदी ने कंपनी प्रमुखों से कहा कि भारत की वृद्धि उसके और अमेरिका दोनों के लिए फायदेमंद हैं. अमेरिकी कंपनियों के सामने इसमें योगदान देने का एक महान अवसर है.
  5. मोदी ने कहा, ‘जीएसटी को लागू किए जाने का ऐतिहासिक फैसला अमेरिका के बिजनेस स्कूलों में अध्ययन का विषय हो सकता है.’ लगभग एक घंटे लंबी चली इस बातचीत में मोदी ने कंपनी प्रमुखों की मांगों को धैर्यपूर्वक सुना.
  6. मोदी विलार्ड होटल में रुके हैं और उन्होंने यह बैठक इसी होटल में की.
  7. इस बैठक में अन्य कंपनी प्रमुखों में एडोब के शांतनु नारायण, मास्टर कार्ड के अजय बंगा, डेलॉइट ग्लोबल के डो मैक मिलन और पुनीत रंजन तथा अमेरिका-भारत व्यपार परिषद (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष मुकेश अघी भी मौजूद थे.
  8. हाल ही में एक नीति दस्तावेज में यूसआईबीसी ने कहा था कि अमेरिका-भारत वाणिज्यिक और रणनीतिक संबंध वैश्विक सुरक्षा का समर्थन करते हैं, आथर्कि वृद्धि क प्रसार करते हैं और दोनों देशों एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए रोजगार का निर्माण करते हैं.
  9. यूएसआईबीसी ने कहा, ‘आज हम वैश्विक व्यवस्था में बदलाव देख रहे हैं. दोनों देशों के सामने एक अवसर उभर कर आया है कि वे द्विपक्षीय संबंधों में नए मानकों को स्थापित करें जो उनके साझा मूल्यों को प्रतिबिंबित करेगा.’
  10. एक अलग बयान में इंडो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ ग्रेटर हयूस्टन के कार्यकारी निदेशक जगदीप आहलूवालिया ने कहा कि अमेरिका और भारत परस्पर अच्छे संबंधों को साझा करते हैं और मोदी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ यह पहली सीधी मुलाकात दोनों देशों के बीच संबंध को और मजबूत करेगी.