Monthly Archives: January 2016
मेघालय के राज्यपाल ने ‘ब्रह्मपुत्र’ से की नरेंद्र मोदी की तुलना
मेघालय और मणिपुर के राज्यपाल वी. शण्मुगनाथन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना ब्रह्मपुत्र नदी से करते हुए कहा कि दोनों ही पूर्वोत्तर क्षेत्र में जनता की ‘जरूरतों का ख्याल रख रहे हैं।
गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ब्रह्मपुत्र हिमालय ने निकल कर पूरे पूर्वोत्तर, अरूणाचल प्रदेश से लेकर असम तक बहती हुई सभी को लाभान्वित करती है, उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार लोगों की जरूरतों का ख्याल रख रही है।
दुनिया में एफडीआई घटा, भारत में 18 महीने में 39 फीसदी बढ़ा: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में जब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) घट रहा है, मगर भारत में विगत 18 महीने में 39 फीसदी से अधिक एफडीआई आया है। मोदी ने इकनॉमिक टाइम्स वैश्विक व्यापार सम्मेलन में कहा कि गत 18 महीने में देश में 39 फीसदी अधिक एफडीआई आया, जबकि वैश्विक स्तर पर एफडीआई में गिरावट दर्ज की गई है।
उन्होंने साथ ही कहा कि अभी वैश्विक अर्थव्यवस्था अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। देश में सुधार को आम आदमी के कल्याण से जोड़े जाने को उचित ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वास्तविक सुधार वे हैं, जिनसे आम आदमी का जीवनस्तर सुधरे। मेरा लक्ष्य सुधार से बदलाव लाना है। किसी भी सुधार का सर्वाधिक लाभ गरीबों को मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूर-दूर से आये एनसीसी कैडेट्स को किया सम्भोधित
देश के कोने-कोने से आए हुए एनसीसी के सभी कैडेट्स और विशाल संख्या में आए हुए अतिथिगण,
26 जनवरी को प्रजासत्ता पर्व का उत्साह और उमंग से हम लोगों ने उसे मनाया और लोकतंत्र के प्रति हमारी श्रद्धा और निष्ठा को भारत के संविधान के प्रति हमारी आस्था को हमने फिर एक बार संकल्पबद्ध किया है।
यह वर्ष बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती का भी वर्ष है। जिस महापुरुष ने देश को ऐसा उत्तम संविधान दिया। जो महापुरुष जीवन भर संकटों से जूझते रहे, यातनाएं झेलते रहे, उपेक्षा का शिकार हुए, उसके बावजूद भी उन्होंने अपने आपको कभी भी मार्ग से विचलित नहीं होने दिया। बाधाएं आई, संकट आए और कभी-कभार सामाजिक उपेक्षा, वो इतना गहरा घाव करती है कि जीवन भर सामान्य मानविकी उसको भुला नहीं सकता। लेकिन बाबा साहेब अम्बेडकर हम जैसे सामान्य जीवन नहीं थे। जीवन भर उपेक्षाओं को झेलने के बाद भी जब देश के लिए संविधान देने का अवसर आया, उस संविधान के किसी कोने में भी किसी के प्रति दुर्भाव नहीं है, बदले का भाव नहीं है। ऊपर से जीवन भर जो झेला था, उसके कारण जो मंथन हुआ था। उस मंथन में से संविधान रूपी अमृत निकाला था जो आज हमें प्रजासत्ता पर्व के इतने सालों के बाद भी, आजादी के इतने वर्ष के बाद भी हमें बांधने में, कंधे से कंधा मिलाकर चलने में, देश के लिए अपनी-अपनी जिम्मेवारियां निभाने के लिए हमें प्रेरित करता है, हमारा मार्गदर्शक है।
आप हिन्दुस्तान के कोने-कोने से आए हो, वो कौन-सी बात है जो हमें खींचकर के लाती है, वो कौन-सी बात है जो हमें भाषा की कठिनाई हो तो भी, वेशभूषा अलग हो, रहन-सहन अलग हो, उसके बावजूद भी एकजुट रहने की ताकत देती है, वो है हमारी भारत माता, हमारा तिरंगा झंडा, यह हमारा संविधान। और सवा सौ करोड़ देशवासियों के सपने, उनकी आशा-आकांक्षा, इच्छा हमें कुछ करने की प्रेरणा देती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चयनित 20 स्मार्ट सिटीज को बधाई दी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी में शामिल सभी सिटीज को ट्विटर के जरिये बधाई सन्देश दिया, आप भी पढ़े उनके ट्वीट्स
Congrats to winners of #SmartCityChallenge. I wish the cities the very best as they move forward with implementation & transform urban India
— Narendra Modi (@narendramodi) January 28, 2016
I thank all those who took part in the comprehensive deliberations on various forums to decide winners of #SmartCityChallenge. @IndiaCities
— Narendra Modi (@narendramodi) January 28, 2016
पीएम मोदी का विकास के एजेंडे को तेजी से लागू करने पर जोर, अब हर माह होगी मंत्रिपरिषद की बैठक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान वर्तमान में चल रही योजनाओं की बुधवार को विस्तृत समीक्षा करते हुए सरकार के विकास से जुड़े एजेंडा को तेजी से लागू करने पर बल दिया। यह मंत्रिपरिषद की अपनी तरह की पहली बैठक है।
समझा जाता है कि तीन घंटे से भी ज्यादा देर तक चली इस बैठक में मोदी ने दाल की बढ़ती कीमतों पर चिंता जतायी है। इस बैठक के दौरान कुछ मंत्रालयों की परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा भी की गयी। सूत्रों ने बताया कि यह भी फैसला लिया गया कि प्रत्येक महीने के चौथे बुधवार को ऐसी बैठक होगी, जिसमें अन्य मंत्रालयों की ऐसी ही समीक्षा की जाएगी।
