आज भारत के वैज्ञानिकों ने विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ा कदम बढ़ाया है क्योंकि आज पांचवां नौवहन उपग्रह आईआरएनएसएस-1ई सफलता पूर्वक लांच हो गया। आपको बता दें कि यह इस साल का लांच हुआ भारत का पहला रॉकेट है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस सफल लॉन्चिंग पर सभी वैज्ञानिकों को ट्वीट कर बधाई दी|
Congratulating the dynamism & determination of @isro & our scientists on successful launch of PSLV C31 & putting IRNSS 1E in orbit precisely
प्रधानमंत्री और बनारस (वाराणसी) से सांसद नरेंद्र मोदी का इस बार का संसदीय क्षेत्र का दौरा कई मायनों में काफी अहम साबित होने वाला है। वह 22 जनवरी को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचेंगे। इस दौरान वह बनारस में डीजल रेल इंजन कारखाना (डीएलडब्लयू) मैदान में विकलांगों को ट्राईसाइकिल बांटेंगे और रेलवे की ड्रीम ट्रेन ‘महामना एक्सप्रेस’ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। मोदी का यह काशीवासियों को खास तोहफा होगा।रेलवे के सूत्रों की मानें तो बनारस से महामना एक्सप्रेस चलाए जाने का खाका तैयार कर दिया है और प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी इस पर मुहर लगा दी है। प्रधानमंत्री मोदी 22 जनवरी को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पं मदन मोहन मालवीय के नाम पर इस ऐतिहासिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यों के कृषि मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे फूल की तरह नाजुक मत बनने देना, मैं कांटों के बीच रहा हूं, मुझे कांटों के बीच रहना है।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे फूलों जैसा नाजुक मत बनने देना। मैं कांटों के बीच रहा हूं, मुझे कांटों के बीच रहना है। लेकिन जहां जरूरत है वहां फूल जैसी कोमलता के साथ दुखी के आंसू पोछने के काम ये जिंदगी आ जाए।
असम दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी गुवाहाटी में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया मंदी की गिरफ्त में है, लेकिन भारत अब भी मजबूत खड़ा है।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आईआईटी ने गुवाहाटी को नई पहचान दी है। पीएम मोदी ने कहा, जिस देश में इतने हुनरमंद युवा हों, उस देश का प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया का सपना क्यों न देखे।
सिक्किम को देश का पहला 100 फीसदी ऑर्गेनिक राज्य घोषित कर दिया गया. राजधानी गंगटोक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की. इसके साथ ही मोदी ने राज्यों के कृषि मंत्रियों की कॉन्फ्रेंस का भी उद्घाटन किया.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए मंत्रिमंडल के सदस्यों और राज्य सरकार के सभी विभागों के प्रमुखों के साथ राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल और मुख्यमंत्री पवन चामलिंग भी मौजूद थे.
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर दूसरे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय बन गए हैं। 16 जनवरी को मोदी को फॉलो करनेवालों की संख्या 1,73,71,600 थी जबकि खान के 1,73,51,100 फॉलोअर थे। फालोअरों की संख्या के लिहाज से मोदी अब सिर्फ सुपरस्टार अमिताभ बच्चन से ही पीछे हैं। सोशल नेटवर्क साइट पर अमिताभ बच्चन के फॉलोअरों की संख्या करीब 1.89 करोड़ है।
मोदी के एकाउंट @narendramodi पर फॉलोअरों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और दो महीनों में करीब 10 लाख फॉलोअर बढ़े हैं। पिछले साल 22 सितंबर को उनके फॉलोअरों की संख्या 1.5 करोड़ को पार कर गयी थी जबकि 20 नवंबर को फॉलोअरों की संख्या 1.6 करोड़ से ज्यादा हो गयी। उसके बाद करीब दो महीनों में उनके फॉलोअरों की संख्या में दस लाख से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
पूर्वोत्तर के अपने दौरे से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है और इस दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पूर्वोत्तर क्षेत्र की अपनी दो दिवसीय यात्रा की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा हूं। मैं सिक्किम और असम में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा और नागरिकों से चर्चा करूंगा। मोदी ने कई ट्वीट में कहा कि हमारी सरकार पूर्वोत्तर के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करने और क्षेत्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
As a follow-up to Prime Minister’s exhortation to Secretaries to come up with ideas for transformative change in various areas of governance, a Group of Secretaries presented their ideas and suggestions on ‘Swasth Bharat, Shikshit Bharat’ to the Prime Minister, Shri Narendra Modi.
Union Ministers Shri Rajnath Singh, Shri Manohar Parrikar, and Vice Chairman of NITI Aayog Shri Arvind Panagariya were present. After the presentation, several members of the audience gave their suggestions and observations on the subject.
आज Saturday है, सरकार का स्वभाव छुट्टी का होता है और 6 बजने का बाद तो सवाल ही नहीं उठता है। अगर कोई आपको पूछे कि फर्क क्या है, तो फर्क यही है। मैं भी कभी सोचता हूं कि मुझे भी आप जैसी कोई ताकत दी होती। जब रितेश को सुन रहा था तो मुझे विचार आ रहा था कि एक चाय बेचने वाले ने Hotel Chain का विचार क्यों नहीं किया लेकिन हो सकता है कि मेरे नसीब में, नरेंद्र मोदी चाय बेचने वाला कुछ कर पाए या न कर पाए लेकिन देश के करोड़ों नौजवान कुछ कर पाएं ये उम्मीद तो मेरे दिल में भरी हुई है। जब मैंने 15 अगस्त को लालकिले से कहा Start-Up India, Stand-Up India तो ऐसे ही हवा के झोंके की तरह बात आई और चली गई, कहीं Registry नहीं हुई लेकिन आज शायद सौ, सवा सौ दिन के बाद अब ये Register होगी कि Start-Up India है क्या.
Seeing is believing आज देशभर के IIT’s में नौजवान आपको देख रहे हैं। देश के कई स्थानों पर युवा सुबह से इस कार्यक्रम को, वे भी आपके साथ हिस्सेदार है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि सरकार ये करेगी तो ये होगा, सरकार ये करेगी तो ये होगा। मेरी सोच थोड़ी अलग है। मेरी सोच है कि सरकार ये न करेगी तो इतना सारा होगा और इसलिए आज आप सबको इसलिए आपको इकट्ठा किया है कि आप हमें बताइए कि क्या-क्या नहीं करना है। 70 साल तक बहुत कुछ किया हमने और हम कहां पहुंचे और मैं कहता हूं कि एक बार हम न करने का निर्णय करें तो ये लोग 10 साल में देश को कहां से कहां पहुंचा सकते हैं। देश के हर इंसान के दिल में एक ख्वाब होता है, उस ख्वाब के साथ उसके दिल में कुछ विचार भी होता है, ideas भी होते हैं। कुछ लोगों को ideas हर दिन होते हैं और शाम होते-होते बाल मृत्यु हो जाता है। लेकिन कुछ लोग होते हैं जो ideas के साथ involve हो जाते हैं, वो उससे बाहर नहीं निकलते हैं और पूरा परिवार परेशान हो जाता है कि ये कुछ करता नहीं है, बस इसी में लगा रहता है, किसी से बात नहीं करता है, यार-दोस्तों से नहीं मिल रहा है, क्या हो गया है इसको, कहीं पागल तो नहीं हो गया है लेकिन वही एक दिन कुछ कमाल करके दिखा देता है। तब पूरे परिवार को लगता है नहीं-नहीं साहब इसमें तो पहले से ही ऐसा था। आपके सबके जीवन में से एक अनुभव आया होगा। जो सर्वनाश आपने सुना किसी मां ने कहा हो या न कहो लेकिन कम-अधिक मात्रा में सबको अनुभव आया ही होगा क्योंकि ज्यादातर ये first generation entrepreneur है whole Start-Up और जब कुछ सोचोगे तो नहीं बेटे, अपना काम नहीं तू कहीं नौकरी कर ले। शुरू में जब दोस्तों ने सुना होगा बहुत मजाक उड़ाया होगा, उपहास किया होगा, जाते-आते आपको उसी नाम से सुनाते होंगे, ये कुछ करने वाला है, ये कुछ करने वाला है फिर एक पल आया होगा सारी ओर विरोध हुआ होगा, सब दूर, परिवार के लोगों ने विरोध किया होगा, ये नहीं करना है, जाओ, कमाओ, नौकरी कर लो, देखो उसका पहचान है, वो नेताजी को जानते हैं, जाओ उसको मिल लो। उस विरोध के बावजूद भी जो टिके होंगे, आज सब लोग कहते होंगे यार, इसने तो कमाल कर दिया, कुछ ऐसा मुझे भी करना है। हर किसी के Start-Up की जिंदगी की यही कहानी है। एक भीतर से ऊर्जा होती है , भीतर से सपने होते हैं, भीतर से उसके साथ खप जाने का इरादा होता है तब जाकर के परिस्थितयां पलटती हैं और दुनिया में हर किसी ने यही किया होगा। कभी आज हम सोचें कि उन्होंने 1423, I think 1423 है, कोलंबस जब निकला होगा क्या मिलने वाला था लेकिन उसको लगा होगा कोई एक नया route मुझको खोजना है, विश्व को मुझे जोड़ना है और वो चल पड़ा, चलने से पहले उसने ढेर सारी चीजों का अध्ययन किया होगा। Technology develop की होगी और नया एक spice route दुनिया को दिया होगा। आज, आज जो space में काम कर रहे हैं, शुरू जब हुआ होगा तो लोग मजाक उड़ाते होंगे, यार ये क्या कर रहे हैं। हर चीज की कहीं शुरूआत होती है तो जो करता है, उसी को दिखता है, क्या होने वाला है औरों को वही दिखता है कि ये पागल है और इसलिए जिन्हों।ने यह सफलता पाई है, वे सिर्फ entrepreneur नहीं है। एक प्रकार से adventure उनकी प्रकृति का हिस्साल है तब जाकर के होता है। Start-up की success सिर्फ entrepreneurship की quality से नहीं है। risk taking capacity, adventure करने का इरादा ये उसके साथ जुड़ता है और तब जाकर के हम दुनिया को कुछ दे सकते हैं।
The Prime Minister, Shri Narendra Modi, will launch the “Start-up India” movement at Vigyan Bhawan in New Delhi today. The launch event is aimed at celebrating the entrepreneurship spirit of country’s youth, and will be attended by CEOs and founders of top Start-ups from across the country and abroad.