Monthly Archives: April 2016

‘उसका’ आतंकी ‘मेरा’ आतंकी नहीं की सोच छोड़ें: मोदी

रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि परमाणु सुरक्षा एक बाध्यकारी राष्ट्रीय प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी देशों को अपने अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों का पूरी तरह पालन करना चाहिए। दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन की औपचारिक शुरूआत के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा व्हाइट हाउस में आयोजित किए गए रात्रिभोज के दौरान मोदी ने कहा कि परमाणु सुरक्षा एक बाध्यकारी राष्ट्रीय प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए। सभी देशों को अपने अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों का पूरी तरह पालन करना चाहिए।

व्हाइट हाउस में रात्रिभोज के दौरान मोदी ओबामा से ठीक अगली सीट पर बैठे थे। इस भोज में 20 से ज्यादा देशों के प्रमुख शामिल थे। ये नेता चौथे परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए अमेरिका की राजधानी में हैं। परमाणु सुरक्षा पर अमेरिकी राष्ट्रपति की पहल के लिए उनकी सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि ओबामा की विरासत आगे तक बनी रहनी चाहिए।

मोदी ने कहा कि परमाणु सुरक्षा को विशेष तौर पर रेखांकित करके ओबामा ने वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा योगदान दिया है। आतंकवाद के कारण दुनिया के सामने उपजे संकट की व्यापकता के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रसेल्स हमले दिखाते हैं कि परमाणु सुरक्षा पर आतंकवाद के कारण मंडराने वाला खतरा कितना वास्तविक और तात्कालिक है।

मोदी ने आतंकवाद के उन तीन समकालीन पहलुओं को रेखांकित किया, जिनपर दुनिया को ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मोदी ने कहा कि आतंकवाद चरमपंथी हिंसा का इस्तेमाल युद्धक्षेत्र की तरह करता है। उन्होंने कहा कि दूसरा अब हम किसी गुफा में छिपे आदमी की तलाश नहीं कर रहे हैं, अब हमें उस आतंकी की तलाश है, जो शहर में मौजूद है और जिसके पास एक कंप्यूटर और स्मार्टफोन है। तीसरा, परमाणु तस्करों और आतंकियों के साथ मिलकर काम करने वाले सरकारी तत्व सबसे बड़ा खतरा पैदा करते हैं।

आतंकवाद के विकसित हो जाने की बात कहते हुए मोदी ने कहा कि आतंकी 21वीं सदी की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन हमारी प्रतिक्रियाएं अब भी पुराने जमाने की हैं। मोदी ने कहा कि आतंकवाद की पहुंच और आपूर्ति श्रृंखला वैश्विक है लेकिन देशों के बीच स्वाभाविक सहयोग (वैश्विक) नहीं है। उन्होंने कहा कि यह धारणा छोड़ दीजिए कि आतंकवाद किसी और की समस्या है और ‘उसका’ आतंकी ‘मेरा’ आतंकी नहीं है। प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा कि आतंकवाद का नेटवर्क वैश्विक तौर पर मौजूद है। लेकिन इस खतरे से निपटने के लिए हम अब भी राष्ट्रीय तौर पर ही काम करते हैं।

भारत मे बनेगा ‘लीगो’ अॉब्जर्वेटरी, अमेरिका के साथ हुआ बड़ा समझौता

भारत में ‘लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेब आब्जर्वेटरी’ (लीगो) स्थापित करने के लिए भारत और अमेरिका ने एक सहमतिपत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जो भूगर्भीय तरंग खगोल विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर अग्रिम अनुसंधान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह एमओयू केंद्रीय कैबिनेट द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित तीसरे लीगो इंटरफेरोमीटर निर्माण को मंजूरी दिए जाने के करीब एक महीने बाद हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लीगो वैज्ञानिकों की यहां मौजूदगी में परमाणु उर्जा विभाग के सचिव शेखर बसु और अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) निदेशक फ्रांस काडरेवा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

President Barack Obama  talks to Prime Minister Narendra Modiलंबे समय से प्रतीक्षित तीसरे लीगो इंटरफेरोमीटर के निर्माण से गुरूत्वाकषर्ण तरंगों के स्रोतों का सटीक पता लगाने और संकेतों के विश्लेषण करने के वैज्ञानिकों की क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार होगा। उम्मीद है कि ये 2023 तक काम करने लगेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा सम्मेलन (एनएसएस) में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका में हैं। मोदी ने लीगो से जुड़े वैज्ञानिकों से मुलाकात की जिन्होंने हाल में गुरूत्वाकषर्ण तरंग सिद्धांत सिद्ध किया। मोदी ने इसके साथ उन भारतीय छात्र वैज्ञानिकों से भी बातचीत की जो लीगो परियोजना का हिस्सा हैं।

पीएम मोदी करेंगे सऊदी अरब का दौरा, व्‍यापार-सुरक्षा समझौतों पर भी हस्‍ताक्षर होने की उम्‍मीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक व्यापक कूटनीतिक रणनीति के तहत पाकिस्‍तान पर दबाव डालने के लिए रविवार को सऊदी अरब का दौरा करेंगे। न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी है कि इस दौरे के दौरान इस्लामाबाद के करीबी सहयोगियों में से कुछ के साथ संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश भी होगी।

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अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के कुछ व्‍यापार समझौतों पर हस्‍ताक्षर करने की उम्‍मीद है, जिसमें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए निवेश को सुरक्षित करने के ठेके, प्रस्ताव सुरक्षा और सैन्य सहयोग भी शामिल हो सकते हैं।

पीएम के इस दौरे से कुछ माह पहले ही पाकिस्‍तान की तरफ से यहां हुए दौरे में सुरक्षा सहयोग समझौते पर दोनों मुल्‍कों के बीच हस्‍ताक्षर हो चुके है, जिसमें उनके प्रमुख सुरक्षा सलाहकारों की नियमित बैठक होना भी शामिल है।