कृषि, ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, रसायन और उर्वरक और जल संसाधन मंत्रालयों की योजनाओं में प्रगति की समीक्षा करते हुए मोदी ने सरकार के कदमों को जनता तक ले जाने पर जोर दिया। उन्होंने मंत्रियों से सभी विषयों में अच्छा ज्ञान रखने को कहा ताकि वे जनता के साथ संवाद के दौरान सरकार की उपलब्धियों को प्रभावशाली तरीके से उन तक पहुंचा सकें।
कस्टम की शिकायतों को लेकर मोदी नाराज, अफसरों को दिए सख्त निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क क्षेत्र से संबंधित लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लिया और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया है। पीएमओ ने एक वक्तव्य में बताया कि उन्होंने सभी सचिवों से कहा कि वे शिकायतों की तत्काल शीर्ष स्तर पर निगरानी के लिए एक व्यवस्था बनाएं।
प्रधानमंत्री ने ये निर्देश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रगति (प्रो एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन) की नवीं बैठक की अध्यक्षता के दौरान दिए। यह एक आईटी आधारित मल्टी मोडल प्लेटफॉर्म है जिसके तहत वह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए विभिन्न केंद्रीय विभागों और राज्य सरकारों के शीर्ष अधिकारियों से संवाद करते हैं।
बैठक के दौरान मोदी ने कई राज्यों में सड़क, रेलवे, कोयला, बिजली और नवीकरणीय उर्जा क्षेत्रों में फैली महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इसमें महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल हैं।
इसमें कहा गया है कि जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई उसमें मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी) और इलाहाबाद से हल्दिया के लिए जल मार्ग विकास परियोजना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने उज्ज्वल डिस्कॉम एश्योरेंस योजना की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की और इस बात की आवश्यकता पर जोर दिया कि लाभार्थियों को समय पर भुगतान मिले।
बदलेगी खादी, मोदी सरकार बनाएगी इंटरनेशनल ब्रांड
केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही दम तोड़ रही खादी को पुन जीवित कर उसे नए अवतार में पेश करने वाली है। केंद्र सरकार खादी को एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की तरह पेश करने जा रही है। सरकार अब खादी को ‘हरित वस्त्र’ के नाम से पहचान दिलाएगी।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने इस संबंध में एक प्रस्ताव प्रधानमंत्री को भेजा है। इस योजना के मुताबिक सरकार खादी के उत्पादन और उसकी मार्केटिंग के लिए प्राइवेट टेक्सटाइल मिल्स से साझेदारी करेगी। जिसके लिए कुछ कंपनियों से बातचीत की जा रही हैं।
दरअसल सरकारी चाहती है कि खादी को इंटरनेशनल मार्केट में उतारकर उसे अलग पहचान दिलाई जाए। उसका मकसद है खादी के जरिए विदेशों में रह रहे तकरीबन 2.5 करोड़ भारतीयों को लुभाना। एक सर्वे के मुताबिक भारत में ही खादी के उत्पाद 40 हजार करोड़ रुपये का बाजार खड़ा कर सकते हैं। ऐसे में सरकार इसे इंटरनेशनल मार्केट में उतारकर इससे मुनाफा कमाना चाहती है।
जब 18 लाख पुलिसकर्मियों के मोबाइल पर पीएम मोदी ने भेजा ‘एक एसएमएस’
‘गणतंत्र दिवस मुबारक हो। मैं आपके जैसे लाखों पुलिस कर्मियों के साहस और सेवा को सलाम करता हूं।’ एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वह व्यक्तिगत एसएमएस है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस बलों और अर्धसैनिक बलों के 18 लाख कर्मियों को भेजा।
यह संदेश प्राप्त करने वाले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह संदेश सरकार के ‘बल्क एसएमएस पूल’ से भेजा गया और ‘डीजेड-पीएममोदी’ सेंडर लिंक से हासिल किया गया।
राज्य और केंद्र सरकारों के अधीन काम करने वाले महानिदेशक रैंक के अधिकारी से लेकर सिपाही तक को भेजा गया यह संदेश प्रधानमंत्री की उनसे जुड़ने की पहल का हिस्सा था। इस एसएमएस पर दिया गया लिंक संदेश प्राप्तकर्ता को मोदी के एंड्रॉयड आधारित मोबाइल फोन एप्लीकेशन से जोड़ता है जो कि प्रधानमंत्री के तौर पर उनके भाषणों और आधिकारिक गतिविधियों का एक कोष है।
पीएम मोदी ने फ्रांसिसी राष्ट्रपति ओलांद को दी विदाई, कहा- खास है फ्रांस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को विदाई दी, जो तीन दिन की अपनी यात्रा के बाद यहां से रवाना हो गए। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि उनकी वार्ता द्विपक्षीय रिश्तों को और गहरा करेगी।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति के रवाना होने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति ओलांद, भारत यात्रा के लिए और हमारे गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए आपका शुक्रिया।’ उन्होंने कहा, ‘फ्रांस के साथ भारत की दोस्ती विशेष है। मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति ओलांद की यात्रा के दौरान हुई बातचीत हमारे रिश्तों को और गहन करगी।’ प्रधानमंत्री ने ओलांद को विदाई देने के लिए फ्रांसीसी भाषा में भी ट्वीट किया।