अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाभरा के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहजता के मंगलवार को उस वक्त कायल हो गये, जब उन्होंने एक छोटे से आग्रह पर सरकारी औपचारिकताओं को दरकिनार करते हुये अपना काफिला रुकवाया और बोहरा समुदाय के लोगों का आत्मीय स्वागत कबूल किया।
तगड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच मोदी का काफिला जब चंद्रशेखर आजाद नगर (पुराना नाम भाभरा) की तंग गलियों से गुजरा, तो लोग प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए अपने घरों के बाहर खड़े हो गये। इस बीच बोहरा समाज के कुछ लोगों ने मोदी के काफिले के आगे खड़े होकर उनके स्वागत में हाथ हिलाया और उनसे रुकने का अनुरोध किया।
मोदी ने इस अनुरोध को स्वीकारते हुये अपनी काले रंग की गाड़ी रुकवाई। वह गाड़ी से उतरे और बोहरा समुदाय की ओर से भेंट की गई शॉल कबूल की ।
मोदी ’70 साल आजादी-याद करो कुर्बानी’ अभियान की शुरुआत के लिए आजाद की जन्मस्थली पहुंचे थे। उन्होंने भाभरा में आजाद के स्मारक पहुंचकर अमर शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। मोदी, आजाद की जन्मस्थली पहुंचने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं ।